मंगलवार, 21 अप्रैल 2020

बिहार में 16 नए मरीज, आंकड़ा-113

बिहार में 16 नए कोरोना पॉजिटिवा मरीजों की पहचान होने से लोगो में दहशत


 राकेश सिंह


बिहार। 16 नए कोरोना पॉजिटिवा मरीजों की पहचान हुई। इसके साथ ही बिहार में कोरोना पीड़ितों का आंकड़ा बढ़कर 113 पर पहुंच गया है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से इसकी पुष्टि की गई है। सभी 16 कोरोना संक्रमित मरीज नालंदा के बिहारशरीफ में मिले। इनमेंसे 6 महिला और 10 पुरुष कोरोना पॉजिटिव पाए गए।


इसके साथ ही नालंदा में कोरोना पॉजिटिव की संख्या बढ़ कर 28 हुई। संजय कुमार की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक ये सभी मरीज नालंदा जिले के रहने वाले हैं। जिसमें 17, 21, 23, 26, 45 और 50 साल की 6 महिलाएं शामिल हैं। इसके आलावा 14, 16, 18, 18, 19, 22 और 50 साल के मरीज शामिल हैं। इसके अतिरिक्त 60 साल के 3 और मरीज इसी जिले के रहने वाले बताए जा रहे हैं।इससे पहले बीते 24 घंटे में 4 कोरोना के पेशेंट सामने आए थे। स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने बताया कि नालंदा से जिस महिला की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है वह महिला दुबई से लौटे कोरोना मरीज के संपर्क में आने से संक्रमित हुई है।


इससे पहले रविवार की देर रात 3 कोरोना मरीजों की पहचान की गई। ये मरीज मुंगेर जिले के जमालपुर के रहने वाले हैं। जिनकी उम्र 30 साल, 36 साल और 52 साल है। ये सभी मरीज कोरोना पॉजिटिव मरीज के संपर्क में आने से संक्रमित हुए हैं। श्री कुमार ने बताया कि नालंदा का यह एक पॉजिटिव मरीज अब तक 10 लोगों को संक्रमित कर चुका है। जिसमें नालंदा के बिहारशरीफ का एक डाक्टर भी शामिल है। इसी मरीज के कारण पटना में भी एक पॉजिटिव मरीज सामने आया है, जो इसका ससुर बताया जा रहा है। पटना सिटी में सुल्तानगंज थाना इलाके के मेवा लाल साव लेन में यह मरीज सामने आया था।


बिहार स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी ताजा आंकड़े के मुताबिक सूबे में 42 पॉजिटिव लोग अब तक कोरोना जैसी जानलेवा बीमारी को हराकर नए जीवन को हासिल किया है। सूबे में अभी फिलहाल 52 केस एक्टिव हैं। बिहार में अब तक 11339 कोरोना के संदिग्ध मरीजों की जांच की गई है। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक 2 लोगों की मौत अब तक कोरोना के कारण बिहार में हुई है। एक व्यक्ति की मौत इसी तीन दिन के अंदर ही हुआ है। राज्य में 302 क्वारंटाइन केंद्र बनाये गए हैं।


लोस अध्यक्ष की विस अध्यक्षों से वीसी

विधान सभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने छत्तीसगढ़ के कोटा में अध्ययनरत् छात्रों की वापसी के लिए पहल करने की अपील की
विधान सभा अध्यक्ष डॉ. चरण दास महंत भी विडियो कॉन्फ्रेसिंग में शामिल हुए तथा राज्य सरकार के कार्यों की सराहना की


मनोज सिंह ठाकुर
नई दिल्ली। लोकसभा अध्यक्ष एवं सभापति, अखिल भारतीय पीठासीन अधिकारी सम्मेलन श्री ओम बिरला ने आज पूर्वान्ह 11.00 बजे राज्य विधान मंडलो के पीठासीन अधिकारियों से कोरोना वायरस के संक्रमण तथा उससे बचाव एवं रोकथाम के लिए किए जाने वाले उपाय तथा लॉक डाऊन के दौरान विधायिका के क्रिया कलाप से संबंधित विभिन्न विषयों पर वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से चर्चा की। छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत अपने निवास कार्यालय स्पीकर हाऊस शंकर नगर से वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से इस चर्चा में शामिल हुए।
कोरोना संक्रमण से उत्पन्न स्थिति पर चर्चा करते हुए विधान सभा अध्यक्ष चरणदास महंत ने बताया कि-दिनांक 20 अप्रैल की स्थिति तक छत्तीसगढ़ में कुल 36 सेम्पल पॉजिटिव पाये गये और 25 मरीज ठीक होकर घर जा चुके हैं और फिलहाल केवल 11 कोरोना पॉजिटिव मरीज का एम्स, रायपुर में ईलाज चल रहा है।
विधान सभा अध्यक्ष चरणदास महंत ने लॉकडाउन के दौरान विधायिका के क्रियाकलाप विषय पर चर्चा करते हुए बताया कि- 16 मार्च से सदन में बजट पर सामान्य चर्चा प्रारंभ होनी थी लेकिन कोविड-19 महामारी के संभावित प्रभाव के देखते हुए विधान सभा की कार्यवाही 16 मार्च को ही 26 मार्च तक के लिये स्थगित कर दी गयी। दिनांक 26 मार्च को ही वर्ष 2020-21 का बजट बिना चर्चा के पारित कर उसी दिन सभा की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिये स्थगित कर दी गई। विधान सभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने कोटा जो कि लोकसभा अध्यक्ष का लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र है जहाँ आज भी छत्तीसगढ़ के हजारों छात्र अध्ययनरत् हैं, उनकी कुशल घर वापसी के प्रति चिंता व्यक्त की। चर्चा में लोकसभा अध्यक्ष श्री ओम बिरला ने आश्वस्त किया कि-कोटा उनका लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र है इसलिए वे उन सभी छात्रों के अभिभावक है और उन सभी छात्रों की जिम्मेदारी उनकी है।


उन्होंने कहा कि-जिन राज्यों से आपसी चर्चा के बाद छात्रों की वापसी हेतु सहमति बन रही है उन्हें वैसी सुविधा उपलब्ध कराते हुए छात्रों की कुशल घर वापसी हेतु वे कृत संकल्पित हैं। इस विषय पर जो भी सहयोग होगा वे उसके लिए वे सदैव तत्पर रहेंगे।
डॉ. महंत ने प्रदेश के जो मजदूर अभी अन्य राज्यों में फंसे है और अभी तक वापस नहीं लौटे हैं उनकी भी घर वापसी के लिए चिंता व्यक्त की। डॉ. महंत ने लोकसभा अध्यक्ष के साथ अपनी चर्चा में लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र कोरबा एवं जांजगीर चांपा जिले में अनाज बैंक प्रारंभ करने की योजना की जानकारी देते हुए इस पुनीत कार्य के लिए हर संभव मदद करने की अपील की।


बिना मास्क 558 पर मामला दर्ज किया

अम्बेडकरनगर। कोविड-19 के दौरान लॉक डाउन के दूसरे चरण में जहाँ पर कोरोना पास्टिव के मरीज़ नहीं मिले वहां पर 20 अप्रैल से थोड़ी छूट मिलने के बाद लोग आवश्यक कार्यों से घरों से निकलने लगे लेकिन ऐसे लोग सावधान हो जाएं क्योंकि बिना मास्क के निकले तो अब पुलिस डंडा तो नहीं मारेगी लेकिन आपके खिलाफ मुकदमा अवश्य दर्ज हो जाएगा। गत 24 घंटे में जनपद के विभिन्न थानों में 199 मुकदमा पंजीकृत हुआ जिसमें 558 लोगों को आरोपित किया गया है।
जी हाँ, अब आवश्यक आर्यों के लिए भी घर से बाहर निकलते समय मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया गया है। अगर आप घर के बाहर अपने दरवाजे ओर भी हैं तो मास्क (रुमाल, गमछा आदि) से अपना मुंह व नाक अवश्य ढक कर रखें अन्यथा स्थानीय पुलिस आपका फ़ोटो खींच कर आपके खिलाफ मुकदमा पंजीकृत करेंगे। फ़ोटो लेते समय पुलिस कर्मी आपका नाम व पता भी पूछेंगे तो कदापि गलत मत बताना अन्यथा गलत नाम बताने के आरोप में धोखाधड़ी का मुकदमा अलग से कायम हो सकता है।
जनपद अम्बेडकरनगर में पुलिस अधीक्षक आलोक प्रियदर्शी के निर्देशन पर अपर पुलिस अधीक्षक अवनीश कुमार मिश्र के नेतृत्व में लाक डाउन के अनुपालन हेतु चलाये जा रहे अभियान में जनपद के विभिन्न थाना क्षेत्रों मे कुल 199 अभियोग, 558 व्यक्ति नामजद व 08 अभियुक्त अज्ञात के विरूद्ध पंजीकृत किया गया।
थाना भीटी: लाकडाउन में अनुपालन न करने के कारण थाना क्षेत्र भीटी मे भादवि की विभिन्न धाराओ मे कुल 10 अभियोग 10 अभियुक्तों के विरूद्ध पंजीकृत किया गया।
 थाना टाण्डा: लाकडाउन में अनुपालन न करने के कारण थाना क्षेत्र टाण्डा मे भादवि की विभिन्न धाराओ मे कुल 04 अभियोग 17 अभियुक्तों के विरूद्ध पंजीकृत किया गया।
थाना अहिरौली: लाकडाउन में अनुपालन न करने के कारण थाना क्षेत्र अहिरौली मे भादवि की विभिन्न धाराओ मे कुल 09 अभियोग 11 अभियुक्तों के विरूद्ध पंजीकृत किया गया।
थाना जैतपुर: लाकडाउन में अनुपालन न करने के कारण थाना क्षेत्र जैतपुर मे भादवि की विभिन्न धाराओ मे कुल 15 अभियोग 60 अभियुक्तों के विरूद्ध पंजीकृत किया गया।
थाना मालीपुर: लाकडाउन में अनुपालन न करने के कारण थाना क्षेत्र मालीपुर मे भादवि की विभिन्न धाराओ मे कुल 12 अभियोग 21 अभियुक्तों के विरूद्ध पंजीकृत किया गया, जिनमे से 06 अभियुक्तो का 151 द0प्र0सं0 मे चलान किया गया।
थाना जलालपुर: लाकडाउन में अनुपालन न करने के कारण थाना क्षेत्र जलालपुर मे भादवि की विभिन्न धाराओ मे कुल 12 अभियोग 40 अभियुक्तों के विरूद्ध पंजीकृत किया गया।
थाना हंसवर: लाकडाउन में अनुपालन न करने के कारण थाना क्षेत्र हंसवर मे भादवि की विभिन्न धाराओ मे कुल 02 अभियोग 07 अभियुक्तों के विरूद्ध पंजीकृत किया गया।
कोतवालीअकबरपुर: लाकडाउन में अनुपालन न करने के कारण थाना क्षेत्र को0 अकबरपुर मे भादवि की विभिन्न धाराओ मे कुल 19 अभियोग 84 अभियुक्तों के विरूद्ध पंजीकृत किया गया।
थाना आलापुर: लाकडाउन में अनुपालन न करने के कारण थाना क्षेत्र आलापुर मे भादवि की विभिन्न धाराओ मे कुल 18 अभियोग 36 अभियुक्तों के विरूद्ध पंजीकृत किया गया।
थाना सम्मनपुर: लाकडाउन में अनुपालन न करने के कारण थाना क्षेत्र सम्मनपुर मे भादवि की विभिन्न धाराओ मे कुल 15 अभियोग 77 अभियुक्तों के विरूद्ध पंजीकृत किया गया।
थाना बसखारी: लाकडाउन में अनुपालन न करने के कारण थाना क्षेत्र बसखारी मे भादवि की विभिन्न धाराओ मे कुल 25 अभियोग 58 अभियुक्तों के विरूद्ध पंजीकृत किया गया।
थाना अलीगंज: लाकडाउन में अनुपालन न करने के कारण थाना क्षेत्र अलीगंज मे भादवि की विभिन्न धाराओ मे कुल 09 अभियोग 32 नामजद व 08 अज्ञात अभियुक्तों के विरूद्ध पंजीकृत किया गया।
थाना जहांगीरगंज: लाकडाउन में अनुपालन न करने के कारण थाना क्षेत्र जहांगीरगंज मे भादवि की विभिन्न धाराओ मे कुल 10 अभियोग 20 अभियुक्तों के विरूद्ध पंजीकृत किया गया।
थाना राजेसुल्तानपुर: लाकडाउन में अनुपालन न करने के कारण थाना क्षेत्र राजेसुल्तानपुर मे भादवि की विभिन्न धाराओ मे कुल 16 अभियोग 34 अभियुक्तों के विरूद्ध पंजीकृत किया गया।
थाना महरूआ: लाकडाउन में अनुपालन न करने के कारण थाना क्षेत्र महरूआ मे भादवि की विभिन्न धाराओ मे कुल 09 अभियोग 10 अभियुक्तों के विरूद्ध पंजीकृत किया गया।
थाना इब्राहिमपुर: लाकडाउन में अनुपालन न करने के कारण थाना क्षेत्र इब्राहिमपुर मे भादवि की विभिन्न धाराओ मे कुल 05 अभियोग 05 अभियुक्तों के विरूद्ध पंजीकृत किया गया।
थाना बेवाना: लाकडाउन में अनुपालन न करने के कारण थाना क्षेत्र बेवाना मे भादवि की विभिन्न धाराओ मे कुल 09 अभियोग 36 अभियुक्तों के विरूद्ध पंजीकृत किया गया।
इसके अतिरिक्त शांतिभंग की आशंका में धारा 151 सीआरपीसी की कार्यवाही की गई है।
थाना अहिरौली: अमर बहादुर पुत्र रामलवट, राम स्वरूप पुत्र हीराला, रामनाथ पुत्र माने, उत्तम पुत्र रामनयन, निवासी गण महमदपुर थाना अहिरौली
थाना जैतपुर:साकेत दूबे पुत्र ओमप्रकाष दूबे, शाह आलम पुत्र अलीरजा, मौसम पुत्र अलीरज, निवासीगण सरैया थाना जैतपुर,
थाना बेवाना: सुधीर सिंह पुत्र रविन्द्र कुमार सिंह, निवासी संगिया थाना बेवाना के खिलाफ कार्यवाही किया है।
बहरहाल घर की चौखट लांघते ही मास्क, रुमाल, गमछा आदि से मुंह नाक को ढक कर ही निकलें अन्यथा पुलिस आपका फ़ोटो खींचकर आपके खिलाफ मुकदमा पंजीकृत करेगी जिसका खामियाजा आपको बाद में भुगतना पड़ेगा।


चेन्नई से त्रिपुरा पहुंचा परिवार, क्वॉरेंटाइन

अगरतला। त्रिपुरा के गोमती जिले का एक परिवार, जो चेन्‍नई में लॉकडाउन की वजह से फंसा हुआ था, एम्‍बूलेंस में 3213 किलोमीटर का सफर तय कर अपने घर वापस लौट आया है। एक अधिकारी ने बताया कि चंचल मजूमदार अपनी पत्‍नी आशिमा के साथ रविवार शाम यहां पहुंचे और उन्‍हें एक क्‍वॉरन्‍टीन सेंटर में भेज दिया गया है। चंचल अपनी पत्‍नी का ऑपरेशन कराने के लिए चेन्‍नई गए थे।


चंचल ने बताया कि हम चेन्‍नई के अपोलो अस्‍पताल गए थे, जहां मेरी पत्‍नी का एक ऑपरेशन होना था। जिस दिन हमें अस्‍पताल से छुट्टी मिलनी थी उसी दिन लॉकडाउन की घोषणा हो गई और वहां ठहरना हमारे लिए बहुत अधिक महंगा था। इसके अलावा हमारी बेटी की शादी भी 8 मई को होनी है इसलिए हमनें एक एम्‍बूलेंस किराये पर की और अपने घर वापस लौट आए। मजूमदार ने बताया कि अपनी लंबी यात्रा के दौरान उन्‍होंने विभिन्‍न राज्‍यों तमिलनाडू, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, असम, मेघालय और त्रिपुरा की जांच चौकियों पर अस्‍पताल द्वारा प्रदान किए गए दस्‍तावेजों को दिखाया, जिससे उन्‍हें आगे जाने की इजाजत मिली।


मजूमदार ने बताया कि उन्‍होंने अस्‍पताल से ही एम्‍बूलेंस को किराए पर लिया था और इसमें त्रिपुरा का ही एक अन्‍य मरीज भी उनके साथ था। गोमती जिले के जिलाधिकारी तरुण कांती देबनाथ ने कहा कि इन सभी को उदयपुर में एक क्‍वॉरन्‍टीन सेंटर में तत्‍काल भेज दिया गया है। देबनाथ ने कहा कि ये लोग कई राज्‍यों और हाई रिस्‍क जोन को पार कर यहां आए हैं इसलिए हमनें इन्‍हें क्‍वारॅन्‍टीन सेंटर में रखा है। हमनें उन्‍हें उनकी बेटी और अन्‍य रिश्‍तेदारों से भी नहीं मिलने दिया है।


अभी तक त्रिपुरा में कोरोना वायरस संक्रमण के दो मरीज सामने आए हैं, जिसमें से एक इस बीमारी से पूरी तरह ठीक हो चुका है, जबकि दूसरे का अगरतला के एक अस्‍पताल में इलाज चल रहा है।


1 और इंस्पेक्टर को बनाया शिकार

इंदौर। मध्य प्रदेश के उज्जैन में पदस्थ थाना प्रभारी यशवंत पाल का कोरोना संक्रमण के चलते उपचार के दौरान मंगलवार को निधन हो गया। वे पिछले 12 दिनों से इंदौर के अस्पताल में उपचाररत थे। इससे दो दिन पहले भी इंदौर के एक थाना प्रभारी देवेंद्र कुमार चंद्रवंशी का निधन हुआ था। इंदौर के मुख्य स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी डॉ. प्रवीण जाड़िया ने मंगलवार को बताया कि यशवंत पाल की कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आई थी और उनका यहां इलाज चल रहा था। आज सुबह उनका निधन हो गया। बताया गया है कि पाल उज्जैन के नीलंगगा थाने में पदस्थ थे और वे अंबर कॉलोनी की व्यवस्था खुद संभाले हुए थे। यह क्षेत्र कंटेंटमेंट एरिया था क्योंकि यहां एक व्यक्ति की कोरोना के चलते मौत हुई थी। उसके बाद पाल की तबियत बिगड़ी और उसके बाद उन्हें इंदौर के अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उनका निधन हो गया। ज्ञात हो कि इससे पहले इंदौर के जूनी इंदौर थाने के प्रभारी देवेंद्र कुमार चंद्रवंशी की सोमवार की रात को मौत हुई थी। उन्हें भी कोरोना संक्रमण था, मगर बाद में रिपोर्ट निगेटिव आई थी।


मध्यप्रदेश में कोरोना मरीजों की संख्या 1491 पहुंच गई है। उज्जैन में कोरोना पॉजिटिव लोगों की संख्या 31 है, जिसमें 6 की मौत हो गई है। वहीं 5 लोग स्वस्थ्य होकर अपने घर लौट गए हैं। शहर में कोरोना हॉटस्पॉट को चिह्नित कर 14 कंटेनमेंट एरिया बनाया गया है। जहां पूरी तरह से सारी चीजें प्रतिबंधित हैं।


वैश्विक संकट को लेकर ट्रंप का बयान

वाशिंगटन डीसी। महामारी से जूझ रहे अमेरिका ने इमिग्रेशन को रोकने का फैसला लिया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार सुबह ये बड़ा ऐलान किया है। अमेरिका में अब अगले आदेश तक किसी भी बाहरी व्यक्ति को बसने की इजाजत नहीं दी जाएगी। डोनाल्ड ट्रंप ने इस बड़े फैसले का ऐलान अपने ट्विटर अकाउंट से किया। वायरस की वजह से खड़े हुए अर्थव्यवस्था पर संकट को देखते हुए डोनाल्ड ट्रंप ने ये फैसला लिया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ऐलान किया, ‘अदृश्य दुश्मन के हमले की वजह से जो स्थिति पैदा हुई है, उसमें हमें हमारे महान अमेरिकी नागरिकों की नौकरी को बचाकर रखना है। इसी को देखते हुए मैं एक ऑर्डर पर साइन कर रहा हूं, जो अमेरिका में बाहरी लोगों के बसने पर रोक लगा देगा’। साफ है कि अब अगले आदेश तक कोई भी विदेशी नागरिक अमेरिका का नागरिक नहीं बन पाएगा और ना ही इसके लिए अप्लाई कर पाएगा। दुनियाभर से लोग अमेरिका में नौकरी और बिजनेस के लिए जाते हैं, जो कि कुछ वक्त के बाद वहां पर ही सिटीजनशिप के लिए अप्लाई करते हैं। लैटिन अमेरिका, यूरोप से बड़ी संख्या में लोग अमेरिका जाते हैं। इसके अलावा भारत समेत अन्य एशियाई देशों से भी इनकी संख्या में बढ़ोतरी आई है, लेकिन डोनाल्ड ट्रंप ने अब किसी भी तरह के इमिग्रेशन पर रोक लगा दी है, हालांकि ये रोक अभी अस्थाई रूप से लगाई गई है।गौरतलब है कि वायरस के विकराल रूप की वजह से अमेरिका अब तक के सबसे बड़े संकट का सामना कर रहा है। पिछले करीब दो महीने में अमेरिका में 1 करोड़ से अधिक लोग अपनी नौकरी गंवा चुके हैं और बेरोजगार को मिलने वाली की सुविधाओं के लिए अप्लाई कर चुके हैं। इसके अलावा अमेरिकी बिजनेस पर भी बड़ा संकट आया है, यही कारण है कि डोनाल्ड ट्रंप ये फैसला लेने पर मजबूर हुए। बता दें कि इसी साल अमेरिका में राष्ट्रपति पद के चुनाव भी होने हैं, ऐसे में डोनाल्ड ट्रंप एक बार फिर अपने अमेरिका फर्स्ट के नारे को मजबूती देने की कोशिश में जुटे हैं।


 


कश्मीर इंटरनेट संबंधित तथ्य रखेः एससी

नई दिल्ली। उच्चतम न्यायालय ने कोरोना वायरस ‘कोविड 19′ महामारी को लेकर जारी राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के मद्देनजर जम्मू कश्मीर में 4जी इंटरनेट सेवा उपलब्ध कराने संबंधी याचिकाओं पर मंगलवार को केंद्र सरकार का पक्ष जानना चाहा।


न्यायमूर्ति एन. वी. रमन, न्यायमूर्ति आर सुभाष रेड्डी और न्यायमूर्ति बी आर गवई की पीठ ने तीन याचिकाओं की संयुक्त सुनवाई के दौरान केंद्र से अगले रविवार (26 अप्रैल) तक अपना विस्तृत पक्ष रखने को कहा। साथ ही मामले की सुनवाई के लिए 27 अप्रैल की तारीख मुकर्रर की।याचिकाकर्ताओं में फाउंडेशन फॉर मीडिया प्रोफेशनल्स, शोएब कुरैशी और जम्मू-कश्मीर प्राइवेट स्कूल्स एसोसिएशन शामिल हैं। सुनवाई की शुरुआत में न्यायमूर्ति रमन ने कहा कि संभवत: इस मामले पर जम्मू कश्मीर उच्च न्यायालय ने स्वत: संज्ञान लिया है और नोटिस भी जारी किया है।


इस पर वरिष्ठ अधिवक्ता हुजेफा अहमदी ने कहा कि उच्च न्यायालय ने केवल 4जी नेटवर्क को लेकर ही नहीं, बल्कि विभिन्न पहलुओं पर स्वत: संज्ञान लिया है, जबकि इन याचिकाओं में केवल 4जी इंटरनेट सेवा की उपलब्धता का जिक्र किया गया है। इसके बाद शीर्ष अदालत ने आगे की सुनवाई जारी रखी।


कौशाम्बी: डीएम द्वारा समिति की बैठक की गई

कौशाम्बी: डीएम द्वारा समिति की बैठक की गई  रामबाबू केसरवानी  कौशाम्बी। जिलाधिकारी मधुसूदन हुल्गी द्वारा उदयन सभागार में स्वच्छ भारत मिशन (ग्...