शनिवार, 13 जून 2020

सरकार विरोधी पोस्ट,आईएएस पर मामला

लखनऊ। सेवानिवृत्त आईएएस डा. सूर्य प्रताप सिंह के खिलाफ सोशल मीडिया पर सरकार विरोधी पोस्ट करने के मामले में लखनऊ की हजरतगंज कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। यह रिपोर्ट सचिवालय चौकी प्रभारी सुभाष सिंह ने दर्ज कराई है।


पुलिस के मुताबिक सूर्य प्रताप ने बुधवार को एक ट्वीट किया था। इसमें कोविड-19 से निपटने को बनाई टीम-11 की बैठक के बाद मुख्य सचिव द्वारा जिलाधिकारियों को अधिक कोरोना टेस्ट करने पर टोके जाने का जिक्र था। पूर्व आईएएस ने मुख्य सचिव के हैण्डल को टैग कर यह ट्वीट किया था। इसमें कोरोना से निपटने को यूपी की नो टेस्ट-नो कोरोना का जिक्र भी था। इंस्पेक्टर हजरतगंज अंजनी कुमार पाण्डेय ने बताया कि महामारी अधिनियम व दुष्प्रचार करने की धारा में रिपोर्ट दर्ज कराई है। कर्मचारी नेता सलमान जमीर ने बताया कि मूलतः बुलंदशहर के रहने वाले डा. सूर्यप्रताप नैनीताल, बरेली, मुज़फ्फरनगर व बदायूं के जिलाधिकारी भी रहे। उन्होंने उर्दू लिखना -पढ़ना बरेली में सीखा। बरेली में उनके कार्यकाल के दौरन पढ़ो और पढ़ाओ, कुछ कर दिखाओ का नारा सरकारी कर्मचारी /अधिकारी, जन प्रतिनिधियों के बीच खूब चर्चित रहा था।


दिल्ली में वायरस ने 'रौद्र' रूप दिखाया

नई दिल्ली। राजधानी में कोरोना संक्रमण ने पिछले 24 घंटों में अब तक का सबसे रौद्र रूप दिखाया और 2137 रिकार्ड नये मामलों से कुल संक्रमितों का आंकड़ा 36 हजार पहुंच गया है। वहीं रिकॉर्ड 71 मरीजों की मौत से मृतकों की संख्या 12 सौ को पार कर गई।


दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से शुक्रवार रात जारी आकड़ों के अनुसार पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस के 2137 रिकार्ड मामले आए और संक्रमितों की कुल संख्या 36824 पर पहुंच गई। आंकड़ों में मृतक 71 बताये गये हैं और कुल संख्या 1214 बताई गई है। हालांकि, कल के 1085 की तुलना में वायरस से मरने वालों की कुल संख्या में 129 की बढ़ोतरी हुई है।


मंत्रालय के मुताबिक दिल्ली में वायरस से आज 667 मरीज संक्रमण मुक्त हुए और अब तक 13398 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। फिलहाल राजधानी में 22212 मामले सक्रिय हैं। दिल्ली सरकार के मुताबिक 17261 कोरोना मरीज़ों को उनके घरों में ही आइसोलेशन में रखा गया है। अब तक 277436 लोगों की कोरोना की जांच की गई। कंटेन्मेंट जोन की संख्या बढ़कर 222 हो गई। दिल्ली में अस्पतालों में कुल कोरोना बेड 9558 हैं जिसमें से 5361 भरे हुए हैं जबकि 4197 बेड खाली हैं। आईसीयू बेड और वेंटिलेटर कुल 598 हैं जिसमें 345 पर मरीज हैं जबकि 254 रिक्त हैं।


शहीदः अंतिम संस्कार में पहुंचे नेता-मंत्री

मोटाहल्दू। भारतीय सेना की सिक्स कुमाऊँ रेजीमेंट में सूबेदार के पद पर तैनात 38 वर्षीय यमुना प्रसाद पनेरू गुरुवार को जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा में पेट्रोलिंग के दौरान शहीद हो गए थे। उनके शहीद होने की खबर मिलते ही पूरे क्षेत्र में मातम पसर गया है उनके यहां अर्जुनपुर गोरापडाव स्तिथ आवाज में दुख प्रकट करने वालों का तांता लगा हुआ है। सिक्स कुमाऊं रेजीमेंट में सूबेदार यमुना प्रसाद कुशल पर्वतारोही थे, वह एवरेस्ट फतह करने वाले सिक्स कुमाऊं रेजिमेंट के पहले फौजी बने इसके अलावा उन्होंने कंचनजंगा, नंदा देवी, के 2 आदि हिम श्रृंखलाओं को आसानी से पार किया था।


उनके परिजनों से प्राप्त जानकारी के अनुसार शहीद यमुना प्रशाद का पार्थिव शरीर श्रीनगर से रवाना हो चुका है और देर शाम तक हल्द्वानी पहुंचने के आसार हैं, खराब मौसम के कारण यहां पहुंचने में काफी दिक्कतें आ रही है, संभवतः रविवार प्रातः उनका सैन्य सम्मान के साथ हल्द्वानी स्थित चित्रशाला घाट में अंतिम संस्कार किया जाएगा। शहीद के घर सांत्वना देने के लिए पूर्व कैबिनेट मंत्री हरीश चंद्र दुर्गापाल, वरिष्ठ कांग्रेसी नेता हरेन्द्र बोरा, भाजपा जिलाध्यक्ष प्रदीप बिष्ट, दिनेश खुल्बे के साथ पूर्व सैनिक व हल्द्वानी यूनिट से सैन्य अधिकारी पहुंचे। परिजनों ने यमुना के शहीद होने पर तो नाज किया लेकिन देश के लीडरों से पाकिस्तान को धूल चटाने को भी कहा।


सीएम केजरीवाल से इस्तीफे की मांग की

नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में कोरोना के लगातार बढ़ते मामलों को लेकर भाजपा, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ आक्रामक है। इसी कड़ी में शनिवार को दिल्ली भाजपा के पूर्व अध्यक्ष और सांसद मनोज तिवारी ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से इस्तीफे की मांग की है।


मनोज तिवारी ने आरोप लगाया है कि नेशनल डिजास्टर मेनेजमेंट एक्ट के प्रावधान के अनुसार दिल्ली के मुख्यमंत्री के पास समुचित निर्णय लेने का अधिकार है, इसके बावजूद मुख्यमंत्री दिल्ली में स्वास्थ्य सबंधी ढांचा खड़े करने के साथ-साथ सभी मोर्चे पर नाकामयाब साबित हुये हैं।



ध्यान रहे इससे पहले शुक्रवार को देश के सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली में स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर गंभीर टिप्पणी की थी। इसके बाद भाजपा ने केजरीवाल सरकार पर निशाना साधते हुये कहा था कि कोविड-19 से निपटने में दिल्ली सरकार की सच्चाई बाहर आ गई है। दिल्ली में स्वास्थ्य व्यवस्था बुरी तरह चरमरा गई है और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ‘विफल’ हो गए हैं।


इस बीच देश में कोरोना महामारी ने बेहद गंभीर रुख अख्तियार कर लिया है। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा शनिवार को जारी किये गये आकड़ों के मुताबिक अकेले दिल्ली में कोरोना से संक्रमितों की संख्या 36,824 हो गई है। इसमें 22,212 लोग अभी भी कोरोना पीड़ित हैं। 13,398 लोग स्वस्थ हो चुके है। वहीं दिल्ली में मरने वालों की संख्या 1,214 हो गई है। उधर देश भर में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों का आंकड़ा तीन लाख के पार हो गया है। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक देश भर में संक्रमितों का आंकड़ा बढ़कर 3,08,993 हो गया है।


निपटने के उपायों पर चर्चा करेंगे पीएम

नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अगले सप्ताह मंगलवार और बुधवार को राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों के साथ इस महामारी से निपटने के उपायों पर चर्चा करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी दो समूहों में राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ दोनों दिन शाम तीन बजे बैठक करेंगे। मंगलवार को 21 तथा बुधवार को 15 राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों के साथ बातचीत की जायेगी।


प्रधानमंत्री कार्यालय ने ट्वीट कर कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगले सप्ताह मंगलवार और बुधवार को विभिन्न राज्यों तथा केन्द्र शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों के साथ चर्चा करेंगे। ट्वीट के साथ वीडियो कांफ्रेन्स के माध्यम से होने वाली बातचीत का कार्यक्रम देते हुए यह बताया गया है कि प्रधानमंत्री किस राज्य के मुखिया से किस दिन बात करेंगे।





सीएम योगी की 'माया' ने की सराहना

लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने उत्तर प्रदेश के जौनपुर,आजमगढ़ तथा अन्य जगहों पर दलितों पर एक विशेष समुदाय के लोगों की ओर से हाल में किये गये हमलों की शनिवार को निंदा की और हमलावरों पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ओर से की गई कार्रवाई की सराहना की।


एक समुदाय विशेष की ओर से किये गये हम हमलों पर अब तक मायावती की चुप्पी पर राजनीतिक गलियारों में सवाल उठाये जा रहे थे कि वो मुसलमानों के वोट की खातिर कुछ नहीं बोल रही हैं लेकिन उन्होंने शनिवार को एक के बाद एक तीन ट्वीट किये। उन्होंने कहा कि यूपी में चाहे आजमगढ,कानपुर देहात हो या जौनपुर में दलित समाज की बहन बेटियों पर हमले और उनके उत्पीड़न का मामला हो ,इसकी जितनी निंदा की जाय कम है। उन्होंने दूसरे ट्वीट में कहा कि इसके दोषी किसी भी जाति,धर्म सम्प्रदाय के हो या बड़े से बड़ा नेता हो उसे बख्शा नहीं जाना चाहिये । उन सभी के खिलाफ तुरंत कड़ी कार्रवाई होनी चाहिये। मायावती ने तीसरे ट्वीट में कहा कि आजमगढ़ में दलित बेटी के उत्पीड़न पर यूपी के सीएम ने कड़ी कार्रवाई की है,यह अच्छी बात है। वो देर आये लेकिन दुरूस्त आये। बहत बेटियों के उत्पीड़न के मामले में तुरंत और समय से कार्रवाई हो तो बेहतर होगा।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पिछले मंगलवार को जौनपुर में समुदाय विशेष के लोगों की ओर दलितों के घर जलाये जाने पर कड़ी कार्रवाई की और समाजवादी पार्टी के एक नेता समेत 35 लोगों पर गैगेस्टर तथ रासुका के तहत गिरफ्तार कराया।


भूकंपः कई पहलुओं पर शोध जारी

संजीव गुप्ता

नई दिल्ली। पिछले 2 महीने के दौरान दिल्ली-एनसीआर में बार-बार आ रहे भूकंपों की एक बड़ी वजह धरती की सूखती कोख भी है। भूजल स्तर में लगातार आ रही गिरावट से धरती के भीतर स्थित फाल्ट लाइनों का लोड असंतुलित हो रहा है। हालांकि अध्ययन अभी लगातार जारी है। इसके अन्य पहलुओं पर भी शोध चल रही है।

फाल्ट लाइन की एडजस्टमेंट के कारण भी आता है बार-बार भूकंप

गौरतलब है कि धरती का वजूद सात टेक्टोनिक प्लेटों पर टिका है। ये प्लेटें जब आपस में टकराती हैं या धरती के गर्भ में कुछ हलचल होती है तो हमें भूकंप का एहसास होता है। भारत जिस प्लेट पर टिका है उसे इंडो आस्ट्रेलियन प्लेट कहते हैं। बहुत बार भूकंप की वजह इस प्लेट का यूरेशियन प्लेट से टकराना होती है तो बहुत बार भूकंप फाल्ट लाइन की एडजस्टमेंट के कारण भी आता है।

फॉल्ट लाइन ही रहा है भूकंपों की वजह

दिल्ली -एनसीआर के अधिकेंद्र वाले भूकंपों की प्रमुख वजह आमतौर पर फाल्ट लाइन ही रही है। जानकारी के मुताबिक दिल्ली-एनसीआर में जमीन के नीचे मुख्यतया पांच लाइन दिल्ली-मुरादाबाद, दिल्ली-मथुरा, महेंद्रगढ़-देहरादून, दिल्ली सरगौधा रिज और दिल्ली- हरिद्वार रिज मौजूद है। लॉकडाउन के दौरान आए भूकंपों का अधिकेंद्र इन फाल्ट-लाइन लाइनों के आसपास ही रहा।

भूजल के गिरते स्तर से हो रहा फाल्ट लाइनों का लोड असंतुलित

केंद्र सरकार के निर्देश पर हैदराबाद स्थित राष्ट्रीय भूभौतिकीय अनुसंधान संस्थान (National Geophysical Research Institute) इस दिशा में शोध कर रहा है। प्राथमिक स्तर पर इन भूकंपों की एक वजह भूजल का गिरता स्तर भी सामने आ रहा है। भू वैज्ञानिकों के अनुसार भूजल को धरती के भीतर लोड (भार) के रूप में देखा जाता है। यह लोड फाल्ट लाइनों के संतुलन को बरकरार रखने में मददगार होता है। भूजल के गिरते स्तर से फाल्ट लाइनों का लोड असंतुलित हो रहा है, इसीलिए पिछले दिनों आए भूकंपों की गहराई भी धरती के भीतर अधिकतम 18-20 किलोमीटर तक यानी उस दायरे में रही, जहां अब भूजल नहीं मिलता। दूसरी तरफ एनजीआरआइ के भू वैज्ञानिकों ने उन सभी अनुमानों और आंकलनों को भी भ्रामक करार दिया है जो इन छोटे भूकंपों को किसी बड़्रे भूकंप की आशंका से जोड़ रहे हैं। उनका तर्क है कि पूर्व में ऐसा कोई रिकाॅर्ड नहीं है।

भूकंप मापने का नेटवर्क बढ़ा

इन भू वैज्ञानिकों का यह भी कहना है रिक्टर स्केल पर तीन से चार तक की तीव्रता वाले छोटे भूकंप पहले भी आते रहे हैं, लेकिन इनकी निगरानी नहीं हो पाती थी। वहीं, अब दिल्ली एनसीआर में भूकंप मापने का नेटवर्क विस्तार पा रहा है, इसीलिए एक दो तीव्रता वाले भूकंप भी रिकॉर्ड हो रहे हैं।

भूकंप की अन्य वजहों की पड़ताल जारी

डॉ. विनीत के. गहलोत (मुख्य वैज्ञानिक, एनजीआरआइ) का कहना है कि दिल्ली एनसीआर के भूकंपों को लेकर अध्ययन चल रहा है। भूजल का गिरता स्तर भी एक वजह सामने आ रही है। अन्य कारणों की पड़ताल जारी है। हालांकि इस तरह के शोधपरक अध्ययन में चूंकि वक्त लगता है, लिहाजा निष्कर्ष के लिए अभी इंतजार करना पड़ेगा।

सीएम ने 'महाकुंभ' की तैयारियों का जायजा लिया

सीएम ने 'महाकुंभ' की तैयारियों का जायजा लिया  बृजेश केसरवानी  प्रयागराज। महाकुंभ की तैयारियों का जायजा लेने के लिए मुख्यमंत्री योगी ...