नई दिल्ली। कोरोना वायरस से पस्त इकॉनमी को एक और बूस्टर देते हुए केंद्रीय बैंक RBI ने रेपो रेट में और कटौती का ऐलान किया है। रेपो रेट में 40 बीपीएस की कटौती कर दी गई है, जिसके बाद नया रेट 4% हो गया है। कोरोना के लॉकडाउन के बाद से यह तीसरी बार है जब आरबीआई राहतों का ऐलान कर रहा है।
रेपो रेट अब 4.4 से घटकर अब 4.0 फीसद हुआ। वहीं आरबीआई ने रिवर्स रेपो दर को घटाकर 3.35% कर दिया है। केंद्रीय बैंक ने बैंक ब्याज दरों में 0.4 फीसद की कटौती की है। आरबीआई ने कहा कि 6 बड़े प्रदेशों में औद्योगिक उत्पादन गिरा है। कोरोना की वजह से आर्थिक नुकसान हुआ है।
रेपो रेट घटाने से बैंकों को आरबीआई से कम ब्याज पर कर्ज मिल सकेंगे और इसका फायदा बैंक अपने ग्राहकों को देंगे जिसके बाद ग्राहकों की ईएमआई कम हो सकती है।
आरबीआई ने होम लोन, पर्सनल लोन, वीकल लोन की अदायगी की मासिक किस्त रोनके की अवधि अब 31 अगस्त तक के लिए बढ़ा दी है। मतलब कोरोना महामारी के संकट के समय लोगों को मासिक किस्त यानी ईएमआई भरने को लेकर बहरहाल चिंता करने की जरूरत नहीं है। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने ईएमआई चुकाने में राहत की अवधि एक जून से बढ़ाकर 31 अगस्त तक करने का एलान किया।
- आरबीआई गवर्नर की कुछ बड़ी बातें
मार्च में कैपिटल गुड्स के उत्पादन में 36% गिरावट, कंज्यूमर ड्यूरेबल के उत्पादन में 33% गिरावट, औद्योगिक उत्पादन में 17% गिरावट, खरीफ की बुवाई में 44% की बढ़ोतरी, खाद्य महंगाई फिर अप्रैल में बढ़कर 8.6 फीसदी हो गई, दालों की महंगाई अगले महीनों में बढ़ सकती है, इस छमाही में महंगाई उंचाई पर बनी रहेगी, लेकिन अगली छमाही में इसमें नरमी आ सकती है