मंगलवार, 2 जून 2020

संकट में कौशलता से समृद्धिः एनटीपीसी

नई दिल्ली। देश के सबसे बड़े बिजली उत्पादक एनटीपीसी ने अपने 19,000 से अधिक कर्मचारियों और उनके परिवार के सदस्यों को सीखने के अनेक नए अवसर प्रदान किए हैं। कोविड-19 महामारी के कारण लगाए गए लॉक डाउन से संबंधित शर्तों को पूरा करते हुए एनटीपीसी लर्निंग एंड डेवलपमेंट (एलएंडडी) रणनीति को गहन डिजिटलीकरण और ऑनलाइन प्रशिक्षण के माध्यम से इस तरह डिजाइन किया गया है कि इसकी सहायता से कर्मचारियों को और समृद्ध किया जा सके और वे इन सेवाओं को कहीं से भी हासिल कर सकें। इसके अलावा, कंपनी ने अपने कर्मचारियों को एक कड़े ऑनलाइन तकनीकी पाठ्यक्रम का हिस्सा बनने का मौका देने के लिए विश्व बैंक के साथ सहयोग किया है।


इस तरह कर्मचारी आभासी कक्षाओं में भाग ले सकेंगे, असेसमेंट दे सकेंगे और फिर प्रमाणपत्र प्राप्त कर सकेंगे। एनटीपीसी के अपेक्स एल एंड डी सेंटर पावर मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट ने तकनीकी, कार्यात्मक, स्वास्थ्य और सुरक्षा से लेकर विभिन्न विषयों में 250 से अधिक प्रशिक्षण सत्र आयोजित किए हैं। इसके अलावा, पावर प्लांट परियोजनाओं में स्थित एनटीपीसी के क्षेत्रीय अध्ययन और विकास केंद्रों ने लगभग 100 से अधिक ऑनलाइन सीखने के अवसर पैदा किए हैं। एनटीपीसी निरंतर लर्निंग सत्रों के माध्यम से अपने कर्मचारियों को सीखने की ओर प्रेरित करने का प्रयास करता रहा है और ऐसी लर्निंग प्रणालियों को अपनाता रहा है। इनकी सहायता से विशिष्ट परिदृश्यों के लिए उन्हें प्रशिक्षित किया जा सके। कंपनी का मानना है कि संकट के दौर में भी अपने कौशल को बढ़ाना बेहद जरूरी है। इसलिए कंपनी ने एक और अनोखा कदम उठाते हुए ‘45-डे लर्निंग चैलेंज‘ के लिए साझेदारी की है, ताकि अपने कर्मचारियों को तकनीकी, वित्त और मानव संसाधन जैसे विभिन्न विषयों के बारे में 45 दिनों के दौरान पूरी तरह से प्रशिक्षित किया जा सके। यह प्रक्रिया कर्मचारी अपने घर से पूरी करते हैं और इसके बाद प्रमाणपत्र प्राप्त कर सकते हैं। अत्याधुनिक सत्र प्रदान करने वाली बाहरी एजेंसियों के साथ भी कंपनी ने सहयोग किया है और ‘आर्ट ऑफ लिविंग’ के सहयोग से एक समग्र कल्याण कार्यक्रम भी चलाया जा रहा है। सभी उम्र के कर्मचारी और परिवार के सदस्य इसमें भाग ले सकते हैं, जिससे वर्तमान मुश्किल हालात में उन्हें मजबूत और केंद्रित रहने में मदद मिल सके।


इसी तरह, कर्मचारी सहायता कार्यक्रम- ईएपी के माध्यम से परामर्श सेवाओं के आधार पर एक विशेष छह महीने की पहल, ‘स्नेहल 2.0’ को कर्मचारियों के परिवार के सदस्यों के लिए विस्तारित किया गया है। चैबीसों घंटे उपलब्ध ईएपी सेवा गोपनीय है और केवल चुनिंदा उपयोगकर्ताओं को ही उपलब्ध कराई जाती है। इसी तरह, पावर प्लांट से संबंधित अनिवार्य उपकरण जैसे टर्बाइन, बॉयलर, वाटर केमिस्ट्री, रिन्यूएबल एनर्जी और अन्य महत्वपूर्ण ओ एंड एम (ऑपरेशंस एंड मेंटेनेंस) क्षेत्रों में इन-हाउस के साथ-साथ गेस्ट फैकल्टीज की सहायता से भी कक्षाएं आयोजित की जा रही हैं। नई शिक्षण पद्धतियों में ऑनलाइन फोरम, वेबिनार, आंतरिक रूप से विकसित मोबाइल एप्लिकेशन ‘सम्वाद‘ के साथ-साथ इंटरनेट और इसके आंतरिक शिक्षण पोर्टल का लाभ उठाना शामिल है।


नंबर एक पर आगरा, कुल मामले 8361

  
 
 


लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या तेजी से बढ़ना जारी है। सोमवार को 296 नए मरीजों के साथ संक्रमितों का आंकड़ा 8361 तक पहुंच गया। वायरस के संक्रमण से मरने वालों की संख्या अब 222 हो गई है। हालांकि संक्रमित हुए 5030 लोग अब स्वस्थ्य हैं। संक्रामक रोग विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ़ विकासेंदु अग्रवाल ने बताया कि आगरा में 890, मेरठ में 449, नोएडा में 484, लखनऊ में 399, कानपुर शहर में 372, गाजियाबाद में 328, सहारनपुर में 255, फिरोजाबाद में 273 ,मुरादाबाद में 234, वाराणसी में 193, रामपुर में 179, जौनपुर में 183, बस्ती में 191, बाराबंकी में 159, अलीगढ़ में 160, हापुड़ में 148, बुलंदशहर में 126 सिद्धार्थनगर में 123 ,अयोध्या में 116, गाजीपुर में 126, अमेठी में 148, आजमगढ़ में 111, बिजनौर में 101, प्रयागराज में 95, संभल में 110, बहराइच में 87, संत कबीरनगर में 106, प्रतापगढ़ में 78, मथुरा में 77 ,सुल्तानपुर में 90, गोरखपुर में 104, मुजफ्फरनगर में 81, देवरिया में 95, रायबरेली में 72, लखीमपुर खीरी में 69, गोंडा में 65, अंबेडकर नगर में 66, बरेली में 56, इटावा में 55, महाराजगंज में 64, फतेहपुर में 54, कौशांबी में 49, कन्नौज में 60, पीलीभीत में 46, शामली में 46, बलिया में 56, जालौन में 44, सीतापुर में 42, बदायूं में 41, बलरामपुर में 41, भदोही में 44, झांसी में 42, चित्रकूट में 38, मैनपुरी में 52, मिर्जापुर में 34, फरु खाबाद में 37, उन्नाव में 37, बागपत में 43, औरैया में 29, श्रावस्ती में 32, एटा में 34, बांदा में 25, हाथरस में 33, मऊ में 29, चंदौली में 22, कानपुर देहात में 20, शाहजहांपुर में 26,कासगंज में 20, कुशीनगर में 24, महोबा में 12, सोनभद्र में 9, हमीरपुर में 5 और ललितपुर में 3 लोग पॉजिटिव पाए गए हैं।

प्रमुख सचिव (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य) अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि प्रदेश का रिकवरी रेट 59़71 फीसदी हो गया है। उन्होंने बताया कि रविवार को 8642 सैम्पल टेस्ट किए गए। टेस्टिंग की क्षमता को बढ़ाते हुए हर जिले में एक-एक ट्रनेट मशीन उपलब्ध कराई जा रही है। उन्होंने बताया कि 20 ट्रनेट मशीन 20 जनपदों में उपलब्ध करा दी गई। सोमवार को प्रदेश के स्टेट प्लेन से 21 और ट्रनेट मशीनें आ गई हैं, जिन्हें कल 21 जनपदों में लगा दिया जाएगा। बाकी जिलों में भी दो-तीन दिन में मशीनें उपलब्ध हो जाएंगी। रविवार को 958 पूल टेस्ट किए गए, जिसमें से 847 पूल 5-5 सैम्पल के तथा 111 पूल 10-10 सैम्पल के थे। प्रसाद ने बताया कि आशा वर्कर्स कामगारों/श्रमिकों के घर पर जाकर संपर्क कर उनके लक्षणों का परीक्षण कर रही हैं, जिसके आधार पर कामगारों-श्रमिकों का सैम्पल इकट्ठा कर जांच की जा रही है।
उन्होंने बताया कि आशा वर्कर्स द्वारा अब तक 11,47,872 कामगारों/श्रमिकों से उनके घर पर जाकर संपर्क किया गया, इनमें 1027 लोगों में कोरोना जैसे लक्षण पाए गए। उन्होंने बताया कि आरोग्य सेतु एप पर अलर्ट जनरेट होने पर लोगों को कंट्रोल रूम से कल किया जा रहा है। अब तक कुल 49,823 लोगों को फोन कर उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली गई है। अब तक 1,00659 सर्विलांस टीम द्वारा 78,27,404 घरों के 3,97,54,181 लोगों का सर्वेक्षण किया गया।



पंजाब में शराब पर लगेगा 'कोविड़-सैस'

चंडीगढ़। कोरोनावायरस और राज्य में लम्बे समय से लगाए गये लॉकडाउन के कारण भारी राजस्व घाटे का सामना करने की स्थिति के दौरान पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने सोमवार को 1 जून से शराब पर कोविड सैस लगाने की मंजूरी दे दी। इस फ़ैसले से राज्य को मौजूदा वित्तीय वर्ष के दौरान 145 करोड़ रुपए का अतिरिक्त राजस्व एकत्रित होगा।
मुख्यमंत्री ने मंत्रियों के समूह की सिफारिशों को मानते हुये कहा कि राज्य को 26000 करोड़ रुपए के राजस्व का नुकसान हुआ है जो साल 2020 -21 के कुल बजट राजस्व अनुमानों का 30 प्रतिशत बनता है जिस कारण अतिरिक्त राजस्व जुटाने के लिए कुछ कठोर उपायों की ज़रूरत है। मौजूदा वित्तीय वर्ष के दौरान शराब पर असैसड फीस और अतिरिक्त आबकारी ड्यूटी लगाने संबंधी मूल्यांकन करने के लिए मंत्रियों का समूह 12 मई को बनाया गया था।
मुख्यमंत्री ने आबकारी और कर विभाग को निर्देश देते हुये कहा कि अतिरिक्त जुटाए जाने वाले राजस्व की सारी रकम कोविड से सम्बन्धित कामों पर ख़र्ची जायेगी। यह सैस मौजूदा वर्ष के दौरान एल -1/एल -13 (थोक लायसेंस) से शराब की ट्रांसपोर्टेशन के पर्मिट जारी करते समय वसूला जायेगा।
कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने इससे पहले मंत्रियों के समूह जिसमें वित्त मंत्री, शिक्षा मंत्री, आवास निर्माण और शहरी विकास मंत्री, वन और वन्य जीव मंत्री शामिल थे, को शराब की बिक्री पर विशेष सैस /कोविड सैस लगाने के प्रस्ताव का मूल्यांंकन करने के लिए कहा था जिससे कोविड के अनिर्धारित संकट के कारण हो रहे राजस्व के नुकसान के कुछ हिस्से की पूर्ति हो सके।
मंत्रियों के समूह की सिफारिशों की दिशा में आबकारी और कर विभाग ने फ़ैसला किया है कि आयातित विदेशी शराब और बीयर पर अतिरिक्त असैसड फीस लगाई जाये। इसके अलावा अन्य तरह की शराबों पर अतिरिक्त आबकारी ड्यूटी लगाई जाए।


24 घंटे, संक्रमण के 8171 नए मामले

कोरोना के 8171 नए मामले सामने आए, 204 लोगों की मौत


नई दिल्ली। देश में अब हर रोज 8 हजार से अधिक मामले सामने आ रहे हैं। मंगलवार को स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले 24 घंटे में 8 हजार 171 नए मामले सामने आए हैं और इस जानलेवा बीमारी की चपेट में आकर 204 लोगों की मौत हो गई। वहीं, पिछले 24 घंटे में 3709 लोग ठीक हुए हैं।



अब देश में कुल मरीजों की संख्या 1 लाख 98 हजार 706 है। इसमें से 5 हजार 598 लोगों की मौत हो चुकी है। राहत की बात है कि करीब 50 फीसदी यानी 95 हजार 527 मरीज कोरोना से जंग जीत चुके हैं। अभी देश में कुल एक्टिव केस की संख्या 97 हजार 581 है। पिछले कुछ दिनों में मरीजों के ठीक होने का आंकड़ा तेजी से बढ़ रहा है।



सीबीआई के मुख्यालय तक पहुंचा वायरस

नई दिल्ली। महामारी के बढ़ते कहर के बीच कोरोना वायरस की चपेट में सीबीआई का दफ्तर भी आ गया है। सीबीआई मुख्यालय में नियुक्त दो अधिकारियों में कोविड-19 संक्रमण के मामले सामने आए हैं। सूत्रों ने सोमवार को बताया कि जांच एजेंसी में पहली बार संक्रमण का मामला सामने आया है। सीबीआई के इन दो अधिकारियों को छुट्टी पर भेज दिया गया है।


सूत्रों ने कहा कि कोरोना वायरस की चपेट में आने वाले अधिकारियों को छुट्टी पर भेज दिया गया है। इसके साथ ही अधिकारियों को स्वस्थ होने तक क्वारंटीन में रहने के लिए कहा गया है। वरिष्ठ अधिकारियों ने अपने दो संक्रमित सहयोगियों की पहचान उजागर नहीं की। एजेंसी उनके संपर्क में आने वालों का पता लगाएगी और जो लोग उनके संपर्क में आए, उन्हें सलाह देगी कि घर से काम करना शुरू करें। संपर्क में आने वाले लोगों को भी क्वारंटीन के प्रोटोकॉल का पालन करना होगा। सीबीआई ने मार्च के तीसरे हफ्ते से सामाजिक दूरी और सैनिटाइजेशन के नियमों का पालन करना शुरू कर दिया था, जिसमें प्रत्येक कर्मचारी के तापमान की जांच की गई और मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया गया।


बता दें कि भारत में हर गुजरते दिन के साथ कोरोना वायरस का कहर बढ़ता जा रहा है। अब तक देश में कोरोना वायरस के 1.90 लाख मामले सामने आ चुके हैं। कोरोना वायरस की वजह से अब तक 5395 लोगों की जान जा चुकी है।


दिल्ली-एनसीआर में 'आंधी-तूफान' की संभावना

नई दिल्ली। दिल्ली एनसीआर समेत हरियाणा और पंजाब और उत्तर प्रदेश में बारिश ने गर्मी से राहत दी है। बारिश की वजह से अगले कुछ दिनों तक इन इलाकों में तापमान कम रहने के आसार हैं। उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सो में अगले तीन घंटों में धूल भरी आंधी और गरज के साथ हल्की बारिश की चेतावनी लखनऊ मौसम विभाग ने जारी की है। इनमें संत रविदास नगर, मिर्जापुर, वाराणसी, सोनभद्र, चंदौली, गाजीपुर, ललितपुर, झांसी, महोबा, सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर, बागपत, मेरठ, गौतम बौद्ध नगर, गाजियाबाद, बुलंदशहर, हापुड़, अमरोहा, बिजनौर, अलीगढ़, मथुरा, संभल, बदायूं, हाथरस, मुरादाबाद, कानपुर जिले और आसपास के क्षेत्र शामिल हैं।


मौसम विभाग ने हरियाणा के करनाल, सोनीपत, पानीपत में 20-40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तेज़ हवाओं के साथ आंधी-तूफान की आशंका भी जताई है।


नशेड़ी पिता ने तीन मासूमों को नदी में फेंका

नशे में धुत पिता ने तीन मासूम बेटियों को नदी में फेंका, तलाश जारी




संतकबीरनगर। यूपी में बाप-बेटी के गहरे व पवित्र रिश्ते को दागदार करने वाला एक मामला सामने आया है। यूपी के संतकबीर नगर में नशे के आदी पिता ने अपनी तीन मासूम बेटियों को नदी में फेंक दिया। घंटों बाद भी उनका कोई पता नही चला है। गोताखोर उनकी तलाश में जुटे हुए हैं । पुलिस ने एसडीआरएफ की टीम को भी सर्च के लिए बुलाया है। पुलिस ने आरोपी बाप व उस काम में उसकी मदद करने वाले उसके एक दोस्त को गिरफ्तार कर लिया है।


मामला यूपी के संतकबीरनगर के बिड़हर पुल का है। यहां  धनघटा थाना क्षेत्र के डीहवा गांव निवासी सरफराज बाइक से पहुंचा। बाइक पर उसकी तीन बेटियां सना साढ़े सात साल, सबा साढ़े चार और समां ढाई साल भी थीं। उसके साथ उसका एक दोस्त भी था। उसने बाइक पुल पर रोकी और तीनों बच्चियों को एक-एक कर पुल से घाघरा नदी में फेंक दिया।सरफराज को ऐसा करते उधर से गुजर रहे लोगों ने देखा तो तुरंत इसकी सूचना पुलिस को दी। सूचना पाते ही पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने तुरंत गोताखोरों को तीनों बच्चियों की तलाश में पानी में भेजा। दूसरी ओर एसडीआरएफ की टीम भी बुलाई गई है। एसपी ब्रजेश सिंह ने बताया की सरफराज नाम का व्यक्ति मुम्बई में रहकर ट्रक चलाता है। 20 दिन पहले ही वह मुम्बई से वापस आया है। सरफराज की 2012 में शादी हुई थी। उन्होंने बताया कि नशे का आदी होने के कारण उसके पारिवार में हमेशा पारिवारिक कलह होती रहती है।


सोमवार सुबह नशे की हालत में अपने दोस्त की मदद से वह मोटरसाइकिल से अपनी तीन मासूम बेटियों को लेकर पुल पर पहुंचा और उन्हें नदी में फेंक दिया। चौथी बच्ची सात महीने की अनम को भी वह ले जाना चाहता था लेकिन वो उसे नही ले जा सका। एसपी ने बताया कि बच्चियों की तलाश के लिए गोताखोर लगाए गए हैं। एसडीआरएफ की टीम को भी मदद के लिए बुलाया गया है। हांलाकि अभी तक उनका कुछ पता नही चला है। आरोपी पिता व उसके दोस्त को दब्बिश देकर गिरफ्तार कर लिया गया है।




यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें  सुनील श्रीवास्तव  मॉस्को। यूक्रेन द्वारा अमेरिका के 9 /11 जैसा अटैक करते हुए कजान पर ड्रोन ...