बुधवार, 24 जून 2020
खरीद जांच प्रकरण में योगी को भेजा पत्र
नवीनीकरण व मरम्मत करवाने की मांग
संगठनों ने धूमधाम से मनाया 'जन्मदिवस'
कार्रवाई को अंतिम रूप दिया जाएः योगी
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वैश्विक महामारी कोविड-19 के प्रसार को रोकने के मेडिकल स्क्रीनिंग को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि एक लाख से अधिक मेडिकल स्क्रीनिंग टीम के गठन की कार्रवाई को अन्तिम रूप दिया जाय। योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को यहां लोक भवन में एक उच्च स्तरीय बैठक में अनलाॅक व्यवस्था की समीक्षा की।
उन्होंने कहा कि कोविड-19 के प्रसार को रोकने में मेडिकल स्क्रीनिंग का कार्य अत्यन्त महत्वपूर्ण है। इसके लिये एक लाख से अधिक मेडिकल स्क्रीनिंग टीम के गठन की कार्रवाई को तत्काल अन्तिम रूप दिया जाय। टीम के सदस्यों को प्रशिक्षण दिया जाय। उन्हें सभी आवश्यक जानकारी उपलब्ध कराई जाए। मेडिकल स्क्रीनिंग टीम को इंफ्रारेड थर्मामीटर, पल्स ऑक्सीमीटर उपलब्ध कराया जाए। टीम के सदस्यों के लिए मास्क, ग्लव्स तथा सेनिटाइजर की व्यवस्था भी की जाए। टेस्टिंग क्षमता में वृद्धि के निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि ज्यादा से ज्यादा सैम्पल लिए जाएं। सबसे अधिक प्रभावित 11 नोडल अधिकारी के तौर पर तैनात प्रशासनिक अधिकारियाें तथा वरिष्ठ चिकित्सा विशेषज्ञों के साथ शासन स्तर से निरंतर संवाद रखा जाए। इनके फीडबैक के आधार पर आवश्यकतानुसार जरूरी कदम उठाए जाएं। उन्होंने कहा कि सभी जिलों के लिए नामित विशेष सचिव स्तर के अधिकारियों को आवंटित जिले के कोविड एवं नाॅन कोविड अस्पतालों की व्यवस्थाओं का नियमित जानकारी ली जाय। मुख्यमंत्री ने कहा कि लक्षणरहित कोरोना संक्रमित को कोविड हाॅस्पिटल में रखा जाए। ऐसे व्यक्तियों के स्वास्थ्य का नियमित परीक्षण किया जाए। अस्वस्थ होने की दशा में इन्हें उपचार के लिये तत्काल कोविड अस्पताल में भर्ती किया जाए। चिकित्साकर्मियों को मेडिकल इंफेक्शन से सुरक्षित रखने के लिए इनके प्रशिक्षण कार्यक्रम निरंतर जारी रखे जाएं। पुलिस व पी.ए.सी. कर्मियों को संक्रमण से सुरक्षित रखने के लिए सभी सावधानियां बरती जाएं। योगी अदित्यनाथ ने कहा कि कोविड अस्पतालों में भर्ती रोगियों के परिजनों से संवाद रखते हुए उन्हें रोगी के स्वास्थ्य की प्रतिदिन जानकारी दी जाए। रोगियों को सुपाच्य भोजन तथा पीने के लिए गुनगुना पानी उपलब्ध कराया जाए। कोविड-19 के उपचार कार्य में ‘108′, ‘102′, ए.एल.एस. तथा निजी अस्पतालों की एम्बुलेंस का उपयोग किया जाए।
यह सुनिश्चित किया जाए कि सभी एम्बुलेंस में ऑक्सीजन उपलब्ध रहे। एम्बुलेंस में पल्स ऑक्सीमीटर की उपलब्धता भी सुनिश्चित की जाए। ग्रामीण तथा शहरी इलाकों में सेनिटाइजेशन का कार्य निरंतर जारी रखा जाए। उन्होंने कहा कि कामगारों/श्रमिकों को केन्द्र व राज्य सरकार की योजनाओं के माध्यम से रोजगार उपलब्ध कराने की कार्रवाई निरंतर जारी रखी जाए।
कामगारों/श्रमिकों को आवश्यकतानुसार बैंक से ऋण उपलब्ध कराने में एमएसएमई विभाग द्वारा मदद की जाए। योगी आदित्यनाथ ने पर्यावरण, प्राकृतिक संतुलन एवं जल संरक्षण के लिए वृक्षारोपण की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि 25 करोड़ वृक्षारोपण के लिए कार्य योजना तैयार करते हुए स्थलों को चिन्ह्ति कर लिया जाए। लक्ष्यों के आवंटन के अनुसार कार्यों का अनुश्रवण भी सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि वृ़क्षारोपण कार्य में सोशल डिस्टेंसिंग पर विशेष ध्यान दिया जाए।
प्रदेश के 20 लाख कर्मचारियों की लड़ाई
डिजिटल हस्ताक्षर वाली मार्कशीट देगें
प्रयागराज। यूपी बोर्ड 2020 की हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट परीक्षा में शामिल 50 लाख से अधिक छात्र-छात्राओं को पहली बार डिजिटल हस्ताक्षर वाली मार्कशीट देने जा रहा है। 27 जून को 12.30 बजे परिणाम घोषित होने के तुरंत बाद बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट पर रिजल्ट तो अपलोड कर दिया जाएगा। लेकिन सचिव नीना श्रीवास्तव के डिजिटल हस्ताक्षर वाली मार्कशीट अपलोड होने में दो-तीन का समय लगेगा। सूत्रों के अनुसार हर साल रिजल्ट के समय इंटरनेट से जो अंकपत्र बच्चों को मिलता है उसकी कोई कानूनी मान्यता नहीं होती।
लेकिन डिजिटल हस्ताक्षर वाली मार्कशीट प्रवेश से लेकर नौकरी तक में मान्य होती है। यही कारण है कि पहले इंटरमीडिएट के बच्चों को ये विशेष रूप से तैयार अंकपत्र देने की तैयारी है ताकि उन्हें आगे स्नातक या अन्य प्रवेश में किसी तरह की परेशानी न हो। बाद में हाईस्कूल के बच्चों को उपलब्ध कराई जाएगी। इसे स्कूलों के माध्यम से बच्चों को देने पर विचार चल रहा है। ताकि प्रधानाचार्यों की जिम्मेदारी तय की जा सके।प्रधानाचार्य बोर्ड की वेबसाइट से डिजिटल हस्ताक्षर वाली मार्कशीट डाउनलोड कर सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए उसे बच्चों को बांटेंगे। बाद में हालात सामान्य होने पर अंकपत्र सह प्रमाणपत्र छपवाकर पहले की तरह स्कूलों से बंटवाया जाएगा। दरअसल कोरोना के कारण अंकपत्र सह प्रमाणपत्र छपवाने में भी परेशानी हो रही है। हर साल रिजल्ट घोषित होने के 15 दिन बाद बच्चों को स्कूलों के माध्यम से मार्कशीट उपलब्ध कराई जाती है। लेकिन इस बार बोर्ड की समयसीमा के अंदर अंकपत्र सह प्रमाणपत्र छपवाने में भी कठिनाई आ रही है। अब तक स्कूलों के खुलने की कोई तारीख भी तय नहीं हो सकी है।
यूपी बोर्ड रिजल्ट आप www.livehindustan.com पर भी देख सकेंगे। अगर आप चाहते हैं कि रिजल्ट घोषित होती ही आपके मोबाइल पर अलर्ट आ जाए तो उसके लिए आप ऊपर दिए गए बॉक्स में अपनी डिटेल्स डालकर रजिस्ट्रेशन कराएं। जैसे ही यूपी बोर्ड 10वीं 12वीं रिजल्ट जारी होगा, आपके मोबाइल पर अलर्ट आ जाएगा जिसमें दिए गए लिंक पर क्लिक कर रिजल्ट चेक कर सकेंगे।
1 जुलाई से बदल जाएंगे बैंकिंग रूल्स
नई दिल्ली। 1 जुलाई से कई बैंकिंग रूल्स बदलने वाले हैं। जिनके बारे में जानना आपके लिए बहुत जरूरी है। 1 जुलाई से एटीएम से कैश निकालने का नियम बदलने जा रहे हैं। तो वहीं Loan Moretorium, बचत खाते में Minimum Balance की सीमा हटाने जैसे चीजें शामिल हैं। अब 30 जून के बाद से बैंक ये सभी रूल्स बदलने वाले हैं। ऐसे में यह जान लेना आपके लिए जरूरी है की क्या-क्या चीजें बदल रही है क्योंकि एक छोटी सी गलती अपको भारी पड़ सकती है।
PNB घटा रहा है सेविंग अकाउंट पर मिलने वाले ब्याज
पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) ने बचत खाते (सेविंग अकाउंट) पर मिलने वाली ब्याज दर में 0.50 फीसदी की कटौती की है। 1 जुलाई से बैंक के बचत खाते पर अधिकतम 3.25 फीसदी का सालाना ब्याज मिलेगा। पीएनबी के बचत खाते में 50 लाख रुपए तक के बैलेंस पर 3 फीसदी सालाना और 50 लाख से ज्यादा के बैलेंस पर 3.25 फीसदी सालाना की ब्याज दर के हिसाब से ब्याज मिलेगा। इससे पहले देश का सबसे बड़े बैंक एसबीआई और कोटक महिंद्रा बैंक ने भी बचत कहते पर मिलने वाले ब्याज में कटौती की थी।
1 जुलाई से बदल जाएगा ATM से कैश निकालने का नियम
लॉकडाउन और कोरोना के कारण 1 जुलाई से एटीएम से कैश निकालने के नियम में बदला होने जा रहे हैं, जो आपकी जेब पर बोझ बढ़ाएंगे। एटीएम कैश विड्रॉल 1 जुलाई से आपके लिए महंगा होने जा रहे हैं। वित्त मंत्रालय ने एटीएम से कैश विड्रॉल करने के लिए सभी ट्रांजैक्शन चार्जेस हटा लिए थे। सरकार ने तीन महीनों के लिए एटीएम ट्रांजैक्शन फीस हाटकर लोगों को कोरोना संकट के बीच बड़ी राहत दी थी। ये छूट सिर्फ तीन महीनों के लिए दी गई थी, जो कि 30 जून 2020 को खत्म होने वाली है।
औसत न्यूनतम बैलेंस रखने की मियाद खत्म
कोरोना काल में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने ऐलान किया था कि किसी भी बैंक में बचत खाते Saving Account में औसत न्यूनतम बैलेंस (Average Minimum Balance) की अनिवार्यता नहीं होगी। यह आदेश अप्रेल से जून महीने तक के लिए था। ऐसे में खाते में मिनिमम बैलेंस ना होने पर भी लोगों को किसी तरह का जुर्माना नहीं चुकाना था। लेकिन अब 30 जून को इस फैसले की मियाद खत्म होने वाली है और इसका सीधा असर आप पर होने वाला है।
डीएम की अध्यक्षता में मासिक बैठक आयोजित
डीएम की अध्यक्षता में मासिक बैठक आयोजित भानु प्रताप उपाध्याय मुजफ्फरनगर। जिलाधिकारी उमेश मिश्रा की अध्यक्षता में विकास भवन के सभाकक्ष में ...
-
महर्षि कश्यप के पुत्र पक्षीराज गरुड़ को भगवान विष्णु का वाहन कहा गया है। एक बार गरुड़ ने भगवान विष्णु से मृत्यु के बाद प्राणियों की स्थिति, ...
-
उपचुनाव: 9 विधानसभा सीटों पर मतगणना जारी संदीप मिश्र लखनऊ। उत्तर प्रदेश में नौ विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए मतगणना जारी है। यूपी कीे क...
-
80 वर्षीय बुजुर्ग ने 34 साल की महिला से मैरिज की मनोज सिंह ठाकुर आगर मालवा। अजब मध्य प्रदेश में एक बार फिर से गजब हो गया है। आगर मालवा जिले...