सोमवार, 1 जून 2020

लॉक डाउन में अनलॉक 0.1 में काफी छूट

नई दिल्ली। देश में कोरोना संकट से निपटने के लिए लागू लॉकडाउन 5.0 का आज पहला दिन है। गृह मंत्रालय के दिशानिर्देश सोमवार 1 जून से पूरे देश में लागू हो गए हैं जो 30 जून तक जारी रहेंगे। लॉकडाउन पांच को अनलॉक-1 नाम दिया गया है. बहरहाल, नए दिशानिर्देशों के मुताबिक केंद्र सरकार ने 1 जून से लॉकडाउन में काफी हद तक ढील दी है। गृह मंत्रालय की गाइडलाइंस के बाद कई राज्यों ने दूसरे राज्यों से आने-जाने वाले लोगों के लिए सीमा खोल दी है और इंटर-स्टेट परिवहन को मंजूरी दी है।


उत्तर प्रदेश सरकार ने कहा कि अंतरराज्यीय यात्रा पर कोई प्रतिबंध नहीं है, लेकिन दिल्ली से सटे लोगों की आवाजाही पर फैसला गाजियाबाद और नोएडा के जिला प्रशासनों पर छोड़ दिया गया है। हालांकि राज्य ने अपनी अंतरराज्यीय बस सेवा को फिर से शुरू नहीं किया है। वहीं कर्नाटक सरकार ने कंटेनमेंट जोन को छोड़कर लॉकडाउन में छूट देने का रास्ता साफ करते हुए राज्य के अंदर और अंतरराज्यीय आवाजाही पर लगी रोक हटा दी। वहीं हालांकि लगातार बढ़ते कोरोना के मामलों को देखते हुए महाराष्ट्र और तमिलनाडु ने इसकी मंजूरी नहीं दी है. जबकि उत्तर-पूर्व के कुछ राज्यों ने 31 मई के बाद भी अंतरराज्यीय यात्रा पर प्रतिबंध जारी रखने का फैसला किया है।


भारतीय रेलवे 1 जून से 200 पैसेंजर ट्रेनों का परिचालन शुरू करने जा रहा है. इन ट्रेनों में सफर करने के लिए 21 मई से ही टिकटों की बुकिंग शुरू हो चुकी है. रेलवे ने सभी स्पेशल ट्रेनों के लिए अग्रिम आरक्षण की अवधि (ARP) को 30 दिन से बढ़ाकर 120 दिन कर दिया है. इनमें 12 मई से चल रही 15 जोड़ी राजधानी स्पेशल ट्रेनें और एक जून से चलने जा रहीं 100 जोड़ी यानी 200 नई ट्रेनें भी शामिल हैं. रेलवे के मुताबिक इन सभी 230 ट्रेनों में पार्सल और सामान की बुकिंग की अनुमति होगी।


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस    (हिंदी-दैनिक)


जून 02, 2020, RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-294 (साल-01)
2. रविवार, जूूून 02, 2020
3. शक-1943, ज्येठ, शुक्ल-पक्ष, तिथि- एकादशी, विक्रमी संवत 2077।


4. सूर्योदय प्रातः 05:39,सूर्यास्त 07:18।


5. न्‍यूनतम तापमान 21+ डी.सै.,अधिकतम-39+ डी.सै.।


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रविवार, 31 मई 2020

'मन की बात' वायरस गया नहीं हैं

अश्वनी उपाध्याय


नई दिल्ली। कोरोना वायरस के इस दौर में भारत की स्थिति बाकी देशों के मुकाबले काफी ठीक है और कोरोना की वैक्सीन के लिए दुनिया की नजर भारत पर है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में यह कहा। मोदी बोले कि दुनिया के बड़े नेताओं को ऐसा लगता है कि कोरोना से जंग में आयुर्वेद अहम रोल अदा कर सकता है। लॉकडाउन खत्म होने पर मिल रही छूट (Unlock 1.0) पर भी मोदी बोले, कहा कि फिलहाल सावधानियों को बरतना न छोड़ें क्योंकि कोरोना कहीं नहीं गया है।


मन की बात की शुरुआत में मोदी ने कहा कि काफी हद लॉकडाउन खुल चुका है। उन्होंने श्रमिक ट्रेन, स्पेशल ट्रेनें, घरेलू उड़ानों का जिक्र किया।मोदी बोले कि भारत की जनसंख्या बाकी देशों से काफी ज्यादा है। बावजूद इसके कोरोना भारत में उतना नहीं फैल पाया जितना बाकी देशों में फैला।


कोरोना काल के इन हीरोज की तारीफ
मोदी ने कोरोना काल में लोगों की मदद कर रहे लोगों की तारीफ की। मोदी बोले कि तमिलनाडु के सी मोहन मदुरै में सलून चलाते हैं। उन्होंने बेटी की पढ़ाई के लिए 5 लाख रुपये बचाए थे। अब सारा पैसा जरूरतमदों पर खर्च कर दिया। अगरतला के गौतम दास जी अपनी जमापूंजी से लोगों के को दाल-चावल खिला रहे। पठानकोट के दिव्यांग राजू अबतक 3 हजार से ज्यादा मास्क बनवाकर बांट चुके हैं। उन्होंने 100 परिवारों के लिए खाने का राशन जुटाया है।


श्रमिकों की दिक्कतों और प्रवासी संकट का जिक्र
मोदी बोले कि लॉकडाउन में श्रमिक, मजदूर सबसे ज्यादा परेशान हुए। सब उनकी परेशानियों को अनुभव कर पा रहे। रेलवे के लोग दिन-रात लगे हुए हैं। वे भी अग्रिम पंक्ति में खड़े कोरोना वॉरियर हैं। लाखों लोगों को उनके घर तक पहुंचाना बड़ी बात। मोदी बोले कि देश के पूर्व हिस्से में ग्रोथ इंजन बनने की क्षमता। इसका विकास करना है। पूर्व भारत के विकास को हमने प्राथमिकता दी है। बीते सालों में बहुत कुछ हुआ। प्रवासी मजदूरों को देखते हुए नए कदम उठाना जरूरी। यह शुरू किया। माइग्रेशन कमीशन बन रहा। स्टार्टअप इसपर काम कर रहे।



  • -दो गज की दूरी, चेहरे पर मास्क, हाथ धोना जैसी सावधानियों का पालन करते रहें। कोरोना से अभी उतना ही खतरा।

  • -5 जून को पर्यावरण दिवस है। इस साल की थीम जैव-विविधता है। कितने ही ऐसे पक्षी ऐसे हैं जो गायब हो गए थे, लॉकडाउन में वे वापस लौटे। कई जानवर सड़कों पर घूमते दिखे। घर से दूर-दूर पहाड़ियां देख पा रहे हैं। कई लोगों को इससे प्रकृति के लिए कुछ करने का मन हुआ होगा।

  • -मोदी ने अम्फान और टिड्डी दल के हमले का जिक्र किया। मोदी बोले बताया कि छोटा सा जीव कितना नुकसान कर सकता है।

  • -आयुष्मान भारत योजना के लाभार्थियों की संख्या 1 करोड़ से ज्यादा हो चुकी है। मतलब नॉर्वे, सिंगापुर जैसा देश उसकी जनसंख्या से दो गुना लोगों को मुफ्त में इलाज दिया गया। आयुष्मान योजना से गरीबों के इलाज पर खर्च होनेवाले पैसे बचाए हैं।

  • -आयुष मंत्रालय ने माई लाइफ, माई योग प्रतियोगिता शुरू की है। इसमें कोई भी हिस्सा ले सकता है। एक तीन मिनट का वीडियो पोस्ट करना है। योग के आसान करते हुए दिखाना है। योग से जीवन में क्या बदलाव आया यह बताना है।

  • -कोरोना के दौर में विश्व के कई नेताओं से बातचीत हुई। इन दिनों उनकी दिलचस्पी रोग और आयुर्वेद में है। वे जानना चाहते हैं कि इससे कोरोना में क्या मदद मिल सकती है। कोरोना संकट के दौरान हॉलिवुड से हरिद्वार तक योग पर ध्यान। कितने ही लोग जिन्होंने कभी योग नहीं किया वे योग सीख रहे हैं। योग कम्यूनिटी, यूनिटी, इम्यूनिटी सबके लिए अच्छा है।


मोदी ने कहा कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई का रास्ता लंबा है। अभी कोई इलाज नहीं, इसका कोई अनुभव नहीं। नई चुनौतियां, परेशानियां अनुभव कर रहे। भारत भी इससे अछूता नहीं। कोरोना वायरस लॉकडाउन में पीएम मोदी की यह तीसरी मन की बात है। मोदी अपनी सरकार बनने के बाद अबतक 64 बार मन की बात कार्यक्रम कर चुके हैं।


वायरस जांच 'निरीक्षण' में बड़ी लापरवाही

'मेरे पापा तो पूरी तरह फिट थे..उन्हें हुआ क्या'

 

मेरठ। चार दिन पहले जब सुभाष नगर निवासी टैक्सी चालक को मेडिकल कालेज में भर्ती कराने के लिए घर से निकले थे तो स्वजनों को आभास नहीं होगा कि अब वह कभी लौटकर नहीं आएंगे। शनिवार को सूरजकुंड श्मशान घाट पर मृतक के भाई, पत्नी, बेटी और भाभी आदि पारिवारिक सदस्य मौजूद थे। सवा तीन बजे जैसे ही स्वास्थ्य विभाग की एंबुलेंस श्मशान घाट में पहुंची तो महिलाएं व अन्य स्वजन अचानक शव की तरफ लपके, लेकिन उन्हें रोक दिया गया। बेटा और भाई शव को चिता स्थल तक ले गए। मुखाग्नि के समय बेटी की वेदना का ज्वार फूट पड़ा। बुरी तरह बिलख रही मां को मजबूती से संभाले उसके हाथ अचानक उठे और चिता पर लेटे पिता के शव को हाथ हिलाकर जोर-जोर से अंतिम विदाई देने लगे।

मां के हाथ भी अंतिम अभिवादन के लिए हिलने लगे।

साथ आए परिजनों ने बताया कि जब जब पिता टैक्सी लेकर घर से रवाना होते थे तो बेटी इसी तरह उनका अभिवादन करती थी। जिस समय कोरोना पाजिटिव व्यक्ति का अंतिम संस्कार हो रहा था, अन्य शवों के साथ आए लोग भी जमा थे। चाहकर भी सगे-संबंधी और रिश्तेदार शव को कंधा नहीं दे पा रहे थे।

इलाज में लापरवाही का आरोप

मेडिकल कालेज में कोरोना मरीजों के इलाज में लापरवाही की आए दिन पोल खुल रही है। मां-बेटी ने बताया कि चार दिन पहले दर्द की हल्की शिकायत होने पर उन्हें मेडिकल में भर्ती कराया था। वहां कोई देखने-सुनने वाला नहीं था। पूछने पर बार-बार यही बताया जाता कि आज रिपोर्ट आएगी, कल आएगी। उनकी अन्य जांच भी ठीक पाई गई थीं। चार दिन के बाद बताया कि कोरोना संक्रमित थे। बुरी तरह बिलख रही बेटी का कहना था कि तीन भाइयों में मझले उसके पापा पूरी तरह फिट थे, उन्हें क्या हो गया। एक महिला ने बताया कि उनके देवर पर अपने और भाइयों के परिवार समेत 12-13 लोगों की परवरिश का जिम्मा था। एक महिला ने तो साजिश का अंदेशा तक जताया। आखिर, चार दिन में ऐसा क्या हुआ कि पूरी तरह स्वस्थ व्यक्ति की मौत हो गई और अब डाक्टर कह रहे हैं वह कोरोना पाजिटिव थे।

मोहल्ले वालों ने दी सूचना

कोरोना पाजिटिव पाए जाने के बाद मृतक की कालोनी सुभाष नगर को क्वारंटाइन किया गया था। जब शव को सूरजकुंड ले जाने की सूचना मिली तो परिवार की महिलाएं अंतिम दर्शन के लिए पैदल ही श्मशान घाट पहुंच गईं। स्थानीय पार्षद पवन चौधरी ने बताया कि जब उन्हें इस बात का पता चला तो सूरजकुंड पहुंचे। ढांढस बंधाकर महिलाओं को वापस लाया गया।

नहीं हुआ सैनिटाजइेशन

सूरजकुंड श्मशान घाट पर कोरोना पाजिटिव मरीजों के अंतिम संस्कार में प्रोटोकाल का पालन नहीं हो रहा है। नियमानुसार अंतिम संस्कार के समय श्मशान घाट पर कम से कम लोग रहने चाहिए। संक्रमित व्यक्ति के शव से पहले वहां तीन सामान्य शवों के अंतिम संस्कार हो रहे थे, जिनमें एक लावारिस भी था। उनके साथ आए लोग भी वहीं मौजूद थे। संक्रमित व्यक्ति के अंतिम संस्कार के बाद वहां सैनिटाइजेशन भी नहीं हुआ।

तृतीय 'विश्व युद्ध' के संकेत देता है चीन

बड़ा खुलासाः धोखा दे रहा है चीन, सैटेलाइट से खुला रहस्य गोगरा की ऊंची पहाड़ियों पर जमीं चीनी फौजें

अकाशुं उपाध्याय

नई दिल्ली। चालबाज चीन दुनिया की आंखों में धूल झोंककर एक तरफ जहां हांगकांग और ताईवान को हड़प करलेना चाहता है वहीं उसकी ललचाई आंखें लद्दाख पर भी लगीं हुईं हैं। इसीलिए एक और चीन की तरफ से शांति के सुर अलापे जा रहे हैं और हाथी-ड्रैगन के डांस जैसे बयान दिये जा रहे हैं तो वहीं रात के अंधेरे में चीन की फौजें लद्दाख में लगातार अपने मोर्चे मजबूत करती जा रही हैं। लद्दाख में चीनी फौजों ने अपनी पोजिशन बदलकर भारत के खिलाफ मोर्चाबंदी कर रही हैं। कुछ चीनी फौजें पहले से ज्यादा ऊंची जगहों पर पहुंच गयी हैं। ये वो जगह हैं जो भारत सीमा से कुछ दूर जरूर लेकिन सामरिक तौर अतिमहत्वपूर्ण हैं। यह खुलासा सैटेलाइट से मिली ताजा तस्वीरों से हुआ है।

 

सैटलाइट से मिली तजा तस्वीरों से पता चल रहा है कि गोगरा इलाके में चीन ने अपनी सेना बढ़ा भी दी है और वह ऊपर की ओर भी बढ़ने लगी है। वहीं, भारत भी पूरी तरह से तैयार है और भारतीय सुरक्षाबल चीन के ठीक सामने मुस्तैदी से तैनात हैं। लद्दाख में भारत के कराए निर्माणकार्यों से चीन बौखलाया चल रहा है और सेना की ऐक्टिविटी को बढ़ा रहा है।

ओपन सोर्स इंटेलिजेंस अनैलिस्ट Detresfa ने ताजा सैटलाइट तस्वीरें जारी की हैं। इनके मुताबिक चीन की सेना पीपल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) ने पैंगॉन्ग सो और गोगरा इलाके के ठीक सामने नई पोजिशन ले रखी है। इसे देखते हुए भारत ने यहां अपनी मौजूदा स्थिति के करीब ही और ज्यादा सुरक्षाबल बढ़ा दिया है। वहीं, पैंगॉन्ग सो में बेस एरिया से चीनी यूनिट ऊपर की ओर चढ़ रही है। संभावना है कि यहां टेंट भी लगाए गए हैं। भारत के गोगरा पोस्ट के पास चीन की फौजों ने पोजिशन भी ली है यहां बड़े स्तर पर ऐक्टिविटी चल रही है।

इससे पहले शनिवार को जारी तस्वीरों में Detresfa ने दावा किया था कि PLA भारत के गोगरा बेस से 11 किमी उत्तरपश्चिम की ओर है। उसके मुताबिक यह अब तक की सबसे बड़ी यूनिट है जिसमें कई वीइकल ट्रक्स हैं। उसने साफ किया था कि चीन की सेना भारत की सीमा में दाखिल नहीं हुई है, जैसा कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया था। भारत ने समय रहते अपनी सेना सीमा पर तैनात कर दी थी जिसके बाद PLA का प्लान फेल हो गया था।

दरअसल, लद्दाख में पिछले 2-3 सालों में भारत ने डीबीओ इलाके में जो सड़क बनाई है, उसकी वजह से चीन बेचैन हो रहा है। चीन ने एलएसी के पास करीब 5000 सैनिकों की तैनाती की हुई है। भारत ने भी वहां पर भारी मात्रा में सैन्य बल तैनात कर दिया गया है। गालवान नाला एरिया में चीनी सैनिक 114 ब्रिगेड के काफी पास में मौजूद हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक मई के पहले हफ्ते में चीन भारतीय सीमा में ज्यादा अंदर तक घुसने की फिराक में था लेकिन उसकी यह कोशिश बेकार गई।

नैनी जेल में संक्रमित मिलने से 'हड़बड़'

नैनी जेल में कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद मची खलबली

 

प्रयागराज। सेंट्रल जेल नैनी में शनिवार को एक अंडर ट्रायल बंदी के कोरोना पॉजिटिव होने से हड़कंप मच रहा। उसे एसआरएन अस्पताल शिफ्ट कर दिया गया है। वहीं आनन-फानन में क्वारंटीन सेंटर बनाए गए पुरानी महिला जेल के बैरक को सील कर दिया गया और वहां मौजूद 16 मई से 30 मई के बीच आए कैदियों को क्वारंटीन किया गया है। जेल प्रशासन ने पूरी तरह से सतर्कता बरतने की बात कही है।

 

लॉकडाउन के पहले चरण से ही जेल मे मुलाकात पर रोक लगा दी गई थी। इसके साथ ही जेल में कोराना से बचाव के लिए तरह-तरह के इंतजाम किए गए थे। जेल में दाखिल होने वाले हर एक बाहरी कैदी को पुरानी महिला जेल में बनाए गए क्वारंटीन सेंटर में रखा गया जाता था। करेली पुलिस ने लाल कालोनी, तुलसीपुर के 25 वर्षीय युवक को 24 मई को चोरी के आरोप में नैनी सेंट्रल जेल भेजा था, जिसके बाद उसे क्वारंटीन सेंटर में रखा गया था। 16 मई से 30 तक जेल में आने वाले नए कैदियों को क्वारंटीन किया गया था। उनकी समय-समय पर जांच कराई जा रही थी। जेल प्रशासन की ओर से भेजी गई रिपोर्ट के अनुसार अब तक कुल 180 बंदियों और 25 जेल कर्मियों की कोरोना जांच कराई थी।

 

27 मई को क्वारंटीन सेंटर में रखे गए 110 कैदियों समेत अन्य 180 कैदियों और 25 जेलकर्मियों में से 96 लोगों की रिपोर्ट आई जिसमें तुलसीपुर करेली का 25 वर्षीय युवक कोरोना पॉजिटिव पाया गया। अन्य 95 की रिपोर्ट निगेटिव आई है तथा शेष की रिपोर्ट आना बाकी है। 25 वर्षीय युवक की रिपोर्ट पॉजिटिव आने से जेल में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में पॉजिटिव मिले विचाराधीन कैदी इमरान को एम्बुलेंस से लेवल 3 एसआरएन हास्पिटल भेज दिया गया।

छह बंदीरक्षक किए गए होम क्वारंटीन

नैनी : पुरानी महिला जेल स्थित जिस क्वारंटीन सेंटर में इमरान को रखा गया था, वहां पर ड्यूटी करने वाले छह बंदीरक्षकों को होम क्वारंटीन कर दिया गया है। साथ में बंदीरक्षकों उनके परिजनों और उनके संपर्क में आए लोगों की सेंपलिंग भी कराई जा रही है। इसके साथ ही वह कितने लोगों के संपर्क में आए है उनका भी पता लगाया जा रहा है।

इनका कहना है :

27 मई को नैनी जेल में निरुद्ध 180 कैदी व 25 बंदरक्षकों की कोराना जांच कराने के लिए सैंपल दिया गया था। जिनमें से 30 मई को आई रिपोर्ट मे 95 निगेटिव है, लेकिन 24 मई को करेली थाने से चोरी के आरोप में आए युवक की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। यहां पर उसे क्वांरटीन वार्ड में रखा गया था। पॉजिटिव मिले बंदी को एसआरएन हास्पिटल में भर्ती कराया गया है -हरिबक्श सिंह, वरिष्ठ जेल अधीक्षक, सेंट्रल जेल नैनी।

बृजेश केसरवानी

भूमाफिया कर रहे, अवैध तरीके से खनन

 

कौशाम्बी। चायल तहसील के चरवा थाना क्षेत्र के अंतर्गत मिट्टी का अवैध खनन कर रहे हैं भू माफिया ग्राम पंचायत के चरवा सिरसी बलीपुर टाटा सिरियाव पंनोई अमिनी लोकीपुर महोदीपुर रतगहा आदि गांव में जे सी बी मशीन से मिट्टी की अवैध खनन करके मिट्टी का व्यापार इलाके में जोरो पर है।

गांव में सरकारी भूमि सुरक्षित नही रहा गई है।

 

गांव सभा की सरकारी भूमि पर माफिया लोगो के द्वारा जे सी बी मसीन लगाकर बड़े पैमाने पर मिट्टी की खुदाई की जा रही हैं जिसमें यह सरकारी भूमि तालाब की शक्ल लेती जा रही हैं।

बीते कई दिनों से माफियाओं द्वारा मिट्टी की खुदाई दिन रात किया जा रहा है जे सी बी मशीन से खुदाई की जाती हैं लेकिन अभी तक खनन बिभाग और तहसील के अधिकारियों को क्या मिट्टी का अवैध खनन की जानकारी नही है या फिर जानकारी होने के बाद भी मिली भगत से खनन कर रहे है।मिट्टी का व्यापार जोरो पर है गांव में जे सी बी से मिट्टी की विक्रेता इन दोनों खूब अपना जेब भर रहे है चरवा थाना क्षेत्र में लॉक डाउन का पूरा फायदा खनन माफिया उठा रहे हैं। क्षेत्र में हो रहे अवैध खनन का थानाध्यक्ष को क्या यह बात नही पता या फिर फिर पता होने के बाद भी जेसीवी मशीन चल रही हैं।

 

धर्मेंद्र सोनकर

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें  सुनील श्रीवास्तव  मॉस्को। यूक्रेन द्वारा अमेरिका के 9 /11 जैसा अटैक करते हुए कजान पर ड्रोन ...