गुरुवार, 23 अप्रैल 2020

तेजी के साथ बंद हुआ शेयर बाजार

नई दिल्ली। सप्ताह के चौथे कारोबारी दिन यानी गुरुवार को फिर से शेयर बाजार सपाट स्तर पर खुला। आज बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स की शुरुआत 59.12 अंक यानी 0.19 फीसदी की गिरावट के साथ 31320.43 के स्तर पर हुई। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 13.05 अंक यानी 0.14 फीसदी की बढ़त के साथ 9200.35 के स्तर पर खुला। घरेलू शेयर बाजार हरे निशान पर पहुंच गया। सेंसेक्स 200.97 अंक (0.64 फीसदी) बढ़कर 31580.52 के स्तर पर है। वहीं निफ्टी 76.30 अंक (0.83 फीसदी) की तेजी के बाद 9263.60 के स्तर पर कारोबार कर रहा है।


दिग्गज शेयरों की बात करें तो आज वेदांता लिमिटेड, ओएनजीसी, जी लिमिटेड, ओएनजीसी, इंफ्राटेल, आईसीआईसीआई बैंक, टाटा स्टील और सिप्ला हरे निशान पर खुले। वहीं श्री सीमेंट, एम एंड एम, बजाज फिन्सर्व, एसबीआई, रिलायंस, बजाज ऑटो, इंफ्राटेल, डॉक्टर रेड्डी और मारुति लाल निशान पर खुले। दिनभर के उतार-चढ़ाव के बाद बुधवार को फेसबुक-जियो डील से घरेलू शेयर बाजार हरे निशान पर बंद हुआ। सेंसेक्स 742.84 अंक यानी 2.42 फीसदी की बढ़त के साथ 31379.55 के स्तर पर बंद हुआ था। वहीं निफ्टी 205.85 अंक यानी 2.29 फीसदी की तेजी के साथ 9187.30 के स्तर पर बंद हुआ था।


सीएम भूपेश ने गृह मंत्री से की चर्चा

रायपुर। लॉक डाउन के कारण अन्य राज्यों में फंसे छत्तीसगढ़ के श्रमिकों और विद्यार्थियों की शीघ्र ही राज्य में वापसी होगी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस संबंध में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से दूरभाष पर चर्चा की और उन्हें श्रमिकों और विद्यार्थियों की समस्याओं से अवगत कराया। चर्चा के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को आश्वस्त किया है कि राज्य सरकार से इस आशय का विधिवत प्रस्ताव मिलने पर त्वरित निर्णय लिया जाएगा। मुख्यमंत्री के निर्देश पर मुख्य सचिव आरपी मंडल ने केंद्रीय गृह सचिव को इस संबंध में प्रस्ताव भेज दिया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें आशा है अन्य राज्यों में लॉक डाउन के कारण उपजी परिस्थितियों के कारण कठिनाई में रह रहे सभी छत्तीसगढ़ वसियों की शीघ्र सकुशल वापसी होगी।


जुर्माना एवं सजा, अध्यादेश पर मुहर

नई दिल्ली। कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे स्वास्थयकर्मियों, डॉक्टरों और चिकित्साकर्मियों पर हमला करने वालों को अब सात साल की जेल होगी। साथ ही 50 हजार से लेकर 5 लाख रुपए तक का जुर्माना भी लगाया जाएगा। बता दें कि डॉक्टरों, चिकित्साकर्मियों पर हमले के खिलाफ मोदी सरकार को अध्यादेश लेकर आई वो अब लागू हो गया है। इस पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने गुरुवार को महामारी रोग (संशोधन) अधिनियम, 2020 को लागू करने की मंजूरी दे दी है। इसके तहत अब स्वास्थ्यकर्मियों पर हमला करने वालों को सख्त सजा दी जा सकेगी।


यह अब गैर-जमानती अपराध बन गया है। महामारी रोग अधिनियम, 1897 में संशोधन करने वाले इस अध्यादेश में स्वास्थ्यकर्मियों को आई चोट और संपत्ति को नुकसान पहुंचाने या उसे नष्ट करने के लिए मुआवजे की व्यवस्था की गई है। इससे पहले बुधवार को केंद्रीय मंत्रिमंडल ने इस अध्यादेश को मंजूरी दी थी। इसमें स्वास्थ्यकर्मियों के खिलाफ हिंसा को संज्ञेय और गैर जमानती अपराध बनाया गया है। अध्यादेश में स्वास्थ्यकर्मियों के घायल होने, सम्पत्ति को नुकसान होने पर मुआवजे का भी प्रावधान किया गया है।


जमाती की सूचना पर 10000 का इनाम

नई दिल्ली। पूरा देश इस वक्त कोरोना वायरस के संकट में धंसते जा रहा है। इसी में देश के लिए दिल्ली में हुए तबलिगी जमात के मरकज़ ने आग में घी का काम किया। देश में कोरोना वायरस के पॉजीटिव में बड़ी संख्या इन जमातियों की ही है। वहीं इसके बाद भी जमाती जांच के लिए खुलकर सामने नहीं आ रहे है। यही कारण है कि अब पुलिस ने जमातियों का पता बताने वाले को 10 हजार रुपए का इनाम देने की घोषणा की है। ये फैसला उत्तर प्रदेश के कानपुर की पुलिस ने लिया है।


बता दें कि उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में कारोना के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। नए मरीजों में भी जमातियों की संख्या काफी अधिक आ रही है। यही कारण है कि इस इनाम की घोषणा की है। कानपुर पुलिस ने अपील की है कि लोग इसकी सूचना पुलिस कंट्रोल रूम के नंबर 112, 100, संबंधित थाने या एसपी दफ्तर के अलावा कोरेना हेल्पलाइन नंबर पर भी जमातियों के बारे में जानकारी दी जा सकती है। इसके अलावा पुलिस अधिकारियों के सीयूजी मोबाइल नंबर पर व्हाट्सएप मैसेज के जरिये सूचना दी जा सकती है।


गुजरात में 7 गुना मरीजों में वृद्धि

नई दिल्ली। देश में अब धीरे-धीरे कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। अब तक सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य महाराष्ट्र को कहा जा रहा था, लेकिन महाराष्ट्र के पड़ोसी राज्य गुजरात की भी हालत तेजी से खराब होती जा रही है। पिछले एक हफ्ते में गुजरात में कोरोना के मामले तेजी से बढ़े हैं। पिछले एक सप्ताह में राज्य में कोविड-19 पॉजिटिव मामले तीन गुना बढ़े हैं। 15 अप्रैल को राज्य में कोरोना पॉजिटिव 766 लोग थे जो 22 अप्रैल को बढ़कर 2407 हो गए। कोरोना की वजह से गुजरात में मरने वाले लोगों की संख्या भी करीब-करीब तीन गुना बढ़ी है। 15 अप्रैल तक राज्य में 36 लोगों की मौत हुई थी जो 22 अप्रैल को बढ़कर 103 हो गई। यानी एक सप्ताह के भीतर राज्य में कोरोना की वजह से 67 लोगों ने अपनी जान गंवाई।


इस समय कोरोना से मौत के मामले में गुजरात, महाराष्ट्र के बाद दूसरे स्थान पर है। महाराष्ट्र में कुल 270 लोगों की मौत हुई है, जो देश के किसी भी राज्य में सबसे ज्यादा है। महाराष्ट्र में अब तक कोरोना पॉजिटिव के 5649 मामले आए हैं। बुधवार को ही यहां 431 नए मामले आए। गुजरात में बुधवार को 229 नए मामले आए. इसके बाद राजस्थान में 153, उत्तर प्रदेश में 112, दिल्ली में 92, आंध्र प्रदेश में 56, मध्य प्रदेश में 35 और तमिलनाडु में 33 नए मामले सामने आए। बुधवार को पूरे देश में कोरोना के 1273 नए मामले सामने आए।


 


सितंबर तक वैक्सीन आने का दवा

नई दिल्ली। कोरोना वायरस दुनियाभर में विकराल रूप धारण करता जा रहा है और इस पर नियंत्रण के लिए वैक्सीन पर हर किसी की नजर है। दुनिया में कई शहरों और लैब में वैक्सीन के लिए लगातार रिसर्च जारी है। ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में ट्रायल शुरू होने जा रहा है। विश्व प्रसिद्ध वैक्ससीनोलॉजिस्ट और जेनर इंस्टीट्यूट के प्रोफेसर एड्रियन हिल का दावा है कि अगले 5 महीने में वैक्सीन तैयार हो जाएगी।


खास बातचीत में प्रोफसर एड्रियन हिल ने कहा कि इस समय दुनियाभर में कई जगहों पर वैक्सीन को लेकर ट्रायल चल रहा है और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में गुरुवार से ट्रायल शुरू होगा। उम्मीद है कि हमारा यह ट्रायल सुरक्षित रहेगा। हमारी कोशिश है कि इस वैक्सीन के जरिए लोगों को सुरक्षा प्रदान की जाए और उन्हें मुहैया कराया जाए। प्रोफेसर एड्रियन हिल ने दावा किया कि हमारी कोशिश है कि वैक्सीन का ट्रायल अगले कुछ महीने के अंदर पूरा कर लिया जाए। हमारा अगला लक्ष्य है कि अगले 5 महीनों में अगस्त-सितंबर तक यह वैक्सीन तैयार कर लिया जाए।


उन्होंने कहा कि वैक्सीन की खोज के बाद अगला सबसे बड़ा लक्ष्य होगा कि इसे काफी बड़ी संख्या में तैयार किया जाए जिससे बड़ी संख्या में लोगों को सुरक्षा प्रदान की जा सके।दावा किया जा रहा है कि सितंबर तक 1 मिलियन डोज तैयार कर लिए जाएंगे जबकि साल के अंत तक 100 मिलियन डोज तैयार कर लिया जाएगा। वैक्सीन ट्रायल को लेकर रिस्क की संभावना पर प्रोफेसर हिल ने कहा कि वैक्सीन के ट्रायल को लेकर कई तरह के रिस्क होते हैं। यह किसी भी तरह से सुरक्षित नहीं होता है। हमें अच्छा इम्युन रिस्पॉन्स चाहिए होता है. हालांकि उन्होंने कहा कि ऑक्सफोर्ड वैक्सीन का ट्रायल शुरू कर रहा है। अभी तक जो ट्रायल किया गया वो उत्साहवर्धक रहा है। अब तक जानवरों पर ट्रायल किया गया।


ट्रायल पर 190 करोड़ खर्च होगा


ब्रिटेन इंसानों के ऊपर कोरोना वायरस के खिलाफ तैयार की गई वैक्सीन का ट्रायल शुरू करने जा रहा है। इस वैक्सीन को ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी ने तैयार किया है और इसके लिए ब्रिटिश सरकार ने मंगलवार को 20 मिलियन पाउंड्स (189 करोड़ रुपये के करीब) खर्च करने की घोषणा की है। ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में 3 चरणों में 510 वालंटियर्स पर यह ट्रायल किया जाएगा। ब्रिटेन के हेल्थ सेक्रेटरी मैट हैनकॉक ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्रालय इस वैक्सीन तैयार करने के लिए हर तरह की कुर्बानी देने को तैयार है। अगले फेज की तैयारी के लिए ब्रिटिश सरकार इंपीरियल कॉलेज लंदन को वैक्सीन पर रिसर्च करने के लिए 22.5 मिलियन पाउंड (210 करोड़ से ज्यादा) देगी।


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