शनिवार, 20 जून 2020

पार्टी कार्यकर्ता उनकी मदद के लिए तैयार

वाराणसी। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शुक्रवार को वाराणसी के सपा नेताओं से वीडियो कॉल के जरिए बातचीत की और काशी का हाल जाना। उन्‍होंने वाराणसी के बुनकरों की समस्‍याओं के बारे में भी पूछा। कहा कि लॉकडाउन के दौरान उनकी स्थिति पर गहरा प्रभाव पड़ा है, ऐसे में सपा कार्यकर्ता उनकी हरसंभव मदद को तत्‍पर रहें।


अखिलेश ने कहा किहमारी पार्टी असहायों और गरीबों के बारे में चिंता करने वाले पार्टी है। ऐसे में पार्टी कार्यकर्ता उनकी मदद के लिए तैयार रहें। वर्तमान में करीब पचास फीसदी लोगों की प्राइवेट नौकरी जा चुकी है। दुकानों का भी हाल खराब है। शो रुम तो खुल रहे है लेकिन ग्राहक के नहीं आने से वह भी परेशान है। ऐसे में लोगों का नौकरी जाना स्‍वाभाविक है। लॉकडाउन के कारण उत्‍पन्‍न हुई परिस्थितियों से निपटने के लिए उन्‍होंने समस्‍याओं पर निगाहे बनाए रखने की बात कही ताकि दूर किया जा सके।पूर्व राज्यमंत्री व प्रवक्ता मनोज राय धूपचंडी ने बताया कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने फोन कर काशीवासियों का हाल-चाल लिया। व्हाट्सअप वीडियो कॉल कर लॉकडाउन के बाद हो रही समस्याओं के बारे में भी पूछा। अखिलेश ने कहा कि कोरोना से सबसे ज्‍यादा मध्यम वर्ग का जनजीवन प्रभावित हुआ है। इस दुख की घड़ी में हम उनके साथ है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने प्रसिद्ध बनारसी साड़ी के बुनकरों का हाल पूछा। इस पर धूपचंडी ने बताया कि गद्दी खुल नहीं रही और गद्दीदार बुनकरों को पैसे नहीं दे रहे। ऐसे में बड़ा संकट उत्‍पन्‍न हो गया है।


कोविड-19 पर क्यों जारी नहीं करता 'विभाग'

कोविड19 पर प्रशासनिक आंकडे समय पर क्यों जारी नहीं करता जिला सूचना विभाग ?


मंडलायुक्त को 18 जून की समीक्षा बैठक में बताये आंकडों से मेल नहीं खा रहे उसी दिन स्वास्थ्य


सूचना विभाग की ओर से जारी किये गये कोरोना आंकडे


कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत पर भी बदलती रही है संख्या


मथुरा । सूचना विभाग कोरोना पर प्रशासनिक आंकडे समय पर जारी नहीं कर रहा है, यहां-वहां से एकत्रित किये जा रहे आंकडों के चलते लोगों में भ्रम की स्थिति पैदा हो रही है, जिला सूचना विभाग का स्वास्थ्य विभाग के साथ तालमेल नहीं बैठने से कोरोना के आंकडों को स्थिति अस्पष्ट बनी रहती है, इतना ही नहीं प्रतिदिन कोरोना के मिल रहे मरीजों की संख्या को लेकर भ्रम की स्थिति बनी हुई है, जनपद का सूचना विभाग कोरोना के प्रश्न प्रशासनिक आंकडे जारी नहीं कर रहा है, यदि सूचना विभाग द्वारा आलाधिकारियों की अहम बैठकों के दौरान स्वास्थ्य विभाग की ओर से रखे जा रहे आंकडों को आधार बनाया जाये तो यह आंकडे स्वास्थ्य विभाग की ओर से दी जा रही जानकारी से मेल नहीं खाते हैं, इससे स्थिति और भ्रामक हो रही है । 


18 जून को मण्डलायुक्त अनिल कुमार को समीक्षा बैठक दौरान बताया गया कि जनपद में 5824 सैम्पल लिए गये जिसमें से 5215 की रिपोर्ट नेगेटिव आयी है तथा 181 व्यक्तियों की पाॅजिटिव रिपोर्ट आयी और लम्बित रिपोर्ट 372 तथा ठीक हुए व्यक्तियों संख्या 87 एवं मृत्यु 7 लोगों की हुई है, वर्तमान में एक्टिव केस 87 हैं, सूचना विभाग की ओर से यह आंकडा जारी किया गया, हो सकता है कि मंडलायुक्त को पिछला आंकडा बताया गया हो लेकिन सूचना विभाग की ओर से यह नहीं बताया गया कि यह आंकडा किस दिन तक का है, प्रेस रिलीज 18 जून की शाम को जारी की गई जिससे भ्रम पैदा हो रहा था कि यह आंकडा 18 जून का है जबकि इसी दिन सीएमओ कार्यालय की ओर से जारी आंकडों में लिए गए कुल सैंपल 6017, नेगेटिव 5322, पॉजिटिव रिपोर्ट 208, लंबित रिपोर्ट 430, ठीक हुए मरीजों की संख्या 91, मृत्यु 7 कुल एक्टिव केस 110 बताये गये, हालांकि 18 जून की देर शाम जो आंकडे आये उनमें मरीजों की संख्या 223 और सक्रिय मामले 125 थे।


मंडलायुक्त की बैठक में जारी आंकडों से ये आंकडे मेल नहीं खा रहे थे, यह कोई नई बात नहीं है, कोरोना का मथुरा में खाता खुलने के बाद से ही यह स्थिति है, 31 जून को मृतक संख्या सीएमओ कार्यालय की ओर से 6 बताई गयी, बाद में इसे संशोेधित किया जाता रहा, 18 जून को मृतक संख्या 7 बताई गई, सूचना विभाग की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया कि जनपद में कल आने वाले 27 केस पाॅजिटिव आने पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि सैम्पलिंग में और अधिक तेजी लायें, 18 जून को जारी प्रेस रिलीज के हिसाब से 27 मरीज 17 जून को सामने आये तो 18 जून का संशोधित आंकडा गलत है, 17 जून की देर शाम तक जनपद में कोरोना पाॅजिटिव का आंकडा 202 पहुंच गया था, सूचना विभाग अगर स्वास्थ्य विभाग के आंकडों को ही देर रात तक जारी करता है तो यह आंकडा रिपोर्टिंग के लिए रिकार्ड में रहेगा और अगले दिन की रिपोर्टिंग के लिए आधार भी बनेगा, यह आंकडे स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोरोना मीडिया गु्रप पर जारी किये जा रहे आंकडों से मेल नहीं खा रहे हैं, दूसरा कोरोना मीडिया ग्रुप पर आने वाले आंकडों के लिए कोई अधिकारी जिम्मेदारी नहीं लेता है, कई बार ये आंकडे विलम्ब से भी आ रहे हैं इसलिए सूत्रों के हवाले से लिखी जाने वाली खबरों में आंकडों में अंतर आ रहा है ।


परिषद पिहानी कार्यालय का औचक निरीक्षण

पिहानी/हरदोई। शुक्रवार को दोपहर बाद समय तकरीबन 1:30 बजे पिहानी की साप्ताहिक बंदी के दिन जिलाधिकारी पुलकित खरे ने किया नगर परिषद पिहानी कार्यालय का औचक निरीक्षण। अधिशाषी अधिकारी अहिबरन लाल को अपनी कार्यशैली की जिम्मेदारी के प्रति उदासीनता के चलते नगर की बिगड़ी व्यवस्थाओं पर ज़िलाधिकारी पुलकित खरे ने उनकी जमकर क्लास ली। साप्ताहिक बंदी के दिन पूरे नगर की मार्केट में अभियान चलाकर युद्ध स्तर पर सेनेटाइजेशन करने के जारी किए आदेश।नगर पालिका परिषद पिहानी सभागार में सभासदो व आँगनबाड़ियों के साथ कोरोना निगरानी समिति की बैठक की। बैठक में उन्होंने कोविड-19 महामारी के दौर मेंकोरोना निगरानी समिति से प्रशिक्षण की सही जानकारी के मुताबिक उपकरणों के वितरण व उनके रखरखाव पर के मुताबिक जानकारी करते हुए प्रवासी रोजगार मेले में भरे गए आवेदन फार्म की भी जानकारी जुटाई। व्यवस्थाओं में मिली कुछ खामियों के चलते जिलाधिकारी पुलकित खरे के ईओ पर सख्त हुए तेवर। फिलहाल एक घंटे तक पिहानी में मौजूद रहे डीएम हरदोई से पालिका में मची रहा सनसनी। इस दौरान एसडीएम शाहाबाद अतुल श्रीवास्तव,अधिशाषी अधिकारी नपाप कार्यालय पिहानी अहिबरन लाल,डाॅक्टर मनोज आजाद व कोतवाली प्रभारी सूर्य प्रकाश शुक्ला व उप-निरीक्षक मोहम्मद कय्यूम खाँ समेत कई सभासद व स्वस्थ्य कर्मचारी एवं आँगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने किया।


बिहार में पकड़ी कोरोना वायरस ने रफ्तार

बिहार में नही थम रहा है कोरोना का कहर, 45 की मौत होने से मचा हड़कंप


पटना। बिहार में अब भी कोरोना का दस्तक खत्म नही हो रहा है। हर तरफ अफरातफरी का माहौल बना हुआ है जिससे लोगों में काफी ज्यादा दुख है।



कुछ दिनों से बिहार से ज्यादातर कोरोना मरीज गांव से ही मिल रहे हैं जिससे स्वास्थ्य विभाग ने गांव वालों को सचेत किया है। 24 घण्टे के अंदर बिहार में 6 और कोरोना मरीजों की मौत होने से आंकड़ा 45 तक पहुंच चुका है जिससे लोगों में काफी हड़कम्प मचा हुआ है। आपको बता दें कि बिहार के गोपालगंज, मुजफ्फरपुर और सहरसा जिले में कोरोना का संक्रमण सबसे तेजी से फैल रहा है जिससे सरकार की नींदे बेहाल हो चुकी है। कोरोना के इस संक्रमण से राज्य में 112 नए संक्रमित मामलों के साथ कुल संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर के 7290 पर पहुंच गई है।



सड़क हादसे में 5 की मौत, महिला गंभीर

फिरोजाबाद: सड़क हादसे में मेजा के पांच लोगों की मौत, महिला गंभीर


प्रयागराज (राजेश सिंह)। प्रदेश में शनिवार तड़के भीषण सड़क हादसा हो गया। हादसे में कार सवार पांच लोगों की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि एक महिला घायल है। महिला को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मौके पर पहुंची पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। घटना आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर हुई। फिरोजाबाद जनपद के थाना नसीरपुर इलाके में हाइवे पर एक ट्रक खड़ा था। आगरा से लखनऊ की ओर जा रही कार इस ट्रक से टकरा गई। स्थानीय लोगों ने बताया कि कार की रफ्तार तेज थी।  हादसे में कार के परखच्चे उड़ गए। कार सवार पांच लोगों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया, जबकि एक महिला गंभीर रूप से घायल है। घटना की सूचना मिलते ही यूपीडा के कर्मचारी और पुलिस पहुंच गई। घायल को एंबुलेंस से अस्पताल भेजा गया।  जानकारी के अनुसार कार सवार ​सभी ​लोग दिल्ली से प्रयागराज जा रहे थे। मृतकों में रविनेश पांडेय (45) पुत्र अखिलेश पांडेय, रूबी (42) पत्नी रविनेशं पांडेय, लक्ष्य पांडेय (4) पुत्र रवीनेश, केशव पांडेय (17) पुत्र सतेंद्र पांडेय व नंदनी पांडेय (7) पुत्री सतेंद्र पांडेय निवासी गोसौरा, थाना मेजा प्रयागराज है। जबकि प्रियंका पांडेय पत्नी सतेंद्र घायल है।




पत्रकार को दी जान से मारने की धमकी

पत्रकार के घर में चढ़कर दी जा रही है जान से मारने की धमकी।

बेरूवा कौशाम्बी। चरवा थाना क्षेत्र के चरवा के उत्तर थोक मुहल्ले में शुक्रवार कि सुबह बच्चों के आपसी विवाद में एक दंबग होमगार्ड ने पत्रकार के घर पर चढ़कर गाली गलौज किया है  दंबग होमगार्ड इस समय पुरामुफ्ती थाने में तैनात हैं 

लेकिन दबंग होमगार्ड के ऊपर 24 घंटे बीत जाने के बाद भी कोई कर्यवाही नही हुई है। योगी सरकार तो बहुत बड़े बड़े वादे करती हैं कि पत्रकारो से अभद्रता करने पर 24 घंटे के अंदर कर्यवाही कर जेल भेजा जायेगा इस तरह में लगता है कि योगी आदित्यनाथ के बड़े बड़े वादे कब पूरे होंगे लेकिन जब पत्रकार ही सुरक्षित नही हैं तो आम जनता कहां से  सुरक्षित रहेगी। 

घटना शुक्रवार की सुबह बच्चों के आपसी विवाद को लेकर हुई। जिसमे एक होमगार्ड ने पत्रकार के घर पर चढ़कर गाली गलौज भी किया और जान से मारने की धमकियां भी दी जा रही है। पीड़ित ने थाने में जाकर घटना की तहरीर दी पीड़ित के लिखित तहरीर देने के बाद भी चरवा पुलिस ने अभी तक कोई कर्यवाही नही किया है इस तरह में ऐसा लगता है कि योगी सरकार के बड़े बड़े वादे कहां चले गए हैं हीरालाल कुशवाहा पुत्र राजकुमार एक हिदी दैनिक अखबार के स्थानीय संवाददाता हैं उन्होंने बताया कि उनका लड़का संदीप कुमार बुधवार को अपने साथी विपिन के साथ बाइक से घर लौट रहा था इसी दौरान होमगार्ड ने बच्चो को रोककर उनसे विवाद किया आरोप है कि शुक्रवार की सुबह हीरालाल की गैर मौजूदगी में दबंग होमगार्ड ने अपने वर्दी का रौब दिखाते हुए अपने परिजनों के साथ उनके घर पर चढ़ आया और गाली गलौज भी जमकर किया और लोगों के विरोध करने पर वहां से वर्दी का रौब दिखाते हुए और जान से मारने की धमकियां भी देते हुए वहां से चला गया।

पीड़ित ने थाने जाकर दबंग होमगार्ड के खिलाफ तहरीर दिया है लेकिन अभी तक कोई कर्यवाही नही किया गया है।

मंजीत सिंह 

गांव में गारंटीड 125 दिन मिलेगा काम

नई दिल्ली। लॉकडाउन की वजह से बेरोजगार गाँव लौटे लाखों मजदूरों को अब गाँव में ही 125 दिनों का गारेंटेड काम मिलेगा। भारत सरकार द्वारा शुरू की गई गरीब कल्याण रोजगार अभियान के अंतर्गत प्रवासी मजदूरों को उनके गांव में ही अगले 125 दिन तक रोजगार उपलब्ध होगा। केंद्र सरकार ने अलग से ₹50 हजार करोड़ का इंतजाम किया है।  मजदूरों को काम मनरेगा (MANREGA) के माध्यम से मिलेगा। आपको बता दें कि मनरेगा में दैनिक मजदूरी को भी ₹182 से बढ़ाकर ₹202 कर दिया गया है। मतलब अब प्रवासी मजदूर अपने गांवों में ही 125 दिनों में ₹25,250 कमा लेंगे।


हुनर के हिसाब से मिलेगा काम, जानिए कैसे


मजदूरों को उनके गांव के पास ही रोजगार दिलाने वाले ‘गरीब कल्याण रोजगार अभियान’ नाम के इस अभियान में हुनर के हिसाब से काम दिया जाएगा। योजना के अंतर्गत 25 सरकारी योजनाओं में काम मिलेगा। यह योजनाएं देश के 6 राज्यों के 116 जिलों में लागू की जा रही हैं। इसका औपचारिक उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल बिहार के खगड़िया जिले से करेंगे। इस योजना के लिए श्रमिकों को अलगा से आवेदन नहीं करना होगा।  इस योजना के लिए राज्य और केंद्र सरकार स्वयं प्रवासी मजदूरों का चयन करेंगी।


इन जिलों को मिलेगा लाभ


गरीब कल्याण रोजगार अभियान के अंतर्गत सरकार ने 6 राज्यों के 116 जिलों की पहचान की है। इन जिलों में करीब 67 लाख प्रवासी मजदूर वापस गए हैं। इन 116 जिलों में बिहार के 32, उत्तर प्रदेश के 31, मध्य प्रदेश के 24, राजस्थान के 22, ओडिशा के 4 और झारखंड के 3 जिले शामिल हैं।


ग्रामीण ढांचागत संरचनाओं में होगा सुधार


केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतरमण ने स्पष्ट कर दिया है कि इस योजना के अंतर्गत ग्रामीण अर्थव्यवस्था से जुड़ी ढांचागत संरचना (Rural infrastructure), जैसे- कुआं, तालाब आदि बनवाया जाएगा। यदि उस गांव का पंचायत भवन जर्जर हो गया है तो उसकी मरम्मत करायी जाएगी। गांव में ही कृषि उपज के भंडारण के लिए भंडार गृह आदि का निर्माण कराया जाएगा।  गांव के नहर आदि में टूट-फूट हो गई हो तो उसे भी ठीक कराया जाएगा।


यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें  सुनील श्रीवास्तव  मॉस्को। यूक्रेन द्वारा अमेरिका के 9 /11 जैसा अटैक करते हुए कजान पर ड्रोन ...