बुधवार, 6 मई 2020

विदेश में फंसे यात्री, गाइडलाइन जारी

दिल्ली सरकार ने विदेश में फंसे वापस आने वाले यात्रियों के लिए गाइडलाइन जारी की


नई दिल्ली। दिल्ली सरकार ने 'विदेश मंत्रालय द्वारा विदेश में फंसे भारतीयों की वापसी की योजना के मद्देनजर विदेश से आने वाले यात्रियों को हैंडिल करने और दिल्ली हवाई अड्डे पर उतरने के लिए दिशानिर्देश जारी किए हैं।'


हमने असम के लोगों को वापस लाने के लिए सात ट्रेनों का प्रस्ताव दिया है, जो देश के विभिन्न हिस्सों में फंसे हुए हैं। ट्रेनें सात मई के बाद शुरू होंगी। हमारी प्राथमिकता छात्रों, मरीजों और तीर्थयात्रा पर जाने वाले लोगों को वापस लाना है: असम के मंत्री चंद्र मोहन पटवारी


'बुध परिपथ' पर सरकार को लताड़ा

संसदीय समिति ने सरकार को लताड़ा


नई दिल्ली। दुनियाभर में आकर्षण का केंद्र रहे भगवान बुद्ध के जीवन दर्शन से जुड़े प्रमुख स्थलों को टूरिजम मैप से जोड़ने वाली महत्वाकांक्षी योजना 'बुद्ध परिपथ' (सर्किट) वित्तीय आवंटन की भारी कमी से जूझ रही है। संसद की एक समिति ने 1985 में शुरू की गई इस योजना के लिए बेहद कम राशि का आवंटन करने को लेकर सरकार को आड़े हाथों लिया है। दरअसल, बुद्ध परिपथ परियोजना के लिए पर्यटन मंत्रालय ने चालू वित्त वर्ष में अब तक महज एक लाख रुपये जारी किए हैं। समिति ने सरकार को फटकार लगाते हुए कहा, 'एक निवेशयोग्य, सम्मान के हकदार, जीवंत और व्यवहार्य पर्यटन गंतव्य के रूप में बौद्ध परिपथ के विकास के लिए यह लापरवाहीपूर्ण रवैये का उदाहरण है।'


ट्रांसपोर्ट, टूरिजम और कल्चर संबंधी संसद की स्थायी समिति की रिपोर्ट में परियोजना की धीमी गति का जिक्र करते हुए यह जानकारी दी गई है। 'भारत में बौद्ध परिपथ के विकास' पर संसद के दोनों सदनों में शुक्रवार को पेश रिपोर्ट के अनुसार, पर्यटन मंत्रालय द्वारा वित्तीय वर्ष 2018-19 में बौद्ध परिपथ के विकास के लिए 0.01 करोड़ रुपये की नाममात्र की राशि आवंटित की गई है। तृणमूल कांग्रेस के डेरेक'ब्रायन की अध्यक्षता वाली समिति की रिपोर्ट के अनुसार, पर्यटन मंत्रालय के पास इस साल 2150 करोड़ रुपये का कुल बजट है। इसमें से 1100 करोड़ रुपये 'स्वदेश दर्शन योजना' और 150 करोड़ रुपये 'प्रसाद योजना' के लिए आवंटित किए गए हैं। 


कृषि उत्पादन-सुरक्षा को रेखांकित किया

लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि नोवल कोरोना विषाणु से फैली वैश्विक महामारी ने कृषि उत्पादन एवं खाद्य सुरक्षा के महत्व को पुनः रेखांकित किया है। आनंदीबेन पटेल ने चन्द्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय, कानपुर द्वारा ‘‘कोविड-19 वैश्विक महामारी प्रबन्धन के लिए कृषि उत्पादन एवं सहयोगी प्रणाली: अनुभव साझेदारी एवं रणनीतियां” विषयक तीन दिवसीय राष्ट्रीय वेबकाॅन को राजभवन से सम्बोधित कर रहीं थीं। राज्यपाल ने कहा कि राज्य सरकारों के सामने उत्पादन एवं आपूर्ति चेन को बनाये रखना बड़ी चुनौती है। उन्होंने कहा कि देश में कृषि उत्पादों को उपभोक्ताओं तक पहुंचाना तथा कृषि विकास की सतत् प्रक्रिया को जारी रखना केन्द्र एवं राज्य सरकार की पहली प्राथमिकता है।


राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि कोविड 19 लाॅकडाउन के कारण खाद्य आपूर्ति श्रृंखला में शिथिलता आने के कारण वैश्विक कुपोषण की समस्या एक दूसरा पक्ष भी है। सरकार एवं गैर सरकारी संस्थाएं सबको भोजन उपलब्ध कराने का प्रयास कर रही हैं परन्तु इसमें जन-सहभागिता भी आवश्यक है। देश व प्रदेश की सरकारें प्रसार सेवाओं के माध्यम से भी कृषि उत्पाद को बेचने, खरीद में किसान उत्पादक संघों द्वारा कृषि उत्पादनों के उचित दाम प्राप्त करने के लिए प्लेटफार्म तैयार कर एवं गांव से शहरों की ओर पलायन रोकने के लिए समुचित कदम उठा रही हैं।


उन्होंने कहा कि फसलों में कटाई के बाद होने वाले नुकसान को रोकने के लिए वेयर हाउस, कोल्ड स्टोरेज, कोल्ड चेन सुविधा द्वारा दूध एवं अन्य शीघ्र नष्ट होने वालों पदार्थों को हानि से बचाने के लिए क्षमता विकास एवं उचित बाजार मूल्य उपलब्ध कराने की आज बड़ी आवश्यकता है। आनंदीबेन पटेल ने कोरोना संक्रमण से बचाव के लिये शारीरिक रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाये जाने के लिए आयुष मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा औषधीय एवं सगंधीय पौधों के उपयोग के परामर्श पर बल देते हुये कहा कि हल्दी, अदरक, लहसुन, चुकन्दर, आंवला, पालक, ब्रोकली, नींबू वर्गीय फल, अनार, पपीता, पोदीना, तुलसी, अश्वगंधा, सौफ, लौंग, कालीमिर्च एवं गिलोय जैसे हर्बल उत्पादों का प्रयोग कर वायरस जन्य बीमारियों के विरूद्ध प्रतिरक्षण प्रणाली को सुदृढ़ करने की आवश्यकता है।


उन्होंने कहा कि कोविड 19 महामारी एवं लाॅकडाउन के समय कृषि संयुक्त प्रणाली की उपयोगिता अत्यन्त महत्वपूर्ण हो गयी है। इसके तहत दूर संवेदन प्रणाली, कृषि विपणन, कृषि कार्यों में आर्टिफीशियल इंटेलीजेंस, कृषि ड्रोन एवं परिशुद्ध खेती आदि के अनुसंधान एवं इसके उपयोग को बढ़ावा देने की नितान्त आवश्यकता है, जिससे भविष्य में आने वाली प्राकृतिक आपदाओं के समय भी कृषि व्यवस्था को सुदृढ़ रखा जा सके। प्रतिकूल मौसम से बचने एवं अनुकूल मौसम से अधिकाधिक लाभ प्राप्त करने के लिए किसानों को मौसम आधारित कृषि परामर्श सेवाएं एवं एसएमएस सेवा द्वारा कृषि पूर्वानुमान उपलब्ध कराया जाये। राज्यपाल ने विश्वास व्यक्त किया कि सम्मेलन के विभिन्न व्याख्यानों एवं चर्चाओं के आदान-प्रदान एवं कृषि वैज्ञानिकों की संस्तुतियों से देश की कृषि उत्पादन एवं सहयोगी प्रणाली को सुदृढ़ करने में निश्चित रूप से सहयोग मिलेगा।


इससे पूर्व प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही ने सम्मेलन को ऑनलाइन सम्बोधित करते हुये कहा कि मौसम परिवर्तन से कृषि फसलों को हो रही क्षति से किसानों को कैसे बचाया जाये, इस पर विशेष मंथन किए जाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि कृषि उत्पादकता में वृद्धि हेतु कृषि वैज्ञानिकों द्वारा इस तरफ विशेष ध्यान देकर ऐसी तकनीक एवं अधिक उत्पादन देने वाले उन्नतशील बीज तैयार किए जाने की आवश्यकता है, जिससे प्रति हेक्टेयर पैदावार में अपेक्षित वृद्धि हो सके क्योंकि प्रति हेक्टेयर पैदावार में हम बांग्लादेश व श्रीलंका जैसे पड़ोसी देशों से भी पीछे हैं। इस वेबकाॅन में पद्म विभूषण डा0 राम बदन सिंह, पद्मश्री डा0 ब्रह्म सिंह, कुलपति चन्द्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय डाॅ0 डी आर सिंह सहित कृषि वैज्ञानिक एवं विशेषज्ञ, छात्र-छात्राएं भी उपस्थित थे। इस अवसर पर राज्यपाल ने एक स्मारिका का ऑनलाइन विमोचन भी किया।


10 उड़ानों से 2300 की होगी वापसी

नई दिल्ली। विदेशों में फंसे भारतीयों को स्वदेश लाने के लिए गुरुवार से शुरू हो रहे मिशन के पहले दिन 10 उड़ानों में करीब 2,300 यात्रियों की वतन वापसी होगी। नागरिक उड्डयन मंत्रालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार, 07 मई को सरकारी विमान सेवा कंपनी एयर इंडिया सात और उसकी सहयोगी कंपनी एयर इंडिया एक्सप्रेस तीन उड़ानों का परिचालन करेगी। इनमें लगभग 2,300 लोगों को लाये जाने की योजना है।


बोर्डिंग से पहले हर यात्री की स्क्रीनिंग की जायेगी और जिनमें कोविड-19 के लक्षण होंगे उन्हें टिकट होने के बावजूद विमान में सवार होने की अनुमति नहीं दी जायेगी। संयुक्त अरब अमीरात के अबुधाबी से एक उड़ान कोच्चि के लिए और दुबई से एक उड़ान कोझिकोड़ के लिए रवाना होगी। दोनों में 200-200 यात्रियों को लाया जायेगा और उनका परिचालन एयर इंडिया एक्सप्रेस करेगी।


एयर इंडिया एक्सप्रेस की तीसरी उड़ान कतर के दोहा से कोच्चि के लिए होगी जिसमें 200 लोगों को स्वदेश लाया जायेगा। एयर इंडिया सऊदी अरब के रियाद से कोझिकोड़ (200 यात्री), ब्रिटेन के लंदन से मुंबई (250 यात्री), सिंगापुर से मुंबई (250 यात्री), मलेशिया के कुआलालम्पुर से दिल्ली (250 यात्री), अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को से मुंबई होते हुये हैदराबाद (300 यात्री), फिलिपींस के मनीला से अहमदाबाद (250 यात्री) और बंगलादेश के ढाका से श्रीनगर के लिए (200 यात्री) एक-एक विमानों का परिचालन करेगी।


विदेशों से भारतीयों को लाने के सरकार के फैसले के बाद नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने मंगलवार को बताया कि पहले एक सप्ताह में 07 मई से 13 मई के बीच 64 विशेष उड़ानों में 12 देशों से 14,800 भारतीयों को स्वदेश लाने की योजना है। इन यात्रियों को किराये का खर्च स्वयं वहन करना होगा। किराया मंत्रालय की ओर से तय किया गया है। अमेरिका से भारत का किराया एक लाख रुपये और ब्रिटेन से 50 हजार रुपये रखा गया है।


27 हजार से अधिक लोगों को उनके देश भेजा गया
दिल्ली हवाई अड्डे से अब तक 27,500 से ज्यादा विदेशियों को उनके देश भेजा जा चुका है। दिल्ली अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा लिमिटेड (डायल) के एक प्रवक्ता ने बताया कि 25 मार्च को पूरे देश में लॉकडाउन लागू होने के बाद से नियमित वाणिज्यिक उड़ानें भले बंद हैं, लेकिन विशेष उड़ानों से अब तक 44 देशों के नागरिकों को दिल्ली हवाई अड्डे के रास्ते वायु मार्ग से स्वदेश भेजने की व्यवस्था की गयी है। इन उड़ानों में चार मई तक 27,500 से अधिक लोगों को भेजा गया है।


अलग-अलग मुठभेड़ में 3 आतंकी ढेर

श्रीनगर। दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले में बुधवार को सुरक्षा बलों की ओर से चलाये गए घेराबंदी और तलाश अभियान (कासो) में दो अलग-अलग स्थानों में मुठभेड में तीन आतंकवादी मारे गए और दूसरी जगह मुठभेड़ में शीर्ष आतंकवादी कमांडर को सुरक्षा बलों ने घेर लिया है। इस दौरान जिले में कानून और व्यवस्था की स्थिति बिगड़ने के डर से भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) सहित सभी सेलुलर कंपनियों की मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बुधवार को कश्मीर घाटी में सुरक्षा कारणों से स्थगित कर दी गई और श्रीनगर सहित कई इलाकों में कर्फ्यू लगा दिया गया है।


 
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि मंगलवार रात आतंकवादियों की मौजूदगी के बारे में विश्वसनीय सूचना मिलने के बाद अवंतिपोरा के बेघपोरा में दूसरा घेराबंदी एवं तलाशी अभियान शुरू किया गया। बुधवार सुबह आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ शुरू हुई। उन्होंने बताया कि आतंकवादियों के एक शीर्ष कमांडर को घेर लिया गया है। उन्होंने बताया कि एक आंतकवादी मुठभेड़ में मारा गया। मारे गए आतंकवादी की पहचान की जा रही है।


सेना के एक अधिकारी ने कहा कि आतंकवादियों के छिपने की खुफिया सूचना के आधार पर जम्मू-कश्मीर पुलिस के विशेष अभियान समूह (एसओजी), सेना और केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) ने कल रात पुलवामा के अवंतिपोरा के शारसली गांव में घेराबंदी और तलाश अभियान शुरू किया। उन्होंने कहा जब सुरक्षा बल आंतकवादियों के छिपे हुए इलाके की ओर बढ़ रहे थे तभी आतंकवादियों ने स्वचालित हथियारों से सुरक्षा बलों पर हमला कर दिया। सेना की जवाबी कार्रवाई के साथ ही मुठभेड़ शुरू हो गयी और मुठभेड़ में दो आतंकवादी मारे गये। अभियान अभी भी जारी है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि श्रीनगर के पुराने इलाके सहित घाटी के कई इलाकों में कर्फ्यू लगाया गया है। एक स्थानीय व्यक्ति ने यूनीवार्ता को बताया कि सुरक्षा बल लाउडस्पीकर के जरिये घोषणा करते हुए लोगों से घरों के अंदर रहने की अपील कर रहे हैं। हिजबुल के शीर्ष कमांडर और घाटी में आतंकवाद के पोस्टर ब्यॉय बुरहान वानी के मारे जाने के बाद जुलाई 2016 से नायकू संगठन का स्वयंभू प्रमुख बन बैठा था। उस पर 12 लाख रुपये का इनाम घोषित था और सुरक्षा बल एवं पुलिस उसकी पिछले आठ वर्षाें से तलाश कर रही थी। वह सोशल मीडिया पर आडियो क्लिप जारी कर युवकों काे आतंकवाद की राह पर आने के लिए प्रेरित भी करता था।


सेना के एक अधिकारी ने कहा कि आतंकवादियों के छिपने की खुफिया सूचना के आधार पर जम्मू-कश्मीर पुलिस के विशेष अभियान समूह (एसओजी), सेना और केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) ने मंगलवार की रात पुलवामा के अवंतिपोरा के शारसली गांव में घेराबंदी और तलाश अभियान शुरू किया। उन्होंने कहा जब सुरक्षा बल आंतकवादियों के छिपे हुए इलाके की ओर बढ़ रहे थे तभी आतंकवादियों ने स्वचालित हथियारों से सुरक्षा बलों पर हमला कर दिया। सेना की जवाबी कार्रवाई के साथ ही मुठभेड़ शुरू हो गयी और मुठभेड़ में दो आतंकवादी मारे गये।


आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि श्रीनगर के पुराने इलाके सहित घाटी के कई इलाकों में कर्फ्यू लगाया गया है। एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए लागू लॉकडाउन के कारण लोगों के आवागमन तथा उन्हें एकत्र होने पर पाबंदियां लागू हैं।


'पीएम केयर फंड' में पारदर्शिता जरूरी

नई दिल्ली। कांग्रेस लगातार पीएम केयर फंड पर सवाल उठा रही है। पहले जहां पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा था कि इसका इस्तेमाल प्रवासियों के कल्याण के लिए किया जाना चाहिए, वहीं अब बुधवार को कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि कोष को ‘पारदर्शी’ बनाया जाना चाहिए।


सिंघवी ने ट्वीट किया, पीएमओ इंडिया, नरेंद्र मोदी और एचएमओ इंडिया से पीएम केयर द्वारा दान के रूप में ली गई कुल राशि के हिसाब-किताब के बारे में पूछे हुए एक सप्ताह से अधिक समय हो गया है, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ है।सिंघवी ने कहा कि ‘पीएमओ की इस खास योजना को पारदर्शी होना चाहिए।’


उन्होंने कहा कि वैसे तो सरकार गुजरात में सिर्फ एक सार्वजनिक कार्यक्रम के लिए परिवहन, भोजन आदि पर लगभग 100 करोड़ रुपये खर्च कर सकती है और रेल मंत्रालय पीएम के कोरोना फंड में 151 करोड़ रुपये दान कर सकता है, तो फिर संकट की इस घड़ी में मुफ्त रेल यात्रा के बारे में क्यों नहीं सोचा जा रहा।


इससे पहले चार मई को सोनिया गांधी ने एक बयान में कहा था कि संकट की इस घड़ी में भारत सरकार और रेल मंत्रालय घर वापस लौटने के लिए लोगों से रेल यात्रा का किराया और स्पेशल चार्ज वसूल कर रहे हैं। सोनिया गांधी ने कहा कि इसलिए कांग्रेस पार्टी ने फैसला किया है कि इस तरह के विकट हालात देखकर कांग्रेस पार्टी हर प्रदेश में जरूरतमंद श्रमिक भाइयों और बहनों के घर लौटने के लिए रेल यात्रा का खर्च उठाएंगे। साथ ही सोनिया ने उम्मीद जताई कि प्रवासी भाई बहन सब जल्दी से जल्दी अपने प्रियजनों के पास पहुंच पाएंगे।


उन्होंने कहा था, मुझे उम्मीद थी कि दान के नाम पर आने वाले हजारों करोड़ का उपयोग राष्ट्र निमार्ताओं के लिए किया जाएगा और उन्हें मुफ्त यात्रा प्रदान की जाएगी, लेकिन मुझे दुख है कि ऐसा नहीं किया गया है।


यूपी में पेट्रोल 2 डीजल 1 रूपये महंगा

लखनऊ। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने लॉकडाउन के चलते हुए आर्थिक नुकसान की भरपाई के लिए पेट्रोल डीजल पर वैट बढ़ा दिया है। इससे यहां पेट्रोल 2 रुपए और डीजल 1 रुपए प्रति लीटर महंगा हो गया है।यूपी के वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने बताया कि 71.91 पैसे रुपए पेट्रोल की कीमत है 2 रुपए महंगा होने के बाद यह 73.91 पैसे हो जाएगा। डीजल की कीमत 62.85 रुपए प्रति लीटर से बढ़कर 63.86 रुपए प्रति लीटर हो जाएगी। कीमत आज रात 12 बजे से लागू होगी। यह निर्णय राज्य के संसाधनों को बढ़ाने के लिए लिया गया है।इससे पहले केंद्र सरकार ने मंगलवार रात को पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क 10 रुपए प्रति लीटर और डीजल पर उत्पाद शुल्क 13 रुपए प्रति लीटर बढ़ा दिया। इसका ग्राहकों की जेब पर बोझ तो नहीं पड़ा, लेकिन इस बढ़ोतरी के बाद लोगों को अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की घटी कीमतों का कोई भी फायदा नहीं मिल पाएगा।
दिल्ली सरकार ने की शुरुआत
मंगलवार को दिल्ली सरकार के ईंधन पर वैट (मूल्य वर्द्धित कर) बढ़ाने की घोषणा की। इसके बाद दिल्ली में पेट्रोल 1.67 रुपये और डीजल 7.10 रुपये प्रति लीटर महंगा हो गया। इसके बाद दिल्ली में डीजल का भाव मेट्रो शहरों में सबसे ऊंचा हो गया है। हालांकि पेट्रोल अभी भी सभी मेट्रो शहरों से सस्ता बना हुआ है।


डीएम की अध्यक्षता में मासिक बैठक आयोजित

डीएम की अध्यक्षता में मासिक बैठक आयोजित  भानु प्रताप उपाध्याय  मुजफ्फरनगर। जिलाधिकारी उमेश मिश्रा की अध्यक्षता में विकास भवन के सभाकक्ष में ...