शनिवार, 13 जून 2020

सुप्रसिद्ध कुमाऊंंनी कलाकार का निधन

नई दिल्ली। उत्तराखंड में कुमाऊंनी के सुप्रसिद्ध लोकप्रिय गीतकार, संगीतकार एवं गायक हीरा सिंह राणा का शनिवार तड़के दिल का दौरा पड़ने से यहां निधन हो गया। वह 77 वर्ष के थे। राणा अल्मोड़ा जिले के मानिला गांव के रहने वाले थे और वर्तमान में पूर्वी दिल्ली के विनोद नगर में रहते थे।


लोक गायक वर्तमान समय में राजधानी में गठित कुमाऊंनी, गढ़वाली और जौनसारी भाषा अकादमी के उपाध्यक्ष थे। उनके निधन से देवभूमि के संगीत जगत को अपूरणीय क्षति हुई है। उन्हें लोग हीरदा कुमाऊंनी के नाम से भी पुकारते थे। महज 15 साल की उम्र से पहाड़ की संस्कृति से जुड़कर लोक गीतों की रचना करने वाले राणा का नाम उत्तराखण्ड के प्रमुख गायक कलाकारों में प्रथम पंक्ति में आता है। हीरदा ने रामलीला, पारंपरिक लोक उत्सव और वैवाहिक कार्यक्रमों से अपने गायन का सफ़र शुरू किया और बाद में आकाशवाणी नजीबाबाद, दिल्ली, लखनऊ ही नहीं अपितु देश-विदेश में भी अपनी बेहद सुरीली आवाज में पहाड़ी लोक गीतों की धाक जमायी है। उनका अंतिम संस्कार आज निगम बाेध घाट पर किया जाएगा।


बहू की रिपोर्ट पॉजिटिव, मचा हड़कंप

रुद्रपुर। बीते दिनों शहर के एक प्रतिष्ठित उद्योगपति की पुत्रवधू की प्राईवेट लैब में कोरोना जांच रिपोर्ट पाॅजिटिव आने से हड़कम्प मच गया था। अब स्वास्थ्य विभाग द्वारा भेजे गये सैंपलों में उक्त महिला सहित परिवार के अन्य 17 लोगों की रिपोर्ट नेगेटिव आई है। जिससे परिजनों ने राहत की सांस ली है। बता दें 11 जून को शहर के प्रतिष्ठित उद्योगपति के घर में कोरोना की दस्तक की खबर से शहर में हड़कम्प मच गया था। उद्योगपति की पुत्रवध को सांस में तकलीफ और बुखार की शिकायत थी। जिस पर परिजनों ने प्राइवेट लैब से उनका कोरोना टेस्ट कराया था। जिसमें उनकी रिपोर्ट पाॅजिटिव निकली। जिसके बाद आनन फानन में स्वास्थ्य विभाग ने उद्योगपति के परिवार समेत 17 लोगों के सैंपल लिए थे और पुत्रवधू को जिंजर होटल में आइसोलेट कर दिया था। स्वास्थ्य विभाग ने महिला सहित 17 लोगों के सैंपल जांच के लिए दिल्ली भेजे थे। आज वहां से आई रिपोर्ट में उद्योगपति की पुत्रवधू समेत 17 लोगों की रिपोर्ट नेगेटिव आई है। जिसके बाद परिजनों समेत शहर वालों ने राहत की सांस ली है। वहीं उद्योगपति के परिवार ने पूर्व मंे जांच रिपोर्ट पाॅजिटिव बताने वाले प्राईवेट संचालक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की बात कही है।


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस    (हिंदी-दैनिक)


 जून 14, 2020, RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-306 (साल-01)
2. रविवार, जूूून 14, 2020
3. शक-1943, अषाढ़, कृष्ण-पक्ष, तिथि-नवमी, विक्रमी संवत 2077।


4. सूर्योदय प्रातः 05:36,सूर्यास्त 07:28।


5. न्‍यूनतम तापमान 24+ डी.सै.,अधिकतम-40+ डी.सै.।


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शुक्रवार, 12 जून 2020

सीएम आवास को बम से उड़ाने की धमकी

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आवास और कई अन्य महत्वपूर्ण जगहों को बम से उड़ाने की धमकी मिली है। ये धमकी कॉल सेंटर पर दी गई है। प्रशासन ने तुरंत संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री आवास, 5 कालीदास मार्ग की सुरक्षा बढ़ा दी है। बम निरोधी दस्ते व डॉग स्क्वायड की मदद से छानबीन की जा रही है। बीते दिनों मुंबई से एक युवक को सीएम योगी को धमकी भेजने के मामले में गिरफ्तार भी किया गया था। यूपी पुलिस को धमकी देने वाले कामरान को महाराष्ट्र एटीएस और यूपी एसटीएफ ने गिरफ्तार किया था।


कामरान की गिरफ्तारी के बाद यूपी पुलिस की सोशल मीडिया हेल्प डेस्क को एक नई धमकी मिली थी, जिसमें मुंबई से गिरफ्तार किए गए युवक को छोड़ देने के लिए वरना अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहने को कहा गया। इस युवक को बाद में महाराष्ट्र एटीएस ने गिरफ्तार कर लिया था। 20 वर्षीय इस युवक को नासिक से गिरफ्तार किया गया।पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, कामरान ने 22 मई को लखनऊ पुलिस मुख्यालय में काम करने वाली सोशल मीडिया हेल्प डेस्क पर फोन कर कहा था कि वह यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ को बम धमाके में मार देगा। इस धमकी भरी कॉल को लेकर गोमती नगर पुलिस थाने में मामला दर्ज किया गया था।


यूपी विधवा पेंशन में मिला बड़ा भ्रष्टाचार

शाहजहांपुर। ग्राम प्रधान और बाबुओं सहित उच्चाधिकारियों ने सरकारी पैसे का बंदरबांट करने के लिए 23 महिलाओं को विधवा बना दिया। उनके खातों मे विधवा पेंशन भेजी जाने लगी, जबकि उन महिलाओं के पति जीवित है। कुल मिलाकर विधवा पेंशन घोटाले की यह सिर्फ बानगी सामने आई है, लेकिन इस पर अगर गहराई से जांच की जाए तो बड़ा घोटाला सामने आ सकता है। दरअसल, शाहजहांपुर की ब्लाक मिर्जापुर अंतर्गत ग्राम पंचायत सरायं तालुका वानगांव मे विधवा पेंशन घोटाले का मामला सामने आया है। यहां करीब 23 महिलाएं ऐसी हैं, जिनके पति अभी भी जिंदा है। लेकिन कुछ बाबुओं और प्रधान सहित उच्चाधिकारियों की मिलीभगत से वह महिलाएं अब विधवा हो चुकी है। ऐसा हम नही बल्कि वह महिलाएं और उनके पति खुद बोल रहे है।

जिला मुख्यालय से करीब 70 किलोमीटर दूर इस गांव मे वर्ष 2016 मे समाजवादी पेंशन देने के लिए 33 महिलाओं के कागजात लेकर उनको पात्र बताया गया था। तब से लगातार उनके खातों मे पेंशन भेजी जाने लगी, लेकिन धीरे-धीरे ग्रामिणों का पता चला कि 33 महिलाओं मे से सिर्फ 10 महिलाएं ऐसी है जोकि वास्तव में विधवा है और उनको पेंशन देकर उनकी मदद की जा रही है। लेकिन 23 महिलाएं ऐसी है, जिनके पति जिंदा है।

वर्ष 2016 में विभाग के बाबुओं और ग्राम प्रधान सहित उच्चाधिकारियों की मिलीभगत से उन महिलाओं को विधवा दर्शाकर उनको पात्र बनाकर उनके खातों मे लगातार पेंशन भेजी जा रही है। गांव की रहने वाली अनीता नाम की महिला का कहना है कि वर्ष 2016 में गांव के प्रधान सहित एक दलाल ने पेंशन बनवाने के नाम पर कुछ जरूरी कागजात मांगे थे, उस वक्त ग्राम प्रधान ने समाजवादी पेंशन के फार्म भरने के लिए दिए थे। वह फार्म भरकर प्रधान को सौंप दिये थे, उसके बाद से उनके खातों मे पैसा आने लगा। लेकिन पैसा आने के बाद जब पैसे निकालकर लाते थे, तब आधे पैसे प्रधान लेता था। लेकिन कुछ महिलाएं ऐसी है, जिनके खातों मे पैसा आता है और उनके निकाले बगैर ही पैसा निकल जाता है। हालांकि इसकी शिकायत भी की गई थी, लेकिन कार्यवाही कुछ भी नहीं हुई।

वहीं ग्राम प्रधान राजकिशोर से बात की तो उनका कहना है कि इस मामले में उन्हे कोई जानकारी नहीं है। मेरे उपर लगने वाले आरोप निराधार है। ग्रामिणों ने इस पूरे प्रकरण में एक दलाल की भी संलिप्तता बताई है। अभी तक घोटाला सिर्फ एक गांव से निकलकर बाहर आया है, लेकिन पूरे जनपद में विधवा पेंशन की जांच कराई जाए तो और एक बड़ा घोटाला सामने आ सकता है, जिसमें ग्राम प्रधान से लेकर सरकारी अधिकारी भी लपेटे में आ सकता है।

अब देखना यह होगा कि शासन और प्रशासन इस घोटाले पर किस तरह की जांच और कार्रवाई करता है। पूरे मामले की जांच के लिए कमेटी गठित कर जांच करवाई जा रही है, जो भी दोषी होंगे उनके विरुद्ध रिकवरी करवाकर एफआईआर दर्ज कर वैधानिक कार्यवाही की जाएगी

यूपीः विशेषज्ञ 'वायरस' को करेंगे काबू

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आगरा समेत 11 जिलों में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को काबू करने के लिये प्रोफेसर स्तर के वरिष्ठ और अनुभवी विशेषज्ञों को भेजे जाने के निर्देश दिये हैं।


मुख्यमंत्री योगी ने शुक्रवार को एक उच्च स्तरीय बैठक में अनलाॅक व्यवस्था की समीक्षा करते हुये कहा कि आगरा, मेरठ, फिरोजाबाद, मुरादाबाद, गौतमबुद्ध नगर, बुलन्दशहर, अलीगढ़, गाजियाबाद, कानपुर नगर, झांसी तथा बस्ती में प्रोफेसर स्तर के वरिष्ठ एवं अनुभवी विशेषज्ञ को भेजा जाये, जो स्थानीय मेडिकल टीम को उपचार सम्बन्धी उचित परामर्श तथा सहयोग प्रदान करेंगे।उन्होंने इन जिलों में प्रमुख सचिव/सचिव स्तर के अधिकारियों को नामित करने के निर्देश देते हुए कहा कि यह अधिकारी सम्बन्धित जिलों में कैम्प करते हुए जिला प्रशासन के कार्यों का पर्यवेक्षण करते हुए अधिकारियों का सहयोग करेंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिलों में तैनात अपर निदेशक तथा संयुक्त निदेशक स्तर के वरिष्ठ चिकित्साधिकारी यह सुनिश्चित कराएं कि अस्पतालों में मरीजों को दवा, शुद्ध व सुपाच्य भोजन तथा पीने के लिए गुनगुना पानी नियमित तौर पर मिले तथा चिकित्सालयों की साफ-सफाई व्यवस्था भी चुस्त-दुरुस्त बनी रहे।


सीएम योगी ने कहा कि निजी टेस्टिंग लैब के कार्यों का प्रभावी अनुश्रवण किया जाए। उन्होंने नगरीय क्षेत्रों में निगरानी समितियों के सर्विलांस कार्य पर विशेष ध्यान देने के निर्देश भी दिए। साफ-सफाई व्यवस्था को दुरुस्त बनाए रखने के निर्देश देते हुए उन्होने कहा कि स्वस्थ जीवन के लिए स्वच्छता आवश्यक है। कोरोना को परास्त करने में साफ-सफाई एक महत्वपूर्ण हथियार है। इसलिए लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करने के सम्बन्ध में प्रयास जारी रखे जाएं। सभी जिलाधिकारी अपने जिलों के कोविड एवं नाॅन कोविड अस्पतालों का नियमित निरीक्षण करें।उन्होंने कहा कि चिकित्सालयों की व्यवस्थाओं को बेहतर बनाए रखा जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि चिकित्सक तथा नर्सिंग स्टाफ नियमित राउण्ड लें, पैरामेडिक्स मरीजों की निरन्तर माॅनिटरिंग करें।


चीनः दो पति रखने का मिलें अधिकार

बीजिंग। चीन में अविवाहित पुरुषों की बढ़ती तादाद संकट का सबब बनती जा रही है। लैंगिक असमानता की वजह से चीन में हालात इतने ज्‍यादा खराब हो गए हैं कि वर्ष 2050 तक 3 करोड़ पुरुष अविवाहित रह जाएंगे। इस संकट के समाधान के लिए चीन के एक प्रफेसर ने अधिकारियों को एक क्रांतिकारी बदलाव करने का सुझाव दिया है। उन्‍होंने कहा कि सरकार को महिलाओं को दो या दो से अधिक पति रखने का अधिकार देना चाहिए।


चीनी अर्थशास्‍त्री यी कांग एनजी ने कहा कि महिलाओं को कुछ समय के लिए दो या उससे अधिक पति रखने का अधिकार देने से इस सामाजिक समस्‍या का समाधान हो सकता है। उन्‍होंने कहा कि उनके इस सुझाव को अगर मान ल‍िया जाता है तो देश में बढ़ रही अविवाहित लोगों की तादाद को पत्‍नी और खुशी मिल सकेगी। प्रफेसर एनजी फूदान यूनिवर्सिटी में प्रफेसर हैं। प्रफेसर एनजी ने कहा कि बढ़ती प्रतिस्‍पर्धा की वजह से अविवाहित दूल्‍हों के लिए आने वाले समय में योग्‍य दुलहन की तलाश करना बेहद कठिन काम होगा। उन्‍होंने कहा कि अधेड़ उम्र के अविवाहित व्‍यक्ति के लिए दुलहन का दिल जीतने के लिए युवाओं से प्रतियोगिता करनी होगी। वह भी तब जब दुलहनों की तादाद बहुत कम है। उन्‍होंने कहा, ‘(यदि पुरुष की) स्‍वाभाविक जैविक और मनोवैज्ञानिक आवश्‍यकता ठीक ढंग से पूरी नहीं होगी तो इसका निश्चित रूप से इसका उनकी खुशी पर बुरा असर पड़ेगा।’


चीनी अर्थशास्‍त्री ने इस संकट के समाधान के लिए दो सुझाव द‍िए हैं। पहला-वेश्‍यावृत्ति को कानूनी रूप दिया जाए और दूसरा बहुविवाह प्रथा को मंजूरी। इसके तहत महिला को कानूनी तरीके से दो या उससे अधिक पति रखने का हक दिया जाए। चीनी कानून के मुताबिक अभी तक केवल एक शादी की ही अनुमति है। उन्‍होंने कहा कि तिब्‍बत में पहले से ही यह प्रथा चली आ रही है। उन्‍होंने कहा कि उनके जैसे कई लोग हैं जो यह चाहते हैं कि पत्‍नी न होने से अच्‍छा है कि पत्‍नी को साझा कर ल‍िया जाए।


यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें  सुनील श्रीवास्तव  मॉस्को। यूक्रेन द्वारा अमेरिका के 9 /11 जैसा अटैक करते हुए कजान पर ड्रोन ...