मंगलवार, 23 जून 2020

कोरोनिल औषधि पर मंत्रालय का अटैक

नई दिल्ली। आयुष मंत्रालय ने पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड द्वारा कोरोना वायरस के उपचार के लिए विकसित आयुर्वेदिक दवाओं के बारे में मीडिया में आई खबरों का संज्ञान लिया है। कंपनी को इस मामले की विधिवत जांच होने तक इस तरह के दावों व विज्ञापन के जरिए प्रचार-प्रसार को रोकने के लिए कहा गया है।


कोरोना के इलाज के लिए पतंजलि की दवा को लेकर आयुष मंत्रालय का कहना है कि उसे इस बात की जानकारी नहीं है कि किस तरह के वैज्ञानिक अध्ययन के बाद दवा बनाने का दावा किया गया है। मंत्रालय ने कहा कि इससे जुड़ी पूरी जानकारी मांगी गई है। आयुष मंत्रालय ने रामदेव की कंपनी को कोरोना का इलाज करने के लिए बनी दवा के विज्ञापन करने से मना किया है। कहा गया बिना मानक की जांच कराए हर तरह के विज्ञापन पर अगले आदेश तक रोक रहेगी। आपको बता दें कि योग गुरु स्वामी रामदेव ने कोरोनावायरस की दवा कोरोनिल को मंगलवार को बाजार में उतार और दावा किया कि आयुर्वेद पद्धति से जड़ी बूटियों के गहन अध्ययन और शोध के बाद बनी यह दवा शत प्रतिशत मरीजों को फायदा पहुंचा रही है। यहां पतंजलि योगपीठ में संवाददाताओं से बातचीत करते हुए बाबा रामदेव ने कहा कि पतंजलि पूरे विश्व में पहला ऐसा आयुर्वेदिक संस्थान है जिसने जड़ी बूटियों के गहन अध्ययन और शोध के बाद कोरोना महामारी की दवाई प्रमाणिकता के साथ बाजार में उतारी है।


सरकारी योजनाओं का उल्लेखनीय असर

एमएसएमई और एनबीएफसी के लिए सरकारी योजनाओं का उल्‍लेखनीय असर – आपातकालीन क्रेडिट लाइन गारंटी योजना (ईसीएलजीएस) के तहत मंजूर ऋणों ने 79,000 करोड़ रुपये का आंकड़ा पार किया


अश्वनी उपाध्याय


नई दिल्ली। सूक्ष्‍म, लघु एवं मध्‍यम उद्यमों (एमएसएमई) के लिए सरकार द्वारा उठाए गए ठोस कदमों का त्‍वरित असर देखने को मिल रहा है। सरकारी गारंटी प्राप्‍त आपातकालीन क्रेडिट लाइन के तहत सार्वजनिक और निजी क्षेत्रों के बैंकों ने 20 जून2020 तक 79,000 करोड़ रुपये से भी अधिक के ऋणों को मंजूरी दे दी है जिनमें से 35,000 करोड़ रुपये से अधिक की राशि पहले ही वितरित की जा चुकी है।


इस योजना के तहत शीर्ष कर्जदाताओं में एसबीआई, एचडीएफसी बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, पीएनबी और केनरा बैंक शामिल हैं। इससे 19 लाख एमएसएमईऔर अन्य कारोबारियों को लॉकडाउन के बाद अपने-अपने व्यवसायों को फिर से शुरू करने में मदद मिली है। ‘आत्‍मनिर्भर’ पैकेज के तहत सरकार ने एमएसएमई और छोटे कारोबारियों को अतिरिक्त ऋण के रूप में 3 लाख करोड़ रुपये देने की अपनी योजनाओं की घोषणा की थी। इस तरह के उद्यम उन ब्याज दरों पर अतिरिक्त ऋणों के रूप में अपनी मौजूदा कर्जराशि का 20% तक प्राप्त करने के पात्र थे जिनकी सीमा तय कर दी गई थी। उधर, मार्च-अप्रैल 2020 में घोषित आरबीआई की विशेष तरलता (लिक्विडिटी) सुविधा के तहतसिडबी ने एनबीएफसीमाइक्रोफाइनेंस संस्‍थानों (एमएफआई) और बैंकों के लिए 10,220 करोड़ रुपये से भी अधिक मंजूर किए हैं, ताकि वे एमएसएमईऔर छोटे कर्जदारों या उधारकर्ताओं को ऋण दे सकें। राष्ट्रीय आवास बैंक (एनएचबी) ने 10,000 करोड़ रुपये की अपनी पूरी सुविधा को मंजूरी आवास वित्‍त कंपनियों के लिए दी है। सिडबी और एनएचबी की ओर से यह पुनर्वित्त उन चालू योजनाओं के अलावा है, जिनके माध्यम से 30,000 करोड़ रुपये से भी अधिक मंजूर किए गए हैं। एनबीएफसी और एमएफआई को विस्तारित आंशिक गारंटी योजना के तहत भी मदद दी जा रही हैजिसके तहत कुल मंजूरियां 5500 करोड़ रुपये का आंकड़ा पार कर गई हैं। 5000 करोड़ रुपये के और लेन-देन के लिए मंजूरी प्रक्रिया जारी है, जबकि कुछ अन्य सौदों के लिए अभी बातचीत चल रही है।


डीएम ने कहा पकड़ो पैसे मिठाई ले लेना

जब माझी को डीएम ने पकड़ाया दो हजार का नोट, बोले जाओ बच्चों के लिए मिठाई ले लेना

 

वाराणसी। 97 दिनों तक गंगा की लहरों पर नौका की आवाजाही पर वैश्विक महामारी कोरोना की वजह से पूर्ण रूप से बंदी थी। इसके बाद जिला प्रशासन ने इसका संज्ञान लिया और मंगलवार से नगर निगम में रजिस्टर्ड नौका को चलाने की अनुमति प्रदान कर दी। मंगलवार की सुबहनौकासंचालनकाजायज़ा लेने जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा भी गंगा घाट पहुंचे और उन्होंने नौका विहार किया।अपनी कार्यप्रणाली के लिए पूरे देश में चर्चित जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने नौका विहार के बाद नाविक शम्भू सहानी से पैसे पूछे तो शम्भू ने 100 रुपये बताये इसपर जिलाधिकारी ने 2000 रूपये निकलकर शम्भू को दिए और कहा बच्चों के लिए मिठाई लेते जाना।

गाजियाबाद पुलिस ने किया हत्या का खुलासा

अश्वनी उपाध्याय


गाज़ियाबाद। थाना टीला मोड़ और अपराध शाखा टीम ने तुलसी निकेतन इलाके में हुई हत्या का मुख्य हत्यारोपी शेरखान समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया हैं। पुलिस ने इनके पास से हत्या में शामिल चाकू और स्कूटी भी बरामद कर ली हैं। हालांकि, पुलिस ने हत्या में शामिल तीन आरोपियों को पूर्व में गिरफ्तार करते हुए उन्हें जेल भेज दिया हैं। आपको बताते चलें कि गत् 17 जून को समय करीब 8 बजे थाना टीला मोड़ के तुलसी निकेतन इलाके में रहने वाले बलराम सिंह ने पुलिस को एक लिखित तहरीर देते हुए बताया कि उसकी बेटी नैना के दिल्ली के सुंदर नगरी निवासी शेर खान ने चाकू मार दिया है, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गई हैं। जिसके बाद नैना को दिल्ली के जी.टी.बी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया था।



जिसके उपरांत थाना टीला मोड़ पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज करते हुए मामले की जांच शुरू कर दी थी। जिसको मद्देनज़र रखते पुलिस ने सलमान उर्फ आलू, आरिफ उर्फ आसिज और आमिर चौधरी को 24 घंटों के भीतर गिरफ़्तार करते हुए उन्हें जेल भेज दिया था तथा अन्य शेष आरोपियों की तलाश शुरू कर दी थी।

गौरतलब है कि एसएसपी कलानिधि नैथानी ने हत्या की इस घटना की संवेदनशीलता को देखते हुए एसपी सिटी के निर्देशन में दो टीमों का गठन किया गया था। जिसमें क्षेत्राधिकारी नगर प्रथम एवं क्षेत्राधिकारी नगर चतुर्थ को मुख्य आरोपी शेरखान की गिरफ्तारी के लिए निर्देशित किया गया था। इतना ही नहीं, मुख्य आरोपी को पकड़ने के लिए क्राइम ब्रांच को भी सक्रिय किया गया था।

आपको बता दें कि दोनों टीमों और क्राइम ब्रांच के अथक प्रयास के बाद इनामी मुख्य आरोपी शेरखान पुत्र अब्दुल वहीद निवासी थाना नंदनगरी दिल्ली को उस समय गिरफ़्तार कर लिया, जब वह अपने ठिकाने को बदलने के लिए अपने भाई इमरान व अपने बहनोई रिजवान पुत्र हैदर के साथ हर्ष विहार के पंचशील कॉलोनी जा रहा था।

दरअसल, पुलिस ने मुख्य आरोपी शेरखान को संरक्षण देने वाले उसके भाई इमरान और उसके बहनोई रिजवान को भी गिरफ़्तार कर लिया हैं, क्योंकि इन्होंने मुख्य आरोपी की गिरफ़्तारी में काफी बांदा उत्पन्न की थी। हालांकि, पुलिस ने पकड़े गए मुख्य आरोपी शेरखान से हत्या की घटना में शामिल चाकू भी बरामद कर लिया हैं। एसएसपी कलानिधि नैथानी ने मुख्य आरोपी शेरखान की गिरफ़्तारी के लिए 20 हज़ार रुपए का इनाम घोषित किया हुआ था। वहीं, एसएसपी ने अभियुक्तगणों के विरुद्ध गैंगस्टर एक्ट की भी कार्रवाई करने के लिए कड़े निर्देश दिए हैं।

बता दें कि पुलिस ने इस मामले में तीन आरोपी सलमान उर्फ आलू पुत्र सलीम, आमिर पुत्र अब्दुल हनीफ निवासी थाना नंदनगरी दिल्ली और तीसरे आसिफ उर्फ आरिज पुत्र जाकिर निवासी थाना साहिबाबाद को गिरफ़्तार करके उन्हें पूर्व में जेल भेज दिया हैं। वहीं, मुख्य आरोपी को पकड़ने वाली टीम में प्रभारी निरीक्षक रणसिंह, निरीक्षक अपराध शाखा संजय पांडे, उपनिरीक्षक नरेंद्र सिंह, उपनिरीक्षक अपराध शाखा पारस मलिक, कृष्ण कुमार शर्मा, वरिष्ठ सिपाही पंकज कुमार, राजेंद्र कुमार बालेंद्र सिंह, सिपाही मनोज कुमार, अवधेश मलिक निशांत और खुर्शीद शामिल रहें हैं। पुलिस ने पकड़े गए आरोपियों के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई करके इनको जेल भेज दिया हैं।

तीसरे पक्ष के हस्तक्षेप की आवश्यकता

लद्दाख। पूर्वी लद्दाख के गलवान में वास्तविक नियंत्रण रेखा के पास 15 जून को भारत और चीनी सैनिकों के बीच हिंसक झड़प के चलते दोनों पड़ोसी देशों के बीच इस वक्त तनाव चरम पर है। इस बीच भारत के पुराने दोस्त रूस ने कहा कि उन्हें ऐसा नहीं लगता है कि भारत और चीन के बीच विवाद सुलझाने के लिए किसी तीसरे पक्ष की जरूरत है।


भारत-रूस-चीन के विदेश मंत्रियों की मंगलवार को वर्चुअल बैठक के दौरान रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने भारत-चीन के बीच लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चल रहे तनानती का भी इस दौरान जिक्र किया और कहा कि उन्हें नहीं लगता है कि इसमें किसी तीसरे पक्ष के दखल की जरूरत है। लावरोव ने कहा, हम यह उम्मीद करते हैं कि स्थिति लगातार शांतिपूर्ण रहेगी और विवाद का शांतिपूर्ण समाधान किया जाएगा। भारत-चीन विवाद में तीसरे पक्ष की नहीं जरूरत-रूस के विदेश मंत्री



उन्होंने कहा, "मैं नहीं मानता हूं कि उन्हें मदद की जरूरत है खासकर जहां तक देश के मुद्दों की बात है। वे अपने दम पर इसका समाधान कर सकते हैं। रूसी विदेश मंत्री ने आगे कहा कि नई दिल्ली और बीजिंग ने शांतिपूर्ण समाधान को लेकर अपनी प्रतिबद्धता दिखाई है। उन्होंने रक्षा अधिकारियों, विदेश मंत्रियों के स्तर पर बात की है और दोनों पक्षों ने ऐसा कोई बयान नहीं दिया है जिससे यह संकेत मिलता हो कि कोई कूरूस को यूएनएससी की स्थाई सदस्यता में भारत को समर्थन


इस दौरान रूस ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की स्थाई सदस्यता का समर्थन किया है। रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा कि आज हम संयुक्त राष्ट्र में सुधार की समस्या पर बात करते हैं और भारत संयुक्त राष्ट्र में स्थाई सदस्यता के लिए मजबूत नॉमिनी है। हम भारत की उम्मीदवारी का समर्थन करते हैं।हजयशंकर बोले- अंतरराष्ट्रीय कानून के सम्मान की जरूरत विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मंगलवार को रूस-भारत-चीन (आरआईसी) के विदेश मंत्रियों की बैठक में हिस्सा लिया। उन्होंने इस दौरान अन्य देशों से कहा कि वे अंतरराष्ट्रीय कानून का सम्मान करें और साझेदारों के वैध हितों को पहचाने।


चीन के विदेश मंत्री वांग यी और रूस के अपने समकक्षीय सर्गेई लावरोव के साथ बातचीत के दौरान एस. जयशंकर ने दुनिया के शक्तिशाली देशों से कहा कि वे हर मायने में उदाहरण पेश करें। भारत-चीन सीमा विवाद का बिना जिक्र किए विदेश मंत्री ने अपनी राय व्यक्त करते हुए कहा कि देशों को अंतरराष्ट्रीय कानून का सम्मान करना चाहिए और साझेदारों के वैध हितों की पहचान करे। जयशंकर ने जोर देते हुए कहा कि बहुपक्षवाद का समर्थन करना और सामान्य अच्छी चीजों को बढ़ावा देना ही वैश्विक व्यवस्था को टिकाऊ बनाने का एक मात्र रास्ता है। उन्होंने कहा, विशेष बैठक अंतरराष्ट्रीय संबंधों में विश्वास के सिद्धांतों को दर्शाता है। लेकिन आज चुनौती अवधारणाओं और मानदंडों की नहीं बल्कि उनके व्यवहार की है।


तबादलाः चार जेलों के नए अधीक्षक बनें

चार वरिष्ठ जेल अधीक्षकों का तबादला, आशीष तिवारी लखनऊ जेल अधीक्षक बनाए गए

लखनऊ जेल अधीक्षक पीएन पांडेय को नैनी जेल भेजा गया

आरके जायसवाल कानपुर नगर के जेल अधीक्षक बनाए गए

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में चार वरिष्ठ जेल अधीक्षकों का तबादला कर दिया गया है। लखनऊ जेल अधीक्षक पीएन पांडेय को नैनी जेल भेज दिया गया है। कानपुर नगर जेल अधीक्षक आशीष तिवारी लखनऊ जेल अधीक्षक बनाए गए हैं। वहीं, बाराबंकी के जेल अधीक्षक आरके जायसवाल कानपुर नगर के जेल अधीक्षक बनाए गए हैं। हरिबक्श सिंह नैनी जेल से बाराबंकी जेल भेजे गए हैं। कुछ दिन पहले ही योगी आदित्यनाथ सरकार ने 14 आईपीएस अधिकारियों का तबादला कर दिया था। 69 हजार सहायक शिक्षक भर्ती मामले में हुए फर्जीवाड़े पर कार्रवाई करने वाले प्रयागराज के एसएसपी सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज को हटाकर वेटिंग में डाल दिया गया.उनकी जगह अभिषेक दीक्षित को प्रयागराज का नया एसएसपी बनाया गया है।

इसके अलावा अनंत देव को एसएसपी-डीआईजी कानपुर से डीआईजी एसटीएफ बनाया गया, दिनेश कुमार को एसएसपी सहारनपुर से एसएसपी कानपुर, एस. चनप्पा को एसपी शाहजहांपुर से एसएसपी सहारनपुर, एस. आनंद को एसपी अपराध डीजीपी मुख्यालय से एसपी शाहजहांपुर की जिम्मेदारी दी गई है।

इसी हफ्ते योगी सरकार ने 1988 और 1989 बैच के यूपी कैडर के 21 आईएएस अफसरों को अपर मुख्य सचिव पद पर प्रमोशन दिया। इनमें से 20 अधिकारी राज्य में और एक केंद्र में प्रतिनियुक्ति पर तैनात हैं।

पीएम की सर्वदलीय बैठक में बोली शिवसेना


पीएम मोदी की बैठक में चीन पर भड़की शिवसेना- भारत मजबूत है.. मजबूर नहीं, आंखें निकालकर हाथ में देंगे


अकाशुं उपाध्याय


नई दिल्ली। लद्दाख की गलवान घाटी में भारतीय सैनिकों और चीनी फौजियों के बीच हुई मुठभेड़ के बाद सीमा पर तनाव का माहौल है। ऐसे में शुक्रवार (जून 19, 2020) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सर्वदलीय बैठक की। बैठक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुई।



भारत-चीन मुद्दे पर हुई इस बैठक में सबसे पहले LAC पर वीरगति को प्राप्त होने वाले जवानों को श्रद्धांजलि दी गई। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सभी दलों के नेताओं को लद्दाख में सेना की तैनाती और अन्य जानकारी दी। रक्षा मंत्री ने आश्वासन दिया कि सेना मुस्तैदी के साथ गलवान में खड़ी है।


किस विपक्षी नेता ने क्या कहा?


ममता बनर्जी

इस बैठक में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पारदर्शिता की माँग की। उन्होंने कहा कि सीमा के हालात के बार में सरकार विपक्ष को समय-समय पर जानकारी दे। देश की अखंडता के लिए हम सरकार के साथ हैं। ममत बनर्जी ने सर्वदलीय बैठक को एकता के प्रदर्शन के लिहाज से अच्छा संदेश बताया और कहा कि यह दर्शाता है कि अपने जवानों के लिए हम सब एक हैं। टीएमसी सरकार के साथ खड़ी है।


एनसीपी प्रमुख शरद पवार

एनसीपी नेता शरद पवार ने कहा, सैनिकों ने हथियार उठाए या नहीं इसका फैसला अंतरराष्ट्रीय समझौतों से होता है। हमें ऐसे संवेदनशील मामलों का सम्मान करने की जरूरत है।


उद्धव ठाकरे, शिवसेनाःसर्वदलीय बैठक में शिवसेना प्रमुख और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने भी अपना मत रखा। उन्होंने कहा, “भारत शांति चाहता है। लेकिन इसका अभिप्राय ये बिलकुल नहीं है कि भारत कमजोर हैं। भारत मजबूत है, न कि मजबूर। हमारी सरकार में इतनी क्षमता है कि आँखें निकालकर हाथ में दे दे।”











यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें  सुनील श्रीवास्तव  मॉस्को। यूक्रेन द्वारा अमेरिका के 9 /11 जैसा अटैक करते हुए कजान पर ड्रोन ...