गुरुवार, 28 मई 2020

विधायक के गांव में तड़तडाई गोलियां

 शाहजहांपुर में फिर ताबड़ताेड़ फायरिंग से दहला विधायक का गांव

 

शाहजहांपुर। उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर के जैतीपुर थाने का डभौरा गांव बुधवार की रात गाेलियों की तडतड़ाहट से गू्ंज उठा। जिससे ग्रामीणों में दहशत फैल गई। भाजपा विधायक वीर विक्रम सिंह के गांव में कुछ लोगों ने फायरिंग कर फिर से दहशत फैला दी है। दो दिन पहले भी गांव में फायरिंग कर विधायक के कार्यकर्ताओं से गाली गलौज की गई थी। 

जिसके बाद विधायक विक्रम सिंह सहित तिलहर विधायक रोशन लाल वर्मा व ददरौल विधायक मानवेंद्र सिंह के साथ अपर सचिव गृह व डीजीपी से मुलाकात कर कानून व्यवस्था को लेकर शिकायत भी की थी। इसके साथ ही मामले से एसपी और डीएम को भी अवगत कराया था। जिसके बाद मंगलवार को डीएम और एसपी जांच करने गांव भी पहुंचे थे मामले की जानकारी मिलते ही मौके पर पुलिस ने पहुंच कर अपनी तफ्तीश शुरू कर दी है।

विस्फोट-धमाके से दहला यूपी, कई घायल

विस्फोट से दहला यूपी: इस जिले में हुआ धमाका, कई लोग बुरी तरह घायल

रायबरेली। उत्तर प्रदेश के रायबरेली में बड़ा विस्फोट हो गया है। ये धमाका रायबरेली में गुरुबख्शगंज थाना क्षेत्र के जुगराजपुर गांव में मेंथा की टंकी में हुआ है। विस्फोट से बाद से हड़कंप मच गया। गांव में हुई घटना में 5 लोग बुरी तरह इसका शिकार हो गए हैं, जिन्हें तत्काल जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। ये घटना तब हुई जब मेंथा की पेराई करते समय पाइप जाम होने से अचानक मेंथा की टंकी फट गई।

एक झटके में उजड़ गई जिंदगियां

धमाके के साथ अचानक फटी टंकी

मेंथा की पेराई करते समय हुए इस हादसे से टंकी के पास मौजूद 5 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं।स्थानीय लोगों ने इनको जल्दी-जल्दी में पास के स्वास्थ्य सामुदायिक केंद्र ले गए, जहां डॉक्टरों में हालात गंभीर देखते हुए जिला अस्पताल रेफर कर दिया है।

रायबरेली के गुरुबख्शगंज थाना क्षेत्र के जुगराजपुर निवासी पप्पू तड़के सुबह मेंथा की पेराई कर रहे थे। उसी समय टंकी की पाइप जाम हो गई। तभी एयर न निकलने से धमाके के साथ अचानक टंकी फट गई। स्थानीय लोगों ने बताया कि धमाका इतना तेज था कि आसपास मौजूद लोग भी इससे बुरी तरह झुलस गए।

बता दें कि सभी घायलों को पास के स्वास्थ्य सामुदायिक केंद्र ले जाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टरों ने हालात गंभीर देखते हुए सभी को जिला अस्पताल रेफर कर दिया।मिली जानकारी के अनुसार, जिला अस्पताल में सभी को भर्ती कर दिया गया है और इलाज किया जा रहा है। हालांकि सभी की हालात गंभीर बनी हुई है। सभी घायलों का जिला अस्पताल के बर्न वार्ड में इलाज किया जा रहा है।

ट्रेनों में श्रमिक मौत के मुंह में समाए

 

श्रमिक ट्रेनों में भी मौत के मुंह में समा रहे मजदूर, एक ही दिन में तीन ट्रेनों में 6 की मौत

 

बलिया/कानपुर/वाराणसी। श्रमिक ट्रेनों से यात्रा कर रहे छह यात्री बलिया, कानपुर और वाराणसी में मृत पाए गए। बलिया में मडगाव से प्रवासियों को लेकर दरभंगा (बिहार) जा रही श्रमिक स्पेशल एक्सप्रेस ट्रेन में तबीयत बिगड़ने से एक यात्री की बुधवार को मौत हो गई। अपर पुलिस अधीक्षक संजय यादव के अनुसार मडगाव से प्रवासियों को लेकर दरभंगा (बिहार) जा रही श्रमिक स्पेशल एक्सप्रेस ट्रेन मंगलवार देर शाम बलिया पहुँची। इस ट्रेन से बीमार नेपाल के जनकपुर के थाना दुभी के रहने वाले शोभरन कुमार (28)की रेलवे के डॉक्टर ने जांच की। उसकी हालत नाजुक होने पर उसक जिला अस्पताल पहुंचाया गया, जहां बुधवार को उसकी मौत हो गई।

इसके पूर्व, सूरत हाजीपुर श्रमिक स्पेशल एक्सप्रेस ट्रेन में मंगलवार शाम एक यात्री मृत मिला था। मृतक के पास से मिले परिचय पत्र के जरिये उसकी पहचान बिहार में सारण निवासी भूषण सिंह (58) के रूप में हुई है।पुलिस ने दोनों शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। इस बीच कानपुर में झांसी-गोरखपुर श्रमिक ट्रेन में दो प्रवासी यात्री मृत पाये गये। कानपुर सेंट्रल रेलवे पुलिस के थानाधिकारी राम मनोहर राय ने बताया कि मरने वालो में से एक की पहचान राम अवध चौहान (45) के रूप में हुई है जबकि दूसरे की पहचान अभी तक नही हो पायी है।चौहान आजमगढ. के रहने वाले थे उन्होंने बताया कि दोनो के शव पोस्टमार्टम के लिये भेज दिये गये है तथा कोरोना संक्रमण की जांच के लिये नमूने ले लिये गये है ।

वाराणसी प्राप्त खबर के अनुसार श्रमिक ट्रेन में दो यात्री वाराणसी रेलवे स्टेशन पर मृत पाये गये। उत्तर पूर्वी रेलवे के प्रवक्ता अशोक कुमार ने बताया कि ट्रेन वाराणसी के महुवाडीह स्टेशन पर मुंबई के लोकमान्य तिलक टर्मिनल से चलकर सुबह आठ बज कर 21 मिनट पर पहुंची। रेलवे पुलिस को इस ट्रेन में दो यात्री मृत मिलें . इनमें से एक की पहचान जौनपुर के दशरथ प्रजापति (30) तथा दूसरे की पहचान आजमगढ। के राम रतन (63) के तौर पर हुई . दोनों के शवों को पोस्टमार्टम के बाद उनके रिश्तेदारों को सौप दिया गया है।

केंद्र पर मजदूरों की अनदेखी का आरोप

नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार पर प्रवासियों की दुर्दशा की अनदेखी करने का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार को चाहिए कि वह देश के प्रत्येक जरूरतमंद परिवार को अगले छह महीने तक 7 हजार 500 रुपये प्रदान करे।


सोनिया गांधी ने गरीब, प्रवासी, छोटे व्यापारियों व मध्य वर्ग की आवाज को केंद्र तक पहुंचाने के कांग्रेस के अभियान ‘आवाज उठाओ’ के तहत कहा, “पिछले दो महीने से पूरा देश कोरोना महामारी की चुनौती और लॉकडाउन के चलते रोजी-रोटी के गंभीर आर्थिक संकट से गुजर रहा है।”


उन्होंने कहा, “देश की आजादी के बाद पहली बार दर्द का वो मंजर सबने देखा, जिसमें लाखों मजदूर नंगे पांव, भूखे-प्यासे, बगैर दवाई और साधन के सैकड़ों-हजारों किलोमीटर पैदल चल कर घर वापस जाने को मजबूर हो गए। उनके दर्द को देश में हर किसी ने सुना, पर शायद सरकार ने नहीं।”


उन्होंने कहा कि करोड़ों नौकरियां चली गईं, कई कारखाने बंद हो गए, किसानों को फसल बेचने में परेशानी का सामना करना पड़ा लेकिन सरकार इसका आकलन नहीं कर पाई।


रायबरेली से लोकसभा सांसद कांग्रेस नेता ने कहा, “पहले दिन से ही, मेरे सभी कांग्रेस के साथियों, अर्थशास्त्रियों, समाजशास्त्रियों और समाज के अग्रणी हर व्यक्ति ने बार-बार सरकार को यह कहा कि ये वक्त आगे बढ़ कर घाव पर मरहम लगाने का है। लेकिन न जाने क्यों केंद्र सरकार यह बात समझने और लोगों की मदद करने को तैयार नहीं है।”


सोनिया गांधी ने कहा, “इसलिए, कांग्रेस ने लोगों की आवाज उठाने का फैसला लिया है। हम केंद्र सरकार से फिर आग्रह करते हैं कि वह खजाने का ताला खोले और जरूरतमंदों को राहत दे।” उन्होंने कहा, “हर परिवार को छह महीने के लिए 7,500 रुपये प्रतिमाह सीधे कैश भुगतान करें और उसमें से 10 हजार रुपए फौरन उनके बैंक अकाउंट में दें।”


उन्होंने सरकार से यह भी मांग की कि मजदूरों को सुरक्षित और मुफ्त यात्रा के माध्यम से उनके घर तक पहुंचाने का इंतजाम करने के साथ ही उनके रोजगार का भी इंतजाम किया जाए। उन्होंने कहा, “महात्मा गांधी मनरेगा में 200 दिन का काम सुनिश्चित करें जिससें लोगों को गांव में ही रोजगार मिल सके। छोटे और लघु उद्योगों को लोन देने की बजाय आर्थिक मदद दीजिए, ताकि करोड़ों नौकरियां भी बचें और देश की तरक्की भी हो।”


सोनिया गांधी ने कहा कि आज इसी कड़ी में सोशल मीडिया के माध्यम से देशभर से कांग्रेस नेता व कार्यकर्ता, पदाधिकारी एक बार फिर सरकार के सामने यह मांगें दोहरा रहे हैं। उन्होंने जनता से भी अपील कर कहा कि वे सभी इस मुहिम में जुड़ें और लोगों से जुड़ी परेशानियों को उजागर करने का कार्य करें।


सावरकर को पीएम की श्रद्धांजलि अर्पित

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को स्वतंत्रता सेनानी और हिंदुत्व विचारक वीर सावरकर को उनकी 137वीं जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की। प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर कहा, “साहसी वीर सावरकर की जयंती पर मैं उन्हें नमन करता हूं। हम उन्हें उनकी बहादुरी, कई अन्य लोगों को स्वतंत्रता संग्राम में शामिल होने के लिए प्रेरित करने और सामाजिक सुधार पर जोर देने के लिए याद करते हैं।”


मोदी ने सावरकर का जिक्र करते हुए अपने राष्ट्रीय रेडियो संबोधन ‘मन की बात’ के पिछले एपिसोड में से एक वीडियो क्लिप को भी अटैच किया, जिसमें उनके संघर्ष और भारत की आजादी की लड़ाई में योगदान को दशार्या गया था।
28 मई, 1883 को एक मराठी ब्राह्मण परिवार में जन्मे सावरकर हिंदू राष्ट्र और अखंड भारत के अपने नजरिए के लिए जाने जाते हैं।


भारत छोड़ो आंदोलन और दूसरे विश्व युद्ध के दौरान सावरकर हिंदू महासभा के अध्यक्ष थे। राजनेता और लेखक, सावरकर का नाम भारत छोड़ो आंदोलन का खुलकर विरोध करने के कारण उनके निधन के पांच दशक बाद भी विवाद खड़ा करता है।


उन्हें अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में सेलुलर जेल में सजा काटने के लिए भी जाना जाता है।


कांग्रेस नेता राहुल गांधी की आलोचना सत्तारूढ़ भाजपा ने तक की थी जब पिछले साल उन्होंने अपने एक संबोधन में कहा था, “मैं माफी नहीं मांगूंगा क्योंकि मेरा नाम राहुल गांधी है और राहुल सावरकर नहीं है।”


सड़क हादसे में 4 लोगों की गंभीर हालत

देहरादून। पर्वतीय क्षेत्रों में बर्फबारी के साथ ही सड़कों पर पाला पड़ रहा है। जो पहले भी कई हादसों का कारण रहा है । वहीं ताज़ा मामला विकासनगर क्षेत्र का सामने आया है जहाँ पर साहिया क्वानू मोटर मार्ग से सहिया की ओर एक यूटिलिटी वाहन आ रहा था। जिसमें करीब 6 लोग सवार बताए जा रहे है। मार्ग में पाले होने की वजह से वाहन रपट कर बीच रोड पर ही पलट गया। हादसे में चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को स्थानीय लोगों द्वारा निजी वाहनों से सीएचसी साहिया लाया गया। जहां डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद चारों घायलों को हायर सेंटर रेफर कर दिया।

विकासनगर क्षेत्र में साहिया-क्वानू मोटर मार्ग पर पंजी टीलानी के पास एक यूटिलिटी वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो गया। बताया जा रहा है कि हादसे के वक्त वाहन में छह लोग सवार थे। जिसमें से चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को सीएचसी साहिया में भर्ती करवाया गया है जहां हालत गंभीर होने पर उन्हें हायर सेंटर रेफर कर दिया गया है।

आतंकी हमले की साजिश, किया नाकाम

श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबलों ने गुरुवार को पुलवामा जैसे आतंकी हमले की साजिश को नाकाम कर दिया। यहां के राजपुरा रोड पर शादीपुरा के पास एक सफेद रंग की सेंट्रो कार मिली, जिसमें 20 किलो आईईडी (इंप्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) बरामद किया। कार के अंदर ड्रम में एक्सप्लोसिव रखा था। कार का पता चलने के बाद सुरक्षा बलों ने आसपास का इलाका खाली करा लिया। इसके बाद बम डिस्पोजल स्क्वाड ने कार को उड़ा दिया। पुलवामा पुलिस के बाद सीआरपीएफ और आर्मी ने भी इस ऑपरेशन में हिस्सा लिया।


सूत्रों ने बताया कि पुलवामा पुलिस को बुधवार देर रात जानकारी मिली थी कि कुछ आतंकवादी एक विस्फोटक से लदी कार से जा रहे हैं। इसके जरिए कुछ लोकेशन पर धमाके किए जा सकते हैं। सुरक्षाबलों ने फौरन कार्रवाई कर सभी रूट्स को सील कर दिया। इसी दौरान एक संदिग्ध कार नजर आई। रोकने पर कुछ राउंड की फायरिंग हुई। इसके बाद ड्राइवर अंधेरे का फायदा उठाकर भाग गया। सुरक्षाबलों ने वाहन को कब्जे में ले लिया। बताया जा रहा है कि इस कार को हिजबुल मुजाहिद्दीन का आतंकी चला रहा था।


सुरक्षाबलों ने कार के पास जाकर देखा तो पिछली सीट पर विस्फोटक से भरे नीले रंग के ड्रम रखे थे। सुरक्षाबलों ने रात भर कार की निगरानी की। इसके बाद आसपास के घरों को खाली करा दिया गया। बाद में वाहन को धमाका कर उड़ा दिया गया। सूत्रों के मुताबिक, आतंकी किसी बड़ी घटना को अंजाम देने वाले थे। कार पर स्कूटर की नंबर प्लेट लगी थी, जिसका रजिस्ट्रेशन कठुआ जिले का मिला है।


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