सोमवार, 27 अप्रैल 2020

प्लाज्मा थेरेपी से ठीक हुआ संक्रमित

नई दिल्ली। दिल्ली में कोरोनावायरस का पहला मरीज जिसे प्लाज्मा थैरेपी दी गई थी, वह अब बिल्कुल ठीक हो चुका है और रविवार को उसे अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। 49 वर्षीय यह व्यक्ति 4 अप्रैल को कोरोनावायरस पॉजिटिव पाया गया था। सात दिन पहले तक वह साकेत स्थित मैक्स हॉस्पिटल में वेंटिलेटर पर था। इस व्यक्ति की मध्यम लक्षणों और रेस्पिरेटरी समस्याओं की हिस्ट्री थी।


4 अप्रैल को उन्हें मैंक्स अस्पताल की ईस्ट विंग में भर्ती कराया गया था, जो कि कोविड-19 मरीजों के लिए ही है। कुछ दिन बाद उनकी तबीयत खराब होने लगी और उन्हें एक्सटर्नल ऑक्सीजन की जरूरत पड़ी। उनमें टाइप- I रेस्पिरेटरी फेल्यूर के साथ निमोनिया विकसित हुआ, जिसके बाद उन्हें 8 अप्रैल को वेंटिलेटर पर रखा गया। जब मरीज की हालत में कोई सुधार नहीं दिखा, तो उनके परिवार से अस्पताल से प्लाज्मा थैरेपी करने का आग्रह किया।


परिवार ने ही प्लाज्मा थैरेपी के लिए डोनर को ढूंढा.।डोनर ने अपने प्लाज्मा डोनेट करने से तीन हफ्ते पहले ही कोरोनावायरस से मुक्ति पाई थी। गंभीर रूप से बीमार 49 वर्षीय मरीज को 14 अप्रैल की रात को मानक उपचार प्रोटोकॉल के लिए एक साइड-लाइन के रूप में इलाज के लिए ताजा प्लाज्मा दिया गया था। डॉक्टर्स का मानना है कि कोरोनावायरस से ठीक हुआ एक सिंगल डोनर दो लोगों की जान बचा सकता है, अगर वह 400ml प्लाज्मा डोनेट करे। 200ml प्लाज्मा एक मरीज के लिए काफी होता है।


प्लाज्मा देने के बाद मरीज में सुधार देखने को मिला और फिर उन्हें वेंटिलेटर से 18 अप्रैल को हटा दिया गया। 24 घंटे के अंदर उनमें इतना सुधार था कि उन्हें ओरल फीड कराया जाने लगा। 24 घंटे में दो बार कोरोनावायरस टेस्ट नेगेटिव आने के बाद 20 अप्रैल को उन्हें राउंड द क्लॉक मॉनिटरिंग के साथ रूम में शिफ्ट कर दिया गया। इसके बाद अब वो पूरी तरह से ठीक हैं और उन्हें रविवार को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। हालांकि सरकार के दिशानिर्देशों के अनुसार उन्हें दो हफ्ते के होम क्वारंटीन पर रहना होगा।


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प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस    (हिंदी-दैनिक)


अप्रैल 28, 2020, RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-261 (साल-01)
2. सोमवार, अप्रैल 28, 2020
3. शक-1943, वैशाख, शुक्ल-पक्ष, तिथि- पंचमी, विक्रमी संवत 2077।


4. सूर्योदय प्रातः 06:00,सूर्यास्त 06:54।


5. न्‍यूनतम तापमान 21+ डी.सै.,अधिकतम-34+ डी.सै.।


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रविवार, 26 अप्रैल 2020

63 वां संस्करण 'मन की बात'

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज सुबह 11 बजे एक बार फिर रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ में देश को संबोधित कर रहे हैं। आज अप्रैल महीने का आखिरी रविवार है। ‘मन की बात’ कार्यक्रम हर महीने के आखिरी रविवार को ही प्रसारित होता है। पीएम मोदी ने कहा कि ताली, थाली, दीया, मोमबत्ती, इन सारी चीज़ों ने जिन भावनाओं को जन्म दिया। जिस जज्बे से देशवासियों ने कुछ-न-कुछ करने की ठान ली, हर किसी को इन बातों ने प्रेरित किया है। हमारे किसान भाई-बहन को ही देखिये – वो इस महामारी के बीच अपने खेतों में दिन-रात मेहनत कर रहे हैं और इस बात की भी चिंता कर रहे हैं कि देश में कोई भूखा ना सोये।


मन की बात में संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि चाहे करोड़ों लोगों का गैस सब्सिडी छोड़ना हो, लाखों सीनियर सिटिजन का रेलवे सब्सिडी छोड़ना हो, स्वच्छ भारत अभियान का नेतृत्व लेना हो, टॉयलेट बनाने हो, ऐसी अनगिनत बातें है। इन सारी बातों से पता चलता है कि हम सबको, एक मन, एक मजबूत धागे में पिरो दिया है। एक होकर देश के लिए कुछ करने की प्रेरणा दी है।


प्रधानमंत्री ने कहा कि हर मुश्किल हालात, हर लड़ाई, कुछ-न-कुछ सबक देती है, कुछ-नकुछ सिखा करके जाती है, सीख देती है। सब देशवासियों ने जो संकल्प शक्ति दिखाई है, उससे, भारत में एक नए बदलाव की शुरुआत भी हुई है। हमारे बिजनेस, हमारे दफ्तर, हमारे शिक्षण संस्थान, हमारे मेडिकल सेक्टर, हर कोई, तेजी से नए तकनीकी बदलावों की तरफ बढ़ रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पूरे देश में गली मोहल्लों में, जगह जगह पर आज लोग एक दूसरे की सहायता के लिए आगे आए हैं। गरीबों के लिए खाने से लेकर राशन की व्यवस्था हो लॉकडाउन का पालन हो, अस्पतालों की व्यवस्था हो, मेडिकल इक्वीपमेंट का देश में निर्माण हो-आज पूरा देश एक लक्ष्य, एक दिशा, साथ साथ चल रहा है।


पीएम मोदी ने कहा कि भारत की कोरोना के खिलाफ लड़ाई सही मायने में people driven है। भारत में कोरोना के खिलाफ लड़ाई जनता लड़ रही है, आप लड़ रहे हैं, जनता के साथ मिलकर शासन, प्रशासन लड़ रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि हम भाग्यशाली हैं कि आज पूरा देश, देश का हर नागरिक, जन-जन इस लड़ाई का सिपाही है और लड़ाई का नेतृत्व कर रहा है। आज पूरा देश, एक लक्ष्य, एक दिशा के साथ आगे बढ़ रहा है।


पीएम मोदी सुबह 11 बजे ‘मन की बात’ मासिक रेडियो कार्यक्रम के 64वें एडिशन में लोगों के सामने पेश हो रहे हैं। जाहिर है कोरोना वायरस की वजह से पूरे देश में लॉकडाउन है। इस वजह से छोटे दुकानदार, किसान और मजदूर वर्ग के लोगों के सामने जीने-मरने का संकट आ गया है। ऐसे में उम्मीद है कि प्रधानमंत्री इनसे जुड़े मुद्दे भी उठाएंगे।


शनिवार को पीएम मोदी ने अपने ट्विटर हैंडल पर लोगों से आज के ‘मन की बात’ कार्यक्रम सुनने की अपील की है। उन्होंने लिखा, “इस बार के कार्यक्रम के लिए लोगों की तरफ से ढेर सारे सुझाव मिले हैं।”बता दें, इससे पहले 63वें ‘मन की बात’ कार्यक्रम में पीएम मोदी ने कोरोना वायरस की वजह से देश के हालात को केंद्र में रखते हुए अपनी बात रखी थी।


826 लोगों की मौत, 26917 संक्रमित

नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों की संख्या बढ़कर 26,917 हो गई है। इस महामारी से मृतकों की संख्या बढ़कर 826 हो गई है। लेकिन राहत की बात यह है कि कोरोना को लेकर देश में हालात सुधर रहे हैं। हॉटस्पॉट जिलों की संख्या में कमी आ रही है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने रविवार को यह बात कही। डॉ. हर्षवर्धन ने आज दिल्ली में एम्स ट्रॉमा सेंटर का किया दौरा और कोरोना से निपटने के लिए तैयारियों का जायजा लिया।
डॉ. हर्षवर्धन ने कहा, “देश मे कोरोना को लेकर स्थिति में सुधार आ रहा है। हॉटस्पॉट जिले अब गैर-हॉटस्पॉट जिलों में बदल रहे हैं। लाकडॉन-2 को और असरदार बनाने के लिए लोग सामाजिक दूरी बनाए रखने और सरकार के निर्देशों का पालन करें.” हर्षवर्धन ने इस दौरान कोरोना के कुछ मरीजों से मोबाइल पर वीडियो कॉल के जरिये बात की। अस्पताल में मिल रही सुविधाओं को लेकर मरीजों से फीडबैक भी लिया। 
इधर, कैबिनेट सचिव ने आज कोरोना को लेकर राज्यों के मुख्य सचिवों और पुलिस महानिदेशकों के साथ वीडियो कनफ्रेसिंग के माध्यम से बैठक की। बैठक में कैबिनेट सचिव कहा कि उन राज्यों को लाकडाउन और कंटेनमेंट को लेकर दिए दिशा-निर्देशों को और असरदार तरीके से लागू कराने की जरूरत है, जहां कोरोना के काफी मामले सामने आ रहे हैं। कैबिनेट सचिव ने राज्यों को मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर पर ध्यान देने की बात कही। खासकर राज्यों को आइसोलेशन बेड्स, आईसीयू बेड्स और वेन्टीलेटर्स की संख्या बढ़ाने पर जोर देना चाहिए।


कारगर उपाय-क्षमता बढ़ाने की जरूरत

नई दिल्ली। पूर्व प्रधान मंत्री मनमोहन सिंह तथा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा है कि कोरोना को हराने के लिए इसकी टेस्टिंग पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है और इसे बढ़ा कर प्रति दिन कम से कम एक लाख किया जाना चाहिए।राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा है कि सारे विशेषज्ञ इस बात से सहमत हैं कि कोरोना को हराने के लिए इसकी टेस्टिंग ही एक मात्र उपाय है। उन्होंने कहा कि कोरोना को हराना है तो इसकी टेस्टिंग को वर्तमान 40 हजार से बढाकर हर दिन कम से कम एक लाख किया जाना जरूरी है। इसके लिए हमारे पास क्षमता है और प्रधानमंत्री को इस दिशा में तेजी से काम करने की आवश्यकता है।”इससे पहले डॉ. मनमोहन सिंह ने एक वीडियो संदेश में कहा कि कोरोना को हराने में टेस्टिंग ही उपयोगी है इसलिए इसकी क्षमता को बढ़ाना आवश्यक है और पर्याप्त रूप से देश में कोरोना टेस्टिंग की सुविधा विकसित की जानी चाहिए। टेस्टिंग सुविधा नहीं होगी तो कोरोना पर जीत हासिल करना कठिन हो जाएगा।


भारतीय निवेश 177.5 अरब डॉलर हुआ

नई दिल्ली। अमेरिका सरकार की प्रतिभूतियों में भारत का निवेश फरवरी, 2020 में 13 अरब डॉलर बढ़कर 177.5 अरब डॉलर के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया। पिछले एक साल यानी फरवरी, 2019 से अमेरिकी प्रतिभूतियों में भारत के निवेश में 33.2 अरब डॉलर का जोरदार इजाफा हुआ है। अमेरिका के वित्त विभाग के ताजा आंकड़ों के अनुसार एक माह के दौरान अमेरिकी प्रतिभूतियों में भारत के निवेश में सबसे ज्यादा बढ़ोतरी हुई है। भारत पिछले साल नवंबर से अमेरिकी प्रतिभूतियों में अपना निवेश लगातार बढ़ा रहा है। उस समय यह 159.2 अरब डॉलर था। अमेरिकी प्रतिभूतियों में सबसे ज्यादा 1,268 अरब डॉलर का निवेश जापान का है। उसके बाद 1,092 अरब डॉलर के साथ चीन का नंबर आता है। ब्रिटेन 403.2 अरब डॉलर के साथ अच्छे-खासे अंतर से तीसरे स्थान पर है। भारत इस सूची में 13वें स्थान पर है। जनवरी के अंत तक भारत के पास अमेरिका सरकार की 164.3 अरब डॉलर की प्रतिभूतियां थीं। यह उस समय का उच्चस्तर था। इससे पहले दिसंबर में भारत के पास 162 अरब डॉलर की प्रतिभूतियां थीं। रिजर्व बैंक इन बांडों की खरीद करता है। अमेरिका का वित्त विभाग विभिन्न देशों की प्रतिभूतियों में हिस्सेदारी के आंकड़े जारी करता है। ब्राजील 285.9 अरब डॉलर के साथ चौथे, आयरलैंड 282.7 अरब डॉलर के साथ पांचवें, लग्जमबर्ग 260.8 अरब डॉलर के साथ छठे, हांगकांग 249.8 अरब डॉलर के साथ सातवें, स्विट्जरलैंड 243.7 अरब डॉलर के साथ आठवें, केमन आइलैंड 219.4 अरब डॉलर के साथ नौवें और ताइवान 201.9 अरब डॉलर के साथ दसवें स्थान पर है। सऊदी अरब इस सूची में 11वें स्थान पर है। उसके पास 184.4 अरब डॉलर की प्रतिभूतियां हैं।


डीएम की अध्यक्षता में मासिक बैठक आयोजित

डीएम की अध्यक्षता में मासिक बैठक आयोजित  भानु प्रताप उपाध्याय  मुजफ्फरनगर। जिलाधिकारी उमेश मिश्रा की अध्यक्षता में विकास भवन के सभाकक्ष में ...