सोमवार, 11 मई 2020

एसबीआई बीमा को 334 करोड़ का लाभ

नई दिल्ली। एसबीआई जनरल इंश्योरेंस का शुद्ध लाभ 31 मार्च को समाप्त। वित्त वर्ष 2019-20 में 23 प्रतिशत बढ़कर 412 करोड़ रुपये रहा। इससे पिछले वित्त वर्ष 2018-19 में कंपनी को 334 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था। एसबीआई जनरल इंश्योरेंस ने एक बयान में कहा कि समीक्षावधि में उसका अंडरराइटिंग लाभ 23 प्रतिशत घटकर 61 करोड़ रुपये रहा जो पिछले वित्त वर्ष में 79 करोड़ रुपये था। किसी बीमा कंपनी का अंडरराइटिंग लाभ, उसके द्वारा जमा किए गए प्रीमिमय और उसके दावा निपटानों पर व्यय राशि का अंतर होता है। समीक्षावधि में कंपनी का सकल अनुमानित प्रीमियम (जीडब्लयूपी) 6,840 करोड़ रुपये रहा। इससे पिछले वित्त वर्ष में यह आंकड़ा 4,717 करोड़ रुपये था। कंपनी के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी पुशान महापात्रा ने कहा कि 2019-20 में हमारी वृद्धि स्थिर रही है। हमने 45 प्रतिशत की दर से वृद्धि की जबकि साधारण बीमा उद्योग की वृद्धि दर 2019-20 में 12 प्रतिशत रही।


राज्य में निवेश के लिए अनुकूल माहौल

बेंगलुरु। कर्नाटक सरकार कोविड-19 महामारी के बाद चीन से बाहर निकलने वाली कंपनियों को राज्य में निवेश के लिए अनुकूल माहौल देगी। राज्य के भारी और मध्यम उद्योग मंत्री जगदीश शेट्टार ने कहा कि सरकार की योजना एक कार्यसमिति बनाने की है, जिसके अध्यक्ष मुख्य सचिव टी एम विजय भास्कर होंगे। यह समिति राज्य में इस तरह के निवेश को आकर्षित करने का काम करेगी। शेट्टार ने पीटीआई-भाषा से कहा कि इस प्रस्ताव को मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा की मंजूरी के लिए भेजा गया है। उन्होंने कहा कि यह कार्यसमिति इस संबंध में एक परामर्श समिति से सुझाव लेगी। परामर्श समिति में प्रमुख उद्योगपतियों के साथ-साथ और राज्य में काम कर रहे विभिन्न देशों के प्रतिनिधि शामिल होंगे। हाल में शेट्टार ने इंफोसिस लिमिटेड के सह-संस्थापक और गैर-कार्यकारी चेयरमैन नंदन नीलेकणि, बायोकॉन लिमिटेड की कार्यकारी चेयरपर्सन किरण मजूमदार शॉ और स्टार्टअप तथा नव उद्यमों को पूंजी देने वाली कंपनी एक्सिलर वेंचर्स के चेयरमैन सेनापति गोपालकृष्णन से इस संबंध में बातचीत की है। इसके अलावा वह भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई), फेडरेशन ऑफ कर्नाटक चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री, बेंगलुरू चैंबर ऑफ कॉमर्स और कर्नाटक लघु स्तर उद्योग संघ के प्रतिनिधियों से भी बातचीत कर चुके हैं।


1 गाड़ी में 1700 यात्रियों को भेजेगा रेलवे

नई दिल्ली। लॉकडाउन के दौरान अधिक से अधिक प्रवासियों को घर पहुंचाने के प्रयास में रेलवे ने अब ‘श्रमिक विशेष’ गाड़ियों में 1200 की जगह 1700 यात्रियों को भेजने का निर्णय किया है और तीन स्थानों पर इन ट्रेनों का ठहराव होगा । रेलवे की ओर से जारी आदेश में, रेलवे जोनों को संबंधित राज्यों में गंतव्य के अलावा तीन जगहों पर गाड़ियों के ठहराव के लिये कहा गया है । राज्य सरकारों के आग्रह पर यह निर्णय किया गया है। इसमें यह भी कहा गया है कि ट्रेन में यात्रियों को ले जाने की क्षमता उसमें मौजूद शयनयान कोच के सीटों की संख्या के बराबर होनी चाहिये। रेलवे के इस आदेश से एक दिन पहले रेल मंत्री पीयूष गोयल ने सभी राज्यों से उदारतापूर्वक मंजूरी देने की अपील की थी, मंत्री की अपील खास तौर से उन राज्यों के लिये थी, जिन्होंने बहुत कम ट्रेनों की अनुमति दी थी । प्रवासी श्रमिकों के लिये ट्रेनों को मंजूरी देने के मामले पर गृह सचिव की मुख्य स​चिवों के साथ रविवार को हुयी वीडियो कांफ्रेंस में भी चर्चा हुयी थी । इससे पहले गृह मंत्री अमित शाह ने भी पश्चिम बंगाल सरकार से इन ट्रेनों को तत्काल मंजूरी दिये जाने की अपील की थी । श्रमिक विशेष गाड़ियों में 24 डब्बे हैं और प्रत्येक डब्बे में 72 यात्रियों को ले जाने की क्षमता है। सामाजिक मेल जोल से दूरी के प्रोटोकॉल का पालन करने के लिये वर्तमान में प्रत्येक डब्बे में 54 यात्रियों को लेकर ले जाया जा रहा है । भरतीय रेल ने एक मई से अब तक 468 ट्रेनों के माध्यम से पांच लाख से अधिक यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाया है ।


कर्नाटक में बड़ा संक्रमण, मामले 558

बेंगलुरु। कर्नाटक में कोरोना वायरस संक्रमण के 10 नए मामले सामने आए हैं जिसके बाद राज्य में कुल संक्रमित लोगों की संख्या 858 तक पहुंच गई है। स्वास्थ्य विभाग ने सोमवार दोपहर में जारी बुलेटिन में बताया, ‘‘ कल शाम से आज दोपहर तक कुल 10 नए मामले सामने आए हैं… अब तक राज्य में 858 मामलों की पुष्टि हो चुकी है। इसमें 31 लोगों की मौत हो चुकी है और 422 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं।’’ राज्य के 10 नए मामलों में से तीन दावणगेरे से सामने आए हैं। वहीं बिदर और बगलकोट से दो-दो जबकि कलबुर्गी, शिग्गावी और विजयपुरा से एक-एक मामले हैं। इनमें से ज्यादातर मामले पहले से ही संक्रमित लोगों के संपर्क में आने वालों के हैं जबकि एक-एक मामला मुंबई और अहमदाबाद की यात्रा से जुड़ा है। एक व्यक्ति के संपर्क का पता लगाया जा रहा है। संक्रमितों में से सात पुरुष हैं और तीन महिलाएं हैं।


तेलंगना के लिए तकनीकी मंच तैयार

नई दिल्ली/अमरावती। सूचना प्रौद्योगिकी कंपनियों के संगठन नासकॉम के कोविड-19 कार्यबल ने तेलंगाना सरकार के लिए एक तकनीकी मंच तैयार किया है। यह मंच राज्य सरकार को लॉकडाउन (बंद) के प्रबंधन में सोच-समझकर निर्णय लेने या चरणबद्ध तरीके से उसमें छूट देने में मदद करेगा। नासकॉम ने सोमवार को एक बयान में कहा कि तेलंगाना सरकार के साथ मिलकर यह मंच बनाया गया है। यह मंच बंद के दौरान उद्योगों के लगातार पुनरोद्धार और उसके लिए सोच-समझकर फैसले लेने में मदद करेगा। साथ ही राज्य भर में चरणबद्ध तरीके से उद्योगों को दोबारा खोलने में भी मदद करेगा। यह एक खुला प्रौद्योगिकी मंच है जो एक साथ कई समाधानों पर काम करता है। यह 30 से ज्यादा सरकारी और सार्वजनिक डेटाबेस पर पहुंच के साथ एक बार में 100 ज्यादा डैशबोर्ड पर काम की सहूलियत देता है। यह केंद्र और राज्य सरकारों को कोविड-19 महामारी से निपटने के लिए आंकड़ों पर आधारित सोच-विचार कर निर्णय लेने में मदद देने वाला मंच है। नासकॉम कार्यबल में शामिल इंटेल इंडिया की कंट्री प्रमुख और इंटेल के डेटा केंद्र की समूह उपाध्यक्ष निवृत्ति राय ने कहा कि नासकॉम कार्यबल के भागीदार के तौर पर हमने देश के लिए एक प्रौद्योगिकी आधारित ‘पैनडेमिक रिस्पांस’ मंच तैयार किया है।


अमेरिका में फंसे 118 लोगों को वापस लाएं

नई दिल्ली। कोरोना वायरस की रोकथाम के लिये जारी लॉकडाउन के कारण अमेरिका में फंसे भारत के 118 लोगों को केंद्र सरकार के ‘वंदे भारत मिशन’ के तहत सोमवार को यहां राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर लाया गया । हवाई अड्डा सूत्रों ने बताया कि एयर इंडिया की उड़ान संख्या एआई 1617 से इन यात्रियों को अमेरिका के सान फ्रांसिस्को से मुंबई होकर यहां लाया गया । उन्होंने बताया कि संयुक्त अरब अमीरात के अबुधाबी से भारतीयों का एक और जत्था आज रात यहां आयेगा । ये यात्री एयर इंडिया की उड़ान संख्या एआई 1920 से यहां आयेंगे जिसके सोमवार रात साढ़े नौ बजे यहां पहुंचने की संभावना है। सूत्रों ने बताया कि हवाई अड्डे के रास्तों को सैनिटाइज किया गया है और सामाजिक मेल जोल से दूरी बनाये रखने के नियमों के पालन की भी व्यवस्था की गयी है । उन्होंने बताया कि यात्रियों एवं चालक दल के सदस्यों को एक बार में 20 से 25 की संख्या में विमान से बाहर निकाला गया । उन्होंने बताया कि सभी यात्रियों एवं चालक दल के सदस्यों की थर्मल स्क्रीनिंग की गयी ।


दरभंगा हवाई अड्डे पर कार्य की अनुमति

दरभंगा। केंद्रीय नागर विमानन मंत्रालय ने भारतीय वायुसेना से दरभंगा हवाई अड्डे का काम दोबारा शुरू करने की अनुमति देने का आग्रह किया है । केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने सेामवार को इसकी जानकारी दी । दरभंगा हवाई अड्डे का निर्माण एक सिविल एन्क्लेव के रूप में किया जा रहा है, जो नागरिक उड्डयन कार्यों के लिए आवंटित भारतीय वायुसेना के एयर बेस का हिस्सा है। नागरिक विमानन मंत्री ने ट्वीट किया, 'भारतीय वायुसेना से हवाई अड्डे के काम को शुरू करने का आग्रह किया गया है। एक बार हम काम शुरू करेंगे तो अक्टूबर 2020 तक तमाम काम पूरा हो जाना चाहिए ।' पुरी ने कहा, 'दरभंगा हवाई अड्डे पर काम लॉकडाउन के कारण अस्थायी रूप से रोकने के पहले तेजी से चल रहा था ।' भारत में कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम के लिये 25 मार्च से लॉकडाउन जारी है, इस संक्रमण से देश भर में 67 हजार 152 लोग संक्रमित हो चुके हैं जबकि इससे 2206 लोगों की मौत हो चुकी है । पुरी ने कहा, 'भारतीय हवाई अड्डा प्राधिकरण अंतरिम सिविल एनक्लेव का निर्माण कर रहा है । इसके लिये भारतीय वायुसेना से जमीन पट्टे पर ली गयी है। इसमें एक टर्मिनल का निर्माण कराया जा रहा है जहां 150 यात्रियों की क्षमता होगी, जिसका 95 फीसदी काम पूरा हो चुका है।'


'समाधान दिवस' में फरियादियों की समस्याएं सुनीं

'समाधान दिवस' में फरियादियों की समस्याएं सुनीं  भानु प्रताप उपाध्याय  मुजफ्फरनगर। उत्तर प्रदेश शासन के निर्देश पर थाना खालापार पर आय...