लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य में आर्थिक, व्यवसायिक तथा औद्योगिक गतिविधियों का संचालन में पूरी सावधानी और सर्तकता बरतने के निर्देश दिये है। अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने सोमवार को यहां बताया कि मुख्यमंत्री ने आर्थिक, व्यावसायिक एवं औद्योगिक गतिविधियों का संचालन मे सर्तकता बरतने के निर्देश दिये है।
उन्होंने कहा कि बाजारों में भीड़ एकत्र न हो इसके लिये सुरक्षा और पेट्रोलिंग की प्रभावी व्यवस्था की जाय। राजस्व प्राप्ति के लिए गम्भीरता से प्रयास किए जाएं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने क्वारंटीन सेन्टर तथा कम्युनिटी किचन व्यवस्था को पूर्व की भांति सुचारु रूप से संचालित किए जाने के निर्देश दिए हैं।प्रदेश आने वाले कामगारों/श्रमिकों को क्वारंटीन सेन्टर ले जाकर उनकी मेडिकल स्क्रीनिंग की जाए। स्क्रीनिंग में स्वस्थ पाए गए कामगारों/श्रमिकों को अनिवार्य रूप से राशन किट उपलब्ध कराते हुए होम क्वारंटीन के लिए घर भेजा जाए। अस्वस्थ लोगों के उपचार के प्रबन्ध किए जाएं। अवस्थी ने बताया कि कामगाराें/श्रमिकों का पूरा डेटाबेस राजस्व विभाग द्वारा कलेक्ट किया जा रहा है।
अब तक 23-24 लाख लोगों का डेटाबेस तैयार कर लिया गया है। अब तक प्रदेश में आये लगभग 30 लाख लोगों के स्वरोजगार, पुर्नवास एवं स्किलिंग आदि की व्यवस्था राजस्व विभाग द्वारा तैयार किये जा रहे डेटाबेस के आधार पर सुनिश्चित की जायेेगी। शीघ्र ही कामगार/श्रमिक (सेवायोजन एवं रोजगार) कल्याण आयोग के गठन का कार्य पूर्ण कर लिया जायेगा। उन्होंने कहा कि अस्पतालों में साफ-सफाई समेत अन्य सभी व्यवस्थाएं चुस्त-दुरुस्त हों, ताकि मरीजों को कोई असुविधा न होने पाए। डाॅक्टर एवं नर्सिंग स्टाफ नियमित राउण्ड लें। समय से मरीजों को दवा उपलब्ध कराई जाए।अपनी पाली में ड्यूटी ज्वाइन करते समय तथा ड्यूटी समाप्त होने के पूर्व डाॅक्टर तथा नर्स द्वारा अनिवार्य रूप से राउण्ड लेते हुए मरीजों के उपचार के सम्बन्ध में आवश्यक कार्यवाई की जाएं। अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री ने कहा है कि कोविड-19 के संक्रमण को रोकने में निगरानी समितियाें की महत्वपूर्ण भूमिका है।
ग्रामीण व शहरी इलाकों में निगरानी समितियों को सक्रिय रखा जाए। उन्होंने कहा है कि प्रभावी सर्विलांस व्यवस्था से इन्ट्रा-स्टेट बस सेवा सहित विभिन्न गतिविधियों को प्रारम्भ करने में आसानी होगी। उन्होंने नोडल अधिकारियों से क्वारंटीन सेन्टर, कम्युनिटी किचन तथा कोविड अस्पतालों में साफ-सफाई सहित अन्य विषयों के सम्बन्ध में निरन्तर फीडबैक प्राप्त किए जाने के निर्देश भी दिए हैं। उन्होंने कहा कि याेगी ने कहा है कि अधिक से अधिक रोजगार के अवसर सृजित करने के उद्देश्य से सिक इन्डस्ट्रियल यूनिट्स को क्रियाशील करने की कार्य योजना तैयार की जाए। इसके लिए ऐसी औद्योगिक इकाइयों की मैपिंग की जाए। उन्होंने आम के निर्यात के सम्बन्ध में कार्य योजना बनाने के निर्देश भी दिए हैं। लघु मध्यम एवं वृहद श्रेणी की 3,18,223 इकाईयां तथा सूक्ष्म श्रेणी की 77,830 औद्योगिक इकाईयां क्रियाशील हैं जिनमें 28.89 लाख श्रमिक कार्य कर रहे हैं।