बुधवार, 6 मई 2020

दिग्विजय पर मामला दर्ज करने की मांग

नई दिल्ली। सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) दिल्ली ने महाराष्ट्र के नांदेड़ में फंसे सिख श्रद्धालुओं की तुलना तब्लीगी जमात से करने पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह के खिलाफ दिल्ली पुलिस में शिकायत करके मामला दर्ज करने की मांग की है।


मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर नांदेड में फंसे सिख श्रद्धालुओं की तुलना तब्लीगी जमात से की थी। सिख समुदाय ने इस पर कड़ी आपत्ति जताई है। ऐसी रिपोर्ट हैं कि नांदेड से सिख श्रद्धालुओं को पंजाब लाने पर इनमें बड़ी संख्या में कोरोना वायरस पाॅजिटिव पाये गए हैं। इसके बाद पंजाब में वायरस संक्रमितों की संख्या में इजाफा हुआ था। कमेटी के दिल्ली अध्यक्ष मनजिंदर सिंह सिरसा ने दिग्विजय सिंह के बयान पर कड़ी आपत्ति व्यक्त करते हुए कहा यह भावनाएं भड़काने की ओछी राजनीति है। उन्होंने कहा की नांदेड़ से महाराष्ट्र सरकार ने सिख श्रद्धालुओं को भेजा था यह कोई वहां से भागे नहीं हैं लेकिन कांग्रेस नेता ने सिख समाज की गलत छवि पेश की है। दिग्विजय ने कहा की कमेटी ने पुलिस में शिकायत देकर कांग्रेस नेता पर मामला दर्ज करने की मांग की है।


दिल्ली के टिकरी कलां में जबरदस्त आग

नई दिल्ली। देश की राष्ट्रीय राजधानी में एक बड़ी खबर सामने आई है। यहां के टिकरी कलां इलाका स्थित पीवीसी मार्केट में आग लग गई है। इससे मौके पर अफरातफरी मच गई है। मौके पर दमकल की 36 गाड़ियों को आग पर काबू करने के लिए लगाया गया है। अभी तक किसी भी तरह के जानमाल का नुकसान नहीं हुआ है। कहा जा रहा है कि रात तकरीबन 2:30 बजे के आसपास मार्केट में आग लगी। इसके बावजूद अभी तक आग पर काबू नहीं पाया जा सका है। यदि दिल्ली में पिछले 6 महीने की घटनाओं पर नजर डालें तो यहां अग्निकांड के सबसे ज्यादा मामले सामने आए हैं। सबसे बड़ा और भयानक अग्निकांड मामला बीते 8 दिसंबर को सामने आया था, तब रानी झांसी रोड स्थित अनाज मंडी में भीषण आग लग गई थी। दिल्‍ली पुलिस ने इस भीषण अग्निकांड में 43 लोगों के मरने की पुष्टि की थी। वहीं, राहत एवं बचाव दल के सदस्‍यों ने 50 से ज्‍यादा लोगों को बचाने की बात कही थी। जानकारी के मुताबिक, आग लगने की यह घटना गत्‍ते की एक फैक्‍ट्री में हुई थी।


 


तेलंगना में 29 मई तक बढ़ा लॉक डाउन

नई दिल्ली। वैश्विक महामारी ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है। कामधंधे ठप्प होने से लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उधर, तेलंगाना के सीएम के चंद्रशेखर राव ने राज्य में लॉकडाउन की मियाद को 29 मई तक बढ़ाने के आदेश जारी कर दिए हैं। देश भर में फिलहाल 17 मई तक लॉकडाउन का आदेश दिया गया है। तेलंगाना ऐसा पहला राज्य है, जिसने अपने प्रदेश में लॉकडाउन की मियाद बढ़ाई है। सीएम ने कहा है कि प्रदेश में शाम 7 बजे से कर्फ्यू लगाया जाएगा, इसलिए लोगों से अनुरोध है कि वह 6 बजे तक जरूरी सामान आदि लेकर अपने घर लौट आएं। तेलंगाना में हुए फैसले ने इस बात की चर्चा तेज कर दी है कि केंद्र सरकार आने वाले वक्त में खुद भी लॉकडाउन की मियाद को आगे बढ़ा सकती है। तेलंगाना की केसीआर सरकार ने इस संबंध में एक डिटेल्ड गाइडलाइन जारी करते हुए लॉकडाउन की शर्तों का जिक्र किया है। सरकार ने कहा है कि जो भी लोग जरूरी सामान की खरीद के लिए जाना चाहते हैं, वह 6 बजे तक अपने घरों में वापस लौट आएं। इसके अलावा सीएम ने यह भी कहा है कि प्रदेश में अगर कोई भी लॉकडाउन का उल्लंघन करते हुए पाया जाता है तो उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। तेलंगाना देश का पहला ऐसा राज्य था, जिसने कि जनता कर्फ्यू के बाद अपने राज्य में कर्फ्यू लगाने का आदेश जारी किया था। इसके अलावा शुरुआती तौर पर सीएम ने पुलिस को कर्फ्यू का उल्लंघन करने वालों पर पूरी सख्ती की छूट भी दी थी।


 


दिल्ली का संक्रमण नियंत्रण से बाहर

नई दिल्ली। दिल्ली में कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से बढ़ता जा रहा है। मई की शुरुआत से ही बड़ी संख्या में मामले समाने आ रहे हैं। सोमवार को भी 349 मामले सामने आए। वहीं पिछले चार दिन में 1383 लोग कोरोना की चपेट में आ चुके हैं। इस वजह से कोरोना के मामले पांच हजार के करीब पहुंच गए हैं।  


दिल्ली के एक आर्मी अस्पताल में 24 लोग कोरोना संक्रमति पाए गए हैं। राजधानी दिल्ली में ITBP के 45 जवान कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं।  कानून मंत्रालय की बिल्डिंग के कुछ हिस्से को सील कर दिया गया है। मंत्रालय का एक अफसर पिछले दिनों कोरोना पॉजिटिव पाया गया था। एम्स में ओपीडी सेवा दोबारा शुरू करने के लिए तैयारी शुरू हो गई है। सभी विभाग कोरोना के संक्रमण के बीच इलाज का प्रोटोकॉल तैयार करने में लगे हैं। उम्मीद है कि इस सप्ताह ओपीडी शुरू हो जाएगी।  सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) के 13 कर्मियों का कोरोना टेस्ट पॉजिटिव आया है। एसएसबी के अधिकारियों ने बताया कि 9 संक्रमित कर्मी दिल्ली के घिटोरनी क्षेत्र में तैनात 25वीं बटालियन के हैं, जबकि अन्य 4 संक्रमित अलग-अलग बटालियनों में तैनात हैं। कोरोना संकट के कारण केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) का मुख्यालय सील किए जाने के बाद सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) मुख्यालय के पहले और दूसरे तल को भी सील कर दिया गया। सोमवार को 69 मरीजों को अस्पताल से छुट्टी मिली अब तक दिल्ली में 1431 लोग ठीक हो चुके हैं। स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार अभी तक कुल 4898 लोग कोरोना से पीडि़त हुए हैं। दिल्ली में अब तक 64 लोगों की मौत हुई है। पिछले दो दिन में मौत का मामला सामने नहीं आया है। मौजूदा समय में 3403 मरीज उपचाराधीन हैं। इसमें से 438 मरीज अपने घर में आइसोलेशन में हैं। 13 कोविड केयर सेंटरों में 832 लोग भर्ती किए गए हैं। 181 मरीज कोविड हेल्थ सेंटर में भर्ती किए गए हैं। इसके अलावा 12 अस्पतालों में 1096 मरीज भर्ती किए गए हैं। 75 लोग आइसीयू में हैं और 11 मरीजों को वेंटिलेटर पर रखा गया है। अब तक 64 हजार लोगों की जांच की गई मौजूदा समय में 90 कंटेनमेंट जोन यानी सील क्षेत्र हैं। सोमवार को कैट्स एंबुलेंस के लिए 144 लोगों की कॉल आई। वहीं हेल्पलाइन नंबर पर 1236 कॉल आए।
दिल्ली में कोरोना के मामले अचानक अधिक बढ़ने के साथ ही स्वास्थ्य विभाग यह मान चुका है कि यहां संक्रमण लंबे समय तक बरकरार रहेगा। कम्युनिटी मेडिसिन के विशेषज्ञ तो यह भी कहने लगे हैं कि दिल्ली में अब समुदाय में संक्रमण शुरू हो चुका है। केंद्र के निर्देश पर दिल्ली की मौजूदा हालत की पड़ताल में जुटी एम्स व राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी) की टीम के सदस्य भी कहते हैं कि जिस तरह के साक्ष्य सामने आ रहे हैं । उससे स्पष्ट है कि दक्षिणी पूर्वी दिल्ली, मध्य दिल्ली व उत्तर पूर्वी दिल्ली में समुदाय में संक्रमण फैल चुका है।


संकट में राष्ट्रीय सोच का एकीकरण ?

संकट के समय राज्यों की सोच राष्ट्रीय नहीं बल्कि प्रादेशिक


नई दिल्ली। कोरोना जैसे राष्ट्रीय संकट को लेकर भी राज्यों की सोच राष्ट्रीय नहीं बल्कि प्रादेशिक ही है। हालांकि यह बात खुलकर सामने आ गई है और केंद्र से लेकर राज्यों तक ने इसे स्वीकार कर लिया है कि कोरोना से जंग लंबी है और हमें इसके साथ जीना सीखना चाहिए। लेकिन वह केवल अपनी सीमाओं को सुरक्षित रखने में जुटे हैं। हरियाणा सरकार की ओर से एक बयान आया कि उनके यहां पाए गए अधिकतर संक्रमित दिल्ली से आए थे। लिहाजा सीमा सील कर दी है। लेकिन दिल्ली क्या करे, जहां पूरे देश से लोग आते हैं।


शराब बिक्री के जरिए राजस्व उगाहने में शारीरिक दूरी (सोशल डिस्टेंसिंग) का मापदंड टूटता है तो सेस बढ़ाया जाता है। लेकिन राज्यों के बीच आपसी समन्वय बढ़ाकर सीमाओं पर मुस्तैदी और सुरक्षा के लिए चाक चौबंद होने पर अब तक बात नहीं हो रही है। राज्यों के बीच समन्वय और संवाद की यह कमी हर किसी को परेशान कर सकती है।


आर्थिक सुधार की मंशा भी असफल

आर्थिक गतिविधि को धीरे-धीरे शुरू करने की मंशा भी हो रही ध्वस्त 


नई दिल्ली। दिल्ली में कार्यालय खुल गए हैं लेकिन नोएडा, फरीदाबाद, गाजियाबाद से दिल्ली आने जाने को रोका जा रहा है। दिल्ली से इन क्षेत्रों मे जाने वाले ट्रक भी रोके जा रहे हैं। ऐसे में लाखों लोगों के रोजगार पर तो सवाल खड़ा होगा ही लॉकडाउन के बाद आर्थिक गतिविधि को धीरे-धीरे शुरू करने की मंशा भी ध्वस्त हो रही है। केंद्रीय गृहमंत्रालय के अधिकारी का कहना है कि उनकी ओर से गाइडलाइन है और उसमें इस तरह की रोक का प्रावधान नहीं है। यह स्थानीय प्रशासन और संबंधित राज्यों को बातचीत से दूर करना चाहिए। ध्यान रहे कि दिल्ली मे आम आदमी पार्टी की सरकार है और हरियाणा तथा उत्तर प्रदेश में भाजपा की। केंद्र में भी भाजपा की सरकार है। अगर किसी के स्तर पर शुरूआत हो तो संवाद बढ़ाया जा सकता है।


गतिविधियों में छूट, काम पर लगाई रोक

दिल्‍ली में गतिविधियां शुरू, एनसीआर में काम पर लगाई जा रही रोक 


नई दिल्ली। दिल्ली-एनसीआर का पूरा क्षेत्र भले ही चार राज्यों मे बंटा हुआ है लेकिन व्यावहारिक रूप से यह एक इकाई है राजनीतिक और आर्थिक रूप से बहुत अहम है। यह एक ऐसा क्षेत्र है जो लाखों करोड़ रुपये का उत्पादन करता है। आटो पार्टस, एपरेल, आइटी जैसे क्षेत्र में तो यह गढ़ है। लाखों लोग रोजाना रोजगार के लिए एक राज्य से दूसरे राज्य जाते हैं। पूरा दिल्ली एनसीआर रेड जोन है। लेकिन लाकडाउन 3 में रेड जोन के अंदर भी कंटेनमेंट एरिया को छोड़कर बाकी के क्षेत्रों मे परिवहन समेत उत्पादन व अन्य गतिविधियों को छूट दी गई है। इस छूट के बाद दिल्ली में तो गतिविधियां बढ़ती दिख रही हैं, लेकिन एनसीआर के बाकी क्षेत्र कटे हुए हैं। इन क्षेत्रों से दिल्ली आने जाने वालों पर लगातार रोक लगाई जा रही है। यहां तक कि आवश्यक सेवाओं को भी रोका जा रहा है। जाहिर है कि ऐसी स्थिति में लाखों लोगों के रोजगार पर भी संकट खड़ा हो सकता है।


'पीएम' ने देश को रेल परियोजनाओं की सौगात दी

'पीएम' ने देश को रेल परियोजनाओं की सौगात दी  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को रेल परियोजनाओं की सौगात...