शनिवार, 2 मई 2020

दावाः चमगादड़ से तैयार होगा टीका

न्यूयॉर्क। चमगादड़ों पर शोध करने वाले अमेरिकी वैज्ञानिक पीटर डेसजैक की माने तो कोरोना का इलाज उसी से होगा जो इस बीमारी को लेकर आया है। यानी चमगादड़ से! पीटर की माने तो चमगादड़ से ही कोरोना का इलाज मिल सकता है। पीटर इसके लिए कई चमगादड़ों को पकड़ कर उनपर शोध कर चुके हैं।


पीटर एक वायरस हंटर हैं जो चमगादड़ों मे मिलने वाले वायरस पर काम करते हैं। पीटर एक संस्था इकोहेल्थ अलायंस के अंतर्गत काम करते हैं। पीटर अब तक पिछले 10 सालों में 20 देशों से सैंकड़ों सैंपल एकत्र कर चुके हैं। इतना ही नहीं उन्होंने अपनी टीम के साथ मिलकर कोरोना वायरस फैमिली के 15 हजार से ज्यादा नमूने तलाश किए हैं जिनमें से 500 नए कोरोना वायरस से जुड़े हैं।


संक्रमण में 65 प्रतिशत पुरुषों की मौत

नई दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के डाटा के अनुसार भारत में कोरोना वायरस की वजह से पुरुषों की तुलना में कम महिलाओं की मौत हो रही है। मृतकों में लगभग आधे मरीजों की उम्र 60 से ऊपर है। 30 अप्रैल दोपहर तक देशभर में कोविड-19 की वजह से 1,074 लोगों की मौत हुई है। जिसमें से 65 प्रतिशत पुरुष हैं। जिससे पता चलता है कि वायरस से पुरुषों की तुलना में कम महिलाओं की जान गई है। 


22 अप्रैल को पीयर में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार अमेरिकी पत्रिका जर्नल ऑफ द अमेरिकन मेडिकल एसोसिएशन (जामा) ने न्यूयॉर्क शहर के 12 अस्पतालों में भर्ती 5,700 कोविड-19 रोगियों के विश्लेषण से पता चला कि कम से कम 60 प्रतिशत पुरुष अस्पताल में भर्ती थे। जबकि इंटेंसिव केयर यूनिट में जिन 373 मरीजों का इलाज चल रहा था उनमें से 66.5 प्रतिशत पुरुष थे। गंभीर रूप से बीमार मरीजों में मधुमेह, उच्च रक्तचाप और मोटापा सबसे आम बीमारियां थीं।


वहीं भारतीय मरीजों में कोरोना मधुमेह, उच्च रक्तचाप, गुर्दे या हृदय रोग जैसी आयु और अंतर्निहित चिकित्सा स्थितियों के कारण गंभीर रूप ले रहा है। वायरस के कारण जान गंवाने वाले 78 प्रतिशत का स्वास्थ्य किसी न किसी वजह से खराब था और 51.2 प्रतिशत की उम्र 60 साल से ऊपर है। 60 साल से ऊपर वाले 51.2 प्रतिशत में से, 42 प्रतिशत की उम्र 60 से 75 साल के बीच है और 9.2 प्रतिशत 75 साल से ऊपर है। स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि डाटा साफतौर पर दिखाता है कि बुजुर्ग लोग और जो पहले से किसी तरह की बीमारी से ग्रसित हैं उनका ज्यादा ध्यान रखने की जरूरत है क्योंकि संक्रमित होने पर वे गंभीर बीमार हो सकते हैं। हालांकि भारत में जहां तक मृत्यु दर का सवाल है हम बहुत बेहतर स्थिति में हैं। देश में कुल संक्रमित मरीजों में से 3.2 प्रतिशत रोगियों की मौत हो रही है। जबकि वैश्विक दर 7.28 प्रतिशत है। इटली में मृतकों की दर सबसे ज्यादा 13.60 प्रतिशत है।


कारोबार चौपट, अरबों डॉलर का नुकसान

नई दिल्ली। कोरोना वायरस महामारी के कारण सरकार द्वारा किए गए देशव्यापी लॉकडाउन की वजह से दिग्गज ई-कॉमर्स कंपनी ऐमजॉन को दुनियाभर में सबसे अधिक नुकसान भारत में हुआ है। बीते 25 मार्च से शुरू हुए लॉकडाउन में कंपनी को केवल जरूरी वस्तुओं की बिक्री की ही मंजूरी दी गई है, जिसके कारण इसे अरबों डॉलर का नुकसान उठाना पड़ा है। कंपनी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। 


ऐमजॉन के सीएफओ ब्रायन ओल्सावस्की ने गुरुवार को बताया, 'हमारा मानना है कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जिस देश में हमें सबसे ज्यादा नुकसान उठाना पड़ा है, वह देश भारत है, जहां अन्य कंपनियों की ही तरह हम भी बस जरूरी वस्तुओं की ही बिक्री कर पा रहे हैं। इसके कारण हमें कई तरह के ऑफर वापस लेने पड़े और उनकी घोषणा हम तभी कर पाएंगे, जब भारत सरकार हमें अपना कामकाज शुरू करने की मंजूरी देगी।' 


इस हफ्ते की शुरुआत में ऐमजॉन इंडिया के हेड अमित अग्रवाल ने पीएमओ तथा वाणिज्य मंत्रालय को मार्क करते हुए ट्वीट में अनुरोध किया था कि सरकार ई-कॉमर्स कंपनियों को अपना कामकाज पूरी तरह शुरू करने की मंजूरी प्रदान करे।


'सुप्रीम कोर्ट' का रवैया निराशाजनक

नई दिल्ली। सुपीम कोर्ट के रिटायर्ड जज जस्टिस मदन बी. लोकुर ने कहा है कि कोरोना संकट के दौरान जिस तरह से सर्वोच्च न्यायालय काम कर रहा है वो बिल्कुल निराश करने वाला है।


द वायर की रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने कहा, ‘यह अपने संवैधानिक कर्तव्यों को सही तरह से नहीं निभा रहा है। भारत का सर्वोच्च न्यायालय अच्छा काम करने में सक्षम है, लेकिन मुझे लगता है कि उन्हें आत्मनिरीक्षण करने की आवश्यकता है, उन्हें विचार-मंथन करके यह पता लगाने की आवश्यकता है कि वे आगे कैसे बढ़ें। निश्चित रूप से कोर्ट को और अधिक सक्रिय होना चाहिए।


शामली में एक भी संक्रमित नहींः डीएम

साजिद खान / फरमान अली 


शामली। जिलाधिकारी शामली जसजीत कौर ने बताया कि जनपद में अब तक18 केस कोरोना पॉजिटिव के थे।उन्होंने बताया कि अब जनपद में एक भी कोरोना पॉजिटिव केस नही रहा है सभी व्यक्ति निगेटिव हो चुके हैं।उन्होंने विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि जनपद शामली में पहला केस 24 मार्च को मिला था जो कि दुबई से यात्रा करके लौटा था और 10 दिन बाद उसमें  कोरोना संक्रमण मिला था। जिसके बाद उसका प्रथम सीएचसी शामली में बनाए गए आइसोलेशन वार्ड में उपचार किया गया था। उपचार के बाद स्वस्थ होने पर उसको उसके घर भेजा गया था। उन्होंने बताया कि उसके बाद 02 अप्रैल से लगातार कई केस आये जिसमें 02केस बांग्लादेश,01केस असम,08 केस त्रिपुरा ,और 03 केस बागपत तथा 03 केस तैमूरसा में लगातार मिले।उन्होंने यह भी बताया कि जनपद शामली में आखरी कोरोना पॉजिटिव केस 17 अप्रैल 2020 को मिला था।जिसके बाद इन सभी का उपचार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र झिंझाना में बनाए गए (कोविड-19) हॉस्पिटल में डॉक्टरों की निगरानी में उपचार कराया गया।उन्होंने बताया कि उपरोक्त मरीजों की डॉक्टर द्वारा निरंतर मॉनिटरिंग की गई जिसके परिणाम स्वरूप सभी स्वस्थ हो गए। साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि वर्तमान में एक केस कोरोना पॉजिटिव रह गया था।उसकी दूसरी रिपोर्ट भी नेगेटिव प्राप्त हुई है।उन्होंने बताया कि अब जनपद में एक भी कोरोना पॉजिटिव नहीं रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि कुल 18 केस में से 14 तबलीग से संबंधित एवं 4 केस नॉन तबलीग के थे।सभी केस पूर्णता ठीक हो गए।उन्होंने बताया कि अब इनको 28 दिन के लिए इंस्टीट्यूशनल मेडिकल सुविधा में रखा जाएगा।जिलाधिकारी ने समस्त  अधिकारियों तहसील कर्मियों स्वास्थ्य कर्मियों एवं नगर पालिका के कर्मियों की निरंतर मेहनत के परिणाम स्वरूप सभी व्यक्ति ठीक हुए उसके लिए सभी कोरोनायोद्धाओं को बधाई दी। इसके अतिरिक्त जिलाधिकारी ने यह भी जानकारी दी कि 50 से 60 सैंपल रेंडम लिए जा रहे हैं। इसके अलावा सहारनपुर एवं मेरठ जनपद से लगे गांव एवं जो लोग पिछले कुछ दिनों से आकर अपने घरों में रह रहे हैं उनकी भी रेंडम सेंपलिंग की जाएगी।ताकि आगे भी इस बीमारी के संक्रमण से बचा जा सके।उन्होंने यह भी बताया कि जनपद शामली रेड जॉन से (ऑरेंज) श्रेणी में आ गया है,इसलिए जो सेवाएं पूर्व की भांति चल रही है वह ऐसे ही चलेगी।उसमें किसी भी प्रकार का बदलाव नहीं किया गया है। किराना की दुकान है सुबह 6:30 से 9:30 तक ही खुलेगी दवाई की दुकानें 24 घण्टे खुलेगी।इसके अतिरिक्त उन्होंने यह भी बताया कि औद्योगिक फैक्ट्रियों द्वारा पूर्ण रूप से पालन करने का प्रमाण पत्र दिया है। जिसके दृष्टिगत उनको फैक्ट्री चलाने की अनुमति दी गई है।इसके अलावा जिलाधिकारी ने यह भी स्पष्ट किया है,कि 3 मई के पश्चात प्रदेश सरकार द्वारा जो भी निर्देश दिए जाएंगे उसके अनुसार ही आगे की कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।


शराब तस्करों पर पुलिस ने कसी नकेल

साजिद खान / फरमान अली 


शामली। जनपद शामली के थाना झिंझाना का है। जहां पुलिस अधीक्षक शामली के निर्देश अनुसार थाना झिंझाना पुलिस को सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए गत 1 मई को देर रात खोड़समा गाँव मैं गुरुद्वारे के पीछे अवैध रूप से कच्ची शराब का निष्कासन किया जा रहा था। झिंझाना पुलिस ने शराब फैक्ट्री सहित दो शराब तस्करों को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की।
गिरफ्तार अभियुक्तों के नाम गुरजंट सिंह पुत्र बलविंदर सिंह निवासी गांव खोड़समा थाना झिंझाना जनपद शामली और बलविंदर सिंह पुत्र दिलीप सिंह निवासी गांव खोड़समा थाना झिंझाना जनपद शामली को 20 लीटर निष्कासित कच्ची शराब एवं शराब बनाने के उपकरणों के साथ गिरफ्तार किया है। उक्त युवकों के खिलाफ थाना झिंझाना में सुसंगत धाराओं में अभियोग पंजीकृत कर विधिक कार्रवाई की जा रही है।


आरबीआई ने 1 लाइसेंस कैंसिल किया

दिल्ली। देश में बैंकिंग जगत में इस समय तगड़ी उथल पुथल जारी है। इस बीच बैंकिंग जगत से एक और बुरी खबर सामने आ रही है। एक और बैंक में जमाकर्ताओं के पैसे फंस गए हैं।
दरअसल, देश के सेंट्रल बैंक भारतीय रिजर्व बैंक ने सीकेपी सहकारी बैंक के ग्राहकों को बुरी खबर देते हुए बैंक का बैंकिंग लाइसेंस रद्द कर दिया है। रिजर्व बैंक के इस कदम से बैंक के करीब सवा लाख खाताधारकों के सामने संकट पैदा हो गया है। अब जमाकर्ताओं के करोड़ों रूपये बैंक में फंस गए हैं वहीं बैंक की 485 करोड़ रुपये की एफडी भी फंस गई है।
जानकारी के मुताबिक रिजर्व बैंक साल 2014 से ही लगातार बैंक पर लगाई गई प्रतिबंध की अवधि को बढ़ा रहा था। इस साल की शुरुआत में भी पहले 31 मार्च को बैंक पर लगी पाबंदी की अवधि बढ़ाकर 31 मई की गई थी लेकिन आरबीआई ने उसके पहले ही कड़ा कदम उठाते हुए बैंक का लाइसेंस रद्द कर दिया। अब जमाकर्ताओं का पैसा बैंक में फंस गया है। वो कैसे निकलेगा, इस बारे में फैसला रिजर्व बैंक ही लेगा।


'पीएम' ने देश को रेल परियोजनाओं की सौगात दी

'पीएम' ने देश को रेल परियोजनाओं की सौगात दी  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को रेल परियोजनाओं की सौगात...