मंगलवार, 30 जून 2020

भ्रष्ट शासन-प्रशासन से अपेक्षा मूर्खता

अकाशुं उपाध्याय


गाजियाबाद। जिलाधिकारी व संबंधित विभाग के अधिकारी कृपया संज्ञान में लेने का कष्ट करें। क्या लावारिस हुआ गाजियाबाद विकास प्राधिकरण से अप्रूव्ड कॉलोनी डीएलएफ अंकुर विहार ? प्राधिकृत क्षेत्र के विकास से प्रशासन का मुंह मोड़ना भ्रष्टाचार की ओर संकेत करता है। भ्रष्टाचार में लिप्त प्रशासनिक अधिकारी इस प्रकार से ओतप्रोत है कि उन्हें अपने निजी स्वार्थ के अलावा और कोई कार्य ना दिखता है ना सुनता है। हालांकि इस सरकार में भ्रष्ट अधिकारी के खिलाफ किसी प्रकार की कोई कार्रवाई होने की कोई भी गुंजाइश नहीं है। क्योंकि यह सरकार भ्रष्टाचार के पायदान पर खड़ी है। ऐसी सरकार से इस प्रकार की उम्मीद करना बहुत बड़ी मूर्खता ही होगी। वही प्रशासनिक अधिकारियों से भी किसी प्रकार की उम्मीद गलतफहमी और नासमझी है। क्योंकि सब के सब भ्रष्टाचार के दलदल में कंधे तक फंसे हुए हैं और उसका पूरा आनंद ले रहे हैं। ऐसी स्थिति में विकास और विकास से जुड़ी किसी भी क्रिया पर किसी कार्य की अपेक्षा करना नीति के विरुद्ध है।
2 पार्क की पैमाइश करने के लिए दिया था एक आवेदन पत्र उसका जवाब नगरपालिका ने दिया कि विकास प्राधिकरण पार्क की पैमाइश करेगा। विकास प्राधिकरण ने जवाब दिया हम नहीं कर सकते। ना नगर पालिका करेगी ना ही गाजियाबाद विकास प्राधिकरण करेगा।


सीएम योगी के नाम पांच सूत्रीय ज्ञापन

डीजल, पेट्रोल की मूल्यवृद्घि और नहर, बिजली की समस्या को लेकर किसानों का  प्रदर्शन


कौशाम्बी। समर्थ किसान पार्टी ने डीजल, पेट्रोल की मूल्यवृद्घि और नहरों में पानी आने एवं बिजली आपूर्ति में सुधार करने की मांग को लेकर आज तहसील सिराथू में प्रदर्शन किया। पार्टी नेता अजय सोनी की अगुवाई में पार्टी के तमाम कार्यकर्ताओं ने माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी को संबोधित एक 5 सूत्रीय ज्ञापन सिराथू तहसीलदार राकेश कुमार सिंह को सौंपा।


सौंपे गए ज्ञापन में तत्काल डीजल, पेट्रोल की मूल्यवृद्घि वापस लेने, करारी माइनर नहर, रामगंगा माइनर नहर में टेल तक जलापूर्ति करने, शमसाबाद एवं नारा फीडर की विद्युत आपूर्ति में सुधार करने, आवारा पशुओं की समस्या से निजात दिलाने, डेयरी संचालकों से दूध विक्रेता किसानों का आर्थिक शोषण रोकने एवं दूध विक्रेता किसानों को दूध का समुचित मूल्य दिलाने जैसी मांगे शामिल थीं। किसानों का आरोप है कि सरकार और प्रशासन किसानों की अनदेखी कर रहा है और किसान परेशान है।


किसान नेता अजय सोनी ने इस अवसर पर कहा कि धान रोपाई के समय पर करारी माइनर, रामगंगा माइनर सुखी पड़ी हैं और अधिकारी ख़ामोश हैं। इसी तरह आवारा पशुओं की समस्या से किसानों को कोई निजात नहीं मिल रही है और किसान परेशान है। दूध विक्रेता किसानों का हाल तो और खराब है। डेयरी संचालक दूध का मूल्य वृद्धि नहीं कर रहे हैं और औने पौने दामों पर दूध खरीद रहे हैं। अजय सोनी ने इन मामलों पर प्रशासन द्वारा अनदेखी करने पर कहा कि जिला प्रशासन जल्द ही किसानों की समस्याओं पर गंभीर नहीं हुआ तो समर्थ किसान पार्टी के तत्वावधान में अनशन किया जाएगा। इस अवसर पर भानू प्रताप सिंह, जय सिंह यादव, मनीष मौर्य, दिलीप तिवारी, जुम्मन अली आदि मौजूद रहे।


रामप्रसाद गुप्ता 


विभाग की लापरवाही 1 की मौत 1 गंभीर

विद्युत विभाग एसओएस की लापरवाही से एक कर्मी की मौत दूसरा गंभीर झुलसा


बिधुत बिभाग के अधिकारियों के कारनामो से आये दिन संविदा कर्मियों को दे दी जाती है मौत


अझुवा कौशाम्बी। सैनी कोतवाली क्षेत्र के वनपुरवा स्थित विद्युत उपघर में तैनात संविदा कर्मी लाल सिंह और रोशन लाल ऑपरेटर की लापरवाही का शिकार बन गए। जिसमे लाल सिंह पुत्र धर्मपाल उम्र 30 वर्ष निवासी कानेमई की मौके पर ही मौत हो गयी। जिसे मौके पर पहुंची पुलिस ने लाश कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया है। वही रोशन लाल पुत्र बासदेव उम्र 50 वर्ष निवासी अमीरतापुर गंभीर घायल है। जिन्हें अझुवा के निजी अस्पताल में भर्ती कर इलाज करवाया जा रहा है!


प्राप्त जानकारी के अनुसार विद्युत विभाग में निविदा पर तैनात लाल सिंह बनपुरवा विद्युत उपघर में कई वर्षों से तैनात है। आंधी और पानी से मकरी बाग फीडर के कनवार के मजरे जोरावर पुर में नीम की डाल टूट कर लाइन पर गिर गयी थी। जिससे गांव की सप्लाई बाधित हो गयी थी। सूचना मिलने पर दोनों कर्मी शटडाउन लेकर लाइन को दुरुस्त करने पहुंचे थे। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार लाल सिंह बेल्ट लगाए था जबकि रोशन बिना बेल्ट के ही कार्य कर रहा था। अचानक विद्युत आपूर्ति शुरू कर दी गयी जिस पर रोशन 11हजार की सप्लाई का झटका खाकर नीचे गिर गया। जबकि लालसिंह बेल्ट लगे होने की वजह से उल्टा हो गया। जिस पर उसके शरीर का पिछला हिस्सा पैर सहित 11हजार की सप्लाई में छू गया उपस्थित लोगों ने पावर हाउस फोन कर विद्युत सप्लाई को बंद करवाया तब तक लाल सिंह की मृत्यु हो गयी।


एस डीओ प्रभात कुमार सहित अन्य विद्युत कर्मी भी मौके पर पहुंचे एसडीओ प्रभातकुमार ने बताया लापरवाह। विद्युत संचालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया जाएगा। मृतक लाल सिंह के परिजनों को विद्युत विभाग की तरफ से 5 लाख रुपये की सहायता दिए जाने की बात कही जा रही है। विभाग का कहना है कि यदि उसके घर मे कोई व्यक्ति उसकी जगह संविदा पर नौकरी करना चाहेगा तो वो भी दिया जाएगा। घायल रोशन लाल के इलाज में जो भी खर्च आएगा ।उसे विभाग द्वारा वहन किये जाने की बात विभागीय अधिकारी कर रहे है।


एसडीएम राजेश श्रीवास्तव सिराथू सर्किल ऑफिसर रामवीरसिंह कोतवाली पुलिस  और अझुवा चौकी इंचार्ज विजय कुशवाहा के साथ मौके पर पहुंच कर लाश कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया गया है।


सन्तलाल मौर्य 


कैबिनेट मंत्रियों की बैठक, 5-G पर चर्चा

चीन के साथ तनाव के बीच मोदी सरकार के वरिष्ठ मंत्रियों की बैठक में सोमवार को 5G पर चर्चा हुई।


इस बैठक में गृह मंत्री अमित शाह, विदेश मंत्री एस जयशंकर, वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल और संचार मंत्री रविशंकर प्रसाद मौजूद रहे।
नई दिल्ली। चीन के साथ तनाव के बीच मोदी सरकार के वरिष्ठ मंत्रियों की बैठक में सोमवार को 5G पर चर्चा हुई। इस बैठक में गृह मंत्री अमित शाह, विदेश मंत्री एस जयशंकर, वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल और संचार मंत्री रविशंकर प्रसाद मौजूद रहे। सूत्रों ने यह जानकारी दी। सूत्रों के अनुसार, बैठक में 5G सेवाओं में उपकरणों की आपूर्ति को लेकर चर्चा हुई। गौरतलब है कि चीनी कंपनी हुवै (Huawei) भारत में 5G सेवाओं से जुड़े उपकरणों के लिए एक प्रमुख दावेदार है। भारत में हुवै को 5G ट्रायल में भाग लेने की पिछले साल अनुमति दी गई थी, लेकिन अमेरिका अन्य देशों पर दबाव डाल रहा है कि चीन की इस कंपनी को बाहर रखा जाए। भारत में 5G की नीलामी फिलहाल एक साल के लिए टाली गई है। अमेरिका में हुवै के उत्पादों पर मई 2021 तक के लिए पाबंदी लगाई गई है। सिंगापुर में 5G की दौड़ से हुवै बाहर हो चुका है। वहाँ नोकिया और एरिक्सन को मौका मिला है।


भारत में हुवै का विरोध हो रहा है क्योंकि इसके संस्थापक के पीएलए से रिश्ते बताए जाते हैं। सीमा विवाद के बाद देश में बदले माहौल में हुवै के लिए रास्ता मुश्किल होगा। वरिष्ठ मंत्रियों की बैठक में हुए फैसले की फिलहाल कोई जानकारी नहीं मिली है। भारत में सुरक्षा कारणों से हुवै को लेकर चिंता जताई गई है। अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया में सुरक्षा कारणों के मद्देनज़र हुवावेई को ट्रायल से बाहर रखा गया था।


इससे पहले, सरकार ने चीन को तगड़ा झटका देते हुए 59 चीनी एप को भारत में प्रतिबंधित कर दिया है। टिकटॉक, यूसी ब्राउजर, वीचैट, शेयरइट और कैम स्केनर उन 59 चीनी एप में शामिल हैं, जिन्हें सरकार द्वारा देशभर में बैन किया गया है। आप यहां क्लिक करके बैन की गई सभी 59 चीनी ऐप्स की सूची देख सकते हैं। सरकार ने बयान में कहा गया है कि ‘उपलब्ध सूचना के अनुसार, ये ऐप्स उन गतिविधियों में लगे हुए हैं जो भारत की संप्रभुता और अखंडता,सुरक्षा, राज्य की सुरक्षा और सार्वजनिक व्यवस्था के लिए खतरनाक हैं।


जिंदगी जैसी दिखती है वैसी होती नहीं




















इसके अलावा रानी ने अपना एक वीडियो भी इंस्टाग्राम पर शेयर किया है, इसमें वो उन्हें ट्रोल करने वाले लोगों को चिल्लर बताती हुई नजर आ रही हैं। इसके साथ ही उन्होंने अपने डिप्रेशन की बात भी कबूली थी। इसकी सबसे बड़ी वजह वो सोशल मीडिया को मानती हैं। एक्ट्रेस ने कहा था कि वो जब भी सोशल मीडिया पर आती हैं तो खुद को और ज्यादा डिप्रेश महसूस करती हैं। उन्होंने एक पोस्ट शेयर करते हुए लिखा,’जब भी मैं डिप्रेश महसूस करती हूं या मुझे कभी कोई तनाव महसूस होता है, तो मैं सोशल मीडिया चेक करती हूं, फिर मैं और डिप्रेश हो जाती हूं, मुझे लगता है कि सोशल मीडिया अब आपको खुश करने से ज्यादा दुखी करता है।’


बहरहाल, अगर रानी चटर्जी के वर्कफ्रंट की बात की जाए तो वो लॉकडाउन से पहले ‘खतरों के खिलाड़ी’ सीजन 11 में नजर आई थीं। इसके बाद वो वेबसीरीज ‘मस्तराम’ को लेकर काफी सुर्खियों में रही हैं।


‘मस्तराम’ में उन्होंने काफी बोल्ड अवतार में देखा गया है। इसके कारण वो खूब चर्चा में रहीं। हालांकि, उनका रोल ज्यादा बड़ा नहीं था। गौरतलब है कि रानी चाटर्जी भोजपुरी से काफी समय से दूर थीं। लेकिन, अब वो एक बार से धमाकेदार एंट्री मार चुकी हैं। हाल ही में उनकी फिल्म ‘लेडी सिंघम’ का फर्स्ट पोस्टर भी रिलीज किया गया था। इसके अलावा रानी चटर्जी की दूसरी फिल्म ‘पांचाली’ का भी फर्स्ट लुक जारी किया जा चुका है। इन दोनों ही मूवीज में एक्ट्रेस दमदार किरदार में नजर आ रही हैं। 


















अब भूटान की जमीन पर ठोका दावा

थिंपू। चीन अपनी नापाक हरकतों को अंजाम देने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा है। अब उसने भूटान की एक नई जमीन पर अपना दावा ठोका है। ग्लोबल इन्वायरमेंट फैसिलिटी काउंसिल की 58वीं बैठक के दौरान बीजिंग ने भूटान के सकतेंग वनजीव अभयारण्य की जमीन को विवादित बताते हुए इसकी फंडिंग का विरोध किया। हालांकि, भूटान ने चीन की इस चाल पर कड़ा विरोध जताया है। उसका कहना है कि अभयारण्य की जमीन हमेशा से उसकी थी और आगे भी रहेगी। चीन भले ही जमीन के विवादित होने का दावा कर रहा हो, लेकिन हकीकत यह है कि सकतेंग वनजीव अभयारण्य की जमीन को लेकर कभी कोई विवाद हुआ ही नहीं। दरअसल, भूटान और चीन के बीच सीमांकन नहीं हुआ है, बीजिंग इसका लाभ उठाने की फिराक में है। भूटान ने चीन की इस हरकत का मुंहतोड़ जवाब दिया है। उसने चीनी प्रतिनिधि को स्पष्ट तौर पर कह दिया है कि साकतेंग वन्यजीव अभयारण्य भूटान का अभिन्न और संप्रभु हिस्सा है।
गौर करने वाली बात यह है कि साकतेंग अभयारण्य कभी भी ग्लोबल फंडिंग का हिस्सा नहीं रहा। पहली बार जब यह अंतरराष्ट्रीय मंच पर एक परियोजना के रूप में सामने आया, तो चीन ने मौके को लपक लिया और जमीन हड़पने के लिए अपना दावा ठोक दिया। हालांकि, चीन के विरोध के बावजूद काउंसिल के अधिकांश सदस्यों द्वारा परियोजना को मंजूरी मिल गई है। काउंसिल में जहां चीन का प्रतिनिधि है, वहीं भूटान का अपना कोई प्रत्यक्ष प्रतिनिधि नहीं है। उसका नेतृत्व भारत की वरिष्ठ आइएएस अधिकारी अपर्णा सुब्रमणि ने किया, जो विश्वबैंक में बांग्लादेश, भूटान, भारत, मालदीव, नेपाल और श्रीलंका की प्रभारी हैं। इससे पहले दो जून को जब परियोजना-वार चर्चा हो रही थी, तब काउंसिल के चीनी प्रतिनिधि झोंगजिंग वांग ने भूटान की परियोजना पर आपत्ति जताई थी। उस वक्त अपर्णा सुब्रमणि ने कहा था कि इस दावे को चुनौती दी जा सकती है और भूटान के स्पष्टीकरण के बिना इस पर आगे बढ़ना उचित नहीं होगा। इस मुद्दे पर बैठक में चर्चा हुई और अधिकांश सदस्यों ने चीन के विरोध के बावजूद भूटान की परियोजना को मंजूरी दे दी।


व्यवस्था की समीक्षा, स्वच्छता के आदेश

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना वायरस एवं संचारी रोगों को नियंत्रित करने के लिए ग्रामीण तथा शहरी इलाकों में मिशन मोड पर स्वच्छता अभियान चलाए जाने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री योगी यहां मंगलवार को अपने सरकारी आवास पर अधिकारियों के साथ अनलॉक व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे।


उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण का उपचार, बचाव ही है। इसलिए कोविड-19 के संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए प्रत्येक स्तर पर पूरी सावधानी व सतर्कता बरतनी आवश्यक है। संचारी रोगों के साथ-साथ कोविड-19 को नियंत्रित करने में स्वच्छता की बड़ी भूमिका है। इसके दृष्टिगत उन्होंने ग्रामीण तथा शहरी इलाकों में मिशन मोड पर स्वच्छता अभियान संचालित किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने अनलॉक-2 व्यवस्था में विभिन्न गतिविधियों को भारत सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुरूप संचालित कराने के निर्देश दिए और कहा कि केंद्र सरकार के प्राविधानों का अध्ययन करते हुए पूरी तैयारी के साथ अनलॉक-2 व्यवस्था को लागू किया जाए।

मुख्यमंत्री कोविड-19 महामारी के प्रति लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से संचालित प्रचार-प्रसार के कार्य को जारी रखने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इसके लिए रेडियो, टीवी के साथ-साथ बैनर, पोस्टर, हैंडबिल आदि के माध्यम से जागरूकता पैदा की जाए। उन्होंने कहा कि टिड्डी दल से फसल को कोई नुकसान न पहुंचे, इसके लिए कीटनाशक रसायनों के छिड़काव के व्यापक प्रबंध किए जाएं। योगी ने कहा कि खनन से अधिक से अधिक राजस्व प्राप्त करने के लिए निविदा प्रक्रिया अभी से शुरू कर दी जाए, जिससे 1 अक्टूबर, 2020 से खनन कार्य शुरू किया जा सके।


यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें  सुनील श्रीवास्तव  मॉस्को। यूक्रेन द्वारा अमेरिका के 9 /11 जैसा अटैक करते हुए कजान पर ड्रोन ...