गुरुवार, 23 अप्रैल 2020

एशिया का सबसे अमीर आदमी 'मुकेश'

नई दिल्ली। रिलायंस इंडस्ट्रीज के मुखिया मुकेश अंबानी फिर से एशिया के सबसे अमीर आदमी बन गए है। फेसबुक और रिलायंस जियो के बीच हुई करीब 44 हजार करोड़ की डील के बाद अंबानी एशिया के सबसे रईस शख्स बन गए हैं। दुनियाभर के अरबपतियों की लिस्ट में अब  मुकेश अंबानी 16वें स्थान पर हैं, जबकि इंडेक्स में जैक मा 20वें स्थान पर हैं। अमेजन के सीईओ जेफ बेजोस अभी भी 14300 करोड़ डॉलर के साथ पहले नंबर पर हैं। बता दें कि फेसबुक के साथ 43,574 करोड़ रुपए की डील से मुकेश अंबानी एशिया के सबसे बड़े अमीर हो गए हैं। इस डील के बाद रिलायंस इंडस्ट्रीज के मुखिया मुकेश अंबानी की दौलत में बड़ा इजाफा हुआ है। उन्होंने जैकमा को इस मामले में पीछे कर दिया है। ब्लूमबर्ग बिलेनियर इंडेक्स के मुताबिक अंबानी की नेटवर्थ में एक दिन में 469 करोड़ डॉलर या करीब 34 हजार करोड़ का इजाफा हुआ है। मिली जानकारी के अनुसार मुकेश अंबानी के पास कुल 4920 करोड़ डॉलर यानी 3.71 लाख करोड़ की दौलत थी, वहीं एक दिन में उनकी दौलत में 469 करोड़ डॉलर यानी करीब 22975 करोड़ रुपए का इजाफा हुआ।
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वहीं, जैक मा के पास इस दौरान कुल 4600 करोड़ डॉलर यानी करीब 3.47 लाख करोड़ की दौलत थी। इस साल कोरोना वायरस के कारण मुकेश अंबानी की दौलत अबतक 937 करोड़ डॉलर यानी करीब 70744 करोड़ रुपए घट गई है। पिछले दिनों रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों में कोरोना संकट के चलते जमकर गिरावट आई थी और शेयर 900 रुपए के नीचे चला गया। वहीं जैक मा की बात करें तो उनकी दौलत में इस साल सिर्फ 4455 करोड़ रुपए कह कमी आई है। बता दें कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक ने बुधवार सुबह रिलायंस जियो में बड़ा निवेश का ऐलान किया कि कंपनी जियो में 5.7 बिलियन डॉलर (43,574 करोड़ रुपये) का निवेश करेगी। इस तरह फेसबुक रिलायंस जियो की 9.99 फीसदी हिस्सेदारी खरीद ली है।


अमेरिका पर हमला हुआ, सामना करें

वाशिंगटन डीसी। दुनिया भर में कोरोना वायरस का कहर जारी है। अमेरिका जैसे महाशक्ति शाली देश भी इस महामारी के आगे बेबस दिखाई दे रहा है। इसी बीच अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कोरोना वायरस को लेकर कहा है कि उनके देश पर हमला किया गया है। कोविड-19 के कारण देश में आए संकट से निपटने की कोशिश कर रहे अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि देश पर हमला हुआ था। अमेरिका में कोराना वायरस से 47,000 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है ओर 8,52,000 से अधिक लोग संक्रमित हुए हैं। ट्रम्प ने बुधवार को व्हाइट हाउस में दैनिक संवाददाता सम्मलेन में कहा, ‘‘ हम पर हमला हुआ। यह हमला था। यह कोई फ्लू नहीं था। कभी किसी ने ऐसा कुछ नहीं देखा, 1917 में ऐसा आखिरी बार हुआ था। राष्‍ट्रपति ने कहा कि उनका प्रशासन वैश्विक महामारी से प्रत्यक्ष रूप से प्रभावित हुए लोगों और उद्योगों की मदद के लिए सामने आया है। उन्होंने कहा हमारे पास कोई विकल्प नहीं है। क्या है? मुझे हमेशा हर चीज की चिंता रहती है। हमें इस समस्या से पार पाना ही होगा। उन्होंने कहा, ‘विश्व के इतिहास में हमारी अर्थव्यवस्था सबसे बड़ी रही है। चीन से बेहतर, किसी भी अन्य देश से बेहतर।


उन्होंने कहा हमने पिछले तीन साल में इसे खड़ा किया और फिर अचानक एक दिन उन्होंने कहा कि तुम्हें इसे बंद करना होगा। अब, हम इसे दोबारा खोल रहे है और हम बेहद मजबूत होगें लेकिन दोबारा खोलने के लिए आपको उस पर कुछ धन लगाना होगा। उन्होंने कहा हमनें अपनी एयरलाइन्स बचा लीं। हमनें कई कम्पनियां बचा लीं, जो बड़ी कम्पनियां हैं और दो महीने पहले उनका बेहतरीन साल चल रहा था और फिर अचानक से बाजार से बाहर हो गईं। ट्रंप ने कहा कि देश में नए मामलों में लगातार गिरावट आ रही है। उन्होंने कहा हाल ही में सबसे प्रभावित इलाके बनकर उभरे स्थान अब स्थिर हैं। वे सही दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। बॉस्टन इलाके में मामलों में गिरावट आई है। शिकागों में मामले स्थिर बने है। डेट्रायट में सबसे खराब समय निकल गया है। उन्होंने कहा यह दिखाता है कि वायरस से निपटने की अक्रामक रणनीति रंग ला रही है और कई राज्य धीरे-धीरे दोबारा खुलने की स्थिति में होंगें।


पोस्टमार्टम छोड़ भाग गये चिकित्सक

अलीगढ । 25 वर्षीय युवक की निजी अस्पताल में मौत के बाद बुधवार को शव का पोस्टमार्टम शुरू किया गया तो चिकित्सकों को उसमें कोरोना के लक्षण दिखायी दिये। कोरोना के खौफ से चिकित्सक व अन्य स्टाफ ने पोस्टमार्टम बीच में ही छोड़ दिया और वहां से भाग खड़े हुए। मामले की जानकारी पुलिस व स्वास्थ्य महकमें को दी गई। जिसके बाद शव का सैंपल लेकर कोरोना जांच के लिए भेजा गया। अब जांच रिपोर्ट आने के बाद ही आगे कोई निर्णय लिया जाएगा। शव को डीफ फ्रिजर में रखा गया है। मृतक में कोरोना की पुष्टि हुई तो उसको कोरोना नियम के अनुसार ही शव परिजनों को सुपुर्द किया जाएगा।


पुलिस के अनुसार हाथरस के कस्बा सिकंदराराऊ के गांव गत्री शाहपुर निवासी किशनवीर (25) पुत्र तेजपाल फरीदाबाद की एक निजी कंपनी में नौकरी करता है। कुछ दिन पूर्व उसकी तबियत खराब हुई तो अलीगढ़ के गंगीरी स्थित गांव बढ़ारी में अपने ननिहाल आ गया। परिवार के लोगों ने उसे निजी अस्पताल में भर्ती करा दिया। भर्ती होने के बाद तबियत ज्यादा बिगड़ गई और 20 अप्रैल की रात्रि में उसने दम तोड़ दिया। युवक की मौत होने के बाद अस्पताल प्रबंधन की ओर से मामले की जानकारी पुलिस को दे दी गई। पुलिस को मामला संदिग्ध लगा तो शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। बुधवार को पोस्टमार्टम हाउस में युवक का पीएम करने के लिए चिकित्सकों की टीम पहुंची। पोस्टमार्टम शुरू कर दिया गया था। कुछ ही समय हुआ था कि चिकित्सकों ने देखा कि युवक की मौत कोरोना के लक्षण के चलते हुई है। ऐसे में चिकित्सकों ने अपना बचाव करते हुए पीएम बीच में ही छोड़ दिया और उच्चाधिकारियों को अवगत कराते हुए वहां से भाग खड़े हुए। युवक की मौत फेफडे में अचानक उत्पन्न हुई समस्या के कारण होना बतायी जा रही है।


बिहार में 4 नए मरीज, आंकड़ा 147

अजयदीप चौहान


पटना।  इस वक्त एक बड़ी खबर सामने आ रही है पटना से जहां 4 नए मामले की पुष्टि हुई है। मुंगेर से ये सभी मामले पॉजिटिव सामने आये हैं। स्वास्थ्य विभाग की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक 3 महिलाएं शामिल हैं। जिनकी उम्र 68,61 और 60 साल बताई जा रही है। एक पुरुष भी कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। जिनकी उम्र 30 साल बताई जा रही है।


बिहार स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक ये सभी मरीज मुंगेर जिले के सदर बाजार इलाके के रहने वाले हैं। जो जलमालपुर के मरीज के संपर्क में आने से संक्रमित हुए हैं। बिहार में एक हफ्ते के अंदर हालात काफी तेजी से बदले हैं। एक हफ्ते में 71 मरीज सामने आये थे। लेकिन आज का नया मामला सामने आने के बाद यह आंकड़ा 75 हो गया है। यानी कि बिहार में कुल 147 मरीज सामने आ चुके हैं। स्वास्थ्य विभाग की ओर से आज सुबह जारी ताजा आंकड़े के मुताबिक बिहार में 2 लोगों की मौत हुई है, जबकि 42 लोगों ने कोरोना को हराकर एक नई जिंदगी हासिल की है। 


पश्चिम बंगाल में कोविड-19 के 32 नये मामले सामने आने के साथ ही राज्य में इस महामारी के सक्रिय मामले बढ़कर 300 हो गये। मुख्य सचिव राजीव सिन्हा ने आज यह जानकारी दी। दिल्ली में कोरोना के कुल मरीजों की संख्या 2248 हो गई है। पिछले चौबीस घंटों में 92 नए मामले सामने आए हैं। पिछले चौबीस घंटों में 113 लोग कोरोना से ठीक भी हुए हैं। अब तक कुल 724 लोग ठीक हुए हैं। पिछले 24 घंटों में एक मौत हुई है, मौत का कुल आंकड़ा 48 है। केरल में 11 और मरीजों में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि के साथ ही आज प्रदेश में कोविड-19 के मरीजों की संख्या बढ़ कर 437 हो गयी है। कोझीकोड़ मेडिकल कालेज के दो हाउस सर्जनों के संक्रमित होने की पुष्टि हुयी है। 


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कहा कि कोविड-19 महामारी के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे स्वास्थ्य कर्मियों की सुरक्षा के साथ कोई समझौता नहीं किया जायेगा। उन्होंने कहा कि सरकार की इसी प्रतिबद्धता को ध्यान में रखते हुए केंद्रीय मंत्रिमंडल ने एक अध्यादेश को मंजूरी दी है।


सरकार की तैयारियों पर उठे सवाल

नई दिल्ली। कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने एक बार पीपीई किट की कमी और खराब गुणवत्ता का सवाल उठाया है। कांग्रेस वर्किंग कमेटी (सीडब्लूसी) की बैठक में सोनिया गांधी ने पीपीई किट की खराब क्वालिटी पर चिंता जाहिर की और साथ ही कहा कि देश में कोरोना टेस्टिंग अभी बहुत कम संख्या में हो रही है, यह काफी चिंता की बात है।


किसानों का मसला उठाते हुए सोनिया गांधी ने कहा कि लॉकडाउन की वजह से देश के कारण सबसे अधिक परेशान हैं। कमजोर और अस्पष्ट खरीद नीतियों के अलावा सप्लाई चैन में आ रही दिक्कतों ने किसानों को बेहाल कर दिया है। उनकी समस्याओं का जल्द से जल्द निपटारा किया जाना चाहिए। खरीफ फसल के लिए भी किसानों को सुविधाएं मिले।


राहुल गाँधी ने कहा- तीन हफ्ते पहले हमारी मुलाकात के बाद से, महामारी ने अशांति बढ़ाई है – दोनों प्रसार और गति में। लॉकडाउन जारी है और हमारे समाज के सभी वर्गों को तीव्र कठिनाई और संकट का सामना करना पड़ रहा है – विशेष रूप से हमारे किसान और खेत मज़दूर, प्रवासी श्रमिक, निर्माण श्रमिक और असंगठित क्षेत्र के श्रमिक। व्यापार, वाणिज्य और उद्योग एक आभासी पड़ाव पर आ गए हैं और करोड़ों जीविकाएँ नष्ट हो गई हैं। 3 मई के बाद की स्थिति को कैसे प्रबंधित किया जाएगा, इस बारे में केंद्र सरकार को स्पष्ट जानकारी नहीं है। उस तिथि के बाद वर्तमान प्रकृति का एक लॉकडाउन और भी विनाशकारी होगा। 23 मार्च को तालाबंदी शुरू होने के बाद से, मेरे पास, जैसा कि आप सभी जानते हैं, प्रधानमंत्री को कई बार लिखा गया है। मैंने अपने रचनात्मक सहयोग की पेशकश की और ग्रामीण और शहरी दोनों परिवारों की पीड़ा को कम करने के लिए कई सुझाव भी दिए। ये सुझाव हमारे मुख्यमंत्रियों सहित विभिन्न स्रोतों से प्राप्त फीडबैक के आधार पर तैयार किए गए थे। दुर्भाग्य से, उन पर केवल आंशिक और बुरी तरह से कार्रवाई की गई है। केंद्र सरकार की ओर से आने वाली करुणा, बड़े दिल और अलौकिकता उसकी अनुपस्थिति से विशिष्ट है। हमारा ध्यान स्वास्थ्य, खाद्य सुरक्षा और आजीविका के मुद्दों से सफलतापूर्वक जुड़ने पर होना चाहिए।


हमने प्रधानमंत्री से बार-बार आग्रह किया है कि परीक्षण, ट्रेस और संगरोध कार्यक्रम का कोई विकल्प नहीं है। दुर्भाग्य से, परीक्षण अभी भी कम है और परीक्षण किट अभी भी कम आपूर्ति और खराब गुणवत्ता की हैं। पीपीई किट हमारे डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों को प्रदान की जा रही हैं लेकिन संख्या और गुणवत्ता खराब है। राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत खाद्यान्न का प्रवेश अभी तक लाभार्थियों तक नहीं पहुंचा है। 11 करोड़ लोग जिन्हें सब्सिडी वाले खाद्यान्न की जरूरत है, वे सार्वजनिक वितरण प्रणाली के बाहर हैं। इस संकट की घड़ी में परिवार के प्रत्येक व्यक्ति को 10 किलोग्राम अनाज, 1 किलो दाल और आधा किलोग्राम चीनी हर महीने उपलब्ध कराना हमारी प्रतिबद्धता होनी चाहिए। तालाबंदी के पहले चरण में 12 करोड़ नौकरियां चली गईं। बेरोजगारी और बढ़ने की संभावना है क्योंकि आर्थिक गतिविधि एक ठहराव पर बनी हुई है। इस संकट से निपटने के लिए प्रत्येक परिवार को कम से कम 7,500 रुपये प्रदान करना अनिवार्य है।


प्रवासी मजदूर अब भी फंसे हुए हैं, बेरोजगार हैं और घर लौटने को बेताब हैं। उन्हें सबसे कठिन मारा गया है। संकट के इस दौर से बचे रहने के लिए उन्हें खाद्य सुरक्षा और वित्तीय सुरक्षा का जाल उपलब्ध कराया जाना चाहिए। किसानों को भी गंभीर कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। कमजोर और अस्पष्ट खरीद नीतियों और बाधित आपूर्ति श्रृंखलाओं के मुद्दों को बिना देरी के संबोधित करने की आवश्यकता है। आगामी 2 महीनों में शुरू होने वाली खरीफ फसलों के अगले दौर के लिए किसानों को आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जानी चाहिए। आज लगभग 11 करोड़ कर्मियों को नियुक्त करते हैं। वे जीडीपी का एक तिहाई हिस्सा बनाते हैं। यदि उन्हें आर्थिक बर्बादी से बचाना है, तो यह जरूरी है कि उनके जीवित रहने के लिए विशेष पैकेज की घोषणा की जाए। दोस्तों, राज्य और स्थानीय सरकारें COVID-19 के खिलाफ लड़ाई की अग्रिम पंक्ति हैं। हमारे राज्यों को वैध रूप से दिए गए फंड को वापस आयोजित किया गया है। मुझे यकीन है कि हमारे मुख्यमंत्री हमें उन कठिनाइयों के बारे में बताएंगे जो वे सामना कर रहे हैं।


मुझे भी आपके साथ कुछ ऐसा साझा करना चाहिए जो हममें से प्रत्येक भारतीय को चिंतित करे। जब हमें कोरोना वायरस से एकजुट रूप से निपटना चाहिए, तो भाजपा सांप्रदायिक पूर्वाग्रह और घृणा के वायरस को फैलाना जारी रखती है। हमारे सामाजिक समरसता के लिए गंभीर क्षति हो रही है। हमारी पार्टी, हमें उस क्षति की मरम्मत के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी। कुछ सफलता की कहानियाँ हैं और हमें उनकी सराहना करनी चाहिए। सबसे अधिक हमें प्रत्येक व्यक्तिगत भारतीय को COVID-19 महामारी के खिलाफ लड़ाई का नेतृत्व करना चाहिए, जो पर्याप्त व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरणों की अनुपस्थिति के बावजूद होता है। डॉक्टर, नर्स, पैरामेडिक्स, स्वास्थ्य कार्यकर्ता, स्वच्छता कार्यकर्ता और अन्य सभी आवश्यक सेवा प्रदाता, एनजीओ और लाखों नागरिक पूरे भारत में सबसे अधिक जरूरतमंदों को राहत प्रदान करते हैं। उनका समर्पण और दृढ़ संकल्प वास्तव में हम सभी को प्रेरित करता है। मुझे न केवल कांग्रेस राज्य सरकारों बल्कि देशभर में हमारी पार्टी के कार्यकर्ताओं और स्वयंसेवकों के अथक और अथक प्रयासों को भी स्वीकार करना चाहिए। मैं एक बार फिर सरकार के प्रति अपने रचनात्मक समर्थन को बढ़ाने के लिए हमारी पार्टी की प्रतिबद्धता को दोहराता हूं।


प्रधानों के बाद मुख्यमंत्रियों से बात करेंगे

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बातचीत करने से पहले 24 अप्रैल यानी कल वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये देश के सभी सरपंचों से सीधा संवाद करेंगे। पीएम मोदी ने खुद इस बात की जानकारी देते हुए बताया कि 24 अप्रैल को राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस के मौके पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मैं देशभर के सरपंचों के साथ संवाद करूंगा। मुझे इस बातचीत की प्रतीक्षा रहेगी। इस बारे में पंचायती राज मंत्रालय ने भी विज्ञप्ति जारी कर इस बात की जानकारी दी है। जानकारी के मुताबिक पीएम मोदी ई-ग्राम स्वराज पोर्टल और मोबाइल ऐप का शुभारंभ भी करेंगे। गौरतलब है कि 24 अप्रैल को हर वर्ष राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस के रूप में मनाया जाता है।


दरअसल, ई-ग्राम स्वराज पोर्टल पंचायती राज मंत्रालय की अनूठी पहल है। जिससे ग्राम पंचायतों को ग्राम पंचायत की विकास योजना तैयार करने और उसे लागू करने के लिए प्लेटफार्म मिलेगा। मोदी कोरोना के प्रभाव और लॉकडाउन को लेकर भी देश के सरपंचों से रायशुमारी कर सकते हैं और उनसे फीडबैक ले सकते हैं। जिसका इस्तेमाल वो कोरोना से लड़ाई में करेंगे।


तेजी के साथ बंद हुआ शेयर बाजार

नई दिल्ली। सप्ताह के चौथे कारोबारी दिन यानी गुरुवार को फिर से शेयर बाजार सपाट स्तर पर खुला। आज बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स की शुरुआत 59.12 अंक यानी 0.19 फीसदी की गिरावट के साथ 31320.43 के स्तर पर हुई। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 13.05 अंक यानी 0.14 फीसदी की बढ़त के साथ 9200.35 के स्तर पर खुला। घरेलू शेयर बाजार हरे निशान पर पहुंच गया। सेंसेक्स 200.97 अंक (0.64 फीसदी) बढ़कर 31580.52 के स्तर पर है। वहीं निफ्टी 76.30 अंक (0.83 फीसदी) की तेजी के बाद 9263.60 के स्तर पर कारोबार कर रहा है।


दिग्गज शेयरों की बात करें तो आज वेदांता लिमिटेड, ओएनजीसी, जी लिमिटेड, ओएनजीसी, इंफ्राटेल, आईसीआईसीआई बैंक, टाटा स्टील और सिप्ला हरे निशान पर खुले। वहीं श्री सीमेंट, एम एंड एम, बजाज फिन्सर्व, एसबीआई, रिलायंस, बजाज ऑटो, इंफ्राटेल, डॉक्टर रेड्डी और मारुति लाल निशान पर खुले। दिनभर के उतार-चढ़ाव के बाद बुधवार को फेसबुक-जियो डील से घरेलू शेयर बाजार हरे निशान पर बंद हुआ। सेंसेक्स 742.84 अंक यानी 2.42 फीसदी की बढ़त के साथ 31379.55 के स्तर पर बंद हुआ था। वहीं निफ्टी 205.85 अंक यानी 2.29 फीसदी की तेजी के साथ 9187.30 के स्तर पर बंद हुआ था।


पूर्व पीएम सिंह को इमरजेंसी विभाग में भर्ती कराया

पूर्व पीएम सिंह को इमरजेंसी विभाग में भर्ती कराया  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को बृहस्पतिवार को ...