गुरुवार, 28 मई 2020

प्रवासियों को रिसीव करेंगे श्रम मंत्री

रांची में जब ये फ्लाइट लैंड करेगी तो खुद श्रम मंत्री एयरपोर्ट पर रहेंगे मौजूद


रांची। झारखंड सरकार ने बड़ा कदम उठाते हुए दुसरे राज्य में फंसे अपने राज्य के मजदूरों के लिए फ्लाइट का इंतजाम किया है।इतिहास में यह पहली बार होगा जब मजदुर फ्लाईट में सफ़र करेंगे।


एक फ्लाइट रांची के लिए रवाना


मुंबई में मजदूरों को लेकर एक फ्लाइट रांची के लिए रवाना हुई है. एनजीओ की मदद से 177 मजदूरों को एयरपोर्ट तक पहुंचाया गया। रांची में जब ये फ्लाइट लैंड करेगी तो खुद श्रम मंत्री एयरपोर्ट पर मौजूद रहेंगे। मुंबई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सुबह 2 बजे ही 177 प्रवासी मजदूरों की लाइन लग गई।यह मजदूर सुबह 6 बजे एयर एशिया की फ्लाइट में उड़ान भरने पहुंचे। बैंगलोर लॉ स्कूल एलुमनाई एसोसिएशन की प्रियंका रमन सुनिश्चित कर रही थीं कि हर कोई हवाई अड्डे तक पहुंच गया या नहीं। इस लॉ स्कूल के पूर्व छात्रों के संघ ने कुछ एनजीओ के साथ मिलकर न केवल मुंबई के विभिन्न हिस्सों से प्रवासियों को इकट्ठा किया बल्कि उनके हवाई टिकट की भी व्यवस्था की।प्रियंका रमन का कहना है कि हम जानते थे कि रांची के कई प्रवासी हैं, जो वापस जाना चाहते थे, इसलिए हमने कोशिश की और वापस भेजने का फैसला किया।


एलुमनाई के पूर्व छात्रों ने फंडिंग का आयोजन किया


प्रियंका कहती हैं कि हमने ऐसे प्रदेश के मजदूरों को वापस भेजने का फैसला किया था, जहां परिवहन संपर्क खराब हो। अंत में हमने फैसला किया कि हम झारखंड के लोगों को वापस भेजेंगे। इसके लिए एलुमनाई के पूर्व छात्रों ने फंडिंग का आयोजन किया, जिसमें सभी प्रवासियों के लिए टिकट, हवाई अड्डा शुल्क और परिवहन शुल्क शामिल थे।


बड़ी संख्या में मजदूर आज हवाई जहाज से झारखंड लौट रहे हैं। इन मजदूरों की खुशी साफ दिखाई दे रही है।घर जा रहीं मंजू देवी का कहना है कि हम इसलिए वापस जा रहे हैं, क्योंकि यहां फिर से काम शुरू होने की कोई गारंटी नहीं है। हम अब वापस नहीं लौटेंगे।हमने पिछले दो महीनों से यहां बहुत सारी समस्याओं का सामना किया। मंजू का पति विरार में एक ड्राइवर था।पिछले दो महीनों से उन कठिनाइयों को याद करते हुए मंजू कहती हैं कि बहुत कम खाना था और छोटे बच्चों के साथ इसका प्रबंधन करना मुश्किल था। वह कहती हैं कि झारखंड में घर चलाना मुश्किल होगा, लेकिन कम से कम वे घर पर ही होंगे। प्रवासियों को घर भेजने की मुहिम का हिस्सा प्रिया शर्मा का कहना है कि हम जानते हैं कि रांची के लिए कई ट्रेनें नहीं थीं, इसलिए हम मुंबई और पुणे में फंसे प्रवासियों की तलाश कर रहे थे। उन्होंने कहा कि फ्लाइट के लिए प्रवासियों को राजी करना आसान नहीं था, क्योंकि हाल के दिनों में कई लोगों को कंफ्यूज किया गया था। एक्टिविस्ट और पूर्व छात्रों के समूह का कहना है कि अगर उन्हें अन्य राज्य सरकारों से समर्थन मिलता है तो वे राज्यों में अधिक प्रवासी श्रमिकों को भेजने के लिए तैयार होंगे।


खुशी की बात


झारखंड सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि यह खुशी की बात है कि प्लेन से झारखंड के मजदूर अपने राज्य लौट रहे है। अंडमान में फंसे लोगों को लाने के लिए दो और फ्लाइट जल्द ही रांची में लैंड करेगी।उनका कहना है कि फ्लाइट का किराया राज्य सरकार ही वहन कर रही है।


इकोनामिक के संकुचन की आशंका बढ़ी

कोरोना वायरस महामारी फैलने के बाद FSDC की यह पहली बैठक


नई दिल्ली।कोविड-19 के वित्तीय क्षेत्र और अर्थव्यवस्था पर हुए असर सहित अन्य विषयों पर चर्चा करने के लिए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज गुरूवार को फाइनेंशियल स्टैबिलिटी एंड डेवलपमेंट काउंसिल की बैठक बुलाई है।


कोरोना वायरस महामारी फैलने के बाद FSDC की यह पहली बैठक होगी। इस परिषद में रिजर्व बैंक के गवर्नर और वित्तीय क्षेत्र के अन्य नियामक शामिल होते हैं। सूत्रों ने बताया कि वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए होने वाली इस बैठक की अध्यक्षता वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण करेंगी। यह बैठक ऐसे समय में हो रही है जब कोविड-19 संकट की वजह से चालू वित्त वर्ष में देश की इकोनॉमी में संकुचन की आशंका पैदा हो गई है। नरेंद्र मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में FSDC की यह तीसरी बैठक होगी।


आरबीआइ गवर्नर के अलावा सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया, इंश्योरेंस रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी ऑफ इंडिया और पेंशन फंड रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी के चेयरपर्सन FSDC के सदस्य हैं। वित्त मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी भी इस बैठक में हिस्सा लेंगे।इस बैठक में 12 मई को सरकार की ओर से घोषित करीब 21 लाख करोड़ रुपये के राहत पैकेज के विभिन्न आयामों पर चर्चा होने की संभावना है। सरकार ने कोरोना वायरस को रोकने के लिए लागू लॉकडाउन की वजह से पैदा हुए आर्थिक संकट के इस वक्त में देश के विभिन्न सेक्टर्स की मदद के लिए इस पैकेज की घोषणा की है।


सूत्रों के मुताबिक फरवरी से अब तक आरबीआई द्वारा इकोनॉमी को मजबूती देने के लिए घोषित विभिन्न उपायों एवं उनके असर के बारे में FSDC की बैठक में चर्चा होगी। आरबीआइ ने पिछले सप्ताह कहा था कि कोविड-19 का असर अनुमान से ज्यादा गंभीर देखने को मिला है और चालू वित्त वर्ष में देश की इकोनॉमी में संकुचन देखने को मिल सकता है।


भाजपा के खिलाफ ऑनलाइन आंदोलन

सुप्रिया पांडे


रायपुर। देश में कोरोना संक्रमण के बढ़ते आंकड़ों के बीच राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई है। आज कांग्रेस केंद्र सरकार के खिलाफ ऑनलाइन राजनीतिक आंदोलन करेगी, तो प्रदेश में बीजेपी सोशल मीडिया पर ट्रेंड अलर्ट मनाएगी।



SPEAK UP INDIA के नाम से सोशल मीडिया में हमला बोलते हुए सभी कांग्रेसी अपनी डीपी पर SPEAK UP INDIA का लोगों लगाएंगे। आज सुबह 11 से 2 बजे के बीच किसी भी सोशल साइट्स में लाइव होकर केंद्र की मोदी सरकार से मांग करेंगे। जिसमें छत्तीसगढ़ से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल समेत तमाम नेता हिस्सा लेंगे। वही सोशल मीडिया में भाजपा और कांग्रेस आमने सामने होंगे। कांग्रेस केंद्र सरकार के खिलाफ आंदोलन करेगी, तो प्रदेश में बीजेपी सोशल मीडिया पर ट्रेंड अलर्ट मनाएगी। प्रदेश के भूपेश सरकार के खिलाफ सोशल मीडिया पर भाजपा विरोध जताएगी। सुबह 11 बजे से 2 बजे तक भाजपाई झूठीकांग्रेस को सोशल मीडिया पर ट्रेंड करने का प्रयास करेंगे।




कांग्रेस की यह है 5 मांगें




  • आर्थिक रूप से कमज़ोर व जरूरतमंदों के खातों में 10 हजार रुपए भेजा जाए।

  • राज्य सरकार के बाद अब केंद्र सरकार भी पूरे देश में न्याय योजना लागू करे।

  • किसानों के लिए न्याय योजना द्वारा दिए गए 5700 करोड़ के लिए प्रदेश सरकार को धन्यवाद करें।

  • भारत के प्रवासी मज़दूरों को सकुशल उचित स्थान तक नि:शुल्क एवं सुरक्षित पहुंचाए।

  • मनरेगा मज़दूरों की 200 दिनों की भुगतान सुनिश्चित करें।


देशभर में कांग्रेस पार्टी ने फेसबुक, ट्विटर, यू ट्यूब, इंस्टाग्राम जैसे प्रचलित सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर एक साथ 50 लाख कांग्रेस कार्यकर्ताओं को ऑनलाइन जुटाने का लक्ष्य रखा है। आज गुरुवार यानी 28 मई को ऑनलाइन आंदोलन करेगी।


खाना पकाने के अलावा 'नारियल तेल'

नारियल से निकाला गया तेल या सूखी हुई कोकोनट फ्लेक्स साउथ इंडियन कुकिंग यानी कि खाना बनाते समय इस्तेमाल की जाती हैं। लेकिन नारियल के तेल के और भी कई फायदे हैं। अब, जब हम सभी अपने-अपने घरों में हैं और बाहर सैलून नहीं जा सकते तो अब घर के इलाज ही हमारे काम आएंगे। अगर आपको नहीं पता, तो बता दें ििक नारियल के तेल के कई ब्यूटी बेनिफिट्स भी हैं। हम अपनी स्किन के लिए यूं तो कई ब्यूटी प्रोडक्ट्स इस्तेमाल करते हैं, लेकिन घर पर ही ऐसी कई चीजें होती हैं जिससे आप अपनी स्किन का खास ख्याल रख सकते हैं। नारियल तेल को अगर कम मात्रा में इस्तेमाल किया जाए तो यह सभी स्किन टाइप के लिए अच्छी होती है। इसमें फैटी एसिड होते हैं जो स्किन को हाइड्रेट करने कर सुरक्षित रखने के काम आते हैं। इसमें लिनोलेइक एसिड, विटामिन स्न और एंटीबैक्टीरियल प्रॉपर्टीज होती हैं। इसे रात भर चेहरे पर लगाने से कई फायदे होते हैं। नारियल का तेल आपकी स्किन के लिए नाइट सीरम का काम करता है।
चेहरे पर रात भर नारियल के तेल का किस तरह करें इस्तेमाल?
स्टेप 1: 
सबसे पहले नारियल के तेल को अपने दोनों हाथों के बीच रब कर लें। इससे तेल का टेक्सचर एकदम लाइट और सिल्की हो जाएगा।
स्टेप 2: अब इसे अपने चेहरे और गर्दन पर लगाएं। इसे आप छाती और शरीर के अन्य भागों पर भी लगा सकते हैं। आपके शरीर के जिन भागों में अधिक ड्राइनेस है, इसे वहां भी लगा सकते हैं।
स्टेप 3: जमा हुआ या थिक टेक्सचर का तेल चेहरे पर नहीं बचना चाहिए। अगर है तो इसे रुई की मदद से हटा लें। रातभर आपकी स्किन पर नारियल तेल की लाइट परत रहने दें।
स्टेप 4: नारियल के तेल को आंखों में न जाने दें।
आप नारियल के तेल को रात भर लगाने से पहले इसे मेकअप रिमूवर के तौर पर भी इस्तेमाल कर सकती हैं। कई लोग नारियल के तेल को स्पॉट ट्रीटमेंट यानी कि चेहरे के दाग-धब्बे दूर करने के लिए भी इस्तेमाल करते हैं। इसे आंखों के नीचे और स्किन पर ड्राई पैचेज को हटाने के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकता है।
चेहरे पर रात भर नारियल तेल लगाने के फायदे



  • नारियल का तेल आपके स्किन की प्रोटेक्टिव लेयर की मदद करता है। इससे आपकी स्किन की प्रोटेक्टिव लेयर मॉइस्चर को बचाए रखती है और इससे आपकी स्किन जंवा, फ्रेश, हाइड्रेटेड नजर आती है।

  • नारियल के तेल में एंटी-इंफ्लेमेटरी प्रॉपर्टीज होती हैं। इससे ऐसी स्किन टाइप जिस पर पैचेज, इर्रिटेशन या इससे सम्बंधित परेशानियां रहती हैं, को बेहतर परिणाम मिलता है।

  • इसमें मौजूद लॉरिक एसिड कोलेजन प्रोडक्शन के लिए अच्छा होता है और कोलेजन स्किन को टाइट रखने में मदद करता है। इससे फाइन लाइन्स और झुर्रियों से बचाव होता है।

  • नारियल तेल डार्क पैचेज से भी निजात दिलाने में मदद करता है। इसमें नींबू के रस की कुछ बूंदें मिलाने से और फायदा मिल सकता है।
    क्या है इसके साइड-इफेक्ट्स?
    नारियल तेल का रात मेें इस्तेमाल करना हो सकता है कि सभी के लिए सही न हो। ऑयली या एक्ने-प्रोन स्किन के लिए शायद यह फायदेमंद न हो। नारियल का तेल ऐसी स्किन वालों के लिए पोर्स बंद करने का काम कर सकता है। जहां कुछ लोगों की स्किन पर यह स्किन साफ़ करने का काम करता है, वहीं दूसरों के लिए यह एक्ने बढऩे का काम कर सकता है। अगर आपकी ऑयली स्किन है तो इसे यूज करने से आपको ब्लैकहेड्स, पिम्पल्स, व्हाइटहेड्स जैसी समस्याएं हो सकती हैं।


इंडिया बुल्स ने 2000 कर्मचारियों को निकाला

नई दिल्ली। कोरोना महामारी और देशभर में लागू लॉकडाउन ने कंपनियों और बिजनेस जगत की कमर तोड़ दी है। अब इसका इफेक्ट दिखाई देना शुरू हो गया है। इसके चलते लोगों की नौकरियों पर तलवार लटक रही है और बड़ी संख्या में लोगों की नौकरियां जा रही हैं।



अब बड़ी से लेकर छोटी कंपनियां तक कॉस्ट कटिंग करने में जुटी हैं। रोजाना लाखों लोगों को नौकरियों से हाथ धोना पड़ रहा है। लोग बड़ी संख्या मेंं बेरोजगारी की चपेट में आ रहे हैं। कंपनियां बिना किसी पूर्व सूचना के एक झटके में अपने कर्मचारियों को नौकरी से निकाल रही हैं। इस मिशन में बड़ी से लेकर छोटी तक सभी कंपनियां शामिल हैं। हाल ये है कि कुछ कंपनियां वाहवाही लूटने के लिए पीएम केयर्स फंड में लंबी चौड़ी रकम दे रही हैं लेकिन इन कंपनियों के पास कर्मचारियों की सैलरी देने के लिए पैसे नहीं हैं।



हाल ही में एक अनोखे मामले में फाइनेंस सेक्टर की दिग्गज निजी कंपनी इंडिया बुल्स ने अपने 2000 कर्मचारियों को महज एक वाट्सएप कॉल करके नौकरी से निकाल दिया है। खास बात ये है कि इस कंपनी द्वारा हाल ही में पीएम केयर फंड में 21 करोड़ रुपए का दान दिया गया है। इस मामले के सामने आने के बाद कंपनी की लोग काफी आलोचना भी कर रहे हैं। अब इसको लेकर कांग्रेस ने भी कंपनी की कड़ी आलोचना की है।


सेब के पोषक तत्व रोगों से बचाएंं

कहते हैं कि रोज एक सेब खाने से कभी डॉक्टर के पास जाने की जरूरत नहीं पड़ती। जी हां, ये बात बिलकुल सच है कि सेब में इतने पोषक तत्व मौजूद होते हैं कि ये आपको हर बीमारी से बचाकर रखता है। इसमें कैलोरी कम होती है जो कि वजन घटाने में मदद करता है और डायबिटीज के खतरे को कम करने के साथ-साथ सेब आपके दिल को भी हेल्दी रखता है। शायद यही वजह है कि फलों में सेब को इतना पसंद किया जाता है। हम सभी जानते हैं कि सेब स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होता है और इसके सेवन से कई बीमारियों से बचा जा सकता है। इसी तरह सेब दो विपरीत स्वास्थ्य समस्याओं यानी कब्ज और दस्त का इलाज भी करता है। अलग-अलग तरीके से सेब खाने से कब्ज या दस्त दोनों को ठीक किया जा सकता है, आइए जानते हैं कैसे।
सेब के गुण
सेब घुलनशील और अघुलनशील फाइबर से बना होता है। इसमें 64 फीसदी अघुलनशील फाइबर और 32 फीसदी घुलनशील फाइबर होता है।
सेब से कैसे करें दस्त का इलाज
घुलनशील फाइबर पाचन को धीमा कर देते हैं जिससे दस्त की समस्या कम होती है। सेब के अंदरूनी भाग यानी पल्प और गूदे में घुलनशील फाइबर मौजूद होते हैं। तो अगर आपको दस्त हैं तो बेहतर होगा कि आप सेब का छिलका उतार कर खाएं।
सेब से कब्ज का इलाज
सेब में मौजूद अघुलनशील फाइबर मल की मात्रा को बढ़ाते हैं और आंतों को साफ करने का रास्ता बनाने में मदद करते हैं। इस वजह से सेब कब्ज में लाभकारी होता है। सेब के छिलके में अघुलनशील फाइबर पाए जाते हैं इसलिए अगर आपको कब्ज की समस्या है तो इससे राहत पाने के लिए छिलके के साथ सेब खाएं।
अमेरिकन जरनल ऑफ क्लीनिकल न्यूट्रिशन की एक स्टडी में पाया गया कि जो महिलाएं रोज सेब खाती थीं उनमें सेब न खाने वाली महिलाओं की तुलना में कब्ज की समस्या 13 से 22 फीसदी कम पाई गई।
सेब में पेक्टिन फाइबर भी होता है जो कि एंफोटेरिक प्रभाव देता है। इस प्रकार एक ही फल पेट से जुड़ी दो विपरीत समस्याओं यानी दस्त और कब्ज से छुटकारा पाने में मदद करता है।


चीन में 2 नए मामले सामने आए

बीजिंग। चीन में कोरोना वायरस के दो नए मामलों की पुष्टि हुई है। दोनों मामले विदेश से आए लोगों में सामने आए हैं। वहीं 23 लोग बिना लक्षण वाले मरीज भी पाए गए हैं, जिनमें से अधिकांश मामले कोविड-19 का केंद्र रहे वुहान से हैं। चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग (एनएचसी) ने बृहस्पतिवार को बताया कि बुधवार को दो मामले सामने आए जिनमें से एक शंघाई में और दूसरा फुजियान में था। हालांकि घरेलू संक्रमण का कोई मामला सामने नहीं आया है। देश में बुधवार को 23 ऐसे लोग संक्रमित पाए गए, जिनमें बीमारी के कोई लक्षण नहीं दिखे। बिना लक्षण वाले सभी 413 मरीज चिकित्सा निगरानी में हैं। इनमें से 344 मरीज वुहान में हैं।


अप्रैल में 76 दिन का लॉक डाउन हटाए जाने के बाद वुहान में छह नए मामलों की पुष्टि हुई थी। वहां बिना लक्षण वाले कई मरीज सामने आ रहे हैं, जिससे शहर के अधिकारियों को अपनी सभी 1.12 करोड़ की आबादी की जांच करानी पड़ रही है। मिली जानकारी के अनुसार अभी तक 65 लाख लोगों की जांच की गई है। बिना लक्षण वाले मरीजों का आना दिक्कत की बात है क्योंकि ये मरीज कोविड-19 से संक्रमित तो पाए जाते हैं लेकिन इनमें बुखार, खांसी या गले में सूजन जैसे कोई लक्षण नहीं दिखाई देते। इनसे दूसरे लोगों में बीमारी फैलने का खतरा होता है। एनएचसी ने बताया कि बुधवार तक चीन में कोविड-19 के 82,995 मामलों की पुष्टि की गई और इस संक्रामक रोग से मरने वाले लोगों की संख्या 4,634 रही।


यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें  सुनील श्रीवास्तव  मॉस्को। यूक्रेन द्वारा अमेरिका के 9 /11 जैसा अटैक करते हुए कजान पर ड्रोन ...