गुरुवार, 28 मई 2020

डब्ल्यूएचओ: व्यवस्था में होगा परिवर्तन

जिनेवा/नई दिल्ली। अपने नियमित कामकाज के लिए सदस्य देशों की मदद पर विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की निर्भरता समाप्त करने की दिशा में कदम बढ़ाते हुए डब्ल्यूएचओ फाउंडेशन के नाम से बुधवार को एक नए संगठन की स्थापना की गयी।


डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक डॉ. तेद्रोस गेब्रियेसस और डब्ल्यूएचओ फाउंडेशन के संस्थापक प्रो. थॉमस जेल्टनर ने कोविड-19 पर आयोजित नियमित प्रेस वार्ता में इसकी घोषणा की। दोनों संगठनों के प्रमुखों ने एक सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किए। डॉ. तेद्रोस ने बताया कि कानूनी रूप से डब्ल्यूएचओ फाउंडेशन विश्व स्वास्थ्य संगठन से अलग संस्था है जो स्विटजरलैंड में पंजीकृत है।


यहीं जिनेवा में डब्ल्यूएचओ का मुख्यालय भी है। वह डब्ल्यूएचओ के कामकाज के लिए गैर-पारंपरिक स्रोतों से पैसे जुटायेगा। ये पैसे आम लोगों और बड़े दानदाताओं से जुटाये जाएंगे। सहमति पत्र के जरिये दोनों संगठन एक-दूसरे से संबद्ध होंगे। अमेरिका द्वारा पिछले दिनों डब्ल्यूएचओ को दी जाने वाली मदद रोकने के परिप्रेक्ष्य में डब्ल्यूएचओ फाउंडेशन की स्थापना महत्वपूर्ण है।


इससे संयुक्त राष्ट्र के तहत काम करने वाला वैश्विक स्वास्थ्य संगठन अपने खर्चे और परियोजनाओं के लिए सदस्य देशों की मदद पर निर्भर नहीं रहेगा हालाँकि एक प्रश्न के उत्तर में डॉ. तेद्रोस ने नये फाउंडेशन की स्थापना और अमेरिकी मदद रोके जाने की घटना के बीच कोई संबंध होने से इंकार कर दिया।


उन्होंने कहा कि इसकी अवधारणा दो साल पहले तैयार हुई थी तथा इस दिशा में पिछले साल मार्च में ही काम शुरू हो गया था। डब्ल्यूएचओ प्रमुख ने कहा कि फाउंडेशन से मिलने वाली राशि सदस्य देशों से मिलने वाली मदद के अतिरिक्त होगी। इससे नयी परियोजनाओं पर काम शुरू करने में मदद मिलेगी और इस प्रकार डब्ल्यूएचओ के कामकाज का दायरा बढ़ सकेगा। शुरुआत में फाउंडेशन द्वारा जुटाई गयी राशि का इस्तेमाल कोविड-19 महामारी से लड़ने में किया जायेगा।


'लॉक डाउन 5.0', 11 शहरों पर फोकस

अकाशुं उपाध्याय


नई दिल्ली। लॉकडाउन 5.0 पर केंद्र सरकार की तरफ से कोई बयान अभी नहीं आया है। 31 मई को मन की बात कार्यक्रम है, उसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लॉकडाउन 5.0 पर भी बोल सकते हैं। इसमें ज्यादातर चीजों को खोलने की कोशिश हो सकती है। लॉकडाउन 5.0 में क्या छूट मिल सकती हैं देखिए


11 शहरों पर होगा फोकस


कोरोना लॉकडाउन 5.0 मुख्य तौर पर 11 शहरों पर फोकस होगा। इसमें दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, पुणे, ठाणे, इंदौर, चेन्नै, अहमदाबाद, जयपुर, सूरत और कोलकाता। ये वे शहर हैं जहां कोरोना केस ज्यादा हैं।


 

​15 जून तक स्कूल खुलना मुश्किल


स्कूल खुलना फिलहाल मुश्किल दिख रहा है। 15 जून तक स्कूलों और कॉलेजों को बंद ही रखा जा सकता है। वैसे भी राज्य सरकारें कह चुकी हैं कि स्कूल गर्मी की छुट्टियों के बाद ही खुलेंगे।


मेट्रो हो सकती है शुरू, इंटरनैशनल फ्लाइट्स पर पाबंदी


रेलवे और घरेलू फ्लाइट को सरकार पहले ही शुरू कर चुकी है। मेट्रो सर्विस को भी एक जून से दोबारा शुरू किया जा सकता है। हां इंटरनैशनल फ्लाइट्स पर अभी पाबंदी ही रहेगी।


 

पूजा स्थल खोल सकते हैं राज्य


 धार्मिक स्थानों को खोला जाए या नहीं यह फैसला राज्य सरकारों पर छोड़ा जा सकता है। कर्नाटक सरकार पहले ही पीएम मोदी को पत्र लिखकर 1 जून से धार्मिक स्थानों को खोलने की इजाजत मांग रही है।


सलून, जिम और शॉपिंग मॉल खुल सकते हैं


 सलून के बाद मोदी सरकार जिम और शॉपिंग मॉल्स को खोलने का फैसला राज्य सरकार पर छोड़ सकती है। हालांकि, कंटेनमेंट जोन में इन्हें खोलने की छूट मुमकिन नहीं। दिल्ली समेत कुछ जगहों को छोड़कर बाकी जगहों पर सूलन खुल रहे हैं।


पुलिस ने रेप के आरोपी को धर-दबोचा

रेप के आरोपी को पुलिस ने पकड़ कर की कानूनी कार्रवाई

सुनील पुरी

बिंदकी फतेहपुर। तीन दिन पहले रेप के एक मामले में पुलिस ने आरोपी युवक को गिरफ्तार कर कानूनी कार्रवाई की है युवक का पुलिस ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मेडिकल कराया और न्यायालय में पेश किया।

            जानकरी के अनुसार बिन्दकी नगर के 3 दिन पहले नगर के एक मोहल्ले की रहने वाली महिला घर से जंगल गई थी तभी मोहल्ले के एक युवक ने महिला को पकड़ कर उसके साथ रेप की घटना की थी महिला ने घर वापस आकर परिजनों को आपबीती बताई थी जिस पर आरोपी युवक के खिलाफ केस दर्ज कराया गया था पुलिस ने आरोपी युवक को पकड़ लिया जिसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की गई सामुदायिक स्वास्थ्य में मेडिकल भी कराया गया और न्यायालय में पेश किया गया।

भीषण गर्मी में पक्षियों को पानी दे !

भीषण गर्मी से पंछीयों को बचाने को पेड़ों व छतों पर बरतन में दाना पानी रखने को समाजसेवियों ने चलाई मुहिम

शाहिद प्रधान कई वर्षों से पंछीयों को बचाने के लिए मुहिम चलाकर बाँट रहे हैं मिट्टी व प्लास्टिक के बरतन

 

बृजेश केसरवानी 

प्रयागराज। इन दिनों भीषण गर्मी और दसतपे की तपिश से जहाँ आम इन्सान झुलसा जा रहा है। वही पंछीयों को बचाने की मुहिम भी तेज़ हो गई। समाजसेवी शाहिद प्रधान और तमाम स्वयम सेवी संस्थाएँ इस मुहिम में लगी हैं।पिछले कई वर्षों से इस मुहिम में लगे शाहिद प्रधान गाँव से लेकर शहर तक प्लासटिक के बरतन को रस्सी के सहारे पेड़ पर दाना पानी डाल कर पंछीयों की रक्षा करने में लगे हैं। मदर टेरेसा फाउण्डेशन के महानगर चेयरमैन सै०मो०अस्करी ने लोगों से अपील की है की लोग अपने छतों बारजा और खुले सुरक्षित स्थान पर मिट्टी या पलास्टिक के बरतन में पंछीयों के लिए दाना और पानी रखें।संयुक्त व्यापार मण्डल के मनोज वर्मा भी कई वर्षों से अपनी दूकान के एक चौड़े खम्बे पर प्रतिदिन पंछीयों की प्यास बुझाने और उनके लिए खाने का इन्तेज़ाम करते रहे हैं। मनोज वर्मा का पशू प्रेम तो चर्चा में रहता है। लॉकडाउन में दूकान न आने की स्थिती मे भी उन्हे पंछीयों और सड़क पर आवारा कुत्ते और गायों की फिक्र लगी रहती थी तो वह फोन से आस पास के लोगों को बेज़ुबानों के खाना देने को कहते रहे।प्रेस छायाकार शाह आलम से फोन कर कुत्तों के लिए खाने का प्रबन्ध भी कराया।

उत्तर-भारत में रविवार तक खुशनुमा मौसम

नई दिल्ली। दिल्ली एनसीआर में मौसम ने करवट बदली है।आज शाम हुई हल्की बारिश ने लोगों को भीषण गर्मी से राहत दी। मौसम विभाग के मुताबिक, उत्तर भारत में पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से दिल्ली-एनसीआर में मौसम बदल रहा है।

उत्तर भारत में एक पश्चिमी विक्षोभ के  सक्रिय होने के बाद दिल्ली-एनसीआर के साथ उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा और राजस्थान के मौसम में बदलाव आएगा। हालांकि दिल्ली एनसीआर के ज्यादातर इलाकों में गर्मी का कहर बना रहेगा।

पश्चिमी विक्षोभ के चलते शुक्रवार से लेकर रविवार तक बारिश होने का पूर्वानुमान हैं। इसका असर अगले कुछ दिनों तक रहेगा, जिससे अधिकतम तापमान 35 डिग्री तक आ सकता है। बता दें कि पिछले कुछ दिनों से लोगों को लगातार लू के थपेड़ों का सामना करना पड़ रहा है। लेकिन गुरुवार को इससे थोड़ी राहत मिली है।

मां ने शर्मसार घटना को दिया अंजाम

अतुल त्यागी

हापुड़ में कलयुगी माँ ने माँ शब्द को शर्मशार करने वाली घटना को दिया अंजाम

हापुड़। जिले में बाल विवाह पर रोक नहीं लग पा रही है। शादी के सीजन में हर साल प्रशासन कुछ नाबालिगों का विवाह रुकवाती है पर अधिकतर परिजन अपनी नाबालिग बेटियों की शादी करा दे रहे हैं।

ग्रामीण क्षेत्रों में अशिक्षा की जड़ें इतनी गहरी है कि बाल विवाह रुकने का नाम नहीं ले रहा है। माता-पिता की अशिक्षा और परंपराओं के कारण कई नाबालिगों का विवाह करा दिया जाता है। बाल विवाह की रोकथाम के लिए कई संस्था और प्रशासन द्वारा लगातार जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। इसके बावजूद हर साल बाल विवाह के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम के तहत इस वर्ष महिला एवं बाल विकास विभाग के साथ पुलिस व चाइल्ड लाइन संस्था ने मिलकर शादियां रुकवाई है। बाल विवाह पर जागरूकता लाने के प्रचार-प्रसार के दावों के बाद भी अंचल में इसे लेकर उतनी जागरूकता नहीं आई है। सूचना मिलने पर कुछ विवाह तो रुकवा लिए जाते हैं। पर कई बाल विवाह के बारे में सूचना नहीं मिल पाती।ऐसा ही मानवता को शर्मसार करने वाली घटना मोदीनगर रोड के जसरूपनगर कॉलोनी में घटी है।जहाँ पति ने अपनी पत्नी पर कुछ समय से मनमुटाव के चलते अपनी 14 वर्षीय नाबालिक लड़की को बेचने कर शादी करने का आरोप लगाया है।मेरी पत्नी ने मुझसे रांझीस को बरकरार रखने के लिए व मुझे सबक सिखाने के लिए खौफनाक कदम उठा लिया।पत्नी ने जसरूपनगर-गोयना के ग्राम प्रधान वीरपाल व अन्य कुछ लोगो के साथ मिलकर अपनी 14 वर्षीय नाबालिक लडक़ी के कुछ रकम के लिए बेचकर शादी करा दी है।साथ ही पति ने ग्राम प्रधान व अन्य कुछ अज्ञात लोगों पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया है कि पत्नी को मुख्य रूप से इन्ही लोगों ने उत्साया है क्योंकि पहले भी हमारे आपसी विवाद का लाभ उठाते हुए और मेरी पत्नी के कहने पर अक्सर ग्राम प्रधान के माध्यम से मेरे घर पर पुलिस अति-जाती रहती थी।मुझे ग्रामीणों के अक्सर सामने बेज्जत किया जाता रहा है।मेरी पुत्री की बेचकर शादी कराने की जानकारी जैसे ही मुझे मालूम हुई तो मैंने ग्राम प्रधान से बात की जिसने मुझे शादी की बात की सही हामी भरते हुए कहा कि लड़की की शादी ग्राम हरसिंगपुर में हो गई है।अब इस मामले को ज्यादा तूल मत पकड़ा।तेरे पास वैसे भी पैसे नही है और भी कैसे करता तू शादी।पीड़ित पिता एक मजदूर व अनपढ़ किस्म का व्यक्ति है।जिसने समाजकल्याण को तीन दिन पहले शिकायत करदी लेकिन शिकायत पत्र में कुछ न कुछ त्रुटि व अधिकारी का अवकाश बताकर तला दिया है।पीड़ित पिता व बेटे ने हारकर-थककर मीडिया को अपनी समस्त जानकारी दी।पीड़ित पिता चन्द्रपाल सिंह गोयना गाँव का निवासी से है।

संक्रमण को मात देने में हुआ इजाफा

नोएडा में कोरोना वायरस के चार नए मामले

गौतम बुध नगर। नोएडा जिले में संक्रमितों से ज्यादा ठीक होने वाले मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। रोजाना 3 से 5 मरीज कोरोना वायरस को मात देकर घर लौट रहे हैं। बुधवार को भी 9 मरीजों ने कोरोना वायरस को मात दी, जबकि चार वर्षीय बच्ची समेत चार लोग संक्रमित मिले। जिले में कुल संक्रमितों की संख्या 366 हो गई है, जबकि 253 पूरी तरह ठीक हो चुके। इसके अलावा पांच मरीजों की मौत भी हुई है। सीएमओ डॉ. दीपक ओहरी के अनुसार बुधवार को चार नए कोरोना के मरीज मिले। इनमें 60 वर्षीय वृद्ध महिला, 35 वर्षीय युवक और चार वर्षीय बच्ची भी शामिल है। बताया गया कि तीनों सेक्टर-16ए स्थित एक निजी कंपनी के संपर्क में आकर बीमार पड़े हैं। 

 कोरोना काल से पहले सैनिटाइजर के बारे में एक प्रतिशत आबादी भी इस्तेमाल नहीं कर रही थी। यानि हाईप्रोफाइल सोसायटी में लेकिन कोरोना ने सैनिटाइजर हर व्यक्ति के उपयोग में ला दिया। दवा कारोबारियों की मानें तो जिले में करीब 30 करोड़ से अधिक के सैनिटाइजर बिक गए। वहीं, मास्क का 50 करोड़ से अधिक का जिले में कारोबार हुआ। कोरोना का संक्रमण ने चीन में दस्तक दी और इसके बाद दुनिया भर के अधिकांश देशों में फैला।

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें  सुनील श्रीवास्तव  मॉस्को। यूक्रेन द्वारा अमेरिका के 9 /11 जैसा अटैक करते हुए कजान पर ड्रोन ...