मंगलवार, 23 जून 2020

आइए व्यापार के बारे में जानते हैं

कविता गर्ग


नई दिल्ली। देश में फैले कोरोना संक्रमण ने उद्योग जगत के साथ ही लोगों की नौकरी को भी खतरे में डाल दिया है। लॉकडाउन के दौरान कई फैक्ट्रियों के बंद रहने से मजदूरों और कर्मचारियों की नौकरी छीन गई। लेकिन लॉकडाउन में ढील के साथ ही एक बार फिर से जीवन ने रफ़्तार पकड़ी है। इस आपदा के समय हर कोई व्यक्ति अपना खुद का बिजनेस शुरू करना चाहता है, आज हम आपको एक ऐसे बिजनेस के बारे में बताने जा रहे हैं जिसके लिए ना तो आपको बहुत ज्यादा पढ़ा लिखा होने की जरुरत है और ना ही बहुत अधिक पैसों की आवश्यकता है।


ये बिजनेस है पोल्ट्री फार्म का, इसका नाम सुनते ही सबसे पहले दिमाग ये बात आती है कि संक्रमण के कारण लोगों ने चिकन, मांस और अंडा खाने से बच रहे हैं। लेकिन डब्ल्यूएचओ (WHO) की गाइडलाइन के मुताबिक़ अभी तक इस बात की कोई पुष्टि नहीं हुई है। मार्केट में एक बार फिर से चिकन की डिमांड बढ़ने लगी है। इस बिजनेस में नुकसान होने के चांस भी ज्यादा नहीं होते क्योंकि लोगों की अंडे और चिकन की डिमांड 12 महीने बनी रहती है। तो आइए जानते हैं किस तरह शुरू करें ये बिजनेस:-


पोल्ट्री फार्म को कृषि क्षेत्र का सबसे तेज़ी से विकास करने वाला विभाग माना जाता है और सरकार विकास को आगे बढ़ाने के लिए प्रोसेसिंग, प्रजनन, पालन और हैचिंग प्रक्रियाओं में निवेश कर रही है।


बिजनेस शुरू करने के लिए जगह


मुर्गी पालन की शुरुआत करने के लिए सबसे पहले जगह की आवश्यकता होती है। इस बिजनेस के लिए छोटे स्तर पर ज्यादा जगह की जरूरत नहीं होती लेकिन बड़े स्तर पर बिजनेस शुरू करने के लिए बड़ी जगह चाहिए होती है। इसके लिए जगह हमेशा पब्लिक एरिया थोड़ा अलग होना चाहिए। इसमें ज्यादा पानी की जरुरत नहीं पड़ती बस सफाई का विशेष ध्यान देना जरुरी है। साफ हवा-धूप और वाहनों के आने-जाने का अच्छा इंतजाम हो। सबसे पहले आती है पैसों की बात-अगर आप छोटे पैमाने पर पोल्ट्री फार्म शुरू करना चाहते हैं तो कम से कम 50,000 रूपये से 1.5 लाख रुपये के बीच खर्च आएगा। और अगर इसी बिजनेस को और अधिक बड़े स्टार पर सेटअप करना का सोच रहें हैं तो लगभग 1.5 लाख रूपये से 3.5 लाख रूपये के बीच खर्च आता है। पोल्ट्री व्यवसाय शुरू करने के लिए कई फाइनेंशियल संस्थानों से बिज़नेस लोन लिया जा सकता है।


दो तरह से होती है कमाई-पोल्ट्री फार्मिंग के बिजनेस में दो तरह से कमाई होती है अंडे और मांस से। इसमें अंडे के उत्पादन की प्रक्रिया और ब्रायलर प्रजनन की प्रक्रिया की जानकारी लेना होता है। साथ ही उपयोग किए जाने वाले उपकरण की पूरी जानकारी जरुरी है। इसके लिए सरकार की ‘ब्रायलर प्लस’ योजना के तहत सभी जानकारी मिल जाती है। इस बिजनेस से दूसरों को रोजगार दिया जा सकता है। इस तरह करें अप्लाई-पोल्ट्री फार्मिंग के लिए किसी भी सरकारी बैंक से लोन लिया जा सकता है। भारतीय स्टेट बैंक इस बिजनेस ले के लिए कुल लागत का 75 फीसदी तक लोन देता है। इस योजना का नाम ‘ब्रायलर प्लस’ योजना रखा गया है। SBI से 9 लाख रुपये तक का लोन लिया जा सकता है जिसे 5 साल में चुकाना होता है।


भारतीय स्टेट बैंक में 5,000 मुर्गियों के पोल्ट्री फार्म के लिए 3,00,000 रुपये तक का कर्ज दिया जाता है। यहां से आप 9 लाख रुपये तक का कर्ज ले सकते हैं। एसबीआई से लिए लोन को 5 साल में वापस करना होता है। अगर किसी वजह से 5 साल में लोन नहीं चुका पा रहे हैं तो 6 महीने का और समय दिया जाता है। सबसे पहले पहचान प्रमाण पत्र के लिए ड्राइविंग लाइसेंस, वोटर आईडी, पैन कार्ड या पासपोर्ट में से किसी एक की जरूरत होती है। दो फोटो, एड्रेस प्रूफ, बैंक अकाउंट स्टेटमेंट की फोटो कॉपी और मुर्गी पालन की प्रोजेक्ट रिपोर्ट बैंक में देनी होता है।



39 आईपीएस अधिकारियों का तबादला

39 IPS अधिकारियों का तबादला आदेश जारी







भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना संकट के बीच प्रशासनिक अधिकारियों और कर्मचारियों के तबादले का दौर लगातार जारी है। इसी कड़ी में सरकार ने आज भी आईपीएस अधिकारियों का तबादला आदेश जारी किया है। जारी आदेश में 39 आईपीएस अधिकारियों का नाम शामिल है। यह आदेश मंत्रालय वल्लभ भवन के गृह विभाग से जारी किया गया है।


बता दें कि सरकार ने आज ही प्रदेश बड़ी संख्या में डीएसपी स्तर के अधिकारियों के तबादले किए गए हैं। राज्य शासन ने इसके आदेश जारी किए हैं। जारी आदेश के अनुसार आशुतोष द्विदी को SDOP देवसर, जिला-सिंगरौली भेजा गया है। वहीं सुमित अग्रवाल को SDOP दतिया बनाया गया है। सतीश दुबे को डीएसपी-पीएचक्यू की जिम्मेदारी दी गई है।







विधायक सहित 24 संक्रमित मिले

धौलपुर। राजस्थान में कोरोना विस्फोटक स्थिति में पहुंचता जा रहा है। जयपुर, जोधपुर के बाद भरतपुर और अब इससे सटा धौलपुर जिला भी कोरोना का नया डेस्टिनेशन बन गया है। सोमवार को धौलपुर के बाड़ी कस्बे में कोराना का विस्फोट हुआ। यहां एक साथ 24 कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। इसमें से सबसे ज्यादा 18 लोग तो स्थानीय कांग्रेस विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा के परिवार से हैं। विधायक के परिवार में 4 पॉजिटिव मरीज पहले पाये जा चुके हैं। उनके परिवार में अब तक कुल 22 पॉजिटिव मरीज पाये जा चुके हैं। बाड़ी में कोरोना संक्रमितों की संख्या 130 पर जा पहुंची है।


बाड़ी में हुए कोरोना विस्फोट के बाद जिला कलेक्टर राकेश जायसवाल तथा पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छावा बाड़ी पहुंचे और हालात का जायजा लिया। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. गोपाल गोयल ने बताया कि विधायक की पत्नी समेत उनके परिवार में 18 सदस्य कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। उनके परिवार में 4 पॉजिटिव पहले सामने आ चुके हैं। प्रशासन ऐहतियात के सभी जरूरी कदम उठा रहा है। धौलपुर में अब तक कुल 440 पॉजिटिव मरीज पाये जा चुके हैं। चिकित्सा विभाग उन्हें होम आइसोलेशन में भेज दिया है। चिकित्सकों की टीम घर पर ही उनका उपचार शुरू कर दिया है।


विधायक के परिवार में यूं हुई शुरुआत


गत 14 जून को विधायक मलिंगा का भतीजा कोविड पॉजिटिव पाया गया था। वह बाड़ी के सरकारी डिस्पेंसरी में मेल नर्स है. वहां से वह संक्रमित हो गया। इस पर चिकित्सा विभाग ने मलिंगा के परिवार के कुछ लोगों के सेम्पल लिए तो एक भाई और उसके दो बच्चे भी संक्रमित निकले, लेकिन स्वयं विधायक सिंह की रिपोर्ट निगेटिव आई। परिवार में तीन और कोरोना पॉजिटिव मिलने पर 20 जून को पूरे परिवार के कोविड सेम्पल एकत्रित किए गए। उसकी सोमवार को रिपोर्ट आई तो 18 सदस्य पॉजिटिव पाये गए हैं।


विपक्ष ने योगी सरकार पर हमला बोला


लखनऊ । कानपुर के सरकारी बाल संरक्षण गृह में 57 बच्चियों के कोरोना पॉजिटिव और 7 बच्चियों के गर्भवती होने पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और पू्र्व सीएम अखिलेश यादव ने सरकार पर हमला बोला है। इस मामले में राज्य महिला आयोग ने भी कानपुर के डीएम से जवाब मांगा है। कानपुर के बाल संरक्षण गृह को अब सील कर सेनिटाइज किया जा रहा है। यहां रहने वाली 173 बच्चियों में से 57 कोरोना की शिकार पाई गई हैं। 7 बच्चियां गर्भवती हैं, जिनमें से 5 को कोरोना भी हो गया है।




कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने फेसबुक पर लिखा, ‘कानपुर के सरकारी बाल संरक्षण गृह में 57 बच्चियों की कोरोना की जांच होने पर एक हैरानी की बात सामने आई कि 2 बच्चियां निकलीं और एक को एड्स निकला। मुजफ्फरपुर (बिहार) का किस्सा देश के सामने है। यूपी के देवरिया में भी ऐसा मामला सामने आया था। इसलिए लगता है कि जांच के नाम पर सब दबा दिया जाताहै।’
उत्तरप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ट्वीट किया, ‘कानपुर के बाल संरक्षण गृह से आई खबर से यूपी में आक्रोश है। कुछ नाबालिग लड़कियों के गर्भवती होने का भी गंभीर खुलासा हुआ है। इनमें 57 कोरोना से और एक एड्स से भी ग्रसित है। इनका तत्काल इलाज हो। सरकार शारीरिक शोषण करने वालों के खिलाफ तुरंत जांच बैठाए।’ प्रशासन का कहना है कि जिन जिलों से बच्चियां आई हैं। वहां इनके शारीरिक शोषण का केस पहले से चल रहा है। ऐसे मामले जो आते हैं वह सीडब्ल्यूसी या कोर्ट के माध्यम से आते हैं।
ये मामला सामने यूं आया कि 12 तारीख को सरकार ने सभी शेल्टर होम में रेंडम तरीके से कोरोना का टेस्ट कराने का आदेश दिया। कानपुर के शेल्टर होम में 173 बच्चियां हैं, इनमें से 63 शोषण का शिकार होकर आई हैं। जिनके मामलों में पोस्को एक्ट में केस चल रहे हैं। 5 बच्चियों का कारोना का टेस्ट हुआ तो 1 पॉजिटिव आई। फिर 173 बच्चियों का टेस्ट हुआ तो 57 पॉजिटिव मिले, 7 बच्चियां गर्भवती हैं, जिनमें 5 कोरोना की भी शिकार हैं। इस मामले में कानपुर की पूर्व सांसद सुभाषिनी अली का कहना है,’बलात्कार पीड़ितों को ये ऑप्शन मिलता है, ये अधिकार है कि वो गर्भ को गिराने की मांग कर सकती है। क्या इस विकल्प के बारे में उनका जानकारी दी गई? अगर नहीं दी गई तो क्यों? आखिर इन बच्चियों के बच्चों की जिम्मेदारी कौन लेगा?’
उधर राज्य महिला आयोग ने भी कानपुर डीएम से मामले पर जवाब मांगा है। राज्य महिला आयोग की सदस्य सुनीता बंसल ने कहा, ‘हालांकि डीएम ने ऐसी किसी बात को नकार दिया है लेकिन फिर भी राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष विमला बाथम ने इस पूरे मामले पर डीएम से रिपोर्ट मांगी है, डिटेल्स के साथ की आखिर ये महिलाएं कब गर्भवती हुई और कहां लापरवाही की गई जहां इतनी बड़ी संख्या में महिलाएं कोरोना संक्रमित हो गईं।



सऊदी अरब के लोग ही कर पाएंगे हज

रियाद। कोरोना वायरस संक्रमण के दौर में भी 2020 में सऊदी अरब हज का आयोजन करेगा। लेकिन इस बार केवल सऊदी अरब में रह रहे लोग ही हज कर पाएंगे। सऊदी अरब सरकार के हज और उमरा मामलों के मंत्रालय ने सोमवार को बयान जारी करके बताया है कि कोरोना वायरस संक्रमण के चलते इस बार सीमित हाजियों को ही हज करने की इजाजत होगी। इस बयान में कहा गया है कि इस साल कोरोना संक्रमण को देखते हुए दूसरे देशों से आने वाले हाजियों की अनुमति नहीं होगी। अधिकारियों के मुताबिक सोशल डिस्टेंसिंग के प्रावधानों के चलते ही यह फ़ैसला लिया गया है। बयान में कहा गया है कि लोगों में कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए दूसरे तमाम सुरक्षात्मक प्रावधान भी अपनाए जाएंगे। इस्लामिक कैलेंडर चांद के हिसाब से बदलते रहते हैं लेकिन हज बकरीद के समय में होता है. इस बार हज का आयोजन अगस्त के पहले सप्ताह में हो रहा है। इस्लाम के पांच बुनियादी स्तंभ हैं, इसमें सबसे आख़िरी हज माना जाता है। शारीरिक रूप से ठीक और आर्थिक रूप से संपन्न मुसलमान जीवन में कम से एक बार हज करने की इच्छा रखते हैं।


 यही वजह है कि हर साल 20 लाख से ज़्यादा मुसलमान हज के लिए मक्का पहुंचते हैं। हालांकि इस बार दूसरे देशों से मुसलमान हज करने के लिए सऊदी अरब नहीं जा पाएंगे। वैसे कोरोना संकट को देखते हुए इस साल हज यात्रा स्थगित होने के भी कयास लगाए जा रहे थे। अप्रैल महीने में हज मामलों के मंत्री मोहम्मद सालेह बंतेन ने कहा था कि सऊदी अरब हाजियों की सुरक्षा को लेकर फ़िक्रमंद है और लोगों से उन्होंने गुज़ारिश की है कि वे अपनी बुकिंग को लेकर किसी भी तरह की कोई जल्दबाज़ी न दिखाएं। कोरोना वायरस के संक्रमण के ख़तरे को देखते हुए उमरा को भी बंद रखा गया था। उमरा के लिए यात्रा पर पाबंदी मार्च में कोरोना लॉकडाउन की पाबंदी के साथ ही लगाई गई थी। सऊदी अरब में कोरोना संक्रमण के कुल मामले एक लाख 61 हज़ार से ज़्यादा हो चुके हैं। जबकि अब तक देश में एक हज़ार 307 लोगों की मौत हुई है। पिछले सप्ताह के अंत में सऊदी अरब ने लॉकडाउन हटाया है।


भाजपा सांसद प्रज्ञा की तबीयत बिगड़ी

भोपाल। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर की तबीयत आज अचानक बिगड़ गई। वह भोपाल स्थित बीजेपी कार्यालय में डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि पर प्रदर्शनी के उद्घाटन कार्यक्रम में शामिल होने पहुंची थीं। फिलहाल, उन्हें घर ले जाया गया है।


बताया जा रहा है कि लॉकडाउन की शुरुआत से ही बीजेपी सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर का दिल्ली में इलाज चल रहा था। अनलॉक की शुरुआत के बाद बीजेपी सांसद साध्वी प्रज्ञा भोपाल लौट आई थीं और आज वह बीजेपी दफ्तर में एक कार्यक्रम में शामिल होने पहुंची थीं। कार्यक्रम में पहुंचने के थोड़ी देर बाद बीजेपी सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर की तबीयत बिगड़ने लगी और उन्हें चक्कर आने लगा। पास में मौजूद सिक्योरिटी स्टाफ से उन्होंने अपनी तकलीफ को बताया। इसके बाद आनन-फानन में उन्हें कुर्सी पर बैठाया गया और पानी पिलाया गया।


फिलहाल, बीजेपी सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर को उनके घर पर ले जाया गया है, जहां एक मेडिकल टीम भी पहुंच गई है। मेडिकल टीम उनकी जांच करेगी। साध्वी प्रज्ञा की आंखों का इलाज चल रहा है। इस वजह से उन्हें हाईडोज दवाएं खानी पड़ रही हैं। माना जा रहा है कि इस वजह से उनकी तबीयत खराब हुई होगी।


वायरस के साथ महाराष्ट्र में जल संकट


मुंबई। मुंबई में कोरोना का सबसे ज्यादा असर होने से लोग भय के माहौल में हैं। वहीं अब जल संकट भी पैदा हो गया है। दरअसल मुंबई को पीने के पानी की सप्लाई करने वाले सात झीलों और बांधों में अब सिर्फ ४२ दिनों का पानी बचा रह गया है। मॉनसून के पहले महीने में ही अपेक्षाकृत कम बारिश होने के कारण झीलों का पानी बढ़ा नहीं है। ऐसे में साफ है कि आने वाले दिनों में पानी की किल्लत होगी। हालांकि, मुंबई महानगरपालिका के अधिकारियों का कहना है कि फिलहाल इससे चिंता की कोई बात नहीं है। लोगों को पैनिक नहीं करना चाहिए। मौसम विभाग ने इस बार मॉनसून की अच्छी बारिश का पूर्वानुमान किया है। बारिश होने पर झीलों में पानी का लेवल भी बढ़ जाएगा। बताया जा रहा है कि वर्तमान समय में मुंबई में पानी की का स्टॉक कुल स्टॉक का सिर्फ १०.६८ प्रतिशत है। रविवार तक सभी सात झीलों में उपयोगी जल भंडार १.५४ लाख लीटर है, जबकि कुल स्टोरेज क्षमता १४.४७ लाख लीटर है। पिछले साल सातों झीलों-ऊपरी वैतरणा, मध्य वैतरणा, मोदक सागर, तानसा, भातसा, विहार और तुलसी में सामूहिक रूप से एक ही समय के दौरान ८२,८२९ लीटर पानी (5.72 प्रतिशत) था। हालांकि, नवंबर 2018 की तुलना में इस साल पानी का स्टॉक 13.09 प्रतिशत से कम है। साल २०१८ में मनपा ने पूरे मुंबई में 10 प्रतिशत पानी की कटौती की थी। बता दें कि मुंबई को प्रतिदिन औसतन ४,२०० मिलियन लीटर की पानी की जरूरत होती है, लेकिन मनपा ३,७५० मिलियन लीटर पानी की सप्लाई ही कर पाता है। फिलहाल मनपा ने पानी की कटौती की कोई फैसला नहीं लिया है। अच्छी बारिश होने का इंतजार किया जा रहा है। रविवार को मनपा की रिपोर्ट के अनुसार, मोदक सागर में २५ प्रतिशत पानी का स्टॉक उपलब्ध है, तानसा में 11.37 प्रतिशत, मध्य वैतरणा में १४.२३ प्रतिशत, भातसा में 9.72 प्रतिशत, विहार में 22.27 प्रतिशत और तुलसी में उपयोगी जल स्तर का ३०.६४ प्रतिशत है। अपर वैतरणा में कोई उपयोगी जल भंडार नहीं बचा है। ये झीले ठाणे और पालघर जिलों में स्थित हैं, जबकि उनके जलग्रहण क्षेत्र नासिक, ठाणे और पालघर जिलों में हैं।



5 से 10 के बीच प्रयागराज आएगी 'राष्ट्रपति'

5 से 10 के बीच प्रयागराज आएगी 'राष्ट्रपति'  बृजेश केसरवानी  प्रयागराज। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू पांच से 10 फरवरी के बीच आएगी। मुख्य...