शनिवार, 13 जून 2020

सीएम केजरीवाल से इस्तीफे की मांग की

नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में कोरोना के लगातार बढ़ते मामलों को लेकर भाजपा, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ आक्रामक है। इसी कड़ी में शनिवार को दिल्ली भाजपा के पूर्व अध्यक्ष और सांसद मनोज तिवारी ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से इस्तीफे की मांग की है।


मनोज तिवारी ने आरोप लगाया है कि नेशनल डिजास्टर मेनेजमेंट एक्ट के प्रावधान के अनुसार दिल्ली के मुख्यमंत्री के पास समुचित निर्णय लेने का अधिकार है, इसके बावजूद मुख्यमंत्री दिल्ली में स्वास्थ्य सबंधी ढांचा खड़े करने के साथ-साथ सभी मोर्चे पर नाकामयाब साबित हुये हैं।



ध्यान रहे इससे पहले शुक्रवार को देश के सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली में स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर गंभीर टिप्पणी की थी। इसके बाद भाजपा ने केजरीवाल सरकार पर निशाना साधते हुये कहा था कि कोविड-19 से निपटने में दिल्ली सरकार की सच्चाई बाहर आ गई है। दिल्ली में स्वास्थ्य व्यवस्था बुरी तरह चरमरा गई है और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ‘विफल’ हो गए हैं।


इस बीच देश में कोरोना महामारी ने बेहद गंभीर रुख अख्तियार कर लिया है। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा शनिवार को जारी किये गये आकड़ों के मुताबिक अकेले दिल्ली में कोरोना से संक्रमितों की संख्या 36,824 हो गई है। इसमें 22,212 लोग अभी भी कोरोना पीड़ित हैं। 13,398 लोग स्वस्थ हो चुके है। वहीं दिल्ली में मरने वालों की संख्या 1,214 हो गई है। उधर देश भर में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों का आंकड़ा तीन लाख के पार हो गया है। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक देश भर में संक्रमितों का आंकड़ा बढ़कर 3,08,993 हो गया है।


निपटने के उपायों पर चर्चा करेंगे पीएम

नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अगले सप्ताह मंगलवार और बुधवार को राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों के साथ इस महामारी से निपटने के उपायों पर चर्चा करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी दो समूहों में राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ दोनों दिन शाम तीन बजे बैठक करेंगे। मंगलवार को 21 तथा बुधवार को 15 राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों के साथ बातचीत की जायेगी।


प्रधानमंत्री कार्यालय ने ट्वीट कर कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगले सप्ताह मंगलवार और बुधवार को विभिन्न राज्यों तथा केन्द्र शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों के साथ चर्चा करेंगे। ट्वीट के साथ वीडियो कांफ्रेन्स के माध्यम से होने वाली बातचीत का कार्यक्रम देते हुए यह बताया गया है कि प्रधानमंत्री किस राज्य के मुखिया से किस दिन बात करेंगे।





सीएम योगी की 'माया' ने की सराहना

लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने उत्तर प्रदेश के जौनपुर,आजमगढ़ तथा अन्य जगहों पर दलितों पर एक विशेष समुदाय के लोगों की ओर से हाल में किये गये हमलों की शनिवार को निंदा की और हमलावरों पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ओर से की गई कार्रवाई की सराहना की।


एक समुदाय विशेष की ओर से किये गये हम हमलों पर अब तक मायावती की चुप्पी पर राजनीतिक गलियारों में सवाल उठाये जा रहे थे कि वो मुसलमानों के वोट की खातिर कुछ नहीं बोल रही हैं लेकिन उन्होंने शनिवार को एक के बाद एक तीन ट्वीट किये। उन्होंने कहा कि यूपी में चाहे आजमगढ,कानपुर देहात हो या जौनपुर में दलित समाज की बहन बेटियों पर हमले और उनके उत्पीड़न का मामला हो ,इसकी जितनी निंदा की जाय कम है। उन्होंने दूसरे ट्वीट में कहा कि इसके दोषी किसी भी जाति,धर्म सम्प्रदाय के हो या बड़े से बड़ा नेता हो उसे बख्शा नहीं जाना चाहिये । उन सभी के खिलाफ तुरंत कड़ी कार्रवाई होनी चाहिये। मायावती ने तीसरे ट्वीट में कहा कि आजमगढ़ में दलित बेटी के उत्पीड़न पर यूपी के सीएम ने कड़ी कार्रवाई की है,यह अच्छी बात है। वो देर आये लेकिन दुरूस्त आये। बहत बेटियों के उत्पीड़न के मामले में तुरंत और समय से कार्रवाई हो तो बेहतर होगा।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पिछले मंगलवार को जौनपुर में समुदाय विशेष के लोगों की ओर दलितों के घर जलाये जाने पर कड़ी कार्रवाई की और समाजवादी पार्टी के एक नेता समेत 35 लोगों पर गैगेस्टर तथ रासुका के तहत गिरफ्तार कराया।


भूकंपः कई पहलुओं पर शोध जारी

संजीव गुप्ता

नई दिल्ली। पिछले 2 महीने के दौरान दिल्ली-एनसीआर में बार-बार आ रहे भूकंपों की एक बड़ी वजह धरती की सूखती कोख भी है। भूजल स्तर में लगातार आ रही गिरावट से धरती के भीतर स्थित फाल्ट लाइनों का लोड असंतुलित हो रहा है। हालांकि अध्ययन अभी लगातार जारी है। इसके अन्य पहलुओं पर भी शोध चल रही है।

फाल्ट लाइन की एडजस्टमेंट के कारण भी आता है बार-बार भूकंप

गौरतलब है कि धरती का वजूद सात टेक्टोनिक प्लेटों पर टिका है। ये प्लेटें जब आपस में टकराती हैं या धरती के गर्भ में कुछ हलचल होती है तो हमें भूकंप का एहसास होता है। भारत जिस प्लेट पर टिका है उसे इंडो आस्ट्रेलियन प्लेट कहते हैं। बहुत बार भूकंप की वजह इस प्लेट का यूरेशियन प्लेट से टकराना होती है तो बहुत बार भूकंप फाल्ट लाइन की एडजस्टमेंट के कारण भी आता है।

फॉल्ट लाइन ही रहा है भूकंपों की वजह

दिल्ली -एनसीआर के अधिकेंद्र वाले भूकंपों की प्रमुख वजह आमतौर पर फाल्ट लाइन ही रही है। जानकारी के मुताबिक दिल्ली-एनसीआर में जमीन के नीचे मुख्यतया पांच लाइन दिल्ली-मुरादाबाद, दिल्ली-मथुरा, महेंद्रगढ़-देहरादून, दिल्ली सरगौधा रिज और दिल्ली- हरिद्वार रिज मौजूद है। लॉकडाउन के दौरान आए भूकंपों का अधिकेंद्र इन फाल्ट-लाइन लाइनों के आसपास ही रहा।

भूजल के गिरते स्तर से हो रहा फाल्ट लाइनों का लोड असंतुलित

केंद्र सरकार के निर्देश पर हैदराबाद स्थित राष्ट्रीय भूभौतिकीय अनुसंधान संस्थान (National Geophysical Research Institute) इस दिशा में शोध कर रहा है। प्राथमिक स्तर पर इन भूकंपों की एक वजह भूजल का गिरता स्तर भी सामने आ रहा है। भू वैज्ञानिकों के अनुसार भूजल को धरती के भीतर लोड (भार) के रूप में देखा जाता है। यह लोड फाल्ट लाइनों के संतुलन को बरकरार रखने में मददगार होता है। भूजल के गिरते स्तर से फाल्ट लाइनों का लोड असंतुलित हो रहा है, इसीलिए पिछले दिनों आए भूकंपों की गहराई भी धरती के भीतर अधिकतम 18-20 किलोमीटर तक यानी उस दायरे में रही, जहां अब भूजल नहीं मिलता। दूसरी तरफ एनजीआरआइ के भू वैज्ञानिकों ने उन सभी अनुमानों और आंकलनों को भी भ्रामक करार दिया है जो इन छोटे भूकंपों को किसी बड़्रे भूकंप की आशंका से जोड़ रहे हैं। उनका तर्क है कि पूर्व में ऐसा कोई रिकाॅर्ड नहीं है।

भूकंप मापने का नेटवर्क बढ़ा

इन भू वैज्ञानिकों का यह भी कहना है रिक्टर स्केल पर तीन से चार तक की तीव्रता वाले छोटे भूकंप पहले भी आते रहे हैं, लेकिन इनकी निगरानी नहीं हो पाती थी। वहीं, अब दिल्ली एनसीआर में भूकंप मापने का नेटवर्क विस्तार पा रहा है, इसीलिए एक दो तीव्रता वाले भूकंप भी रिकॉर्ड हो रहे हैं।

भूकंप की अन्य वजहों की पड़ताल जारी

डॉ. विनीत के. गहलोत (मुख्य वैज्ञानिक, एनजीआरआइ) का कहना है कि दिल्ली एनसीआर के भूकंपों को लेकर अध्ययन चल रहा है। भूजल का गिरता स्तर भी एक वजह सामने आ रही है। अन्य कारणों की पड़ताल जारी है। हालांकि इस तरह के शोधपरक अध्ययन में चूंकि वक्त लगता है, लिहाजा निष्कर्ष के लिए अभी इंतजार करना पड़ेगा।

सुप्रसिद्ध कुमाऊंंनी कलाकार का निधन

नई दिल्ली। उत्तराखंड में कुमाऊंनी के सुप्रसिद्ध लोकप्रिय गीतकार, संगीतकार एवं गायक हीरा सिंह राणा का शनिवार तड़के दिल का दौरा पड़ने से यहां निधन हो गया। वह 77 वर्ष के थे। राणा अल्मोड़ा जिले के मानिला गांव के रहने वाले थे और वर्तमान में पूर्वी दिल्ली के विनोद नगर में रहते थे।


लोक गायक वर्तमान समय में राजधानी में गठित कुमाऊंनी, गढ़वाली और जौनसारी भाषा अकादमी के उपाध्यक्ष थे। उनके निधन से देवभूमि के संगीत जगत को अपूरणीय क्षति हुई है। उन्हें लोग हीरदा कुमाऊंनी के नाम से भी पुकारते थे। महज 15 साल की उम्र से पहाड़ की संस्कृति से जुड़कर लोक गीतों की रचना करने वाले राणा का नाम उत्तराखण्ड के प्रमुख गायक कलाकारों में प्रथम पंक्ति में आता है। हीरदा ने रामलीला, पारंपरिक लोक उत्सव और वैवाहिक कार्यक्रमों से अपने गायन का सफ़र शुरू किया और बाद में आकाशवाणी नजीबाबाद, दिल्ली, लखनऊ ही नहीं अपितु देश-विदेश में भी अपनी बेहद सुरीली आवाज में पहाड़ी लोक गीतों की धाक जमायी है। उनका अंतिम संस्कार आज निगम बाेध घाट पर किया जाएगा।


बहू की रिपोर्ट पॉजिटिव, मचा हड़कंप

रुद्रपुर। बीते दिनों शहर के एक प्रतिष्ठित उद्योगपति की पुत्रवधू की प्राईवेट लैब में कोरोना जांच रिपोर्ट पाॅजिटिव आने से हड़कम्प मच गया था। अब स्वास्थ्य विभाग द्वारा भेजे गये सैंपलों में उक्त महिला सहित परिवार के अन्य 17 लोगों की रिपोर्ट नेगेटिव आई है। जिससे परिजनों ने राहत की सांस ली है। बता दें 11 जून को शहर के प्रतिष्ठित उद्योगपति के घर में कोरोना की दस्तक की खबर से शहर में हड़कम्प मच गया था। उद्योगपति की पुत्रवध को सांस में तकलीफ और बुखार की शिकायत थी। जिस पर परिजनों ने प्राइवेट लैब से उनका कोरोना टेस्ट कराया था। जिसमें उनकी रिपोर्ट पाॅजिटिव निकली। जिसके बाद आनन फानन में स्वास्थ्य विभाग ने उद्योगपति के परिवार समेत 17 लोगों के सैंपल लिए थे और पुत्रवधू को जिंजर होटल में आइसोलेट कर दिया था। स्वास्थ्य विभाग ने महिला सहित 17 लोगों के सैंपल जांच के लिए दिल्ली भेजे थे। आज वहां से आई रिपोर्ट में उद्योगपति की पुत्रवधू समेत 17 लोगों की रिपोर्ट नेगेटिव आई है। जिसके बाद परिजनों समेत शहर वालों ने राहत की सांस ली है। वहीं उद्योगपति के परिवार ने पूर्व मंे जांच रिपोर्ट पाॅजिटिव बताने वाले प्राईवेट संचालक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की बात कही है।


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस    (हिंदी-दैनिक)


 जून 14, 2020, RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-306 (साल-01)
2. रविवार, जूूून 14, 2020
3. शक-1943, अषाढ़, कृष्ण-पक्ष, तिथि-नवमी, विक्रमी संवत 2077।


4. सूर्योदय प्रातः 05:36,सूर्यास्त 07:28।


5. न्‍यूनतम तापमान 24+ डी.सै.,अधिकतम-40+ डी.सै.।


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