शनिवार, 27 जून 2020

भाजपा अध्यक्ष पर आधे सच का आरोप

अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। राजीव गांधी फाउंडेशन को चीन से डोनेशन मिलने के आरोपों को लेकर बीजेपी और कांग्रेस में जुबानी जंग तेज हो गई है। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा द्वारा राहुल गांधी और गांधी परिवार पर निशाना साधने के बाद अब पूर्व केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने बीजेपी पर जवाबी हमला किया है। पी चिदंबरम ने बीजेपी अध्यक्ष पर आधा सच बोलने का आरोप लगाया है।


चिदंबरम ने शनिवार को अपने ट्वीट में लिखा कि भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा अर्धसत्य बोलने में माहिर हैं। मेरे सहयोगी रणदीप सुरजेवाला ने कल उनकी आधी सच्चाई उजागर की। उन्होंने आगे कहा, “आरजीएफ को 15 साल पहले मिले अनुदान को मोदी सरकार की निगरानी में 2020 में चीन का भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ से क्या करना है।


चिदंबरम ने कहा, “मान लीजिए कि आरजीएफ 20 लाख रुपये लौटा देती है, तो क्या पीएम मोदी देश को भरोसा दिलाएंगे कि चीन अपना अतिक्रमण खाली करेगा और यथास्थिति बहाल करेगा? मि. नड्डा, वास्तविकता के साथ आने के लिए, उस अतीत में नहीं रहते जो आपके आधे-अधूरे सच से विकृत है। कृपया भारतीय क्षेत्र में चीनी घुसपैठ पर हमारे सवालों के जवाब दीजिए।


बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने शुक्रवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी और उनके परिवार पर हमला करते हुए कहा था कि 2017 में डोकलाम स्टैंडऑफ के समय राहुल गांधी चीनी राजदूत के साथ गुपचुप मुलाक़ात करते हैं और उनकी पार्टी देश को इस पर गुमराह करती है। इससे एकदम आगे बढ़ते हुए आज एक नई जानकारी सामने आई। राजीव गांधी फाउंडेशन को चीनी दूतावास से डोनेशन मिला था।


उन्होंने कहा, “कांग्रेस पार्टी से सवाल है कि 2008 में पार्टी ने चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के साथ एमओयू किया, जिसमें राहुल गांधी ने हस्ताक्षर किए और सोनिया गांधी पीछे खड़ी थीं, पार्टी टू पार्टी रिश्ता क्यों बना? कांग्रेस पार्टी यह बताए कि मनमोहन सिंह की सरकार के 10 साल में ऐसे कितनी पार्टियों के साथ एमओयू साइन किए हैं?” उन्होंने कहा कि राजीव गांधी फाउंडेशन के लिए डोनर की सूची 2005-06 की है। इसमें चीन की एम्बेसी ने डोनेट किया, ऐसा साफ है। ऐसा क्यों हुआ, क्या जरूरत पड़ी है? इसमें कई उद्योगपतियों, पीएसयू के भी नाम हैं। क्या ये काफी नहीं था कि चीन एम्बेसी से भी रिश्वत ली गई।

छत्तीसगढ़ः नए मरीजों सहित हुए 2547

रायपुर।  छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले में एक क्वारंटाइन सेंटर से 2 नए कोरोना मरीजों की पुष्टि हुई है। बताया जा रहा है कि दोनों कोरोना संक्रमित मरीज क्वा रंटाइन सेंटर में रह रहे थे। फिलहाल कोरोना पॉजिटिव मरीजों को अस्पताल शिफ्ट करने की तैयारी की जा रही है।


गौरतलब है कि आज प्रदेश में मिले दो नए मरीजों के साथ प्रदेश में अब एक्टिव मरीजो की संख्या 649 हो गई है। वहीें मेडिकल बुलेटिन के अनुसार प्रदेश में अब तक 2547 मरीजों की पुष्टि हो चुकी है। छत्तीसगढ़ में अब तक 1885 लोग कोरोना से जंग जीत चुके हैं। बता दें कि प्रदेश में अब तक 13 कोरोना संक्रमितों की मौत हो चुकी है।




आज राज्य में 89 नए कोरोना पॉजिटिव मरीज़ों की पहचान हुई वहीं 156 मरीज़ स्वस्थ होने के उपरांत डिस्चार्ज हुए। राज्य में 
कुल पॉजिटिव मरीज़ों की संख्या 2545 है व एक्टिव मरीज़ों की संख्या 647 है।




दिल्ली सीएम ने की केंद्र से 5 सूत्री मांग

नई दिल्ली। दिल्ली में कोरोना की दिन प्रतिदिन भयावह होती  स्थिति के बीच शनिवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस महामारी से निपटने में मिले सहयोग के लिये केंद्र सरकार का धन्यवाद करते हुए कहा कि हम संक्रमण को नियत्रंण मे लाने की पांच सूत्री रणनीति पर आगे बढ़ रहे हैं। राजधानी में संक्रमण की स्थिति पर वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये आज मीडिया को संबोधित करते हुए केजरीवाल ने कहा कि कोरोना के खिलाफ युद्ध में दिल्ली सरकार के पांच हथियार हैं..अस्पतालों में बेड की संख्या बढ़ाना, बड़े स्तर पर जांच और आइसोलेशन करना, ऑक्सीमीटर और मरीज में ऑक्सीजन के स्तर पर ध्यान देना, प्लाज्मा थेरेपी से इलाज तथा सर्वे और स्क्रीनिंग।


केंद्र से छोटे-छोटे मुद्दों पर टकराव करने वाले केजरीवाल का आज मोदी सरकार के प्रति अंदाज अलग दिखा। उन्होंने कहा दिल्ली में जांच तेजी से बढ़वाने में केंद्र सरकार ने बड़ा सहयोग दिया। केजरीवाल ने कहा कि केंद्र ने ही पहले ऐंटीजेन किट्स दीं और फिर हाथ पकड़कर बताया कि कैसे इस काम में तेजी लाई जाए। उन्होंने कहा जून में कोरोना उम्मीद से ज्यादा तेजी से बढ़ा इसलिए शुरुआत में बेड्स की कमी हुई लेकिन अब इस कमी को दूर कर लिया गया है। जांच और आइसोलेशन पर उन्होंने कहा कि पहले जांच के लिए धक्के खाने पड़ते थे लेकिन अब स्थिति सुधरी है। जून के पहले सप्ताह में रोज पांच हजार टेस्ट हो रहे थे जिसे अब बढ़ाकर 20 हजार कर दिया गया है। तीसरा हथियार ऑक्सीमीटर है। इस पर उन्होंने बताया कि होम आइसोलेशन वाले लोगों को ऑक्सीमीटर दिया जा रहा है। अगर उन्हें ऑक्सीजन स्तर कम लगता है तो वे फोन करके मदद ले सकते हैं। चौथा हथियार प्लाजमा थेरेपी है। उन्होंने कहा कि सबसे पहले दिल्ली में इसे आजमाया गया, 29 मरीजों को प्लजामा थेरेपी दी गयी जिसका परीक्षण सफल भी रहा था। सर्वे और स्क्रीनिंग को कोरोना के खिलाफ उन्होंने आखिरी हथियार बताते हुए कहा कि आज से दिल्ली में सीरो सर्वेक्षण शुरू हो रहा है। बीस हजार लोगों के खून के नमूने इसमें लिए जायेंगे ,जिनकी जांच से पता चलेगा कि राजधानी में कोरोना वायरस का कितना फैलाव हुआ है। इसे समझने में इस सर्वेक्षण से बड़ी मदद मिलेगी। केजरीवाल ने बताया कि शुक्रवार को 21 हजार से अधिक जांच की गई जो दिल्ली में अब तक की सर्वाधिक जांच थी। सीरो सर्वे आज से शुरू होकर 10 जुलाई तक पूरा होगा। इससे पता चलेगा कि कितने लोगों के शरीर में इस वायरस से लड़ने की प्रतिरोधक क्षमता विकसित हो चुकी है। सर्वे में पूरी दिल्ली से करीब 20 हजार नमूने एकत्रित किए जाएंगे शनिवार से दिल्ली के सभी जिलों में सीरोलॉजिकल सर्वे शुरू हुआ है। इसके लिए सभी जिलों के जिलाधिकारियों ने अपने जिले के मुख्य जिला चिकित्सा अधिकारी की देखरेख में टीमें तैयार की हैं। करीब 1100 टीमें गठित की गई हैं। टीमें चुनींदा इलाकों में जाकर नमूने एकत्रित करेंगी, जिनकी जांच के नतीजों के आधार पर यह पता चलेगा कि कोरोना के खिलाफ एंटीबॉडीज किस तरह विकसित हो रही हैं और उनके विकसित होने की दर क्या है। खून के नमूने की जांच करके आधे घंटे में यह पता लगाया जा सकेगा कि जिस व्यक्ति का नमूना लिया गया है, उसके अंदर हर्ड इम्युनिटी विकसित हुई है या नहीं। नमूने की जांच के लिए एक विशेष किट का इस्तेमाल किया जाएगा। सभी नमूनों की जांच के आधार पर राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी) एक रिपोर्ट तैयार करके सरकार को सौंपेगी। अगर कोई व्यक्ति कोरोना की चपेट में आता है, लेकिन उसके अंदर कोई लक्षण नहीं उभरता है, तो ऐसे लोगों के शरीर में 5-7 दिन के अंदर अपने आप एंटीबॉडी बनना शुरू हो जाती हैं, जो वायरस को शरीर में पनपने नहीं देती हैं।सर्वेक्षण से इन्हीं एंटीबॉडीज की जांच करके यह पता लगाया जाएगा कि दिल्ली में कौन कौन से ऐसे इलाके हैं और ऐसी कितनी आबादी है, जहां लोगों को कोरोना हुआ, मगर वे अपने आप ठीक भी हो गए। इससे वायरस के प्रसार और उसकी क्षमता का पता लगाने में भी मदद मिलेगी। गृह मंत्रालय के निर्देश पर एनसीडीसी यह सर्वे करवा रही है। इसमें जिले से 800 से 1000 के करीब नमूने लिए किए जाएंगे। खून के यह नमूने औचक ढंग से घरों को चुनकर वहां रहने वाले लोगों के लिए जायेंगे। दिल्ली कोरोना के मामले में 77,240 के साथ दूसरे स्थान पर है। कोरोना से दिल्ली में 2492 लोगों की मौत हो चुकी है।


नियमों के विरुद्ध अमल में ले सख्त कार्रवाई

नैनीताल। कोरोना वायरस की रोकथाम हेतु जारी नियमों एवं दिशा-निर्देशों का बार-बार उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्यवाही अमल में लाना सुनिश्चित करें। यह निर्देश मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने शनिवार को वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के जरिये राज्य में कोरोना संक्रमण व डेंगू पर प्रभावी रोकथाम हेतु किये जा रहे कार्यों की जनपदावार गहन समीक्षा करते हुए दिए। उन्होंने निर्देश दिए कि राज्य के सभी जनपदों में माॅर्निंग वाॅक (सुबह की सैर) का समय कम होने के कारण प्रातःकाल में लगने वाली भीड़ को कम करने के लिए सुबह की सैर हेतु समय में वृद्धि करते हुए प्रातः 05 बजे से माॅर्निंग वाॅक (सुबह की सैर) करने की अनुमति दी जाये। उन्होंने राज्य में बाजार में दुकाने प्रातः 7 बजे से सांय 8 बजे तक खुली रखने के निर्देश सभी जिलाधिकारियों को दिए। उन्होंने सभी जिलाधिकारियों को कोरोना संक्रमण की प्रभावी रोकथाम के लिए सतत् प्रयास जारी रखने, सर्विलांस कार्य को बहुत बढ़िया तरीके से संचालित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कोविड-19 संक्रमण रोकथाम हेतु लगायी गयी टीमों की सुरक्षा हेतु सभी आवश्यक व्यवस्थाऐं बनाये रखने के निर्देश सभी जिलाधिकारियों को दिए। CM रावत ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि डेंगू तथा कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए वृहद्ध स्तर पर जनजागरूकता अभियान चलाया जाये। जन जागरूकता अभियान में प्रधानों, मेम्बरो, क्षेत्र पंचायत एवं जिला पंचायत सदस्यों के साथ ही सभी जनप्रतिनिधियों को शामिल किया जाये। उन्होंने सप्ताह में एक दिन वृहद्ध जन जागरूकता व सफाई अभियान आयोजित करने के निर्देश सभी जिलाधिकारियों को दिए।



  • मण्डलायुक्त अरविन्द सिंह ह्यांकी ने बताया कि मण्डल के सभी जनपदों में कोविड-19 संक्रमण के प्रभावी रोकथाम हेतु किए जा रहे कार्यों की गहनता से समीक्षा की जा रही है। उन्होंने बताया कि मण्डल में बरसात के मौसम में संभावित दैवीय आपदाओं से प्रभावी ढंग से निपटने के साथ ही डेंगू संक्रमण के फैलने की संभावनाओं पर अंकुश लगाने के लिए दिशा-दिशा दिए गये हैं। उन्होंने बताया कि मण्डल कोरोना संक्रमण, डेंगू की रोकथाम, पेयजल आपूर्ति, बरसात के मौसम में संभावित दैवीय आपदा से प्रभावी नियंत्रण हेतु तैयारियों की समीक्षा की जा रही है। वीसी में जिलाधिकारी सविन बंसल ने जनपद में कोरोना संक्रमण की रोकथाम हेतु किये जा रहे कार्यों की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने डेंगू की रोकथाम के लिए जनपद द्वारा तैयार की गई कार्य योजना के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी। वीसी में अपर आयुक्त संजय खेतवाल, संयुक्त निदेशक एटीआई नवनीत पाण्डे आदि उपस्थित थे।


फैक्ट्री में गैस रिसाव 1 की मौत 3 गंभीर

कुरनूल। आंध्र प्रदेश में कुरनूल जिले के नदयाला शहर में शनिवार को एक एग्रो फैक्ट्री की गैस पाइपलाइन से अमाेनिया गैस के रिसाव से फैक्ट्री के महाप्रबंधक की मौत हो गई और अन्य तीन कर्मचारी बीमार पड़ गए। पुलिस ने बताया कि महाप्रबंधक श्रीनिवास राव की अमोनिया गैस के चपेट में आने से मौत हो गयी। उन्होंने बताया कि फैक्ट्री के टेंकर में लगभग दो टन अमोनिया गैस को भंडारण किया गया था। पाइपलाइन में दरार आने से अचानक पाइपलाइन से गैस का रिसाव शुरू हो गया। गैस रिसाव को देखते हुए फैक्ट्री के अन्य कर्मचारी घबराकर वहां से बाहर भाग गए। गैस रिसाव को बंद करने के लिए अग्निशमन के कर्मचारी कार्रवाई में जुट गए।


जिला कलेक्टर जी. वीरापनडियन, पुलिस अधीक्षक के. पक्कीराप्पा और अन्य अधिकारी ने मौके का मुआयना किया।  जिला कलेक्टर ने संवाददाताओं को कहा कि सांस के जरिए गैस शरीर के अंदर जाने से तीन कर्मचारी बीमार पड़ गए हैं और उनकी हालत खतरे से बाहर है। उन्हाेंने कहा कि गैस के रिसाव को बंद करने के लिए युद्धस्तर पर कदम उठाए जा रहे हैं।


हाईस्कूल-इंटर का परिणाम घोषित किया

लखनऊ। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद यानी यूपी बोर्ड ने शनिवार को हाईस्कूल और इंटर का परिणाम घोषित कर दिया है। हाईस्कूल और इंटर दोनों में ही बागपत बड़ौत के श्रीराम इंटर कलेज के छात्रों ने बाजी मारी है। हाईस्कूल की टॉपर रिया आगे चलकर प्रोफेसर बनकर बच्चों में शिक्षा की अलख जगाना चाहती हैे, तो वहीं इंटर में टॉप रहने वाले अनुराग मलिक भविष्य में आईएएस बनने का सपना देख रहे हैं। हाईस्कूल की टॉपर रिया जैन को 600 में से 580 अंक यानी 96़ 67 फीसद अंक मिले हैं। वहीं इंटरमीडिएट के टॉपर अनुराग मलिक को 500 में से 485 अंक यानी 97 प्रतिशत अंक प्राप्त हुए।


हाईस्कूल की टॉपर रिया जैन ने बताया, “वह प्रतिदिन 15-16 घंटे की पढ़ाई करती थीं।” उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय अपने परिवार और कालेज के शिक्षकों को दिया है। रिया जैन ने 600 में से 580 अंक प्राप्त किए हैं। वह अंग्रेजी विषय की प्रोफेसर बनना चाहती हैं। उन्होंने कहा कि कठिन परिश्रम से हर मुकाम को पाया जा सकता है। हाईस्कूल टॉप करने वाली रिया जैन के पिता भारत भूषण बागपत बड़ौत के पास हिलवाड़ी गांव के रहने वाले हैं। उनके चार बच्चे हैं। वह चुनरी और वेडिंग दुपट्टे बेचने का काम करते हैं। भारत भूषण ने बातचीत में कहा, “हमारी बच्ची ने बहुत मेहनत से पढ़ाई की है। 16-16 घंटे पढ़ाई की है। आज वह प्रदेश में पहला स्थान लाकर हमारा नाम रोशन किया है। यह हमारे लिए सबसे खुशी का पल है।” अनुराग मलिक ने कहा, “मैंने बहुत मन से पढ़ाई की थी। मैं आईएएस बनकर देश की सेवा करना चाहता हूं। मैंने नार्मल समय में 15 से 16 घंटे पढ़ाई की है। परीक्षा के समय मैंने करीब 18 घंटे पढ़ाई की है। गणित मेरी रुचि का विषय रहा है। सफलता का श्रेय माता-पिता और शिक्षकों का है। अभी से सिविल सर्विस की तैयारी मे डट जाना है।” बागपत जिले के बड़ौत में रहने वाले अनुराग मलिक के पिता प्रमोद मलिक की इलेक्ट्रॉनिक्स उपकरणों की दुकान है। अनुराग दो भाई हैं। उनका कहना है कि लक्ष्य को साधने के लिए उन्होंने सालभर मेहनत की थी। उन्होंने कहा कि अगर अपने लक्ष्य को पाना है तो सिर्फ उसके अलावा कुछ नहीं फोकस किया जाता है। सफलता निश्चित ही मिलती है।


मनोज सिंह ठाकुर


प्रयागराज में परीक्षा का परिणाम किया जारी

प्रयागराज। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) के 99वें वर्षों के कार्यकाल में दूसरी बार ऐसा हुआ है जब परीक्षा परिणामों की घोषणा प्रयागराज से बाहर की गयी। हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट 2020 परीक्षा का परिणाम प्रयागराज के स्थान पर शनिवार को लखनऊ से जारी किया गया। परिणाम बोर्ड के सचिव के स्थान पर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री और माध्यमिक शिक्षा मंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने घोषित किया।


वर्ष 1921 में इलाहाबाद में यूपी बोर्ड की स्थापना की गई थी जबकि 1923 में पहली हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट की परीक्षा आयोजित करवाई थी। 99 साल के इतिहास में यह दूसरा अवसर होगा जबकि बोर्ड परीक्षा का परिणाम प्रयागराज की बजाय लखनऊ से जारी किया। इससे पहले प्रयागराज से ही नतीजे जारी होते रहे।


इससे पहले बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सरकार में 2007 में हाईस्कूल परीक्षा का परिणाम लखनऊ से घोषित किया गया था। उस समय परिणाम घोषित होने से पहले ही उत्तीर्ण प्रतिशत लीक हो गया था, जिससे काफी हंगामा हुआ था। हालांकि इंटरमीडिएट का रिजल्ट प्रयागराज से ही जारी हुआ था।


अपनी स्थापना के बाद से बोर्ड ने तमाम उतार चढ़ाव देखे हैं और निरंतर छात्र-छात्राओं की संख्या बढ़ती गई। पहले हाईस्कूल एवं इंटर का रिजल्ट अलग-अलग तारीखों में जारी होता रहा है। बोर्ड प्रशासन ने 2015 से हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट का परिणाम एक साथ घोषित करना शुरू किया। पहले परिणाम जून में आते रहे लेकिन न्यायालय के एक आदेश के बाद रिजल्ट की तारीखें घटती रहीं। पहले मई फिर अप्रैल माह तक परिणाम घोषित हुआ। वर्ष 2019 का परिणाम बोर्ड ने 27 अप्रैल को घोषित किया था।


बोर्ड सूत्रों के अनुसार इस साल यूपी बोर्ड की परीक्षाएं 18 फरवरी से छह मार्च के बीच आयोजित की गई थी। हाईस्कूल की परीक्षा 12 कार्य दिवस और इंटरमीडिएट की परीक्षा 15 कार्य दिवस में पूरी की गयीं।


इस बार बोर्ड हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट की परीक्षा में 51 लाख 30 हजार 481 परीक्षार्थी शामिल हुये जिसमें हाईस्कूल में 27 लाख 44 हजार 976 और इंटरमीडिएट में 23 लाख 85 हजार 505 परीक्षार्थी शामिल हुये। वर्ष 2020 बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा समय पर शुरू हुयी थी। देश में कोरोना संकट की वजह से उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन में बिलंब के कारण परिणाम 27 जून को घोषित किया गया।


बृजेश केसरवानी


यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें  सुनील श्रीवास्तव  मॉस्को। यूक्रेन द्वारा अमेरिका के 9 /11 जैसा अटैक करते हुए कजान पर ड्रोन ...