मंगलवार, 23 जून 2020

दिल्ली कोर्ट रूम में महिला के साथ रेप

नई दिल्ली। राउज एवेन्यू कोर्ट के एक कमरे में 38 वर्षीय महिला के साथ कथित रूप से बलात्कार किए जाने का मामला सामने आया है। पुलिस ने यह जानकारी दी।


पुलिस ने कहा कि सोमवार को सामने आई घटना के संबंध में एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। महिला ने अपने बयान में आरोप लगाया कि राउज एवेन्यू कोर्ट के एक कर्मचारी ने अदालत के एक कमरे में उसके साथ बलात्कार किया। पुलिस ने कहा कि महिला का मेडिकल टेस्ट किया जा चुका है। पुलिस उपायुक्त (मध्य) संजय भाटिया ने कहा कि आईपी एस्टेट थाने में मामला दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस मामले की गहनता से जांच कर रही है।


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस    (हिंदी-दैनिक)


  जून 24, 2020, RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-316 (साल-01)
2. बुधवार, जूूून 24, 2020
3. शक-1943, अषाढ़, शुक्ल-पक्ष, तिथि- चतुर्थी, विक्रमी संवत 2077।


4. सूर्योदय प्रातः 05:31,सूर्यास्त 07:28।


5. न्‍यूनतम तापमान 29+ डी.सै.,अधिकतम-41+ डी.सै.।


6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
7. स्वामी, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहींं है।


8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।


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(सर्वाधिकार सुरक्षित)


सोमवार, 22 जून 2020

साधना के लिए परम श्रेष्ठ, गुप्त नवरात्रि

आदिकाल से ही नवरात्रि को सनातन धर्म का सबसे पवित्र और शक्ति दायक पर्व माना गया है। एक वर्ष में चार नवरात्रि दो गुप्त और दो सामन्य कहे गए हैं। गुप्त नवरात्रि आषाढ़ शुक्ल प्रतिपदा और वर्षा ऋतु के मध्य आरंभ होता है। यह नवरात्रि गुप्त साधनाओं के लिए परम श्रेष्ठ कहा गया है। इस समय की गई साधना जन्मकुंडली के समस्त दोषों को दूर करने वाली तथा चारों पुरुषार्थ धर्म, अर्थ, काम और कोक्ष को देने वाली होती है। इसका सबसे महत्वपूर्ण समय रात्रि 12 बजे से सूर्योदय तक अधिक प्रभावशाली बताया गया है। गुप्त नवरात्रि का संबंध सूर्य संक्रांतियों से निगम शास्त्र में संपूर्ण विश्व की रचना का आधार सूर्य को माना गया है। ‘सूर्य रश्मितो जीवो भी जायते’ अर्थात- सूर्य की किरणों से ही जीव की उत्पत्ति हुई अतः सूर्य ही जगतपिता है। आषाढ़ के शुक्ल पक्ष के नवरात्रि में सूर्य का निवास ‘अनाहत चक्र’ में होता है जिससे इसका वर्ण अरुण होता है। यही अरुण वर्ण शक्ति का प्रतीक है। इसके बारह दल बारह राशियों के प्रतीक बताए गए हैं। सूर्य की संक्रांतियों के अनुसार ही नवरात्रि पर्व माना गया है जैसे, गुप्त नवरात्रि आषाढ़ संक्रांति और मकर संक्रांति के मध्य पढ़ते हैं यह सायन संक्रांति के नवरात्रि हैं जिनमें मकर संक्रांति उत्तरायण और कर्क संक्रांति दक्षिणायन की होती है।  बाकी दो गुप्त नवरात्रि के अतिरिक्त सामान्य नवरात्रि चैत्र शुक्ल प्रतिपदा और आश्विन शुक्ल प्रतिपदा से आरंभ होता है। इसी तरह यह गुप्त नवरात्रि आषाढ़ शुक्ल प्रतिपदा और वर्षा ऋतु के मध्य आरंभ होता है वर्षा ऋतु के मध्य पढ़ने वाला यह नवरात्रि गुप्त साधनाओं के लिए परम श्रेष्ठ कहा गया है। सूर्य की आषाढ़ संक्रांति के मध्य सभी देवता आषाढ़ शुक्ल प्रतिपदा से नवमी तक शक्ति की आराधना करते हैं। दसवें दिन पारण करके एकादशी के दिन सभी देवता शयन करने चले जाते हैं। यही आषाढ़ शुक्ल एकादशी देवशयनी एकादशी के नाम से जानी जाती है। चार माह के  शयन के बाद कार्तिक शुक्ल एकादशी को फिर देव जागते हैं जिसे हरिप्रबोधिनी एकादशी कहते हैं। गुप्त नवरात्रि का संबंध सूर्य संक्रांतियों से इन चार माह में देवताओं के शयन के परिणाम स्वरुप आग्नेय एवं ऐन्द्रप्राण की शक्ति कम हो जाती है और आप्यप्राण यानी आसुरी शक्तियों का बोलबाला रहता है। इन आसुरी शक्तियों का प्रभाव कार्तिक कृष्ण चतुर्दशी तक रहता है जिसे आप नरक चतुर्दशी भी कहते हैं।


यही दरिद्रता की देवी नृऋती की अंतिम अवधि है। इनके दुष्प्रभाव से बचने के लिए गुप्त नवरात्रि में शक्ति आराधना का अति महत्व हैं। इनके कोप से दैवी आपदा, पुत्र संतान और वैधव्य की आशंका रहती है। इस गुप्त नवरात्रि में दुख के मूल कारण रूद्र, वरुण और नृऋती की आराधना से एक दैविक और भौतिक त्रिबिध तापों से मुक्ति मिलती है। तांत्रिक जगत में इस नवरात्रि का अधिक महत्व होता है क्योंकि, देवताओं के शयनकाल के समय आसुरी शक्तियों की साधना करने वालों को अपनी मंजिल तक पहुंचना आसान रहता है। सामान्य जन इसमें मंत्र जाप और पूजा पाठ करके अपनी शक्तियों को बढ़ाकर इन चार दुखों के देवताओं के प्रकोप से बचे रहते हैं। गुप्त नवरात्रि के मध्य ‘माँ आदि शक्ति का महामंत्र ‘ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे’ का प्रतिदिन जप करने से समस्त कष्टों से मुक्ति मिलती है।


भ्रष्टाचार के आकंठ में डूबी योगी सरकार




भ्रष्टाचार के आकंठ में डूबी योगी सरकार- अरुण विद्यार्थी

जिला मुख्यालय में पहुंचकर कांग्रेसियों ने सौंपा राज्यपाल के नाम संबोधित ज्ञापन

कौशाम्बी। उत्तर प्रदेश में योगी सरकार की भ्रष्टाचार के खिलाफ कांग्रेस पार्टी ने “पोल-खोल”अभियान की शुरुआत की है। जो सरकार के द्वारा यूपी में 69000 शिक्षक भर्ती घोटाला, पशुधन घोटाला किया है जो आम जनमानस के खिलाफ है। उक्त बातें जिला अध्यक्ष अरुण विद्यार्थी ने  सोमवार को राज्यपाल के नाम संबोधित ज्ञापन अपर जिलाधिकारी को सौंपते हुए कही। इस मौके पर बोलते हुए पार्टी के प्रदेश सचिव व प्रभारी विवेकानंद पाठक ने कहा कि शिक्षक भर्ती घोटाले में पार्टी के एक नेता का सम्मिलित होना और उसका जेल जाना यह साबित करता है कि पार्टी के कई बड़े चेहरे भी इस काले कारनामे में शामिल हैं।

यही नहीं पशुधन घोटाला भी सरकार की भ्रष्टाचार को साबित करता है जहां विधानसभा में बैठकर फर्जी तरीके से लोगों को लूटा गया है। इस मौके पर बोलते हुए कौशाम्बी कांग्रेस जिला अध्यक्ष  विद्यार्थी ने कहा कि भ्रष्टाचार के इन तमाम मुद्दों पर एक आंदोलन चलाना है।

इस मौके पर प्रमुख रूप से शाहिद सिद्दीकी,  तलत तजीम, बरसाती लाल पंडा, आशीष कुमार मिश्रा पप्पू, वेद प्रकाश सत्यार्थी, रजनीश पांडे, शमीम आलम, फैसल अली, मोहम्मद खालिद, अनिल पांडे, जितेंद्र शर्मा, विनोद चौधरी, मथुरा दुबे, असगर मदनी, युनुस अंसारी, आबिदा बेगम, भारत गौतम, राजकुमार, चितानी लाल दिवाकर, सरदार हुसैन रिजवी, फूलचंद पासी, योगेंद्र सिंह, राजेंद्र मिश्रा, संतोष पटेल, इब्ने अली, अली अहमद, प्रदीप सक्सेना, अली अहमद, राजेंद्र प्रसाद, इज़हार अब्बास, आबिदा बेगम, गुलाब कली,  शांति देवी, पूजा सहित बड़ी संख्या में कांग्रेसी मौजूद रहें।

राजकुमार




 








 

सेना को 500 करोड़ के हथियार लेने का हक


  • रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सीडीएस बिपिन रावत, सेनाध्यक्ष जनरल एमएम नरवणे, वायुसेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया और नौसेना प्रमुख करमबीर सिंह से बात की

  • करीब 6 हफ्ते से भारत और चीन के बीच लद्दाख में तनाव चल रहा है, 15 जून की रात चीन और भारत के सैनिकों में हिंसक झड़प हुई थी, इसमें 20 जवान शहीद हो गए थे


नई दिल्ली। गलवान घाटी में चीन की सेना से हिंसक झड़प के बाद सरकार ने सेना का हौसला बढ़ाने के लिए कई कदम उठाए हैं। सेना को 500 करोड़ तक के हथियार खरीदने के अधिकार दिए गए हैं। इसके अलावा सेना ने नियमों में बदलाव करते हुए लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) पर असाधारण परिस्थितियों में जवानों को हथियारों के इस्तेमाल की भी इजाजत दे दी गई है।


न्यूज एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के हवाले से बताया कि नियमों में बदलाव के तहत फील्ड कमांडरों को यह अधिकार दिया गया है कि वे विशेष परिस्थितियों में अपने जवानों को हथियारों के इस्तेमाल की इजाजत दे सकते हैं।


दरअसल, गलवान में हुई झड़प के दौरान भारतीय जवानों ने इसलिए हथियारों का इस्तेमाल नहीं किया था, क्योंकि 1996 और 2005 में हुए समझौते में ऐसा ना करने पर चीन और भारत में सहमति बनी थी। दोनों देशों में इस बात पर भी समझौता हुआ था कि उनकी सेनाएं एलएसी के 2 किलोमीटर के दायरे में विस्फोटकों और हथियारों का इस्तेमाल नहीं करेंगी।



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रक्षा मंत्री ने सीडीएस और तीनों सेनाओं के प्रमुखों से बैठक कीकहा- सख्ती से निपटें


केंद्र ने अब आर्म्ड फोर्सेज को पूरी छूट दे दी है। न्यूज एजेंसी ने सूत्रों के हवाले से बताया कि सेनाओं को धरती, आसमान और समुद्री इलाके में चीन की किसी भी तरह की घुसपैठ को रोकने के लिए सख्त रवैया अख्तियार करने के लिए कहा गया है।


रविवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) बिपिन रावत समेत सेनाध्यक्ष जनरल एमएम नरवणे, एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया और नौसेना प्रमुख करमबीर सिंह से बात की। इसी में उन्होंने सेनाओं को लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) पर चीन से सख्ती से निपटने के निर्देश दिए।


15 जून की रात को गलवान में हुई थी दोनों देशों के सैनिकों के बीच झड़प 
करीब 6 हफ्ते से भारत और चीन के बीच लद्दाख में तनाव चल रहा है। 15 जून की रात चीन और भारत के सैनिकों में हिंसक झड़प हुई थी। चीन के सैनिकों ने कंटीले तार वाले डंडों से भारतीय जवानों पर हमला किया था, जिसमें 20 जवान शहीद हो गए। भारत ने भी चीन के 40 से ज्यादा सैनिकों के मारे जाने की बात कही है, लेकिन चीन ने अब तक अपने मारे गए सैनिकों की संख्या नहीं बताई है।



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भारत ने कहा- गलवान घाटी पर चीन के दावे मंजूर नहीं



  • भारत सरकार का कहना है कि गलवान घाटी पर चीन के दावे मंजूर नहीं हैं। ये चीन के खुद के पहले के रुख के उलट हैं। गलवान पर स्थिति लंबे समय से साफहै। एलएसी से पूरी तरह वाकिफ हैं और इसका पालन करते हैं। भारत ने कभी एलएसी पार नहीं की। भारतीय सैनिक इस क्षेत्र में लंबे समय से गश्त कर रहे हैं। सभी निर्माण भारत की हद के अंदर ही हैं। भारत के नक्शे में सीमा स्पष्ट है। 60 साल में 43 हजार वर्ग किमी क्षेत्र पर अतिक्रमण के बारे में देश जानता है। सरकार एलएसी में एकतरफा परिवर्तन की इजाजत नहीं देगी।

  • उधर, चीन लगातार गलवान घाटी को अपनी सीमा में बता रहा है। उसका कहना है कि गलवान घाटी चीन का हिस्सा है और एलएससीसे हमारी तरफ है। भारतीय सैनिक यहां पर जबरन रोड और ब्रिज बना रहे हैं।


दिल्ली में आतंकी घुसपैठ की कोशिश

नई दिल्ली । वैश्विक महामारी कोरोना के संक्रमण से राजधानी पहले से ही परेशान हैं। वहीं, इसका फायदा उठाकर आतंकी दिल्ली में घुसपैठ की कोशिश में लगे हुए हैं। ताजा खुफिया इनपुट में जानकारी मिली है कि कश्मीर से चार से पांच की संख्या में आतंकी राजधानी में घुसने की फिराक में हैं। इसकी सूचना के बाद दिल्ली की सुरक्षा को हाइ अलर्ट पर कर दिया गया है। जगह-जगह पर वाहनों की गहन जांच की जा रही है। दिल्ली पुलिस सहित अन्य सुरक्षा एजेंसियां सतर्कता के साथ छानबीन में जुट गई है।


आतंकियों का एक समूह वारदात के लिए कश्मीर से दिल्ली में घुसने की कोशिश में


पुलिस सूत्रों के मुताबिक खुफिया एजेंसियों को जानकारी मिली थी कि आतंकियों का एक समूह वारदात के लिए कश्मीर से दिल्ली में घुसने की कोशिश में हैं। चार से पांच की संख्या में अातंकी जम्मू-कश्मीर से ट्रक में सवार होकर दिल्ली पहुंच सकते हैं। यह भी कहा गया कि ट्रकों की जांच-पड़ताल तेज होने पर दहशतगर्द बस, कार अथवा टैक्सी का भी प्रयोग कर सकते हैं।


बढ़ी शहर की सुरक्षाः इसकी जानकारी के बाद से ही पुलिस ने दिल्ली की सुरक्षा को हाई अलर्ट पर कर दिया है। इसके तहत जम्मू से दिल्ली अाने वाले ट्रक सहित तमाम वाहनों पर पुलिस सहित अन्य सुरक्षा एजेंसियों कड़ी नजर रखनी शुरू कर दी है।


सीमावर्ती इलाकों में पुलिस बरत रही विशेष चौकसी


जम्मू-कश्मीर से दिल्ली आने वाले रास्ते में जहां नाकों पर वाहनों की गहन जांच की जा रही है। वहीं, जगह-जगह बैरिकेड लगाकर पुलिसकर्मी संदिग्ध वाहनों को रोककर उसकी तलाशी ले रहे हैं। सीमावर्ती इलाकों में पुलिस विशेष चौकसी बरत रही है, ताकि संदिग्ध को अंजाम से पहले दबोचा जा सके। वहीं, राजधानी के कुछ इलाकों सहित बंद पड़े होटल अौर गेस्ट हाउस पर भी नजर रखी जा रही है। पुलिसकर्मियों की प्रमुख बस अड्डे व रेलवे स्टेशनों पर तैनाती कर दी गई है।सभी जिला के डीसीपी, स्पेशल सेल, क्राइम ब्रांच को इस सूचना के बाद सर्तक रहने को कहा गया है।


संतोष शर्मा की रिपोर्ट


5 हजार करोड़ के चीनी प्रोजेक्ट पर रोक

महाराष्ट्र सरकार ने चीन के 5 हजार करोड़ के प्रोजेक्ट पर लगाई रोक



मुंबई। महाराष्ट्र की उद्धव सरकार ने चीन को आर्थिक मोर्चे पर करारा झटका दिया है। लद्दाख की गलवान घाटी में चीन द्वारा की गई दगाबाजी का जवाब देते हुए महाराष्ट्र सरकार ने चीन की तीन कंपनियों के प्रोजेक्ट पर फिलहाल विराम लगा दिया है। इन प्रोजेक्ट की लागत करीब 5 हजार करोड़ रुपये है।जिन प्रोजेक्ट पर रोक लगाई गई है, उसमें पुणे से सटे तालेगांव में इलेक्ट्रिक व्हीकल की बड़ी फैक्ट्री भी है। कहा जा रहा है कि ये करीब 3500 हजार करोड़ रुपये का प्रोजेक्ट है। ये कंपनी 1000 करोड़ का निवेश करने वाली थी जिसमे 1500 लोगों को रोजगार मिलना था।हेंगली इंजीनियरिंग- इस कंपनी के साथ भी पुणे के तालेगांव में 250 करोड़ का निवेश करने का करार हुआ था जिससे 150 लोगों को रोजगार मिलने की संभावना थी।ग्रेट वॉल मोटर्स ऑटोमोबाइल- इस कंपनी ने सबसे ज्यादा निवेश करने का करार किया था। करीब 3770 करोड़ रुपये का निवेश होना था।बता दें कि ये सभी करार 15 जून को हुए थे। महाराष्ट्र सरकार ने पिछले दिनों 12 एमओयू पर साइन किए थे। सभी 3 चाइनीज कंपनियों के प्रोजेक्ट होल्ड पर डाल दिए गए हैं, जबकि 9 प्रोजेक्ट के काम फिलहाल जारी रहेंगे। इसमें दूसरे देशों की कंपनियां शामिल हैं। बता दें केंद्र सरकार ने सभी राज्य सरकारों से चीन के प्रोजेक्ट और आयात पर जानकारी मांगी थी।



विवाद: तीसरे अंपायर ने यशस्वी को आउट दिया

विवाद: तीसरे अंपायर ने यशस्वी को आउट दिया  अखिलेश पांडेय  मेलबर्न। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर खेले जा रहे चौथे टे...