मंगलवार, 2 जून 2020

कोरोना आधारित विश्व का पहला 'उपन्यास'

नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश में कानपुर के एक युवा कॉलेज छात्र ने कोरोना महामारी पर लॉकडाउन में अंग्रेजी में एक उपन्यास लिख डाला है जिसका लोकार्पण 10 जून को होने वाला है। अठारह वर्षीय छात्र यश तिवारी ने दावा किया है कि उनका यह उपन्यास भारत का ही नही बल्कि दुनिया का कोरोना संकट पर पहला उपन्यास है।


कानपुर में जागरण कालेज में पत्रकारिता के छात्र यश तिवारी का कहना है कि ‘पैनेडेमिक 2020′ नामक उनका यह उपन्यास पहले ई बुक के रूप में और उसके बाद प्रिंट के रूप में निकल रहा है। दस जून को इसे ऑनलाइन लांच किया जा रहा है । यह किंडल और अमेज़न पर भी उपलब्ध होगा।


उन्होंने बताया कि कोरोना पर किताबें तो आई है लेकिन यह पहला उपन्यास है। अंग्रेजी में 50 हज़ार शब्दों के उपन्यास को ही उपन्यास माना जाता है। उनका उपन्यास 14 अध्यायों में है। इसमे चार देश की घटनाएं शामिल हैं जिनमें भारत के अलावा चीन अमेरिका और इटली भी शामिल है। इस उपन्यास की घटनाएं सत्य है पर पात्र काल्पनिक हैं। यश तिवारी 16 साल की उम्र में पहला अंग्रेजी उपन्यास ‘ए सेलिबरेशन इन टरबुलेंस’ लिख चुके हैं और उन्हें कई पुरस्कार भी मिले है। वह एक प्रेरक वक्ता भी हैं।


कई आतंकियों को मुख्यधारा में ले आए

श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर में पुलवामा जिले के त्राल में मंगलवार तड़के घेराबंदी एवं तलाश अभियान के दौरान सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में दो आतंकवादी मारे गये। पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने बताया कि पुलवामा जिले में त्राल के सोइमोह गांव में आतंकवादियों के छुपे होने की खुफिया जानकारी मिलने पर राष्ट्रीय राइफल्स, जम्मू-कश्मीर पुलिस के विशेष अभियान समूह और केंद्रीय सशस्त्र अर्धसैनिक बल के जवानों ने तड़के करीब तीन बजे संयुक्त अभियान चलाया।


उन्होंने बताया कि सुरक्षा बलों के जवान जब गांव में एक लक्षित क्षेत्र की ओर बढ़ रहे थे, वहां छुपे आतंकवादियों ने उन पर अत्याधुनिक स्वचालित हथियारों से गोलीबारी शुरू कर दी। सिंह ने बताया कि सुरक्षा बलों ने इलाके की चारो ओर से घेराबंदी करने के बाद आतंकवादियों को आत्मसमर्पण के लिए कहा लेकिन वे गोलीबारी करते रहें। इस पर सुरक्षा बलों को भी जवाबी कार्रवाई करनी पड़ी जिसमें एक आतंकवादी मारा गया। इसके बाद कुछ समय तक गोलीबारी रुकी रही। थोड़ी देर बाद दोबारा शुरू हुई मुठभेड़ में दूसरा आतंकवादी भी मारा गया। उनके पास से भारी मात्रा में गोला-बारूद और हथियार बरामद किये गये हैं।उन्होंने बताया कि सुरक्षा बलों का अभियान समाप्त हो गया है लेकिन तलाशी अभी जारी है। पुलिस महानिदेशक ने बताया कि कुलगाम में पिछले दिनों हुई मुठभेड़ के दौरान भी सुरक्षा बल आतंकवादियों से आत्मसमर्पण के लिए कहते रहें लेकिन वे नहीं माने। उन्होंने कहा, “हम उनके आत्मसमर्पण के लिए प्रयास करते हैं, हम उनकी जान बचाना चाहते हैं लेकिन पाकिस्तानी एजेंसियां उन्हें हिंसा के लिए उकसाती हैं।”


सिंह ने कहा, “हम अपने प्रयासों और आतंकवादियों के माता-पिता की मदद से कई आतंकवादियों को मुख्यधारा में वापस लाने में सफल रहे हैं। हम युवाओं से दोबारा हिंसा की राह छोड़कर मुख्यधारा में लौटने की अपील करते हैं। हम उन्हें सामान्य जीवन जीने में मदद करने के लिए तैयार हैं।”


हम विकास की रफ्तार हासिल करेंगे

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि आत्मनिर्भर भारत पैकेज देश के एमएसएमई यानी सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम के इंजन के लिए ईंधन का काम करेगा। प्रधानमंत्री भारतीय उद्योग परिसंघ यानी सीआईआई के 125 साल पूरे होने पर वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए देश के उद्योग जगत को संबोधित करते हुए कहा कि भारत अपने ग्रोथ की रफ्तार को जल्द हासिल करेगा।


मोदी ने कहा, “वी विल गेट ग्रोथ बैक यानी हम विकास की रफ्तार वापस हासिल करेंगे।” उन्होंने एमएसएमई की परिभाषा में बदलाव के सरकार के फैसले का जिक्र करते हुए कहा कि इससे देश में उद्योग को बढ़ावा मिलेगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि कोरोना महामारी के संकट के समय सरकार ने देश के 74 करोड़ लोगों के घरों तक राशन पहुंचाया।


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हम निश्चित तौर पर अपना विकास हासिल करेंगे और अर्थव्यवस्था को ट्रैक पर लौटाना सरकार की पहली प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि हम निश्चित तौर पर अपना विकास हासिल करेंगे। पीएम ने सीआईआई के वार्षिक सत्र 2020 को संबोधित करते हुए कहा कि देश अब लॉकडाउन के दौर से निकल चुका है और अब अर्थव्यवस्था के खुलने का समय आ गया है।



 


हनुमान मेरे लिए मुसलमान हैः नवाब

खनऊ। एमएलसी बुक्कल नवाब ने हनुमान चालीसा का जाप किया। बड़े मंगल के मौके पर कल्ला कोठी शनि मंदिर चौक पर विशेष आयोजन किया गया था। इसमें कोरोना वायरस से बचाव के लिए विशेष प्रार्थना भी की गई। भाजपा के एमएलसी बुक्कल नवाब कार्यक्रम के मुख्य आयोजक भी थे। वह मंच पर तिलक लगाकर बैठे हुए थे और उन्होंने हनुमान चालीसा का पाठ किया।


बुक्कल नवाब हनुमान जी को लेकर उस वक्त भी चर्चा में आ चुके हैं, जब उन्होंने हनुमान जी को मुसलमान बता डाला था। उन्होंने कहा था कि हनुमान का नाम मुसलमानों से मिलता है। हमारा मानना है कि कई ऐसे नबी आए हैं जिनका नाम मालूम नहीं है तो हनुमान मेरे लिए मुसलमान हैं। हालांकि बाद में उन्होंने अपने इस बयान के लिए माफी मांग ली थी।


राजनीतिः स्मृति ने सोनिया को दिया जवाब

अमेठी। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने ट्वीट्स की एक श्रृंखला में अपने निर्वाचन क्षेत्र अमेठी से उनकी ‘अनुपस्थिति’ पर सवाल उठाने के लिए कांग्रेस पर पलटवार किया है। स्मृति ईरानी के ‘लापता’ बताने वाले इस पोस्टर को सोमवार अमेठी में देखा गया। कांग्रेस एमएलसी दीपक सिंह द्वारा अपने ट्विटर हैंडल से स्मृति की अनुपस्थिति को लेकर सवाल उठाए गए।


उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, “अमेठी में कोरोना ने पहली बार तब कदम रखा, जब आपके नेताओं ने लॉकडाउन के नियम तोड़े। अब आप चाहते हैं कि मैं लोगों को अपने घरों से बाहर निकलने के लिए प्रोत्साहित करूं ताकि आप ट्विटर-ट्विटर खेल सकें? अमेठी शायद आपको प्यारी न होगी, लेकिन मुझे है। लोगों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ करना बंद करें।”एक अन्य ट्वीट में केंद्रीय मंत्री ने लिखा, “सभी नियमों को ध्यान में रखते हुए अब तक 22,150 प्रवासी मजदूर बस से और 8322 ट्रेन से अमेठी में लौट आए हैं। मैं एक-एक परिवार, एक-एक व्यक्ति का नाम बता सकती हूं। क्या सोनिया जी रायबरेली के लिए यही विवरण दे सकती हैं?”


उनके खिलाफ लगाए गए लापता पोस्टर पर बात करते हुए स्मृति ने ट्वीट किया, “अगर आपने पोस्टर लगाए हैं, तो कम से कम अपना नाम भी दे देतें। इतना क्यों शर्माना? क्या ऐसा इसलिए है क्योंकि आप जानते हैं कि जनता शायद उन्हें कभी माफ नहीं करेगी जिन्होंने शर्मनाक ढंग से उस वाक्ये का हवाला दिया है, जहां मैं एक स्थानीय नेता के दाह संस्कार में शामिल हुई थी?”उन्होंने आगे कहा कि वह लगातार जिला अधिकारियों के संपर्क में रही हैं और यह सुनिश्चित करने के लिए प्रयास किया है कि हर संबंधित व्यक्ति को प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना का लाभ मिल सकें। उन्होंने पूछा, “कृपया हमें बताएं कि कितनी बार सोनिया जी ने अपने निर्वाचन क्षेत्र के लिए इस तरह के प्रयास किए हैं?”


स्मृति ने आगे यह भी कहा, “मैं आठ महीने में दस बार अमेठी गई हूं और 14 दिन अमेठी में बिताए हैं। सोनिया जी कितनी दफा गई हैं अपने निर्वाचन क्षेत्र में?” स्मृति ईरानी के खिलाफ इस लापता पोस्टर को कांग्रेस के विभिन्न नेताओं द्वारा सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर व्यापक रूप से साझा किया गया, हालांकि उन्होंने इस तथ्य को स्वीकारने से इंकार कर दिया कि पोस्टर पार्टी के नेताओं द्वारा ही लगाए गए हैं।पोस्टर में बताया गया कि बीजेपी सांसद ने 2019 का चुनाव जीतने के बाद केवल दो ही बार महज कुछ घंटों के लिए जिले का दौरा किया है।


इस ब्लैक एंड व्हाइट पोस्टर में स्मृति की तस्वीर के साथ आगे यह भी लिखा है, “हमने आपको ट्विटर के माध्यम से अंताक्षरी खेलते हुए देखा है। हमने आपके माध्यम से एकात व्यक्ति को लंच देते हुए देखा है, लेकिन अमेठी के सांसद होने के नाते से आज इस विपरीत समय में अमेठी की मासूम जनता अपनी आवश्यकताओं और परेशानियों के लिए आपको ढूंढ़ रही है, बिगत कई महीनों की परेशानियों के बीच में यूं ही अमेठी की जनता को निराश्रित छोड़ देना यह दर्शाता है कि शायद अमेठी आपके लिए महज टूर हब है। क्या अब आप अमेठी में सिर्फ कंधा ही देने आयेंगी?” ऑल इंडिया महिला कांग्रेस के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से इस पोस्टर को शेयर किया गया है।


सीमा बंद करना अनुचित, हस्तक्षेप करे केंद्र

नई दिल्ली। बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने कोरोना महामारी के मद्देनजर राज्यों की सीमाओं को बंद करने के प्रयासों को अनुचित बताते हुए केंद्र सरकार के हस्तक्षेप की मांग की है।


मायावती ने मंगलवार को एक ट्वीट श्रंखला में कहा कि कोरोना महामारी से निपटने के लिए राज्यों के बीच सद्भावना और सहयोग की जरूरत है। इसके लिए सीमाएं बंद नहीं की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि स्थिति को देखते हुए केंद्र सरकार को इस मामले में हस्तक्षेप करना चाहिए। मायावती ने कहा, “कोराेना के बढ़ते मरीजों और मौतों के मद्देनजर केन्द्र तथा देश के विभिन्न राज्यों के बीच तालमेल एवं सद्भावना के बजाय उनके बीच बढ़ता आरोप-प्रत्यारोप तथा राज्यों की आपसी सीमाओं को बंद करना अनुचित और कोरोना के विरूद्ध संकल्प को कमजोर करने वाला है। इसमें केन्द्र का प्रभावी हस्तक्षेप जरूरी है।


दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कोरोना महामारी के प्रकोप को देखते हुए राज्य की सीमा बंद करने के निर्देश दिए हैं। केजरीवाल के इस निर्णय पर गंभीर सवाल उठाए गए हैं। खासकर हरियाणा और उत्तर प्रदेश से जुड़े राजनेताओं ने इसकी कड़ी आलोचना की है और कहा है कि दिल्ली देश की राजधानी है और इस पर सभी का हक समान है।


संक्रमित रेडियोलॉजिस्ट पूरी तरह स्वस्थ

बरेली। रामपुर गार्डन के कोरोना पॉजिटिव रेडियोलॉजिस्ट अभी तक पूरी तरह से स्वस्थ्य हैं। उनमें कोरोना के कोई भी लक्षण नहीं मिले हैं। रेडियोलॉजिस्ट का मंगलवार को सैंपल लिया जाएगा। इसकी रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद उन्हें अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया जाएगा।


28 मई को रामपुर गार्डन के एक रेडियोलॉजिस्ट के संक्रमित मिलने के बाद उनका उपचार अब एल-1 कोविड अस्पताल एसआरएमएस में चल रहा है। रेडियोलॉजिस्ट को क्वारंटाइन कर उनके संपर्क में आने वाले उनकी पत्नी और बच्चे को घर में ही जबकि स्टाफ समेत नौ लोगों को चिह्नित कर होम क्वारंटाइन रहने के लिए कहा गया गया था।


हालांकि उनके परिवार में उनकी पत्नी, बच्ची समेत उनके स्टाफ के लोगों की रिपोर्ट भी निगेटिव आई है। बदायूं की संक्रमित महिला के अल्ट्रासाउंड करने की वजह से वह भी संक्रमित हो गए थे। हालांकि उन्होंने पूरे कोविड प्रोटोकोल और सावधानी पूर्वक ही अल्ट्रासाउंड किया था। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक रेडियोलॉजिस्ट कि हालत स्थिर बनी हुई है। एसआरएमएस का माहौल भी अच्छा है। खुद डाक्टरों का मानना हैकि रेडियोलॉजिस्ट जल्द ही स्वस्थ्य होकर लौटेंगे।


रेडियोलॉजिस्ट पूरी तरह से ठीक हैं। अभी तक उनमें कोरोना के कोई लक्षण नहीं हैं। वह अपने दिन की शुरूआत योगा से करते हैं और इम्युनिटी बढ़ाने के लिए काढ़ा पी रहे हैं। – डा. वीके शुक्ला, सीएमओ


रेडियोलॉजिस्ट पूरी तरह से स्वस्थ्य हैं। उनमे कोरोना का कोई लक्षण नहीं दिख रहा। मंगलवार को उनका सैंपल लिया जाएगा। रिपोर्ट निगेटिव आते ही उन्हें अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया जाएगा।
– डा. रंजन गौतम, जिला सर्विलांस अधिकारी, स्वास्थ्य विभाग


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न्याय सम्मेलन एवं विशाल पैदल मार्च का आयोजन  भानु प्रताप उपाध्याय  मुजफ्फरनगर। जनपद के टाउन हॉल में मंगलवार को सामाजिक न्याय क्रांति मोर्चा ...