रविवार, 26 अप्रैल 2020

मौलाना साद की रिपोर्ट नेगेटिव

नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस का संक्रमण फैलता जा रहा है। कई तबलीगी जमात के लोग भी कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं। वहीं अब दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित तबलीगी जमात के मुखिया मौलाना साद की कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आई है। साथ ही मौलाना साद क्राइम ब्रांच के सामने पेश हो सकता है। मौलाना साद के वकील के मुताबिक मौलाना साद की कोरोना वायरस की जांच रिपोर्ट नेगेटिव आई है। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच के कहने पर मौलान साद का कोरोना टेस्ट करवाया गया था। वहीं अब मौलाना साद कल क्राइम ब्रांच के सामने पेश हो सकता है।


दरअसल, दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच लगातार तबलीगी जमात के मुखिया मौलाना साद की तलाश कर रही है। हालांकि अभी तक क्राइम ब्रांच को सफलता नहीं मिली है। हाल ही में आजतक से बातचीत में मौलाना साद ने कहा, ‘दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच को यह पता है कि मैं कहां पर हूं।’ आजतक से बातचीत में मौलाना साद ने कहा कि क्राइम ब्रांच दो नोटिस भी भेज चुकी है, जिनका हम जवाब भी दे चुके हैं।


आजतक से हुई बातचीत में मौलाना साद ने कहा था, ‘दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने मेरे बेटे की मौजूदगी में घर की तलाशी भी ली है। साथ ही मुझे कोरोना जांच कराने को कहा है। हम कोरोना वायरस की जांच करा चुके हैं. जांच रिपोर्ट की जानकारी दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच को दी जाएगी। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच जो कह रही है, हम उन सबका पालन कर रहे हैं।


लॉक डाउनः यातायात का बढ़ा दबाव

रायपुर। सड़कों पर लॉकडाउन के बाद भी सुबह से शाम तक आम दिनों की तरह वाहनों की आवाजाही जारी है। सड़क पर वाहनों की रेलमपेल होने से यातायात का दबाव बढ़ गया। लॉकडाउन में प्रशासन ने किराना समेत फल-सब्जी, कापी-किताब, बिजली-पंखे, इलेक्ट्रॉनिक मैकेनिक, सीमेंट-छड़ समेत जरूरी सामानों की दुकानें दोपहर 3 बजे तक खुलने की छूट क्या दे दी अधिकांश लोग सामान खरीदने के नाम पर घूमने-फिरने लगे हैं।
दोपहिया में तीन-तीन सवारी और चारपहिया में चार से पांच लोग बैठकर फर्राटा भर रहे हैं। शहर में चहल-पहल बढ़ते देखकर ट्रैफिक पुलिस ने सभी चौक-चौराहे का बंद ट्रैफिक सिग्नल भी चालू कर दिया। अफसरों की दलील है कि वाहन चालक आपस में टकराकर दुर्घटनाग्रस्त न हों, इसलिए सिग्नल शुरू कराया गया। इस दौरान ट्रैफिक नियमों की अनदेखी करने वालों वाहन चालकों पर चालानी कार्रवाई भी की जा रही है। शुक्रवार को 27 चौराहे पर ट्रैफिक पुलिस ने चेकिंग प्वाइंट लगाकर ऐसे 329 वाहन चालकों को पक?ा। चालान काटकर 1 लाख 8 हजार 3 सौ रुपये का जुर्माना भी वसूला।
बेकाबू उमड़ती भीड़ : शहर के मरीन ड्राइव तेलीबांधा, शकंरनगर रोड, मालवीय रोड, जयस्तंभ चौक, जीई रोड, एमजी रोड, रेलवे स्टेशन रोड, टिकरापारा, संतोषीनगर, पचपेड़ी नाका, रिंग रोड, देवेंद्रनगर, पंडरी रोड समेत अन्य मुख्य जगहों पर सुबह से दोपहर तक आम दिनों की तरह ही वाहन चालक इस तरह से आना-जाना कर रहे है जैसे कि लॉकडाउन खत्म हो गया हो।
स्टेशनरी, इलेक्ट्रानिक्स, आटो पार्ट्स की दुकानों में भीड़ : जून से स्कूल खुलने की तैयारी को ध्यान में रखकर पालक अपने बच्चों के साथ गोलबाजार, सदर बाजार समेत अन्य स्थानों स्टेशनरी दुकानों में कापी-किताब खरीदने पहुंच रहे हैं। पालकों का कहना है कि अपने बच्चों के लिए कापी-किताब के साथ स्टेशनरी सामानों की खरीददारी करने आए हैं, ताकि घर में ही बच्चे पढ़ाई-लिखाई कर सकें। यही स्थिति इलेक्ट्रानिक्स दुकान, मोटर गैराज, आटो पार्ट्स की दुकानों में भी देखी जा रही है।
एमजी रोड की इलेक्ट्रानिक्स, आटो पार्ट्स दुकानों में शुक्रवार को सुबह से लोगों की भारी भीड़ रही। गर्मी बढऩे से लोग बिजली-कूलर, पंखे की दुकानों में भी खरीददारी करते दिखे। लोगों को उम्मीद है कि आने वाले दिनों में कोरोना केस और न आने पर कुछ और दुकानें खुल सकती हैं।
-लॉकडाउन में छूट मिलने से लोग सड़कों पर आम दिनों की तरह आना-जाना कर रहे हैं। गाडिय़ां आपस में न टकराए इसलिए सभी चौराहे की ट्रैफिक सिग्नल शुरू कराया गया है। नियम तोडऩे वाले पर सख्ती से कार्रवाई भी की जा रही है। लोग बेवजह घरों से न निकले, इसकी पूरी कोशिश की जा रही है।


लॉक डाउन में आबकारी विभाग की चांदी

जिले का आबकारी विभाग सवालों के घेरे में जहां पुलिस रात दिन मेहनत कर के शराब माफियाओं के खिलाफ अभियान चलाए हैं और शराब कालाबाजारी पर पुलिस ने पूरी तरीके से रोक लगा कर रखी है तो वही अबकारी विभाग के हाथ खाली


 बीते 10 दिन पूर्व नगर कोतवाली क्षेत्र के करौंदिया पुलिस लाइन के बगल शराब कालाबाजारी का काम चल रहा था। जहां पर पुलिस ने रात के अंधेरे में नकेल कसते हुए बियर की दुकान पर छापेमारी कर बियर समेत दुकान मालिक को गिरफ्तार कर जेल भेजा।
सुल्तानपुर। जहां एक तरफ कोरोना वायरस महामारी के चलते देश में 40 दिन का लॉक डाउन किया गया है ऐसे में उत्तरप्रदेश सरकार ने सरकारी शराब की दुकानों को भी बंद करने का निर्देश दे रखा है तो वहीं दूसरी तरफ शराब माफियाओं का वर्ष एप्स  देखने को मिल रहा है। उत्तरप्रदेश के सुल्तानपुर जनपद में लॉक टाउन के दौरान  सुल्तानपुर पुलिस के हाथ कई बार शराब माफिया हत्थे चढ़े तो वहीं जिले का अबकारी विभाग एक भी मामले में अब तक कोई खुलासा नहीं कर सका है सुल्तानपुर पुलिस शराब माफियाओं के खिलाफ नकेल कसने तो अबकारी विभाग पूरी तरीके से सुस्त दिखाई दे रहा है। अबकारी विभाग बीते    सोमवार को थाना देहात कोतवाली क्षेत्र के कामतागंज में शराब माफियाओं को पकड़ कर जेल भेजने का काम देहात कोतवाली पुलिस ने किया तो कई स्थानों पर पुलिस ने कई बार शराब की कालाबाजारी पर रोक लगाने के लिए पूरी तरीके से नकेल कस रखी है तो वहीं जिले का आबकारी विभाग पूरी तरीके से सुस्त दिखाई दे रहा है। अब तक lockdown  के दौरान अबकारी विभाग ने एक भी खुलासा नहीं किया है ऐसे में सवाल भी खड़ा होता है क्या अबकारी विभाग के आला अधिकारी लॉक डाउन में घर रहकर मौज काट रहे हैं या उनका सूत्र कमजोर पड़ता दिखाई दे रहा है सूत्रों की माने तो अबकारी विभाग के कई स्पेक्टर खुद ही शराब की कालाबाजारी कराने में सम्मिलित हैं ऐसे में देखने वाली बात यह होगी शराब कालाबाजारी और शराब माफियाओं के खिलाफ जिले का अबकारी विभाग कैसे नकेल कसेगा और कैसे कार्रवाई करेगा?


सरकार के दावो को नोच रहे हैं कुत्ते

रिपोर्ट-संजय सिंह राणा


चित्रकूट। अन्ना प्रथा रोकने के लिए व गोवंशों की हिफाजत के योगी सरकार द्वारा बड़े बड़े दावे किए जाते हैं व सरकार द्वारा गोवंशों की देखभाल के लिए तमाम नियम-कानून बनाए गए हैं सरकार ने अपने बजट में गोवंश कल्याण के लिए विभिन्न मदों में करोड़ों रुपये की व्यवस्था की थी जिसके कारण उत्तर प्रदेश देश का पहला ऐसा राज्य बन गया है, जहां गोवंश कल्याण के लिए सबसे अधिक बजट का प्रावधान है। इसके अलावा जिले में जिलाधिकारी, ग्राम प्रधान व विभागीय अधिकारियों को सीधे जिम्मेदारी भी तय की गई है व गोवंशों की देखरेख के लिए गौशालाएं बनाई गई है मगर ये गौशालाएं ही गोवंशों के लिए कब्रगाह बन गई हैं l लापरवाही और चारे पानी के अभाव में गोवंशों की मौतों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है l सिलसिलेवार गोवंशों की मौतों ने जिला प्रशासन की लापरवाही की पोल खोल कर रख दी है lऐसा ही एक मामला सामने आया है मानिकपुर विकास खण्ड के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत बसिला में बनी गौशाला का l


एक जगह पर दो गौशालाओं की धनराशि खर्च होने के बावजूद इस गौशाला में गौवंशों की सुविधाएं देखते ही बनती हैं जहाँ पर गौवंशों के लिए चारे की व्यवस्था नहीं हो पाने के चलते गौवंश भूख से तड़प तड़प कर मर रहे हैं व इन गौवंशों को गौशाला के पास ही बगल में फेंकवा दिया जाता है जहाँ इन गौवंशो को कुत्ते नोंच नोंच कर खाते हुए नजर आते हैं l इस गौशाला में लगभग 80 से 90 गौवंशो का पैसा चारे पानी के लिये दिया जाता है लेकिन इस समय इस गौशाला में लगभग 20 से 25 गौवंश ही रह गए हैं जो बाँकी गौवंश थे वह मौत की भेंट चढ़ चुके हैं लेकिन ग्राम प्रधान व सचिव की मिलीभगत से गौवंशो की हो रही मौत की जानकारी भी किसी को नहीं दी जाती है l सिर्फ मौत की बलि चढ़ी गौवंशो की खानापूर्ति सिर्फ कागजों में की जाती है l इस गौशाला के निर्माण में लगभग 35 लाख रुपये ख़र्च किये गए हैं लेकिन लाखों ख़र्च हो जाने के बाद भी गौशाला में सुविधा का अभाव है l



गौशाला में बनी चरही टूट चुकी हैं व भूसा भंडारण कक्ष ध्वस्त हो रहा है लेकिन निर्माण प्रभारियों पर आज तक कोई कार्यवाही नहीं हो पाई है l पूरे जिले में स्थायी और अस्थायी गौशाला बनाने के नाम पर पानी की तरह पैसा बहाया गया था कि सड़कों पर घूमने वाले अन्ना जानवरों से किसानों को राहत मिलेगी और गौवंशों की भी अच्छी देखरेख हो जाएगी लेकिन लगातार हो रही गोवंशों की मौतों ने उनकी सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़ा कर दिया है l
गौशालाओं की स्थिति बदहाल होती जा रही है। भूख व जिम्मेदार अधिकारियों की लापरवाही के चलते गोवंशों की जान पर बन आई है। प्रशासन व जिम्मेदार लोगों की उदासीनता के कारण ग्राम पंचायत बसिला स्थित निराश्रित गोवंश आश्रय स्थल पर गोवंशों की फजीहत कम नहीं हो रही है l खानपान एवं रखरखाव की व्यवस्था उचित न होने के कारण पशुओं का पेट नहीं भर रहा है जिसकी वजह से पशु कमजोर होते जा रहे हैं। साथ ही कमजोरी तथा कैल्शियम के अभाव में बीमार पड़कर दम तोड़ने को मजबूर हैं। इस आश्रय स्थल पर रखे गए गोवंशों की दुर्दशा को देखने और बीमार गोवंशों का समुचित इलाज तथा मृत गोवंशों को तत्काल आश्रय स्थल से हटाने का निर्देश देने का कोई खास असर दिखाई नहीं दे रहा है l
अस्थायी निराश्रित गोवंश आश्रय स्थल पर रखे गये गोवंशों में दु‌र्व्यवस्था के कारण अधिकांश की तो मौत हो चुकी है। ग्रामीणों ने बताया कि मृत गोवंशों को गौशाला के बगल में ही डाल दिया जाता है l जहां पर इन गौवंशो को कुत्ते नोंच कर खाते हैं l गौवंशों के संरक्षण व चारे पानी की व्यवस्था पर लापरवाही करते हुए बेजुबान गौवंशों की हत्या करने वाले ग्राम प्रधान व सचिव के ऊपर जिला प्रशासन कब शिकंजा कसने का काम करेगा l यह एक बड़ा सवाल है l


मतभेद छोड़कर वायरस से निबटे

काबुल। अफगानिस्तान में अमेरिका के शांतिदूत ने रविवार को देश के नेताओं से अपने मतभेद अलग रखकर कोरोना वायरस से निपटने की अपील की। साथ ही साल की शुरुआत में तालिबान के साथ किए गए शांति समझौते को आगे बढ़ाने के लिए कहा है। रविवार को जलमय खलिलजाद ने ट्वीट कर कहा कि अफगान लोगों की भलाई इस बात पर निर्भर करती है कि सभी पार्टियां COVID-19 का सामना करें जो सबका दुश्मन है। उन्होंने कहा कि अफगान राष्ट्रपति अशरफ गनी और उनके प्रतिद्वंदी अब्दुल्ला-अब्दुल्ला को रमदान के महीने में अपने आगे देश का हित सोचना चाहिए। उन्होंने अपील की कि सरकार और तालिबान अमेरिका-तालिबान के बीच फरवरी में हुए शांति समझौते का पालन किया जाए और कैदियों को रिहा किया जाए। इस समझौते के तहत 5000 तालिबानी कैदियों और 1000 सरकारी कर्मियों को आजाद किया जाना था।


मंडलायुक्त-आइजी ने किया निरीक्षण

रायबरेली। कोविड-19 कोरोना वायरस के संक्रमण के दृष्टिगत मंडलायुक्त लखनऊ व नोडल अधिकारी मुकेश मेश्राम व आईजी एस के भगत ने कंट्रोल रूम का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान आयुक्त ने निर्देश दिये कि कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग बहुत जरूरी है लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग के साथ-साथ लॉकडाउन का पालन कराने व घर से बाहर न निकलने की हिदायत देते रहे। कोरोना वायरस के संक्रमण रोकने के लिए घरों में रहकर लाकडाउन का पुरी तरह से पालन करना है। इसके अलावा मुंह पर मास्क का प्रयोग जरूर लगाये तथा सोशल डिस्टेस को बनाये रखे। उन्होंने यह भी निर्देश दिये कि कंट्रोल रूम के माध्यम से जो भी शिकायतें प्राप्त हो रही है।


उन शिकायतों के निस्तारण व संतुष्टि की जानकारी शिकायतकताओं से कंट्रोल रूम से लेते रहें साथ ही क्वारंटीन केन्द्रों व कम्युनिटी किचनों पर साफ-सफाई पर विशेष ध्यान रखे, कोविड-19 के नियंत्रण व रोकथाम के लिए भारत सरकार द्वारा तैयार किए गए आरोग्य सेतु एप को सभी अधिकारी व कर्मचारियों के साथ-साथ जनमानस को डाउनलोड करानें के साथ ही घर में रहे सुरक्षित रहे आदि का संदेश भी देते रहे। उन्होंने दो कन्ट्रोल रूम पर कई शिकायतकर्ताओं से राशन वितरण में कमी। राशन कार्ड बनाने आदि शिकायतों के निस्तारण के बारे में शिकायतकर्ताओं से पुछा। मण्डलायुक्त को एक शिकायत पर ज्ञात हुआ कि कोटेदार द्वारा राशन देने का वादा किया गया है परन्तु अभी तक राशन उपलब्ध नही करवाया गया है। निस्तारण में आश्वासन दिखाया गया जिस पर आयुक्त ने कहा कि यदि किसी भूखें को खाना खिलाने के लिए कहा जाये और उसे आश्वासन दिया जाये की खाना दिया जायेगा परन्तु खाना नही मिलता है यह निस्तारण नही होता है। उन्होंने कहा कि आश्वासन निस्तारण नही होता है। मण्डलायुक्त व आईजी एस के भगत ने 112 वाली शिकायतों पर भी जानकारी प्राप्त की।


अमेरिका में मृतक संख्या-53,511

वाशिंगटन। अमेरिका में कोरोना वायरस से बड़ी संख्या में लोगों की जान जाने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है और बीते 24 घंटे में देश में कोरोना वायरस से 2,494 लोगों की मौत हो गई।


अमेरिका के जॉन्स हॉप्किन्स विश्वविद्यालय द्वारा शनिवार रात साढ़े आठ बजे दिए आंकड़ों के अनुसार देश में अब तक इस संक्रामक रोग से मरने वाले लोगों की संख्या 53,511 हो गई और संक्रमितों की संख्या 9,36,293 पर पहुंच गई।अमेरिका इस वैश्विक महामारी से दुनिया में सबसे ज्यादा प्रभावित देश है। यहां संक्रमण और मौत दोनों की संख्या अन्य देशों के मुकाबले अधिक है।


'पीएम' ने देश को रेल परियोजनाओं की सौगात दी

'पीएम' ने देश को रेल परियोजनाओं की सौगात दी  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को रेल परियोजनाओं की सौगात...