रविवार, 31 मई 2020

जल्दी और मुफ्त में बनेगा 'पैन कार्ड'

नई दिल्ली। अगर आपके पास आधार है और UIDAI के डाटाबेस में आपका मोबाइल नंबर रजिस्‍टर्ड है तो आपका पैन कार्ड झटपट बन जाएगा। पैन कार्ड के तत्‍काल आवंटन के लिए वित्‍त मंत्री निर्मला सीतारमण ने गुरुवार को औपचारिक तौर पर इस सुविधा की शुरुआत की है। पैन कार्ड बनवाने की इस प्रक्रिया की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसमें वक्‍त नहीं लगता और यह सुविधा मुफ्त में मिल रही है। इस प्रक्रिया ये प्राप्‍त पैन कार्ड को e-PAN नाम दिया गया है।यद्यपि तत्‍काल पैन जारी करने के लिए आधार आधारित e-KYC को गुरुवार को औपचारिक तौर पर लॉन्‍च किया है,लेकिन इनकम टैक्‍स डिपार्टमेंट की ई-फाइलिंग वेबसाइट पर इसके बीटा वर्जन का ट्रायल फरवरी से ही चल रहा था।


प्रवासियों को किराया-भोजन देगी सरकार

नई दिल्ली। कोरोना वायरस लॉकडाउन के दौरान प्रवासी मजदूरों के दुर्दशा पर सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि प्रवासी श्रमिकों से कोई बस या ट्रेन का किराया नहीं लिया जाएगा। उन्हें राज्य द्वारा भोजन प्रदान किया जाना चाहिए। ट्रेनों में रेलवे द्वारा भोजन और पानी उपलब्ध कराया जाना चाहिए।कोर्ट ने यह भी कहा कि पैदल घर जा रहे प्रवासी श्रमिकों को तुरंत आश्रय स्थलों पर ले जाया जाए और भोजन और सभी बुनियादी सुविधाएं प्रदान की जाएं। कोर्ट ने कहा कि वह अपने मूल स्थान पर पहुंचने के लिए प्रवासियों की कठिनाइयों से चिंतित हैं। उसने पंजीकरण, परिवहन और भोजन और पानी के प्रावधान की प्रक्रिया में कई खामियां पाई हैं।  कोर्ट ने प्रवासी मजदूरों को दी जा रही मदद पर सभी राज्यों को शुक्रवार (5 जून) तक जवाब दाखिल कर ब्योरा देने को कहा। शुक्रवार को फिर सुनवाई होगी।


जून में आएगा यूपी बोर्ड का रिजल्ट

लखनऊ। यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा का परिणाम तैयार होने लगा है। 90 फ़ीसदी से अधिक कॉपियों का मूल्यांकन पूरा होने के साथ ही बच्चों को मिले अंक विषय वार अंकपत्र पर चढ़ाए जाने लगे हैं। जिस तेजी से मूल्यांकन हुआ है,अब परिणाम जून तक आने की पूरी संभावना बन गई है। इसी के साथ परीक्षा में सम्मिलित 50 लाख से अधिक छात्र-छात्राओं का इंतजार भी पूरा हो जाएगा।मूल्यांकन और परिणाम तैयार करने की शासन स्तर पर लगातार समीक्षा भी हो रही है। 23 मई तक कुल 3.10 उत्तर पुस्तिकाओं में से सवा दो करोड़ से अधिक का मूल्यांकन हो चुका था।अब तक 90% से अधिक कॉपियां जांची जा चुकी हैं और इस हफ्ते सभी 281 केंद्रों पर मूल्यांकन पूरा हो जाएगा।


भारत में जुलाई माह की शुरुआत में कोविड-19 के मामले चरम पर पहुंचने की आशंका है और इस वैश्विक महामारी के कारण भारत में 18,000 लोग जान गंवा सकते हैं। यह दावा एक महामारी एवं लोक स्वास्थ्य विशेषज्ञ ने किया है। सेंटर फॉर कंट्रोल ऑफ क्रॉनिक कंडिशन्स (सीसीसीसी) के निदेशक प्रोफेसर डी. प्रभाकरण ने कहा कि देश में यह महामारी बढ़ने की दिशा में है। प्रभाकरण ब्रिटेन में लंदन स्कूल ऑफ हाइजिन ऐंड ट्रॉपिकल मेडिसिन में महामारी विज्ञान विभाग में प्रोफेसर भी हैं।महामारी विशेषज्ञ ने कहा कि भारत में कोरोना के सर्वाधिक मामले जुलाई में सामने आ सकते हैं। उन्होंने बुधवार को बताया कि यह विभिन्न शोधों के आधार पर और अन्य देशों में इस महामारी के बढ़ने और घटने के आकलन पर आधारित है। उन्होंने कहा कि हमारे यहां चार से छह लाख मामले संक्रमण के हो सकते हैं और औसत मृत्यु दर तीन फीसदी रह सकती है, जो (भारत में कोविड-19 के कारण मौत) करीब 12,000-18,000 होगी।


जोगी का निधन, कांग्रेस में विलय की चर्चा

रामकुमार भाट


रायपुर। जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के सुप्रीमो अजीत जोगी के निधन के साथ ही पार्टी के कांग्रेस में विलय की खबरें जोर पकड़ने लगी हैं। ऐसे में जेसीसी के कांग्रेस के विलय के सवाल पर पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने स्पष्ट जवाब देने से बचते हुए कहा कि फिलहाल, यह सवाल हाइपोथेटिकल है। चर्चा है कि विलय करने का मैसेज सोनिया गांधी की ओर से आया है। जिसके बाद पिछले दिनों मंत्रियों की बैठक में इस मुद्दे को उठाया गया था। हालांकि, सभी मंत्रियों ने इसका विरोध किया था, यदि जोगी कांग्रेस का कांग्रेस में विलय हुआ तो सभी विधायक भी कांग्रेस में शामिल हो जाएंगे।


हालांकि, पीएल पुनिया ने लल्लूराम डॉट कॉम से बातचीत में इन अटकलों को खारिज किया है। राजधानी पहुंचने के बाद पुनिया दो दिन रायपुर में ही रहेंगे। वे निगम मंडल की नियुक्तियों पर चर्चा और संगठन के कामकाज की समीक्षा करेंगे।


चीन पर नकेल कस रहा है खफा अमेरिका

नई दिल्ली। अमेरिका इन दिनों चीन की कोरोना वायरस को पूरी दुनिया में फैलाने की हरकत से बेहद खफा है। इसको लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप चीन के खिलाफ एक के बाद एक कड़े फैसले ले रहे हैं।









दरअसल, चीन से फैले कोरोनावायरस से पूरी दुनिया परेशान है। इसका सबसे बुरा असर दुनिया के सबसे ताकतवर मुल्क अमेरिका पर पड़ा है। अमेरिका लगातार दुनियाभर में कोरोना वायरस फैलने के लिए चीन को जिम्मेदार मानता आ रहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप इसे खुले मंच पर चीनी वायरस कहते आ रहे हैं और कोरोना वायरस के प्रसार पीछे चीन की भूमिका पर सवाल उठाते आए हैं। इसको लेकर अमेरिका और चीन के रिश्तों में कड़वाहट लगातार बढ़ती जा रही है।








पहले अमेरिका ने चीन पर कई कड़े प्रतिबंध लगाए फिर अब कोरोना को लेकर हर तरफ से अमेरिका चीन पर नकेल कसने में जुटा है। कोरोना को लेकर दोनों देश आमने सामने आ चुके हैं। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अब चीन के खिलाफ कई सख्त कदम उठाए हैं। जिसके तहत उन्होंने अब अमेरिकी यूनिवर्सिटी में चीनी छात्रों के एडमिशन पर प्रतिबंध लगा दिया है। इससे अमेरिका में पढ़ाई कर क्वालिटी एजूकेशन लेने के चीनी छात्रों के सपने पर ग्रहण लग जाएगा।


200 से ज्यादा देश, 3 लाख 70 हजार मौतें

नई दिल्ली। पूरी दुनिया में कोरोना वायरस ने कोहराम मचा रखा है। विश्व भर में कोविड-19 का संक्रमण लगातार बढ़ रहा है। इस वायरस की चपेट में 200 से ज्यादा देश आ चुके है। वहीं दुनिया में इस वायरस से मरने वालों की संख्या तीन लाख 70 हजार से ज्यादा हो गई है और संक्रमितों की संख्या बढ़कर 61 लाख 56 हजार से ज्यादा हो गई है। जबकि 27 लाख 37 हजार से ज्यादा लोगों ने कोरोना को मात दी है। कोविड-19 से अमेरिका में सबसे अधकि प्रभावित है। अमेरिका में इसके मरीजों की संख्या 18 लाख के पार पहुंच चुकी है, जबकि 1 लाख 5 हजार 557 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं।


ब्राजील, रूस और पेरू जैसे देशों में भी मरने वाले लोगों की संख्या लगातार बढ़ रही है। कोविड 19 की वजह से अमेरिका में बीते 24 घंटे में 960 लोगों की मौत हो गई है। इसी के साथ अमेरिका में कोरोना से मरने वालों की कुल संख्या 103,748 हो गई है। हांलाकि ये माना जा रहा है कि अमेरिका में अब वायरस की रफ्तार धीमी पड़ी है। अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर में सबसे ज्यादा 377,714 केस सामने आए हैं, सिर्फ न्यूयॉर्क में ही 29,751 लोग मारे गए हैं। इसके बाद न्यू जर्सी में 160,391 कोरोना मरीजों में से 11,536 लोगों की मौत हुई। इसके अलावा मैसाचुसेट्स, इलिनॉयस भी सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं।


राष्ट्रीय आपातकाल की घोषणा :


मौतों और पॉजिटिव केसों को देखते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने राष्ट्रीय आपातकाल की घोषणा की है। अमेरिका के सभी 50 राज्यों में आपदा की घोषणा कर दी गई है। देश की 33 करोड़ आबादी में से 95 प्रतिशत से अधिक को घर में रहने का निर्देश दिया गया है। ट्रंप ने कोविड-19 से निपटने के लिये सशस्त्र बलों के 50,000 से अधिक कर्मियों को तैनात किया है।


पेरू में 7386 नए मामले :


पेरू के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार शनिवार को कोरोना के 7,386 नए मामले सामने आए हैं। यहां कुल मामलों की संख्या 15,5,671 हो गई है, अब तक यहां 4,371 लोगों की मौत हुई है। वहीं ब्राजील में कोरोना वायरस की वजह से अब तक 28,834 लोगों की मौत हो गई है। सिंगापुर में शनिवार को कोरोना के 506 नए मामले सामने आए हैं। इनमें अधिकांश डोरमेट्री में रहने वाले विदेशी मजदूर हैं। देश में अब संक्रमितों की संख्या 34,366 हो गई है। दक्षिण अफ्रीका में मार्च महीने में कोरोना वायरस से संक्रमण का पहला मामला सामने आने के बाद से एक दिन में पहली बार सबसे ज्यादा 1,837 नए मामले सामने आए हैं। देश में अब संक्रमितों की संख्या 29,240 हो चुकी है। वहीं, एक दिन में 34 लोगों की मौत हुई है। इसके साथ ही देश में मरने वालों की संख्या 611 हो चुकी है।


ट्रांसफर-पोस्टिंग की दोहरी नीति का खेल

केस्को एमडी अजय माथुर की ट्रांसफर पोस्टिंग की दोहरी नीति - कुछ अधिकारी चापलूसी के दम पर बने एम डी के दुलारे ?

 आकाश मिश्रा

कानपुर। नगर केस्को विभाग में उपभोक्ताओं के लिए नियम कानून होता है पर अपने अधिकारों के लिए कोई नियम कानून  नहीं होता है मार्च माह में कुछ अधिशासी अभियंताओं के स्थानांतरण के आदेश निर्गत हुए थे । जो आज तक हुए नही और ना ही आदेश निरस्त हुआ । यह बात तो स्पष्ट है कि वर्तमान एम डी के आँखो के तारे कुछ चापलूस और ख़ुशामत करने वाले अभियन्ता अधिकारी ही हैं । 

लगभग 4 वर्ष या उससे अधिक समय से एक ही खण्ड / उपखण्ड में तैनात कई अधिशासी अभियन्ता / सहायक अभियन्ता शायद केस्को प्रबन्धन को नज़र नही आते या इन लोगों पर पावर कॉर्परेशन की स्थानांतरण नीति लागू नही होती । सबसे सम्यक् उदाहरण तो 2015 आइडी  वाले प्रोन्नत सहायक अभियन्ता  रजनीश कुलश्रेष्ठ का है जो कि अवर अभियन्ता से प्रोन्नत होकर सीधे उसी डिविज़न के अधिशासी अभियन्ता बना दिए गये और कई सालो से आज तक अधिशासी अभियन्ता के चार्ज में ही हैं जबकि केस्को के तक़रीबन 25 से अधिक सहायक अभियन्ता इनसे वरिष्ठ होंगे । आज के समय में अत्यंत शर्मनाक है ये। जबकि हाल में ही 2014 बैच के सहायक अभियन्ता विपिन गंगवार को अधिशासी अभियन्ता का चार्ज देकर बिना किसी बात के वापस ले लिया । 

केस्को में वरिष्ठता का तो कोई सम्मान ही नही है । 2008 , 2012 , 2014 बैच के सहायक अभियंताओं के होते हुए इन लोगों को अधिशासी अभियन्ता का चार्ज ना देना और जो इनका अवर अभियन्ता रहा हो उसीको इन्ही में से एक का अधिशासी अभियंता बना देना अत्यंत शर्मनाक है । ये तो एक प्रकार का दोहरा रवैया है । और तो और मुख्यालय में अधिशासी अभियंताओं के होते हुए भी बिना किसी वजह एक कनिष्ठ अधिकारी को अधिशासी अभियन्ता बना देना संदेह पैदा करता है। एक बात तो तय है कि वर्तमान केस्को एम डी के कार्यकाल में चापलूस अधिकारियों की ही तूती बोलती है । फ़ील्ड में कौन अधिकारी क्या कर रहा है इनको इसकी कोई सही सूचना नही है । जैसा कुछ इनके आँख के तारे बने हुए अधिकारियों द्वारा इनको समझाया जाता है ये समझ कर अपनी राय बना लेते हैं। यह कार्यप्रणाली भी तों केस्को का बँटाधार कर उसको निजीकरण की ओर धकेल रही है । कर्मचारियों को अपने हितों को देखते हुए यह सोचना होगा कि कैसे इसका विरोध करें ? पिछले कई एम डी देखे परंतु निर्णय लेने में इतने अक्षम किसी को भी नही देखा ।  अगर कोई आई  ए एस एम डी होता तब तत्काल ही निर्णय होते या तो हाँ या फिर ना । 

वर्तमान केस्को एम डी को इन ज्वलंत प्रश्नो पर गम्भीरता से मंथन करना चाहिये। जल्दी ही इस विषय पर  ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा / ऊर्ज़ा सचिव अरविंद कुमार से भी वार्तालाप की जाएगी ।

कौशाम्बी: डीएम द्वारा समिति की बैठक की गई

कौशाम्बी: डीएम द्वारा समिति की बैठक की गई  रामबाबू केसरवानी  कौशाम्बी। जिलाधिकारी मधुसूदन हुल्गी द्वारा उदयन सभागार में स्वच्छ भारत मिशन (ग्...