शुक्रवार, 19 जून 2020

दिल्ली में संक्रमितो का आंकड़ा-50 हजार

दिल्ली। देश में कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. पिछले 24 घंटे में करीब 13,500 से ज्यादा नए मामले सामने आने के बाद देश में कोरोना संक्रमितों का कुल आंकड़ा 3.80 लाख के पार पहुंच गया है। स्वास्थ्य मंत्रालय (Health Ministry) की ओर से शुक्रवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक, भारत में कोरोनावायरस मरीज़ों की कुल संख्या 3,80,532 हो गई है और जबकि इस वायरस से अब तक 12,573 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, पिछले 24 घंटों में कोरोना के 13,586 नए मामले सामने आए हैं और 336 लोगों की जान गई है। हालांकि, राहत की बात यह है कि 2,04,711 मरीज़ कोरोना को मात देने में कामयाब हुए हैं। रिकवरी रेट 53.79 प्रतिशत पर पहुंच गया है। वहीं, देश की राजधानी दिल्ली में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 50 हजार के करीब पहुंच गया है। दिल्ली में बीते 24 घंटे में कोरोनावायरस के 2877 नए मामले सामने आए जो एक दिन का रिकॉर्ड है। इसके साथ ही यहां संक्रमितों का आंकड़ा बढ़कर 49,979 पहुंच गया है. बीते 24 घंटों में 3884 मरीज ठीक हुए हैं और इसका आंकड़ा बढ़कर 21,341 हो गया है।








 




 








वहीं, बीते 24 घंटों में 65 लोगों की जान गई है और मौत का आंकड़ा 1969 पहुंच गया है.उधर, दिल्ली में कोरोनावायरस टेस्टिंग के दाम घटा दिए गए हैं. यहां कोरोना टेस्टिंग कराने के लिए लोगों को अब पहले से आधे पैसे खर्च करने होंगे. दिल्ली सरकार में उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने गुरुवार को इसकी घोषणा कर दी. उन्होंने एक ट्वीट कर बताया कि अब दिल्ली में कोविड RT-PCR टेस्ट की कीमत 2400 रुपए कर दी गई है. उन्होंने ट्वीट में लिखा, ‘दिल्ली सरकार ने कोविड RT-PCR टेस्ट की कीमत कुल चार्ज मिलाकर 2400 रुपए करने का फैसला किया है.’


देश में जांच का समान खर्च होना चाहिए

नई दिल्ली। उच्चतम न्यायालय ने कोरोना महामारी के इलाज में कोताही और शवों की बदइंतजामी को लेकर स्वतः संज्ञान मामले में सभी राज्यों में जांच आदि में एकरूपता लाने सहित कई दिशानिर्देश शुक्रवार को जारी किए।


न्यायमूर्ति अशोक भूषण, न्यायमूर्ति संजय किशन कौल और न्यायमूर्ति एम आर शाह की खंडपीठ ने कोरोना जांच के लिए उचित दर तय करने तथा देश भर में इस संबंध में एकरूपता लाए जाने का निर्देश दिया। खंडपीठ ने कहा कि देशभर में कोविड टेस्ट की कीमत एक समान होनी चाहिए। यह कहीं 2200 रुपये है तो कहीं 4500 रुपये है। न्यायालय ने अपने निर्देश में कहा कि कोरोना मरीजों की देखभाल और शवों को संभालने में खामियों को दूर करने, सभी वार्डों में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने, विशेषज्ञों की टीम को अस्पतालों का दौरा करना चाहिए और वहां जरूरी उपाय करने के लिए कदम उठाए जाने चाहिए। न्यायालय ने दिल्ली सरकार से पूछा कि ट्रॉमा सेंटर बनाने के लिए पांच साल पहले मिले 60 करोड़ रुपए का इस्तेमाल अब तक क्यों नहीं किया गया? शीर्ष अदालत ने महाराष्ट्र सरकार के उस आदेश पर नाराजगी जताई जिसमें मरीजों या उनके रिश्तेदारों को कोरोना की पॉजिटिव रिपोर्ट नहीं मिल सकती है। न्यायालय ने कहा कि मरीजों और रिश्तेदारों को ये रिपोर्ट मिलनी चाहिए। न्यायालय ने महाराष्ट्र सरकार से अपने आदेश की समीक्षा करने के लिए कहा है।


ग़ौरतलब है कि कोरोना के इलाज में फैली अव्यवस्था पर न्यायालय ने खुद संज्ञान लेकर केन्द्र सरकार और दिल्ली, महाराष्ट्र, गुजरात, तमिलनाडु और प.बंगाल को नोटिस जारी किया था। न्यायालय ने आज सभी के जवाब सुनने के बाद कहा कि विस्तृत आदेश वेबसाइट पर अपलोड कर दिया जाएगा।


शामली में कोरोना विस्फोट, 13 नए संक्रमित

भानु प्रताप उपाध्याय

शामली। जनपद में आज कोरोना का बडा विस्फोट हुआ है। जहां कोरोना के चलते शामली जनपद के कस्बा कैराना की एक महिला की मौत का समाचार है, वहीं जनपद में आज 13 नए कोरोना पॉजिटिव मरीज मिलने से कोहराम मच गया है। जनपद में अब कोरोना के एक्टिव केसों की संख्या 31 हो गई है।

जिलाधिकारी जसजीत कौर ने बताया कि जनपद के कस्बा कैराना की कोरोना पॉजिटिव पाई गई एक महिला की हालत गम्भीर देखते हुए उन्हें मेरठ रैफर किया गया था, जहां आज उनकी मृत्यु हो गई है। उनका अंतिम संस्कार प्रोटोकॉल के अनुसार किया जाएगा। जिलाधिकारी ने बताया कि जनपद में आज 13 ओर कोरोना पॉजिटिव मरीज पाए गए हैं। इनमें से आठ पूर्व में कोरोना पॉजिटिव पाए गए मरीजों के संपर्क के ही है, जबकि 5 नए केस है। प्रशासन द्वारा नए कोरोना मरीजों के संपर्क में आए लोगों को चिन्हित कर क्वारंटाईन किए जाने तथा उनके क्षेत्रों को सील कराए जाने की कार्यवाही कराई जा रही है।

प्रदर्शन कर अपने गुस्से का इज़हार किया

कानपुर। मोहम्मदी यूथ ग्रुप एवं गरीब नवाज़ कौंसिल आफ इंडिया के अध्यक्ष इखलाक अहमद डेविड की अगुवाई में अमिश देवगन की गिरफ्तारी और न्यूज़ 18 इंडिया पर कार्यवाही को लेकर आज तीसरे दिन भी सुल्तान ए हिंद ख्वाजा गरीब नवाज़ की शान में गुस्ताखी कर देश के करोड़ो लोगो की आस्था को ठेस पहुंचाने वाले न्यूज़ 18 इंडिया के कार्यकारी सम्पादक अमिश देवगन की गिरफ्तारी व न्यूज़ चैनल पर अभी तक कार्यवाही न होने से हिंदू-मुस्लिमों में सरकारों के खिलाफ नाराज़गी बढ़ती जा रही है उसी को लेकर कर्नलगंज, कारी साहब पार्क में प्रदर्शन कर अपने गुस्से का इज़हार किया।
ग्रुप व कौंसिल के पदाधिकारी हाथों में तख्तियां लिये थे जिसमें अमिश देवगन को गिरफ्तार करों, ख्वाजा का अपमान नही सहेगा हिंदुस्तान, न्यूज़ 18 इंडिया पर कार्यवाही करों, अमिश देवगन को जेल में डालों, प्रधानमंत्री-गृहमंत्री कार्यवाही करे, अमिश देवगन मुर्दाबाद, हिंदू-मुस्लिम की आस्था को ठेस पहुंचाने वाले पर कार्यवाही करों आदि स्लोगन लिखे थे उनमें अमिश देवगन, न्यूज 18 इंडिया के खिलाफ गुस्सा व सरकार की अभी तक कार्यवाही न होने से नाराज़गी थी। इखलाक अहमद डेविड ने बताया कि 4 दिन होने के बाद भी न तो अमिश देवगन और न ही न्यूज़ 18 इंडिया पर कार्यवाही हुई उसके खिलाफ पूरे देश के करोड़ो हिंदू-मुसलमानों में गुस्सा है और सरकार उन पर अभी तक किसी भी तरह की कार्यवाही न कर उनकों गुस्से को बढ़ाने का काम कर रही है।
गरीब नवाज़ के सालाना उर्स पर एशिया, यूरोप, अमेरिकी, अफ्रीकी मुल्कों के राष्ट्रपति-प्रधानमंत्री के प्रतिनिधि ख्वाजा के दरबार में चादर पेशकर अपनी आस्था व्यक्त करते रहे है पूरी दुनियां में उनका सम्मान और देश के सुल्तान के अपमान पर सरकार की खामोशी हैरान करने वाली है।
प्रदर्शन में इखलाक अहमद डेविड, मुरसलीन खाँ भोलू, सैय्यद शादाब अली, मोहम्मद शफी, तहसीन अंसारी, रिज़वान मंसूरी, रियाजत कादरी, मुशीर कादरी, अफज़ाल अहमद, एजाज़ रशीद आदि लोग मौजूद थे।


भेदभाव करने वाले डॉक्टरों पर कार्यवाही

दुःखद!चिकित्सक ही करें नफरत व भेदभाव तो कहां जाएं इलाज करवाने !

 

क्या मेरठ की भांति भेदभाव करने वाले चिकित्सकों पर हो पाएगी कार्यवाही?

 

मुज़फ्फरनगर। जनपद मुज़फ्फरनगर में एक चौकाने वाला मामला सामने आया है। वैश्विक महामारी (कोविड 19) कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के दौर में चिकित्सक ही धर्म के भेदभाव के आधार पर मरीजों का उपचार कर रहे हैं।  हादसे में घायल एक युवक को जब उसके परिजन हॉस्पिटल ले गए तो वहां मौजूद कम्पाउंडर ने डॉक्टर साहब को फोन करके इमरजेंसी केस बताकर आने को कहा। डॉक्टर ने सबसे पहले मरीज़ का नाम व पता फोन पर ही पूछा, मरीज़ का नाम व पता बताने के बाद डॉक्टर ने मरीज़ का उपचार करने से इंकार करते हुए यह कहकर फोन काट दिया कि खालापार क्षेत्र से कोई मरीज़ नहीं देखा जाएगा। क्या मेरठ की भांति मुज़फ्फरनगर में भी डॉक्टरों द्वारा भेदभाव किया जाना उचित है? मेरठ के प्रशासन की सख्ती के बाद क्या मुज़फ्फरनगर प्रशासन भी उक्त हॉस्पिटल के विरुद्ध मुकदमा चलाने का कदम उठा पायेगा? आइये जानते हैं देर रात वायरल हुई वीडियो की संपूर्ण जानकारी।

यह था प्रकरण चोटिल मरीज़ को लेकर उसके परिजन आनन फानन में मेरठ रोड स्थित एक अस्पताल पहुंचे। वहां मौजूद कम्पाउंडर ने डॉक्टर साहब को फोन करके इमरजेंसी केस बताकर आने को कहा। डॉक्टर ने सबसे पहले मरीज़ का नाम व पता फोन पर ही पूछा, मरीज़ का नाम व पता बताने के बाद डॉक्टर ने मरीज़ का उपचार करने से इंकार करते हुए यह कहकर फोन काट दिया कि खालापार क्षेत्र से कोई मरीज़ नहीं देखा जाएगा। डॉक्टर के कंपाउंडर ने बाद में मरीज़ से कहा  कि आप अपने मरीज को कहीं और ले जाएं डॉक्टर साहब ने खालापार क्षेत्र से मरीजों को देखने से इंकार कर दिया है। (ज्ञात हो कि खालापार मुस्लिम बहुल इलाका है) जिस पर मरीज के परिजन और कंपाउंडर में काफी बहस हुई मरीज के परिजन कंपाउंडर के सामने गिड़गिड़ाते रहे लेकिन कंपाउंडर ने सिर्फ यह कहा कि आप खालापार से हो खालापार का मरीज हम नहीं देखेंगे। मरीज के तीमारदार ने हॉस्पिटल से बाहर जाकर अपने फोन का कैमरा वीडियो मोड पर चालू करके फिर से अंदर गया जिसके बाद हुई रिकॉर्डिंग में स्पष्ट तौर से कंपाउंडर सख्त लहजे में खालापार के मरीज ना देखने की बात कह रहा है। यदि यह वीडियो रिकॉर्ड न होती तो कोई भी उक्त प्रकरण पर विश्वास ही ना करता।

 

*वीडियो वायरल के साथ क्या है दावा*

कल शाम से ही मुजफ्फरनगर के कई व्हाट्सएप ग्रुप में यह वीडियो वायरल किया जा रहा है। साथ ही दावा भी किया जा रहा है कि यह वीडियो जनपद मुजफ्फरनगर के मेरठ रोड स्थित बहुचर्चित मिनोचा नर्सिंग होम का है। वीडियो रिकॉर्ड करने वाले तीमारदार के बारे में अभी तक ज्यादा जानकारी प्राप्त नहीं हो पाई है। लेकिन वीडियो में यदि हम ध्यान से देखें तो यह वीडियो स्पष्ट तौर से मिनोचा नर्सिंग होम की है ऐसा प्रतीत होता है। यदि यह प्रकरण मिनोचा नर्सिंग होम का ही है तो मिनोचा नर्सिंग होम भी खालापार क्षेत्र में ही आता है।

क्या है लोगों की प्रतिक्रिया!

वीडियो वायरल होने के बाद लोगों ने अलग-अलग तरह की प्रतिक्रियाएं दी हैं। कई लोगों ने खालापार क्षेत्र के मरीजों के साथ होने वाले भेदभाव व नफरत को आम बताया तो कई लोगों ने मिनोचा नर्सिंग होम के विरुद्ध मेरठ के एक अस्पताल की भांति सख्त कार्यवाही करने की मांग की है। 

ठोस कदम उठाना कितना उचित

मेरठ में भी मुस्लिम मरीजों के साथ भेदभाव करने के आरोप में प्रशासन द्वारा एक चिकित्सक के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। जिसके बाद चिकित्सक ने माफी मांग कर भविष्य में दोबारा भेदभाव ना करने की बात कही थी। यदि मुजफ्फरनगर प्रशासन भी इस मामले में सख्ती के साथ ठोक कदम उठाता है तो यह मामला जनपद मुजफ्फरनगर का आखरी मामला साबित हो सकता है। यदि इस मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया जाए तो यह मात्र एक मामला नहीं, सिर्फ एक शुरुआत कहा जाना उचित रहेगा।यदि इस पर रोक न लगी तो यह कदम बढ़ते बढ़ते आग में घी का काम करेंगे और भेदभाव के साथ नफरत भी आम हो जाएगी!

सत्येंद्र की बिगड़ी तबीयत, सांस में दिक्कत


  • सत्येंद्र जैन की तबीयत फिर बिगड़ी

  • ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया


नई दिल्ली। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन की तबीयत फिर बिगड़ गई है। सत्येंद्र जैन को सांस लेने में काफी दिक्कत आ रही है। उन्हें ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया है। आपको बता दें कि दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री दो दिन पहले ही कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए थे।


शुक्रवार को सत्येंद्र जैन को सांस लेने में दिक्कत आई, जिसके बाद अब उन्हें ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया है। दिल्ली के राजीव गांधी अस्पताल में सत्येंद्र जैन का इलाज चल रहा है।बताया जा रहा है कि सत्येंद्र जैन के फेफड़ों में संक्रमण बढ़ गया है, इसी वजह से उन्हें सांस लेने में दिक्कत आ रही है। गौरतलब है कि सत्येंद्र जैन को कुछ दिन पहले बुखार और सांस लेने में दिक्कत होने के बाद अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। जिसके बाद उनका कोरोना वायरस टेस्ट भी करवाया गया था. उनका शुरुआती टेस्ट नेगेटिव आया था, जिसके बाद उनकी हालत सुधरने भी लगी थी। लेकिन दो दिन पहले सत्येंद्र जैन का एक और कोरोना वायरस टेस्ट किया गया, जिसमें वो पॉजिटिव पाए गए थे। अब शुक्रवार को एक बार फिर उन्हें सांस लेने में तकलीफ हुई है।


आपको बता दें कि कोरोना संक्रमित पाए जाने से पहले सत्येंद्र जैन लगातार बैठकों में हिस्सा ले रहे थे. दिल्ली के मसले पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जो बैठक ली थी, उसमें अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया के साथ सत्येंद्र जैन ने भी हिस्सा लिया था। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन के अलावा आम आदमी पार्टी (आप) की नेता और कालकाजी विधानसभा सीट से विधायक आतिशी कोरोना वायरस की चपेट में आ गई थीं. बीते दिनों उनकी टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी।


करंट लगने से दो युवकों की मौत, हड़कंप

जेठवारा। करंट लगने से दो अलग-अलग जगहों पर दो युवकों की मौत हो गई। घटना से परिजनों में चीखपुकार मच गई। पुलिस ने दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
जेठवारा थाना क्षेत्र के डेरवा बाजार निवासी शीतला प्रसाद दर्जी (28) पुत्र भुल्लर बीते 13 मई को मुंबई से घर आ गया था। बुधवार की रात में लगभग दस बजे वह दुकान की सफाई कर रहा था। इसी बीच दुकान में ही लगे खुले बिजली के तार की चपेट में आ गया।
शोरशराबे पर घर के लोग पहुंचे और उसे इलाज के लिए जिला अस्पताल ले गए। जिला अस्पताल में जांच के बाद चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इस पर परिजन उसका शव लेकर रात को ही घर चले आए। उसकी मौत से पत्नी व घर के लोगों का रो-रो कर बुरा हाल है। उसकी तीन वर्ष की पुत्री अंकिता व छह माह का बेटा अयांश है। सुबह सूचना पर पुलिस पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। उधर, बाघराय थाना क्षेत्र के पवांसी गांव में धुन्नीलाल सरोज के घर पुताई का काम चल रहा था। बुधवार की देर शाम पेंटिंग करते समय प्रयागराज होलागढ़ थाना के मकूनपुर गांव निवासी रवि शंकर (30) पुत्र मेवालाल सीढ़ी से गिर गया। सीढी के पास पंखे के ऊपर गिर जाने से वह करंट की चपेट में आ गया।


न्याय सम्मेलन एवं विशाल पैदल मार्च का आयोजन

न्याय सम्मेलन एवं विशाल पैदल मार्च का आयोजन  भानु प्रताप उपाध्याय  मुजफ्फरनगर। जनपद के टाउन हॉल में मंगलवार को सामाजिक न्याय क्रांति मोर्चा ...