शुक्रवार, 24 अप्रैल 2020

चीन पर आरोप, किंम जोंग ने बोला झूठ

बीजिंग/ प्योंगयांग। चीन पर आरोप लग रहे हैं कि उसने कोरोना वायरस के फैलने की जानकारी पूरी दुनिया से छिपाई है, वहीं उसके पड़ोसी देश कोरिया ने अपने यहां एक भी केस नहीं होने का दावा कर रखा है। इस बीच अधिकारियों का कहना है कि दरअसल, कोरिया दुनिया के सामने चीन की पोल खुलने से बचाने के लिए ऐसा कह रहा है।


उत्तर कोरिया की सरकार में सीनियर अधिकारी रह चुके किम म्योन्ग के मुताबिक कोरिया का दावा बोगस है कि देश में एक भी कोरोना पॉजिटिव केस नहीं है। यहां तक कि उन्होंने यह भी कहा कि असल संख्या कल्पना के बाहर है। उनके मुताबिक चीन यह साबित नहीं होने देना चाहता कि वायरस चीन से निकला था। अगर कोरिया अपने यहां कोरोना के आंकड़े जारी कर देता है तो चीन के इस दावे की पोल खुलने की नौबत आ जाएगी।


द. कोरियाः फुटबॉल सत्र 8 मई से शुरू

सियोल। दक्षिण कोरिया में के लीग ने शुक्रवार को ऐलान किया कि फुटबॉल सत्र अब आठ मई से शुरू होगा जिससे खिलाड़ियों, कोचों और प्रशंसकों को कोरोना वायरस महामारी के चलते नये नियम समझने के लिये दो सप्ताह का समय मिल जायेगा। पहले मैच में जियोंबुक मोटर्स का सामना सुवोन ब्लूविंग्स से होगा। यह मैच पहले 29 फरवरी को खेला जाना था लेकिन कोरोना वायरस महामारी के कारण लॉकडाउन के चलते खेल बंद हो गए थे। हाल ही में खिलाड़ी अभ्यास पर लौटे हैं। दक्षिण कोरिया में कोरोना वायरस के 10700 मामले आये हैं और 240 मौते हो चुकी हैं। इस सप्ताह नये मामले एकल अंक में आये हैं। लीग में खिलाड़ियों के लिये मैदान के भीतर और बाहर सामाजिक दूरी बनाये रखने के कड़े निर्देश होंगे। खिलाड़ी हाथ नहीं मिलायेंगे और साथियों या अधिकारियों से बात भी नहीं करेंगे। इसका सत्र से पूर्व मैच पांच मई को दर्शकों के बिना खेले जाने की उम्मीद है।


विश्‍व संगठन वायरस कम करने में नाकाम

तेहरान/वाशिंगटन। एक तरफ जहां पूरी दुनिया कोविड-19 से जंग लड़ रही है वहीं दूसरी तरफ अमेरिका और ईरान एक बार फिर से अपने तीखी बयानबाजी से पूरी दुनिया का माहौल खराब करने की कोशिश कर रहे हैं। ये हाल तब है जब दोनों ही देश अपने यहां पर जारी कोरोना वायरस के प्रकोप को कम कर पाने में अब तक नाकाम रहे हैं। इसके अलावा विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन बार-बार सभी देशों से मिलकर कोविड-19 के खिलाफ काम करने की अपील कर रहा है।


आपको बता दें कि इन दोनों के बीच कई वर्षों से ही तनातनी का दौर जारी है। वर्ष 2015 में तत्‍कालीन अमेरिकी राष्‍ट्रपति ने यूरोपीय देशों की मौजूदगी में ईरान से परमाणु डील की थी। इसको उस वक्‍त दोनों देशों की शांति प्रक्रिया में मील का पत्‍थर बताया गया था। लेकिन मई 2018 में राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप ने इस डील को अमेरिका के लिए बेकार बताते हुए खत्‍म कर दिया था। इसके बाद 2019 में ईरान ने भी इस डील से खुद को अलग कर लिया था।


भारत को सप्लाई, ग्रीन चैनल ओपन

नई दिल्ली/ बीजिंग। चीन ने भारत को मेडिकल सप्लाई भेजने के लिए ग्रीन चैनल को ओपन कर दिया है। इसका मतलब अब भारत के कार्गो प्लेन मेडिकल आपूर्ति लेकर आ सकेंगे। इस मेडिकल सप्लाई में पीपीई, वेंटिलेटर और टेस्टिंग किट शामिल हैं। भारत ने इससे पहले भी चीन से पीपीई किट का आयात किया है।
भारत में चीनी राजदूत सन वीडॉन्ग ने शुक्रवार को ट्वीट किया, 'चीन ने महामारी के दौरान इंडियन एयर कार्गो के लिए ग्रीन चैनल को खोल दिया है और मेडिकल सप्लाई से भरे 35 कार्गो प्लेन को मंजूरी दी गई है जो कि जरूरत के वक्त भारत पीपीई, वेंटिलेटर और टेस्टिंग किट लेकर जाएंगे। हम कोविड19 महामारी से लड़ाई में भारत का साथ देना जारी रखेंगे।


कोरोना मरीजों के गुर्दो में खून जमा

न्यूयॉर्क। कोरोना वायरस जुड़ी एक नई खबर ने डॉक्टरों को चिंता में डाल दिया है। यह वायरस अब मरीजों के शरीर के खून को जमा दे रहा है। अमेरिका के न्यूयॉर्क के माउंट सिनाई हॉस्पिटल में नेफ्रोलॉजिस्टों को पता चला है कि वायरस के कारण कोरोना मरीजों के गुर्दे में भी खून जम रहा है। इसकी वजह से दिल का दौरा पड़ने की घटनाओं में वृद्धि हुई है।


माउंट सिनाई हॉस्पिटल के डॉक्टर जे. मोक्को ने बताया कि यह काफी हैरानी की बात है कि कैसे यह बीमारी खून को जमा रही है। उन्होंने कहा कि कई मामलों में ऐसा हुआ है कि दिल का दौरा कम उम्र के लोगों को पड़ा है। मार्च के तीन हफ्तों में ही डॉक्टर मोक्को ने मस्तिष्क में खून ब्लॉकेज के साथ 32 ऐसे मरीजों को देखा है, जिन्हें दिल का दौरा पड़ा है। हैरानी की बात यह रही कि 32 में से आधे मरीज कोरोना वायरस से पॉजिटिव निकले। उधर, चीन में एक मरीज के ठीक होने के 70 दिन बाद उसे फिर से कोरोना वायरस पॉजिटिव पाया गया है। इससे चीन में चिंता बढ़ गई है। कभी कोरोना के केंद्र रहे वुहान में मामला 50 साल के शख्स का है जिसे कोरोना के लक्षण मिलने पर शुरू में क्वारंटीन हब में रखा गया। इसका दो अलग-अलग अस्पतालों में इलाज हुआ। इलाज में रिपोर्ट निगेटिव आई तो उसे अस्पताल से डिस्चार्ज किया गया।


जनपद में मात्र 4 घंटे खुलेगी मंडियां

विजय भाटी


ग़ाज़ियाबाद। कोरोना वायरस की वजह से पुराना बस अड्डा स्थित सब्जी मंडी को महज 4 घंटे खोलने का निर्णय लिया गया है। कोरोना वायरस के चलते सोशल डिस्टेंसिंग का पर्याप्त मात्रा में ध्यान रखा जाए इसी को लेकर अब पुराना बस अड्डा की सब्जी मंडी आज दोपहर 2 बजे तक ही खुली,


कल यानी बुधवार को ही मंडी समिति ने ऐलान करा दिया था की वीरवार यानी आज से सभी मंडी दोपहर 2 बजे तक ही खुलेगी। जानकारी के अनुसार पुराना बस अड्डा सब्जी मंडी में लोक डाउन के बावजूद लोग बड़ी तादात में पहुंच रहे थे जिसके चलते लॉक डाउन का पूर्ण रूप से पालन नहीं किया जा रहा था, जिससे खतरा बना हुआ था, कहीं सब्जी मंडी में आने वाले लोग कोरोना से संक्रमित ना हो जाएं।यही कारण है कि 23 अप्रैल से सब्जी मंडी केवल दोपहर 2 बजे तक ही खुलेगी,और इस दौरान सामाजिक दूरी का पूरी तरह से पालन कराया जाएगा।


आदेश तोड़ने पर 10 स्कूलों को नोटिस

ग़ाज़ियाबाद। पूरे देश में लॉक डाउन के बावजूद स्कूलों द्वारा अभिभावकों से फीस मांगने के मामले में जिलाधिकारी गाजियाबाद ने फीस नही मांगने का आदेश जारी किया था। इसके बावजूद कुछ स्कूलों द्वारा फीस लगातार मांगी जा रही है। जिसके चलते जिला विद्यालय निरीक्षक ने 10 स्कूलों को नोटिस भेजकर 2 दिन में जवाब मांगा है। जवाब न मिलने पर अग्रिम कार्रवाई की चेतावनी भी दी है।


ऑल स्कूल पेरेंट्स एसोसिएशन के राष्ट्रीय महासचिव सचिन सोनी ने बताया कि ऑल स्कूल पेरेंट्स एसोसिएशन की शिकायत पर जिला विद्यालय निरीक्षक ने दिल्ली पब्लिक स्कूल(डीपीएसजी)वसुंधरा,दिल्ली पब्लिक स्कूल इंदिरापुरम,दिल्ली पब्लिक स्कूल सिदार्थविहार,प्रेसिडियम स्कूल इंदिरापुरम,प्रेसिडियम स्कूल राजनगर एक्सट्रेशन,आधारशिला ग्लोबल वसुंधरा,श्री ठाकुर द्वारा बालिका विद्यालय जी.टी रोड़,के.डी.बी कविनगर,अग्रेसन पब्लिक स्कूल वसुंधरा व जीडी गोयंका स्कूल इंदिरापुरम को नोटिस भेजा है। इस दौरान स्कूल प्रबंधकों से 2 दिन में जवाब मांगा है। सचिन सोनी ने बताया कि राष्ट्रीय आपदा अधिनियम 2005 की धारा-51 के तहत जिला अधिकारी ने 6 अप्रैल 2020 को जनपद के सभी स्कूलों को लॉक डाउन अवधि में फ़ीस डिमांड न करने का नोटिस भेजा गया था।किंतु स्कूल प्रबंधकों की तरफ से लगातार पेरेंट्स को नोटिस भेज फ़ीस की डिमांड की जा रही है। जिसकी शिकायत ऑल स्कूल पेरेंट्स एसोसिएशन की राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवानी जैन,महासचिव सचिन सोनी ने 14 अप्रैल 2020 को जिला विद्यालय निरीक्षक से करते हुए उचित कार्यवाही की मांग की थी।जिसका संज्ञान लेते हुए जिला विद्यालय निरीक्षक ने स्कूल निदेशक/प्रिंसिपल को नोटिस भेज कर आदेशित किया है कि विद्यालय में अध्यनरत किसी भी छात्र/छात्राओं को फ़ीस के लिए बाध्य न करे, और 2 दिन के अंदर नोटिस का जवाब उनके कार्यालय में दें अन्यथा वह इसकी पूरी जानकारी जिलाधिकारी को देंगे और फिर जो भी कार्यवाही होगी उसके लिए स्कूल प्रबंधन स्वयं जिम्मेदार होगा।


न्याय सम्मेलन एवं विशाल पैदल मार्च का आयोजन

न्याय सम्मेलन एवं विशाल पैदल मार्च का आयोजन  भानु प्रताप उपाध्याय  मुजफ्फरनगर। जनपद के टाउन हॉल में मंगलवार को सामाजिक न्याय क्रांति मोर्चा ...