बुधवार, 3 जून 2020

प्रवासी श्रमिकों को 10 -10 हजार देंं सरकार

कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार से प्रवासी श्रमिकों तथा असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले लोगों के खातोें में दस दस हजार रुपये हस्तांतरित करने का अनुरोध किया है। बनर्जी ने वैश्विक महामारी कोरोना वायरस (कोविड-19) के कारण लोगों से समक्ष उत्पन्न हुई स्थिति पर चिंता जताते हुए कहा, “ लोगों को महामारी के कारण आर्थिक कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है।


मैं केंद्र सरकार से प्रवासी श्रमिकों तथा असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले लोगों के खातों में एक बार में दस दस हजार रुपये हस्तांतरित करने की अपील करती हूं। उन्होंने कहा कि इस काम में पीएम केयर्स की राशि का इस्तेमाल किया जा सकता है।


निसर्गः 3 राज्यों में 3 घंटों तक भूस्खलन

नई दिल्ली। चक्रवात ‘निसर्ग’ के कारण महाराष्ट्र, गुजरात और गोवा के तटीय जिलों में कम से कम तीन घंटे तक भूस्खलन होने की आशंका है। राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल के प्रमुख एस.एन. प्रधान ने बुधवार को कहा कि एनडीआरएफ की 43 टीमों की मदद से तटीय इलाकों को खाली कराने का काम लगभग पूरा हो चुका है।


प्रधान ने कहा कि चक्रवात भारत के मौसम विभाग (आईएमडी) द्वारा घोषित पूर्वानुमान के साथ आगे बढ़ रहा था और चक्रवात के बनने का विज्ञान महाराष्ट्र के दक्षिणी जिले में स्पष्ट था। एनडीआरएफ के महानिदेशक ने कहा कि महाराष्ट्र के एक बंदरगाह शहर रत्नागिरि में लहरें तेज हो गई हैं। तेज हवाएं चल रही हैं और बारिश हो रही है। रायगढ़ जिले के अलीबाग तटीय शहर के दक्षिण में दोपहर 1 बजे के बाद लैंडफॉल शुरू हुआ, जैसा कि भविष्यवाणी की गई थी। इससे पहले प्रधान ने कहा था कि “चक्रवात से दोपहर 2 बजे और शाम 4.30 बजे के बीच कुछ समय के लिए भूस्खलन होने की आशंका है।” उन्होंने कहा कि कुल 43 एनडीआरएफ टीमों को काम पर तैनात किया गया और तटीय इलाकों को खाली कराने का काम सभी मामलों में पूरा हो गया है। एनडीआरएफ की 43 टीमों में से 40 तैनात हैं और तीन आरक्षित हैं। इनमें से अठारह गुजरात में, 21 महाराष्ट्र में, 2 दमन और दीव में और 2 दादर और नगर हवेली में तैनात की गई हैं। अधिकांश टीमों को अरब सागर का सामना करने वाले तटीय जिलों में तैनात किया गया है।


प्रधान ने कहा, “इसके अलावा, एहतियाती कदम भी उठाए गए हैं और चक्रवात आश्रय में लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग के साथ लाइफ स्किल्स भी सिखाए जा रहे हैं। मेरा मानना है कि केंद्रीय एजेंसियों या राज्य एजेंसियों की ओर से चक्रवात का सामना करने के लिए सभी तैयारियां पूरी हैं। बहुत अच्छा समन्वय है।”पूर्वी तट को अम्फान द्वारा पस्त करने के बाद निसर्ग आया है। निसर्ग के उत्तर महाराष्ट्र और दक्षिण गुजरात के तटों को रायगढ़ जिले के हरिहरेश्वर शहर और दमन के बीच एक गंभीर चक्रवाती तूफान के रूप में पार करने की संभावना है। मई 1961 के बाद, निसर्ग जून में महाराष्ट्र तट से टकराने वाला पहला चक्रवात होगा। भविष्यवाणियों के अनुसार, महाराष्ट्र के तटीय जिले, जैसे सिंधुदुर्ग, रत्नागिरि, ठाणे, रायगढ़, मुंबई और पालगढ़ भी इससे प्रभावित होंगे। मौसम ब्यूरो ने महाराष्ट्र के कम से कम सात तटीय जिलों के लिए रेड अलर्ट किया है। जबकि गुजरात के तट के साथ कई जिलों में भी भारी बारिश के आसार हैं।


जेसिका लाल हत्याकांड सुप्त, शर्मा रिहा

जेसिका लाल हत्याकांड: जेल में अच्छे व्यवहार के चलते सिद्धार्थ शर्मा उर्फ मनु शर्मा रिहा



नई दिल्ली। जेसिका लाल हत्याकांड में उम्रकैद की सजा काट रहे दोषी सिद्धार्थ शर्मा उर्फ मनु शर्मा मंगलवार को रिहा हो गए हैं। उपराज्यपाल ने यह फैसला उनके अच्छे व्यवहार के चलते लिया है। रिहाई पर अंतिम फैसला उपराज्यपाल (एलजी) अनिल बैजल पर छोड़ा गया था। सजा समीक्षा बोर्ड (एसआरबी) की बैठक में मनु शर्मा की समय पूर्व रिहाई की सिफारिश किए जाने के बाद मंगलवार को अंतिम मंजूरी के लिए फाइल उपराज्यपाल अनिल बैजल के पास भेज दी गई है, जहां से मनु शर्मा की रिहाई के आदेश दे दिए गए। बता दें कि हरियाणा के पूर्व मंत्री विनोद शर्मा के बेटे मनु शर्मा को दिसंबर 2006 में दिल्ली हाई कोर्ट ने 1999 में जेसिका लाल की हत्या के लिए उम्रकैद की सजा सुनाई थी।


गौरतलब है कि तिहाड़ जेल सूत्रों ने बताया है कि यह छठी बार है जब समय से पहले रिहाई के लिए मनु शर्मा की याचिका सजा एसआरबी के समक्ष रखी गई। दिल्ली के गृहमंत्री सत्येंद्र जैन की अध्यक्षता में सोमवार को एसआरबी की बैठक में मनु शर्मा की रिहाई की सिफारिश की गई। दिल्ली सरकार के एक अधिकारी ने कहा कि सोमवार को 37 मामले मेरिट के आधार पर एसआरबी के सामने आए। इनमें से 22 मामले निर्धारित मापदंड के आधार पर रिहाई के योग्य पाए गए।


16 साल से ऊपर सजा काट चुका है मनु शर्मा


तिहाड़ के सूत्रों की मानें तो मनु शर्मा अपने जुर्म की सजा पूरी कर चुका है। मनु शर्मा के व्यवहार में हुए बदलाव को देखते हुए पहले उसे सेमी ओपन जेल, फिर ओपन जेल में शिफ्ट कर दिया गया था। बता दें कि कुछ साल पहले जेसिका लाल की बहन सबरीना लाल ने भी दोषी मनु शर्मा को जेल से रिहा करने को लेकर कोई आपत्ति नहीं जताई थी। उनका कहना था कि मनु शर्मा को जेल से छोड़े जाने पर उन्हें कोई एतराज नहीं है।



उत्तराखंड में 23 नए मामले, 7 स्वास्थ्य

देहरादून। उत्तराखंड में बुधवार को पहले 18 घंटों में 23 नये कोरोना संक्रमित मरीज आये हैं, जबकि सात स्वस्थ हो गये हैं। इस प्रकार जहां कुल संक्रमितों की संख्या 1066 पहुंच गई है, वहीं आठ लोगों की मौत और चार लोगों के राज्य से बाहर चले जाने व कुल 259 के स्वस्थ हो जोन के साथ प्रभावी संक्रमितों की संख्या 795 हो गयी है। अच्छी बात यह भी है कि आज 1029 लोगों की जांच नकारात्मक आई है और 1128 लोगों के नमूने लिये गये हैं। आज सर्वाधिक नौ मामले हरिद्वार, चार मामले चमोली, सात मामले प्राइवेट लैबों से तथा नैनीताल, पौड़ी गढ़वाल तथा देहरादून में एक-एक नये व्यक्तियों में कोरोना की पुष्टि हुई है।


नशेड़ी ने पत्नी को पीट-पीटकर मार डाला


  • गुरुबख्शगंज थाना क्षेत्र के कोरिहर गांव का मामला

  • पुलिस आरोपी की तलाश में जुटी


रायबरेली। उत्तर प्रदेश में रायबरेली जिले के गुरुबख्शगंज थाना क्षेत्र में एक शख्स ने अपनी पत्नी को इस कदर पीटा कि, उसकी मौत हो गई। पिटाई का वीडियो भी सामने आया है। जिसमें आरोपी अपनी पत्नी को पीटते हुए नजर आ रहा है। वारदात के बाद से आरोपी फरार है। वहीं, पुलिस के सामने छह साल के बेटे ने अपने पिता की करतूत बयां की है। पुलिस आरोपी की गिरफ्तारी के लिए प्रयासरत है।


ये वारदात गुरुबख्शगंज थाना क्षेत्र के कोरिहर गांव की है। धर्मराज शराब पीने का आदी था। मंगलवार की शाम धर्मराज शराब पीकर घर आया। वह किसी बात पर पत्नी से उलझ गया और फिर उसे बेरहमी के साथ पीटने लगा। शाम से शुरु हुआ विवाद देर रात तक चलता रहा। सुबह ग्रामीणों को पता चला कि धर्मराज की पत्नी संगीता दुनिया में नहीं रही।


ग्रामीण रामकेवल बताते हैं कि हम अपने ट्यूबवेल पर थे, तभी हमें संगीता के चीखने चिल्लाने की आवाज मिली थी। रात को भी धर्मराज की पत्नी की गुहार सुनाई पड़ी। आज सुबह उसकी मौत की खबर मिली। एक अन्य ग्रामीण गुड्डू बताते हैं की धर्मराज ने शराब पीकर पत्नी को मारा। प्रतिदिन वो पत्नी से झगड़ा करता रहता था। मंगलवार की शाम शराब ज्यादा पीकर आया और मारने लगा। उसे कई बार मना किया गया, लेकिन नहीं माना। जिससे मौत हो गई। फिलहाल पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजते हुए आरोपी पति की तलाश शुरू कर दिया है। एसपी स्वप्निल ममगई ने बताया कि तहरीर नहीं मिली है। तहरीर मिलते ही केस दर्ज किया जाएगा। आरोपी की तलाश में पुलिस टीम लगाई गई है।


भाजपा सांसद के लापता होने के पोस्टर

चंदौली में भाजपा सांसद के लापता होने का पोस्टर लगा , ढूंढ कर लाने वाले को 5,100 रुपए इनाम की घोषणा


 सुनील मिश्रा 


वाराणसी। केंद्रीय मंत्री एवं चंदौली सांसद डॉ महेंद्र नाथ पांडे चंदौली जिले के पीडीडीयू नगर में लापता होने का पोस्टर लगाया गया हैं। सांसद को ढूंढ कर लाने वाले को 5 ,100 रुपए इनाम की घोषणा भी की गई है। सांसद चंदौली के लापता होने के पोस्टर लाल बहादुर पीजी कॉलेज के पूर्व अध्यक्ष अंकित कुमार यादव ने लगवाई है।अपने को सपा नेता बताने वाले पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि करोना जैसी महामारी 2 महीने से अधिक हो गया मगर सांसद अपने संसदीय क्षेत्र में दिखाई नहीं दिए।इस संबंध में सांसद के मीडिया प्रभारी हरवंश पटेल ने कहा कि यह सस्ती लोकप्रियता हासिल करने के लिए घटिया हरकत की गई है। आगे कहा कि सांसद लगातार चंदौली के साथ हैं।उन्होंने जिले के लिए पीपीई किट भिजवाई है। चंदौली में कोई भूखा न रहे इसके लिए लगातार रसद सामग्री बाटी जा रही है।


सॉलिसिटर जनरल की बर्खास्तगी की मांग

उठने लगी है सॉलिसिटर जनरल की बर्खास्तगी की मांग 

नई दिल्ली। सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता अब हाईकोर्ट के न्यायाधीशों को धमकाने पर उतर आये हैं। शायद वे सोच रहे हैं कि सोहराबुद्दीन एनकाउंटर केस या जस्टिस लोया की संदिग्ध मौत जैसे मामले हैं प्रवासी मजदूरों के, जो मैनेज हो जायेंगे। तुषार मेहता की उच्चतम न्यायालय में की गयी अमर्यादित तीखी टिप्पणियों का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। तुषार मेहता ने दुर्दशाग्रस्त प्रवासी मजदूरों के प्रति जो अहंकारी असहिष्णुता दिखाई है, उससे उनकी कड़ी आलोचना हो रही है। देश के 19 हाईकोर्टों जहाँ कोविड-19 से सम्बन्धित मामलों की सुनवाई हो रही है, पर समानांतर सरकार चलाने के तुषार मेहता के आरोप को उच्च न्यायालयों को धमकाने का प्रयास माना जा रहा है। जब प्रवासी मजदूरों से सम्बन्धित सभी याचिकाओं में बिना शपथपत्र लिए उच्चतम न्यायालय ने सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता की सभी बातें मान लीं तो उनका अहंकार स्वाभाविक है।  

इंडियन एक्सप्रेस में तो तुषार मेहता की बर्खास्तगी तक की मांग शुरू हो गयी है। तवलीन सिंह के लेख में कहा गया है कि उच्चतम न्यायालय में तुषार मेहता द्वारा की गयी अमर्यादित टिप्पणियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार को इतना ज्यादा नुकसान पहुंचाया है, जितना विपक्ष भी नहीं पहुंचा सका है। इसका कारण यह है कि मेहता ने सड़क पर पैदल चलने वाले उन प्रवासी मजदूरों के प्रति अहंकारी असहिष्णुता दिखाई है, जिन्होंने कोविड-19 में अपना सब कुछ खो दिया है। प्रवासी मजदूरों का  जितना नुकसान कोविड-19 ने नहीं पहुंचाया उससे ज्यादा  कार्यपालिका की आपराधिक लापरवाहियों ने पहुंचा दिया है। प्रधानमन्त्री से तुषार मेहता को बर्खास्त करने की मांग की गयी है। 

यूपी: 7 दिनों के राजकीय शोक की घोषणा की गई

यूपी: 7 दिनों के राजकीय शोक की घोषणा की गई  संदीप मिश्र  लखनऊ। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन को लेकर उत्तर प्रदेश में भी 7 दिनों के...