गुरुवार, 14 मई 2020

सऊदी अरब ने भी बड़ी भूमिका निभाई

क्राउन प्रिंस सलमान की निर्णायक भूमिका


लेकिन इसमें अमरीका के अलावा सऊदी अरब ने भी बड़ी भूमिका निभाई।


पुलवामा हमले के तुरंत बाद सऊदी के क्राउन प्रिंस सलमान ने पहले पाकिस्तान का दौरा किया और फिर भारत का।


रियाद। भारत के विदेशी मामलों के पंडितों ने नोट किया कि जहाँ सलमान ने कूटनीतिक 'टाइटरोप' चलते हुए पाकिस्तान में उनकी आतंकवाद के खिलाफ़ लड़ाई में दी गई क़ुर्बानी की तारीफ़ की वहीँ भारत में उन्हें प्रधानमंत्री मोदी की इस बात से सहमत होने में कोई परेशानी नहीं हुई कि आतंकवाद को किसी भी तरह जायज़ नहीं ठहराया जा सकता।


यही नहीं सऊदी अरब के उप-विदेश मंत्री आदेल अल-ज़ुबैर ने इस्लामी देशों के सम्मेलन के दौरान तत्कालीन विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से बात की. इस गतिरोध को सुलझाने में सऊदी अरब की क्यों दिलचस्पी हो सकती है?


सऊदी अरब में भारत के राजदूत रह चुके तलमीज़ अहमद मानते हैं कि 'सऊदी अरब अपने ईरान विरोधी गठजोड़ में पाकिस्तान को अपने साथ रखना चाहता है। साथ ही साथ वो भारत को ईरान से दूर ले जाने की रणनीति पर भी काम कर रहा है।


56,754 उद्यमियों को एकमुश्त लोन

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को राज्य के 56 हजार 754 उद्यमियों को एकमुश्त दो हजार दो करोड़ के लोन बांटे। केंद्र से आर्थिक पैकेज एलान के बाद यूपी पहला राज्य है, जिसने लॉकडाउन अवधि में भी इतनी बड़ी धनराशि का लोन दिया है।


मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक क्लिक पर ऑनलाइन दो हजार दो करोड़ रुपया का लोन देकर रोजगार संगम ऑनलाइन मेले की व्यापक शुरूआत की है। 56 हजार 754 उद्यमियों को एक क्लिक पर 2 हजार 2 करोड़ का लोन दिया गया है। इस दौरान इन 56 हजार 754 इकाईयों से दो लाख लोगों को रोजगार की गारंटी भी मिली है।


लोक भवन में टीम-11 की बैठक से पहले सीएम योगी आदित्यनाथ ने सूक्ष्म, लघु, सूक्ष्म और मध्यम उद्योग एवं निर्यात प्रोत्साहन तथा खादी एवं ग्रामोद्योग मंत्री सिद्घार्थनाथ सिंह, प्रमुख सचिव नवनीत सहगल तथा अन्य अधिकारियों की मौजूद्गी में लाभार्थियों को ऋण का चेक प्रदान किया।


इस दौरान योगी ने कहा, “हमारे कामगार और श्रमिक हमारी ताकत और पूंजी हैं। हम इनके श्रम और हुनर का हर संभव उपयोग कर उप्र को देश और दुनिया का मैन्यूफैक्च रिंग हब बनाएंगे। उप्र के माथे पर पलायन को जो कलंक है उसे हरदम के लिए मिटाने को हमारे लिए यह बेहतरीन मौका है। दूसरे प्रदेश से आने वाले श्रमिकों का प्रदेश के नवनिर्माण में संभव उपयोग हो इसके लिए हर श्रमिक की दक्षता का रिकार्ड भी तैयार किया जा रहा है।”


मुख्यमंत्री ने कहा कि आगे दीपावली का पर्व है। इस दौरान पूरे देश में चीन से आने वाली गौरी-गणेश की मूर्तियां बड़े पैमाने पर बिकती हैं। हमारी कोशिश रहे कि इस बार स्थानीय इकाईयां उसका विकल्प दें। टेराकोटा के सामान बनाने वाले गोरखपुर के उद्यमियों में यह हुनर है। वह चीन से भी बेहतर गुणवत्ता की मूर्तियां बना सकते हैं। इसके लिए उनकी हर संभव मदद की जाए।


उन्होंने कहा, “उप्र का एमएसएमई सेक्टर भारत में सबसे बड़ा है। इस सेक्टर में कई ऐसी इकाईयां ने जिनके उत्पाद की पूरे देश और दुनिया में धूम है। जरूरत इनको अवसर मिलने की है। कोरोना महामारी के दौरान ही यूपी में पीपीई (पर्सनल प्रोटेक्शन इक्यूपमेंट) की 26 नई इकाईयां लग गयीं। ऐसे और भी उदाहरण हैं।”


चर्चा करने के बाद, कैसे मिलेगी 'राहत'

नई दिल्ली। कोरोना वायरस की रोकथाम को लगाया गया लॉकडाउन 3.0 रविवार को खत्म हो रहा है। बढ़ते केसों के बीच दिल्ली के लोगों में डर तो है लेकिन बाकी राज्यों की तरह लोग यहां भी छूट तो चाहते ही हैं। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने लोगों के सुझावों पर चर्चा करने के बाद कहा है कि क्या राहत मिलेगी इसपर आखिरी फैसला केंद्र सरकार को लेना है। फैसला क्या होगा यह अभी किसी को जानकारी नहीं है लेकिन अगर सरकार ने जिलों (रेड, ग्रीन और ऑरेंज) के हिसाब से छूट देने का तरीका बदला तो दिल्ली को राहत मिलने के आसार हैं।
फिलहाल केंद्र सरकार ने देशभर के जिलों को केसों के आधार पर ग्रीन, ऑरेंज और रेड जोन में बांटा हुआ है। दिल्ली के सभी जिले रेड जोन में आते हैं, जिसकी वजह से यहां सख्ती ज्यादा है। दिल्ली सरकार के अधिकारी चाहते हैं कि इस तरीके से जगहों को बांटना बदलना होगा। अगर ऐसा हुआ तो दिल्ली का बड़ा हिस्सा राहत की सांस लेगा।


'हॉटस्पॉट' से अलग जिंदगी सामान्य हो

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हुई बैठक में भी कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने इस बात पर जोर दिया है कि लॉकडाउन कंटेनमेंट जोनों में रहना चाहिए और हॉटस्पॉट इलाकों से बाहर के लोगों की जिंदगी सामान्य कर देनी चाहिए। मोदी ने साफ तौर पर तो कुछ नहीं बताया था लेकिन यह साफ किया कि लॉकडाउन 4.0 में राज्यों की सुनी जाएगी। अब केंद्र 15 तारीख के बाद क्या फैसला लेती है यह देखना होगा।
दिल्ली में 80 कांटेनमेंट जोन है। लेकिन इनमें से आधे से ज्यादा में हालात बदल चुके हैं, मतलब अब वहां केस नहीं आ रहे। ऐसे में नियम बदलने पर छूट संभव है। इस ऐसे समझें कि 13 मई तक 80 कंटेनमेंट जोन्स में से सिर्फ 39 में ही नए कोरोना केस मिले हैं। अन्य 41 में पिछले 15 दिनों से कोई केस नहीं है। ऐसे में उन्हें कंटेनमेंट जोन से अब बाहर किया जाएगा। लेकिन अगर जिले के हिसाब से जोनों का बंटवारा हुआ तो फायदा नहीं होगा। क्योंकि जो बचे 39 जोन हैं वे 11 में से 10 जिलों में पड़ते हैं। यानी फिर सभी जिले रेड ही रहेंगे और उन इलाकों में भी राहत नहीं होगी जहां नए केस नहीं आए।


मृतक संख्या-2550, संक्रमित-78003

नई दिल्ली। भारत में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की वेबसाइट के अनुसार भारत में कोरोना संक्रमित लोगों की कुल संख्या 78005 हो गई है, जिसमें से 26234 लोगों को इलाज के बाद अस्पताल से डिस्चार्ज किया जा चुका है और देश में अभी कोरोना के एक्टिव संक्रमितों की संख्या 49220 है। भारत में अभी तक कोरोना से ढाई हजार से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है और यह संख्या 2550 है। वहीं, राजस्थान में आज दोपहर दो बजे तक 24 नए कोरोना वायरस (COVID-19)के मामले सामने आए हैं। राज्य में अब तक 4418 मामले सामने आ गए हैं और 122 लोगों की मौत हो गई है। 2346 लोग डिस्चार्ज हो गए हैं और 1716 एक्टिव केस हैं। राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने इसकी जानकारी दी है।


सैकड़ों शहरों को प्रभावित करेगा 'तूफान'

नई दिल्ली। भारत में प्रकृति का कहर जारी है। केवल कोरोनावायरस ही नहीं मौसम भी पल-पल में मिजाज बदल रहा है। पश्चिमी विक्षोभ और दक्षिण भारत में हवाओं के दो बड़े बवंडर के टकराने के कारण पूरे देश में आंधी बारिश का माहौल बना हुआ है। अब एक चक्रवाती तूफान भी आने वाला है। यह तूफान 7 राज्यों के सैकड़ों शहरों को प्रभावित करेगा। हवा की स्पीड 70 किलोमीटर प्रति घंटा हो सकती है। 


भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) का कहना है कि अगले तीन दिनों में एक चक्रवाती तूफान की संभावना बन रही है। इसके साथ ही प्री-मानसून एक्टिविटी भी चल रही है। इसके मिले जुले प्रभाव के चलते कई राज्‍य प्रभावित होंगे। यहां तेज आंधी और भारी बारिश हो सकती है। अनुमान जताया जा रहा है कि आगामी 16 मई की शाम तक चक्रवाती तूफान प्रभावी हो सकता है। बंगाल की खाड़ी के दक्षिण पूर्व क्षेत्र में एवं इससे लगे हुए दक्षिणी अंडमान सागर में लो प्रेशर का एरिया बना है, इसके चलते यह घटना घट सकती है। मौसम विभाग का कहना है कि उत्‍तर भारत के अनेक शहरों में मौसम बदल सकता है। यहां 70 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से तेज हवाएं चलेंगी और साथ में बारिश भी हो सकती है।


एनसीईआरटी ने पढ़ाई के विकल्प खोजें

लखनऊ। लॉकडाउन की वजह से सभी स्कूल और कॉलेज बंद हैं। इस स्थिति में बच्चों को पढ़ाई से जोड़ने और उनकी समस्या को सॉल्व करने के लिए एनसीईआरटी (राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद) ने पहल की है। इसमें (कक्षा छठी से आठवीं) के सभी पाठ्यक्रमों के लिए वैकल्पिक अकादमिक कैलेंडर भी जारी किया है। यह जानकारी मंगलवार को एनसीईआरटी ने अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल पर दी। एनसीईआरटी ने किशोर मंच के जरिए कैलेंडर शिक्षा को अधिक दिलचस्प बनाने के लिए विभिन्न तकनीक और सोशल मीडिया से जोड़ा है। इसके अलावा ऑनलाइन इंट्रैक्शन के लिए पाठ्यक्रम के अनुसार एक्सपर्ट क्लास की व्यवस्था की गई है, जिनका उपयोग करके बच्चे घर पर अपनी पढ़ाई जारी रख सकेंगे।एनसीईआरटी ने ऑनलाइन लाइव इंट्रैक्शन सेशन के लिए सभी पाठ्यक्रमों की क्लास निर्धारित शेड्यूल पर जारी की है। ताकि बच्चों को बेहतर तरीके से ऑनलाइन शिक्षा मिल सके। इसमें डेट, टाइम और क्लास के साथ पाठ्यक्रम को पढ़ाने वाले टीचर के बारे में भी जानकारी दी गई है। खासतौर पर महत्वपूर्ण विषयों के एनसीईआरटी एक्सपर्ट, राज्य स्कूल शिक्षा विभाग, स्कूल शिक्षा बोर्ड्स, केन्द्रीय विद्यालय संगठन और नवोदय विद्यालय समिति समेत तमाम संस्थाओं के साथ विडियो कॉन्फ्रेंसिंग और डीटीएच चैनल पर निर्धारित समय से बच्चों के साथ रूबरू होंगे।


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न्याय सम्मेलन एवं विशाल पैदल मार्च का आयोजन  भानु प्रताप उपाध्याय  मुजफ्फरनगर। जनपद के टाउन हॉल में मंगलवार को सामाजिक न्याय क्रांति मोर्चा ...