राजेन्द्र सिंह, अतुल त्यागी
दूसरे दिन भी शराब के ठेकों पर रही लंबी लाइन
लॉक डाउन के आदेशों की धज्जियां उड़ा रहा है।
हापुड़, जनपद हापुड़ में आज शराब की दुकानों पर भीड़ देखने को मिली जहां लोग राशन के लिए परेशान है वहीं कुछ लोग सिर्फ और सिर्फ शराब के लिए परेशान है क्या शराब के ऊपर लॉक डाउन का आदेश कोई मायने नहीं रखता कि जब चाहे तब यह लोग जाकर शराब लाएं और पिए। शासन प्रशासन को इस तरफ गंभीरता से सोचना होगा क्योंकि यदि यही हाल रहा तो वह दिन दूर नहीं जब कोरोना के मरीजों की संख्या दिन दुगुनी और रात चौगुनी पहुंचेगी क्योंकि यदि एक आदमी शराब लाएगा तो यह निश्चित है उसके साथी मिलकर जरूर पिएंगे यदि उन चारों में से किसी एक को भी कोरोना हुआ तो वह जाने कितने लोगों ने कोरोना पॉजिटिव करेगा। मनुष्य के आवश्यकता की सभी चीजें खोलने का एक निश्चित टाइम है 7:00 से 10:00 लेकिन शराब का ठेका सुबह 10:00 से शाम 7:00 बजे तक खुलेगा यानी ठेके पर दारू लेने के लिए इस लॉक डाउन टाइम में कोई भी कभी भी जा सकता है तो वह पुलिस वालों से क्या कहेगा कि शराब लेने के लिए जा रहा हूं और क्या शराबियों को छूट है कि वह लॉक डाउन में जाकर शराब ला सकते हैं शासन खुद ही लॉक डाउन के आदेश की धज्जियां उड़ा रहा है।