मंगलवार, 30 जून 2020

पांच चरणों में होकर गुजरती है नींद




नींद लेना हम सबका रोज का काम है, लेकिन क्या आपको ये पता है कि आपकी नींद इस दौरान कई चरणों से होकर गुजरती है। सोते समय आपका मस्तिष्क (Brain) क्या करता है आइए जानते हैं इन सवालों के जवाब।


मनोज सिंह ठाकुर


नई दिल्ली। सेहतमंद रहने के लिए जितना जरूरी अच्छा भोजन है उतना ही जरूरी है अच्छी नींद लेना। नींद पूरी नहीं होने के कारण कई बार शरीर के अंग ठीक से काम नहीं करते हैं, जिसकी वजह से लोग बीमार पड़ जाते हैं। नींद की कमी के कारण आपकी मानसिक सेहत पर भी बुरा असर पड़ता है। स्वस्थ( Healthy) रहने के लिए पर्याप्त नींद लेना चाहिए ये बात बहुत से लोग जानते हैं, लेकिन नींद के कई चरण होते हैं और इस दौरान मस्तिष्क कई महत्वपूर्ण काम करता है। इसके बारे में बहुत ही कम लोग जानते हैं। आइए आज हम आपको बताते हैं कि नींद के दौरान आपके मस्तिष्क में क्या गतिविधियों होती हैं।




 


अच्छी नींद मतलब गहरी नींद में सोना


 इंसान जब गहरी नींद में सोता है तो शरीर मांसपेशियों की मरम्मत करता है। इससे हड्डियों को भी आराम मिलता और उनका हेल्दी विकास होता है। इसके साथ ही जब आप एक बेहतर नींद में सोते हैं तो आपके हार्मोन का प्रबंधन अच्छा रहता है। जो लोग अच्छी नींद लेते हैं उनकी याददाश्त बहुत अच्छी हो जाती है। ऐसे लोग अपनी यादों को क्रमबद्ध कर पाते हैं और सुबह एक्टिव नजर आते हैं। इसलिए गहरी नींद में सोना फायदेमंद माना जाता है।


नींद के पांच चरणडॉक्टरों के अनुसार नींद के 5 चरण होते हैं, जिसमें REM और गैर-REM नींद दोनों शामिल हैं, जिसे हम हर रात में चक्रित करते हैं। ये सारी गतिविधियां आपके दिमाग में होती हैं पर आप नींद में होते हैं इसलिए आपको कुछ पता नहीं चल पाता है।


पहला चरण: नींद का शुरुआती चरण
नींद का यह चरण होता है गैर-आरईएम। यह चरण तब होता है जब आप सोना शुरू करते हैं और आम तौर पर यह सिर्फ कुछ ही मिनटों तक रहता है। ये एक शुरुआती प्रोसेस होता है। इस चरण के दौरान


सांस और दिल की धड़कन धीमी हो जाती है।
मांसपेशियां शिथिल होने लगती हैं।
आप अल्फा और थीटा दिमागी तरंगों का उत्पादन करते हैं।


दूसरा चरण: यह शरुआत के बाद 25 मिनट का चरण गैर-आरईएम नींद का यह अगला चरण होता है। यह एक हल्की नींद की अवधि होती है। गहरी नींद में प्रवेश करने से पहले ये लगभग 25 मिनट तक रहता है। इसमें
दिल की धड़कन और कम हो जाती है।
कोई आई मूवमेंट नहीं होता है।
शरीर का तापमान कम हो जाता है।
दिमाग की तरंगें ऊपर और नीचे फैलती हैं, जिससे “स्लीप स्पिंडल” का निर्माण होता है।


तीसरा और चौथा चरण: गहरी नींद की शुरुआत गैर-आरईएम नींद के ये दोनों चरण सबसे गहरी नींद के चरण हैं। इन चरणों को धीमी गति, या डेल्टा नींद के रूप में भी जाना जाता है। आपका शरीर इन अंतिम नॉन-आरईएम चरणों में कई महत्वपूर्ण हेल्थ को बढ़ावा देने का कार्य करता है। इन चरणों के दौरान-
-नींद से उत्तेजना होती है।
-दिल की धड़कन और श्वास सबसे कम गति से चलती है।
-आई मूवमेंट शांत हो जाता है।
-शरीर पूरी तरह से आराम करता है।
-डेल्टा दिमागी तरंगें मौजूद हो जाती हैं।
– मांसपेशियों की मरम्मत, विकास और सेल पुनर्जनन होता है।
-प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत होती है।


पांचवां चरण: REM नींद मतलब सपने देखने वाला चरण। इस चरण में जब आप सो जाते हैं तो तेजी से आंखों की गति का चरण लगभग 90 मिनट तक चलता है, और नींद का प्राथमिक सपना देखने का चरण शुरू होता है। आरईएम नींद पहली बार लगभग 10 मिनट तक रहती है, हर एक आरईएम चक्र के साथ बढ़ती है। आरईएम नींद का अंतिम चक्र लगभग 60 मिनट तक रहता है। इस चरण के दौरान-


-आंखों की गति तेज हो जाती है।
-श्वास और दिल की दर बढ़ जाती है।
-अंग की मांसपेशियां अस्थायी रूप से शिथिल हो जाती हैं।
-दिमाग की गतिविधि स्पष्ट रूप से बढ़ जाती है।
-सपने देखते हैं और अपनी यादों को बटोरने लगते हैं।





भारत-जापान के बीच नौसैनिक युद्धाभ्यास


भारत और जापान के बीच नौसैनिक युद्धाभ्यास कोई नई बात नहीं है लेकिन वर्तमान अभ्यास को महत्वपूर्ण माना जा रहा है।


नई दिल्ली। चीन के साथ बीते डेढ़ महीने से चल रहे सीमा विवाद के बीच भारत और जापान की नौसैनाओं ने हिंदमहासागर में युद्धाभ्यास किया है। ये युद्धाभ्यास शनिवार को किया गया और दोनों सेनाओं की तरफ से इसकी घोषणा रविवार को की गई। सेनाओं की तरफ से इसे आपसी समझ को बढ़ाने वाला करार दिया गया है। युद्धाभ्यास में दोनों ही देशों के दो-दो पोतों ने हिस्सा लिया। भारत की तरफ से नेवी के ट्रेनिंग पोत आईएनएस राणा और आईएनएस कुलीश शामिल हुए तो जापान की तरफ से जेएस काशिमा और जेएस शिमायुकी शामिल हुए। हालांकि दोनों ही सेनाओं की तरफ से इसे रूटीन अभ्यास के तौर पर प्रदर्शित किया जा रहा है लेकिन इसे चीन के साथ सीमा विवाद के नजरिए से भी देखा जा रहा है।




हिंदुस्तान में प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक नेशनल मैरिटाइम फाउंडेशन के महानिदेशक वाइस एनमिरल प्रदीप चौहान ने कहा है कि हम रणनीतिक संचार के लिए युद्धाभ्यास कर रहे हैं। हमारे नौसैनिक युद्धाभ्यास से ज्यादा रणनीतिक संचार को मजबूत करने लिए अभ्यास कर रहे हैं। चौहान के मुताबिक मित्र देशों के साथ नजदीकी संबंधों की जरूरत होती है। और चीन भी इस बात को जानता है कि उसकी जापान और अमेरिका के साथ पुरानी अनबन है।



आमिर की टीम के 7 लोग संक्रमित मिलें

मनोज कुमार


मुम्बई। कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के बीच बॉलीवुड भी अछूता नहीं हैं। अब आमिर खान के टीम के 7 सदस्यों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की बात सामने आई है। एबीपी न्यूज के मुताबिक आमिर खान की टीम में जो 7 लोग कोरोना संक्रमण का शिकार हुए हैं, उनमें आमिर खान का एक ड्राइवर, उनके दो सुरक्षाकर्मी और एक रसोईया भी शामिल हैं।




 



आमिर खान की ओर से एबीपी न्यूज़ को जारी एक बयान में कहा गया है, “मैं आप लोगों को सूचित करना चाहता हूं कि मेरे स्टाफ के कुछ सदस्यों को कोरोना पॉजिटिव है। इसका पता चलते ही उन्हें तुरंत क्वारंटीन कर लिया गया है। बीएमसी के अधिकारियों ने प्रभावी कदम उठाते हुए उन्हें तुरंत मेडिकल फैसिलीटी में ले गये। मैं बीएमसी का शुक्रगुजार हूं कि उनकी अच्छी तरह से देखभाल की जा रही है और उन्होंने तुरंत पूरी सोसायटी का अच्छी तरह से सैनिटाइजेशन किया है। हममें से बाकी लोगों का टेस्ट किया गया है और हम सबका टेस्ट नेगेटिव आया है। फिलहाल मैं अपनी मां के टेस्ट के लिए जा रहा हूं और वो आखिरी शख्स हैं जिन्हें इस सबके बारे में पता है। दुआ करें कि मेरी मां भी नेगेटिव निकलें।


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस    (हिंदी-दैनिक)


 जुलाई 01, 2020, RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-323 (साल-01)
2. बुधवार, जुलाई-01, 2020
3. शक-1943, अषाढ़, शुक्ल-पक्ष, तिथि- एकादशी, विक्रमी संवत 2077।


4. सूर्योदय प्रातः 05:31,सूर्यास्त 07:28।


5. न्‍यूनतम तापमान 27+ डी.सै.,अधिकतम-39+ डी.सै.। तेज हवाओं के साथ बरसात की संभावना।


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सोमवार, 29 जून 2020

फ्रांस-भारत के लिए हुआ खड़ाः राफेल

पेरिस। शीर्ष रक्षा अधिकारियों ने कहा है कि उम्मीद के अनुरूप फ्रांस भारतीय वायुसेना को दो राफेल लड़ाकू विमानों की आपूर्ति जुलाई अंत तक कर देगा। अधिकारियों ने कहा कि कोरोनावायरस महामारी के शुरुआत में ही फ्रांस ने भारत को आपूर्ति तिथि के बारे में सूचित कर दिया था। एक वरिष्ठ आईएएफ अधिकारी ने कहा, फ्रेंच कंपनी दशॉ एविएशन बहुप्रतीक्षित दो राफेल लड़ाकू विमानों की आपूर्ति जुलाई अंत तक कर देगी। अधिकारी ने कहा, वे हमें आपूर्ति की तिथि के बारे में और यदि कोई देरी होती है तो उसके बारे में सूचित करेंगे। फिलहाल सभी को उम्मीद है कि फ्रेंच कंपनी ने जो कहा है कि उसके अनुरूप वह आपूर्ति कर देगी।


आपूर्ति तिथि 27 जुलाई के बारे में पूछे जाने पर आईएएफ अधिकारी ने कहा, हमें नहीं पता। रक्षा मंत्रालय के एक अधिकारी ने भी यही जवाब दिया। फ्रांस ने दो जून को अपने वादे को दोहराया था कि कोविड-19 महामारी द्वारा खड़ी गई चुनौती के बावजूद वह समय पर आपूर्ति के अपने वादे को पूरा करेगा। आपूर्ति की अपेक्षित तिथि जुलाई अंत है। फ्रांस की तरफ से यह वादा तब दोहराया गया था, जब रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने फ्रांस के सशस्त्र बल मंत्री फ्लोरेंस पार्ली के साथ टेलीफोन पर बात की थी। उन्होंने कोविड-19 की स्थिति, क्षेत्रीय सुरक्षा सहित आपसी चिंता के मामलों पर चर्चा की थी और वे द्विपक्षीय रक्षा संबंधों को मजबूत करने पर सहमत हुए थे।


दोनों मंत्रियों ने भारतीय और फ्रांसीसी सशस्त्र बलों द्वारा किए गए प्रयासों की सराहना की थी। भरतीय रक्षा मंत्रालय ने तब कहा था कि फ्रांस ने कोविड-19 महामारी द्वारा पेश की गई चुनौती के बावजूद राफेल लड़ाकू विमान की समय पर आपूर्ति सुनिश्चित कराने के अपने वादे को दोहराया था। इसके पहले आठ अक्टूबर, 2019 को राजनाथ सिंह ने फ्रांस में राफेल विमान में एक उड़ान भरी थी। उन्होंने फ्रांस के मेरिगनैक में राफेल को सौंपे जाने के लिए आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए कहा था, नया राफेल मीडियम मल्टी-रोल कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (एमएमआरसीए) भारत को मजबूत बनाएगा और देश के हवाई वर्चस्व को काफी बढ़ाएगा, जिससे क्षेत्र में शांति व सुरक्षा सुनिश्चित हो सकेगी।


रूस के सहयोग से अब तनाव प्रभावित

बिजिंग। चीन से तनाव के बीच भारत की तत्काल रक्षा ज़रूरतों को मुकाम तक पहुंचाने के लिए रूस सहमत हो गया है। इस ख़बर को अंग्रेज़ी अख़बार द हिन्दू ने प्रमुखता से पेज संख्या 9 पर प्रकाशित किया है। प्राप्त सूचना के अनुसार दोनों देशों के बीच यह सहमति भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के हालिया रूस दौरे में बनी। दोनों देशों के बीच रक्षा सौदे में एके-203 असॉल्ट राइफल और का-226टी लाइट यूटिलिटी हेलिकॉप्टर को लेकर भी बात हुई। द हिन्दू की रिपोर्ट के अनुसार भारत ने रूस से कहा है कि उसे रक्षा सौदों में अब देरी नहीं करनी है। इस पर रूस ने भारत को आश्वस्त किया है कि वो अगले कुछ महीनों में इसे अंजाम तक पहुंचा देगा।


राजनाथ सिंह 75वीं विक्ट्री डे परेड की वर्षगांठ पर 21 जून को रूस के चार दिवसीय दौरे पर गए थे। इस दौरे में राजनाथ सिंह की रूस के उप प्रधानमंत्री युर्य बोरिसव से बात हुई थी। हिन्दू ने अपनी इस रिपोर्ट में लिखा है कि भारत ने रूस से इन रक्षा सौदों को जल्दी पूरा करने की मांग तब की है जब लद्दाख में सीमा पर चीन और भारत की सेना आमने-सामने है। दोनों देशों की ओर से सीमा पर सेना और रक्षा बचाव उपकरणों की तैनाती की गई है।


एस-400 2021 के आख़िर तक मिलना शुरू होगा


रूस से बातचीत के बाद राजनाथ सिंह ने एक बयान में कहा कि रूस ने भरोसा दिया है कि मौजूदा अनुबंधों को जारी रखा जाएगा और कुछ को जल्द आगे बढ़ाया जाएगा।



आपको ये भी रोचक लगेगाहालांकि एस-400 सौदे पर सूत्रों का कहना है कि इसकी डिलिवरी तय वक़्त पर 2021 के अंत में शुरू हो जाएगी और इस सौदे को आगे बढ़ाना मुश्किल होगा। एक राजनयिक सूत्र ने कहा, "तकनीकी रूप से इसे आगे बढ़ाना संभव नहीं है." वहीं भारतीय सूत्रों का कहना है कि डिलिवरी कॉन्ट्रैक्ट की शर्तों के अनुरूप पूरी की जाएगी। एक अन्य रजनयिक सूत्र ने बताया कि एके-203 राइफल के सौदे में कुछ प्रगति हुई है, जो दाम के मामले में रुकी हुई थी। ये सौदे साढ़े सात लाख से ज़्यादा राइफल को लेकर हुआ है।इसमें से एक लाख आयातित होंगी और 6.71 लाख राइफल एक जॉइंट वेंचर के तौर पर उत्तर प्रदेश के कोरवा में इंडो-रूस राइफल प्राइवेट लिमिटेड (आईआरआरपीएल) बनाएगा। हालांकि 200 का-226टी लाइट यूटिलिटी हेलिकॉप्टर का सौदा स्वदेशीकरण के मामले पर अटका हुआ है। टेंडर के दौरान तय हुए स्वदेशीकरण के पर्सेंटेज तक पहुंचने के लिए रूस और भारत संभावनाओं का मूल्यांकन कर रहे हैं। दोनों देख रहे हैं कि भारत में उत्पादन के दौरान भारतीय विमानन सामग्री को कैसे इस्तेमाल किया जा सकता है, जिससे इसे नया स्वदेशीकरण का एंगल मिले और साथ ही घरेलू एयरो उद्योग को प्रेरणा भी मिले। भारत के लिए रफ़ाल क्यों है इतना ज़रूरी?



सहयोगी देश भारत को जल्द देंगे हथियार


भारत और चीन के बीच सीमा पर तनाव जारी है, इस बीच भारत के सहयोगी देशों ने तुरंत आवश्यक हथियारों और युद्ध उपकरण की डिलिवरी करने की प्रतिबद्धता ज़ाहिर की है।


द इकोनॉमिक टाइम्स अख़बार के मुताबिक़, फ्रांस ने अगले महीने तक अतिरिक्त रफ़ाल जेट डिलिवर करने का वादा किया है। वहीं इसराइल से भी जल्द ही एयर डिफेंस सिस्टम मिलने की उम्मीद है।


अमरीका भी तोपें भेजेगा और रूस एक अरब डॉलर की क़ीमत वाले हथियार और युद्ध उपकरणों की जल्द डिलिवरी करेगा। ये प्रतिबद्धताएं शीर्ष स्तरीय द्विपक्षीय बैठकों के बाद तय की गई हैं। साथ ही राजधानी में एक प्रमुख बैठक भी हुई, जिसमें फ़ैसला हुआ कि लद्दाख में लंबे वक़्त से चल रहे तनाव के मद्देनज़र भारतीय सैन्य बलों को आपातकालीन आर्थिक शक्तियां दी जाएंगी। द इकोनॉमिक टाइम्स अख़बार के मुताबिक़, अत्यधिक उन्नत रफाल लड़ाकू विमानों की पहली खेप 27 जुलाई को भारत में आने की उम्मीद है। कहा जाता है कि ये विमान दुनिया में संभवत: सबसे बेहतरीन हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइल से लैस हैं। शुरुआती योजना के तहत चार फाइटर को अगले महीने होम बेस अम्बाला पहुंचना था, लेकिन सूत्रों का कहना है कि फ्रांस ने अतिरिक्त रफाल अब पहली खेप में भेजने की प्रतिबद्धता जताई है। कुल आठ विमानों का जल्द ही सर्टिफिकेशन होना है, लेकिन ये साफ़ नहीं है कि कितने अतिरिक्त फाइटर जल्दी मिल सकते है।


कश्मीर में एलपीजी स्टॉक का आदेश


नवभारत टाइम्स अख़बार के मुताबिक़, भारत-चीन तनाव के बीच जम्मू-कश्मीर सरकार के दो आदेशों ने स्थानीय लोगों की चिंता बढ़ा दी है। पहले आदेश में कहा गया कि घाटी में एलपीजी डिस्ट्रिब्यूटर्स दो महीने के लिए सिलिंडर स्टॉक कर लें। दूसरे आदेश के मुताबिक़ करगिल से सटे गांदरबल में सुरक्षाबलों के लिए स्कूल की इमारतों को ख़ाली कर दिया जाए। उपराज्यपाल ने 23 जून की बैठक के बाद ये आदेश जारी किए थे। जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला ने कहा, आदेशों से कश्मीर में दहशत है। अख़बार के मुताबिक ऑपरेशन बालाकोट और जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे को रद्द करने से पहले भी सरकार की ओर से ऐसे ही आदेश दिए गए थे।


दिल्ली दंगों पर क्या है दिल्ली पुलिस का पक्ष


तेरह धार्मिक स्थलों को बनाया निशाना


उत्तर-पूर्वी दिल्ली में फरवरी में हुए सांप्रदायिक दंगों के दौरान 13 धार्मिक स्थलों को नुकसान पहुंचाया गया था। जिसके अनुसार, पुलिस ने इन मामलों में 13 प्राथमिकी दर्ज की हैं और 33 लोगों को गिरफ्तार किया है। हिंसा के दौरान दोनों पक्षों के धार्मिक स्थलों को कम या अधिक नुकसान पहुंचा। दिल्ली पुलिस ने वकील यूसुफ नकी द्वारा सूचना के अधिकार अधिनियम (आरटीआई) के तहत दायर किए अलग-अलग आवेदनों के जवाब में यह जानकारी दी है। आरटीआई आवेदनों में उत्तर-पूर्वी दिल्ली में संशोधित नागरिकता क़ानून (सीएए) के ख़िलाफ़ और इसके समर्थन में हुए प्रदर्शनों के संबंध में दर्ज प्राथमिकियों की प्रति, गिरफ्तार लोगों के नाम भी मांगे गए थे। हालांकि पुलिस ने किसी भी अभियुक्त का नाम, प्राथमिकियों की प्रति और इन धार्मिक स्थलों का पता देने से इनकार किया। इसने बताया कि सीएए के समर्थन और विरोध में हुए प्रदर्शनों और दंगों के सिलसिले में उत्तर पूर्वी दिल्ली के अलग-अलग थानों में 193 प्राथमिकियां दर्ज की गई हैं। इस बाबद 373 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।


भारत के लिए नई मुसीबत खड़ी करेगा 'चीन'






















RADHEYSHYAM UPADHYAY universalexpress.editor@gmail.com




20:01 (1 hour ago)
 


 










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नई दिल्ली। भारत चीन विवाद के बीच एक बड़ी खबर सामने आई है। चीनी मीडिया के मुताबिक, लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल यानी LAC पर चीन, अपनी सेना को ट्रेनिंग देने के लिए 20 मार्शल आर्ट ट्रेनर (China Martial Arts) तिब्बत भेज रहा है। 15 जून से पहले भी चीन ने मार्शल आर्ट लड़ाकों को तिब्बत भेजा था।





हालांकि हमारे भारतीय सेना के घातक कमांडो वहां पहले से ही मौजूद हैं। सेना की हर यूनिट में घातक कमांडो होते हैं, जो हथियारों के साथ लड़ाई के अलावा बिना हथियारों की लड़ाई में भी माहिर होते हैं। चीन अपने इस कदम के जरिए भले ही माइंड गेम खेलने की कोशिश कर रहा हो, लेकिन भारतीय सेना में 'घातक' कमांडो पहले से तैनात हैं। भारतीय सेना के घातक कमांडो बिना हथियारों की लड़ाई में माहिर हैं और दुश्मन को आमने सामने की लड़ाई में चित कर सकते हैं।


15 जून को हुई खूनी झड़प से पहले भी चीन ने तिब्बत के स्थानीय मार्शल आर्ट क्लब से भर्ती लड़ाकों को सेना की डिवीजन में तैनात किया था। भारत और चीन के बीच 1996 में हुए समझौते के मुताबिक एलएसी से दो किलोमीटर के दायरे में न फायरिंग की जाएगी और न ही किसी भी तरह के खतरनाक रासायनिक हथियार, बंदूक, विस्फोट की इजाजत होगी. इसलिए यहां हथियारों का इस्तेमाल नहीं किया जाता है। 15 जून को हुई खूनी झड़प के दौरान भी दोनों तरफ से किसी ने भी हथियारों का इस्तेमाल नहीं किया।





'पीएम' मोदी ने विपक्ष पर तीखा हमला बोला

'पीएम' मोदी ने विपक्ष पर तीखा हमला बोला  इकबाल अंसारी  नई दिल्ली। संसद सत्र की शुरुआत से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष पर...