सोमवार, 1 जून 2020

कई चीजों से किडनी पर होगा 'असर'

रोजाना के खाने में हम ऐसी कई चीजों के सेवन करते हैं जो हमारी किडनी के लिए सही नहीं होतीं या जो हमारी किडनी पर बुरा असर डाल सकती हैं। अक्सर ऐसी चीजों के असर हमें एक या दो दिन में दिखाई नहीं देते और हमें लगता है कि हमें कोई नुक्सान नहीं हो रहा है। लेकिन आप क्या खा रहे हैं, यह आपके स्वास्थ्य पर लंबा और गहरा असर डालता है। इसलिए अपनी डाइट पर ध्यान देना और ज्यादा से ज्यादा हेल्दी भोजन करना हमारे स्वास्थ्य के लिए बेहतर होता है। अपनी किडनी के स्वास्थ्य का ध्यान रखना चाहते हैं तो इन बातों पर ध्यान देना न भूलें, क्योंकि इन खाने की चीजों से आपकी किडनी की सेहत पर असर पड़ता है, जो शायद आप जानते भी नहीं होंगे:
नमक: अधिक नमक खाने से कुछ लोगों का ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है और इससे किडनी खराब होने की गति भी बढ़ सकती है। इससे किडनी स्टोन भी होने की संभावना होती है।
अधिक प्रोटीन नहीं लाभकारी : प्रोटीन हेल्दी डाइट के लिए काफी अच्छा होता है, लेकिन अगर आपकी किडनी ठीक से काम नहीं कर पाती है तो ज्यादा प्रोटीन आपके लिए हानिकारक हो सकता है। इसके लिए आप डॉक्टर से भी पूछ सकते हैं। किडनी से सम्बंधित समस्या होने पर छोटे पोरशन में प्रोटीन लेना होता है। अंडा, मछली, नट्स आदि में प्रोटीन की अधिक मात्रा पाई जाती है।
केम्पा/सोडा : अगर आप एक दिन में दो या उससे अधिक सोडा या केम्पा के ग्लास पी जाते हैं तो आपको किडनी से जुडी बीमारी का खतरा बढ़ जाता है। एक स्टडी के अनुसार, डाइट सोडा पीने वाली महिला की किडनी 20 साल बाद आम महिला की किडनी से 30 प्रतिशत कम काम कर रही थी।
डिहाइड्रेशन: यह तो सभी को पता है कि हमारा शरीर अधिकतर पानी से बना है। इसलिए हमारे शरीर में ठीक मात्रा में पानी होना जरूरी है। अगर आप सही मात्रा में रोज पानी नहीं पी रहे हैं तो किडनी डैमेज होने की संभावना बढ़ जाती है। अब आप यह कैसे पता लगाएं कि आप ठीक मात्रा में पानी पी रहे हैं? इसका जवाब है कि अगर आपके मूत्र का रंग हल्का पीला है तो समझ लें कि आप ठीक मात्रा में पानी पी रहे हैं।
अधिक एक्सरसाइज : काफी लम्बे समय तक बहुत अधिक वर्क-आउट करना भी परेशानी का सबब बन सकता है। इससे रेब्डोमाईओलाइसिस नामक बीमारी होने का खतरा रहता है। इस बीमारी में डैमेज हुए मसल टिश्यू बहुत जल्दी टूटने लगते हैं। आपके खून में इसके टूटे हुए पदार्थ किडनी फेल करने तक में सक्षम होते हैं। इसलिए अगर आप बॉडी बना रहे हैं या वर्क आउट कर रहे हैं तो धीरे-धीरे इसे अपने रूटीन में लाएं। अगर आपको गाढ़े पीले रंग का यूरिन आता है और मसल में दर्द भी हो तो डॉक्टर को दिखाएं।


परिजन के शव को सड़क किनारे छोड़ा

प्रयागराज (उत्तर प्रदेश)। कोरोना वायरस के खौफ के चलते एक परिवार ने 35 वर्षीय एक परिजन के शव को सड़क के किनारे छोड़ दिया, जबकि उसकी मौत अस्थमा और दिल की बीमारियों से हुई थी। पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी। प्रवासी श्रमिक चार दिन पहले मुंबई से प्रतापगढ़ में अपने गांव लौटकर आया था और शनिवार को उसे सांस और हृदय रोगों के चलते स्वरूप रानी अस्पताल लाया गया था। रानीगंज के डिप्टी एसपी अतुल अंजन त्रिपाठी ने संवाददाताओं को बताया, “एक डॉक्टर से सलाह लेने के बाद घर लौटते समय उनकी हालत अचानक बिगड़ गई और उनकी मौत हो गई। परिवार के सदस्यों को संदेह था कि उसकी मौत कोरोनावायरस से हुई है, लिहाजा उसके शव को गांव के बाहर छोड़ दिया और घर चले गए।”


रविवार तड़के प्रयागराज-प्रतापगढ़ राजमार्ग पर रानीगंज पुलिस स्टेशन के अंडर आने वाले दमदम गांव में सड़क किनारे पड़े शव को लोगों ने देखा। पुलिस ने परिवार का पता लगाया लेकिन उन्होंने शव को लेने से इनकार कर दिया। उन्होंने आगे बताया, “प्रवासी को थर्मल स्कैनिंग और चिकित्सीय जांच के बाद 21-दिवसीय होम संगरोध की सलाह दी गई थी। उसको अस्थमा और हृदयरोग की समस्या थी।” एक स्वास्थ्य टीम ने बाद में मृत व्यक्ति के चिकित्सा इतिहास का विश्लेषण किया और कहा कि अस्थमा और दिल की बीमारी के कारण हुई जटिलताओं से उसकी मृत्यु हो गई। वरिष्ठ पुलिस और स्वास्थ्य अधिकारियों ने तब परिवार को आश्वस्त किया कि वह कोरोनावायरस से नहीं मरा और यहां तक कि शरीर से एक नमूना भी लिया और परीक्षण के लिए भेजा। अधिकारियों ने परिवार के डर को दूर करने के लिए उन्हें पीपीई किट और सैनिटाइजर दिया। अंतत: रविवार शाम को प्रयागराज में शव का अंतिम संस्कार किया गया।


बृजेश केसरवानी


बिना सब्सिडी वालें सिलेंडर हुए महंगें

नई दिल्ली। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में रसोई गैस के दाम बढ़ने के कारण देश में बिना सब्सिडी वाला रसोई गैस सिलेंडर आज से महँगा हो गया है। देश की सबसे बड़ी तेल विपणन कंपनी इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन ने बताया कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली 14.2 किलोग्राम के बिना सब्सिडी वाले घरेलू रसोई गैस सिलेंडर का मूल्य जून महीने के लिए 593 रुपये तय किया गया है।


मई में इसकी कीमत 581.50 रुपये थी। इस प्रकार इसमें 11.50 रुपये की वृद्धि की गयी है। इससे पहले मई में कीमत में 162.50 रुपये की बड़ी कटौती की गयी थी। इंडियन ऑयल के बयान में कहा गया है “अंतर्राष्ट्रीय बाजार में जून महीने के लिए रसोई गैस की कीमत बढ़ी है। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कीमत में बढ़ोतरी के कारण दिल्ली में रसोई गैस का बाजार मूल्य प्रति सिलेंडर 11.50 रुपये बढ़ाया गया है। हालाँकि इससे प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के लाभार्थी प्रभावित नहीं होंगे क्योंकि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत 30 जून तक उन्हें मुफ्त सिलेंडर दिया जायेगा।”


कैबिनेट बैठक के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस शुरू

नई दिल्ली। मोदी कैबिनेट की बैठक के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस शुरू हो गई है। किसान और उद्योग को लेकर कई अहम फैसले लिए गए हैं। केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि एमएसएमई को 20 हजार करोड़ लोन के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई है, जिससे नौकरी के अवसर बढ़ेंगे। कैबिनेट के फैसले से किसानों को करोड़ो का लाभ होगा।


प्रकाश जावड़ेकर ने कहा 14 फसलों पर किसानों को लागत से 50 फीसदी से 83 फीसदी ज्यादा कीमत मिलेगी। खेती और उस जुड़े काम के लिए 3 लाख तक के अल्पकालिक कर्ज के भुगतान की तिथि 31 अगस्त 2020 तक बढ़ाई गई है। सरकान ने किसानों के लिए बड़े फैसले किए हैं। न्यूनतम समर्थन मूल्य उसकी कुल लागत का डेढ़ गुना ज्यादा रखने का वादा सरकार पूरा कर रही है।

सरकारों को ज्यादा गंभीर होने की सलाह

लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने कोरोना को लेकर केन्द्र और राज्य सरकारों को और ज्यादा गंभीर होंने की सलाह दी है।


मायावी ने सोमवार को ट्वीटर के माध्यम से लिखा, “देश में कोरोना महामारी से पीड़ितों व उससे बढ़ती मौतों की चिंताओं के बीच आज 69वें दिन लॉकडाउन-5 कुछ छुट के साथ प्रारम्भ हो गया है जो 30 जून तक चलेगा जबकि अभी भी पूरा देश कोरोना की मार से त्रस्त है तो ऐसे में केन्द्र व राज्य सरकारों को और भी ज्यादा गंभीर होने की जरूरत है।” उन्होंने आगे लिखा, “नेपाल ने अपने देश का नया नक्शा तैयार करके उसमें कालापानी सहित भारत के 370 किलोमीटर क्षेत्र पर अपना दावा ठोककर भारत को निश्चित ही नई दुश्कर स्थिति में डाल दिया है। ऐसे में पड़ोसी देश नेपाल के इस अनापेक्षित कदम पर केन्द्र की सरकार को जरूर गंभीरतापूर्वक सोच-विचार करना चाहिए।”

शहर की सीमा हफ्ते तक बंद रहेगीः अरविंद

नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को घोषणा की है कि शहर की सीमा एक हफ्ते तक और बंद रहेगी। हालांकि उन्होंने नाई की दुकानों और सैलून्स को खोलने की अनुमति दे दी है, जबकि स्पा शहर में बंद रहेंगे। सोमवार से लॉकडाउन के पांचवें चरण की शुरुआत हो रही है। मीडिया से बातचीत में केजरीवाल ने कहा कि लॉकडाउन का नया संस्करण शुरू हो रहा है और केंद्र ने अपने दिशा-निर्देश साझा किए हैं।


उन्होंने कहा, “इसके आधार पर हमने नाई की दुकानों और सैलून्स को खोलने की अनुमति देने का फैसला किया है। हालांकि स्पा फिलहाल बंद रहेंगे।” मुख्यमंत्री ने कहा, “रात के नौ बजे से सुबह के पांच बजे तक कर्फ्यू बना रहेगा। इसके साथ ही उन्होंने आगे यह भी कहा कि अब चार पहिया वाहनों या दो पहिया वाहनों पर लोगों की सवारी पर कोई सीमा नहीं रहेगी।” उन्होंने कहा, “पहले के आदेशानुसार ऑटो, ई-रिक्शा और अन्य वाहनों में यात्रियों की संख्या निर्धारित थी, लेकिन अब हम ऑटो, ई-रिक्शा और अन्य वाहनों में यात्रा करने वाले यात्रियों की संख्या पर से प्रतिबंध हटा रहे हैं।” केजरीवाल ने कहा, “अब तक जिन भी चीजों की अनुमति थी, वे भविष्य में भी बरकरार रहेंगी। बाजारों में सभी दुकानों को खोलने की अनुमति दी जाएगी, कोई भी ऑड-ईवन लागू नहीं किया जाएगा।” केजरीवाल ने कहा, “हम बाजारों में दुकानों के लिए ऑड-ईवन के नियम अपना रहे थे, लेकिन केंद्र सरकार ने अब ऐसा कोई नियम नहीं बताया है, इसलिए सभी दुकानें अब खुल सकती हैं।” वह आगे कहते हैं, “अगर हमने सीमाएं खोल दीं, तो देश भर से लोगों का आना शुरू हो जाएगा, क्योंकि दिल्ली में स्वास्थ्य सुविधाएं बेहतर हैं।” इस पर उन्होंने जनता से राय मांगी है। केजरीवाल ने कहा, “सीमा को एक सप्ताह के लिए सील कर दिया जाएगा और केवल आवश्यक सेवाओं की अनुमति दी जाएगी। बाकी, यह जनता के सुझावों पर निर्भर करेगा।” उन्होंने पूछा, “हम सरकारी अस्पतालों में मुफ्त में इलाज करा रहे हैं। जस समय हम सीमा को खोलेंगे, यहां बिस्तर सीमित हो जाएंगे। हमें क्या करना चाहिए, क्या हमें सीमा खोलनी चाहिए?” केजरीवाल ने कहा कि लोग शुक्रवार शाम के पांच बजे तक अपनी प्रतिक्रियाएं दे सकते हैं। इसके लिए तीन तरीके हैं – 1031 डायल करें और अपना संदेश रिकॉर्ड करें, 8800007722 पर व्हाट्स एप करें या दिल्लीसीएम डॉट सजेशंस एट द रेट डॉट कॉम पर ईमेल करें।

यूपी में आकड़ा बढ़कर 8,000 के पार

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में एक दिन में आए 378 सर्वाधिक दैनिक मामलों के बाद राज्य में कोरोना वायरस महामारी की चपेट में आए लोगों का आकंड़ा बढ़कर आठ हजार के पार पहुंच गया। रविवार को ही यहां चार नई मौतें देखने को मिली हैं।


संयुक्त निदेशक/एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम के निगरानी अधिकारी (आईडीएसपी) डॉ. विकासेंदु अग्रवाल ने कहा, “चार मौतें आगरा, मेरठ, देवरिया और गोरखपुर में हुई हैं, रविवार को ही 378 नए मामले सामने आने के बाद महामारी से संक्रमित हुए लोगों का कुल आंकड़ा बढ़कर 8 हजार 075 हो गया है।” अग्रवाल ने कहा, “राज्य में सामने आए मामलों की यह संख्या दैनिक आंकड़ों में सर्वाधिक है।”


एक वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारी ने नाम उजागर नहीं करने की शर्त पर कहा, “लॉकडाउन में ढील दी जा रही है, लेकिन लोगों को स्थिति की गंभीरता को महसूस करने की आवश्यकता है। यहां तक कि सुरक्षा प्रोटोकॉल के थोड़े से उल्लंघन से कोरोना के मामलों में तेजी आ सकती है।”


यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें  सुनील श्रीवास्तव  मॉस्को। यूक्रेन द्वारा अमेरिका के 9 /11 जैसा अटैक करते हुए कजान पर ड्रोन ...