सोमवार, 20 अप्रैल 2020

मदद के लिए अफगान ने शुक्रिया कहा

काबुल। कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में मदद को लेकर अफगानिस्तान ने भारत को शुक्रिया कहा है। भारत ने दवा से लेकर गेहूं तक अफगानिस्तान भेजा है। अफगानिस्तान के धन्यवाद पर पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा है कि जैसे हम लंबे समय से एक साथ आतंकवाद के खिलाफ लड़ रहे हैं उसी तरह कोविड-19 के खिलाफ भी एक साथ जंग लड़ेंगे।अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने सोमवार को ट्वीट किया, 'अफगानिस्तान के लोगों के लिए 5 लाख हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन टैबलेट, 1 लाख पैरासिटामोल टैबलेट और 75 हजार मीट्रिक टन गेहूं के लिए मेरे दोस्त पीएम नरेंद्र मोदी और भारत का शुक्रिया। 5000 मीट्रिक टन गेहूं एक दो दिन में अफगानिस्तान पहुंच जाएगा।'


पीएम मोदी ने क्या कहा? पीएम नरेंद्र मोदी ने करीब एक घंटे बाद ही इसका जवाब देते हुए लिखा, 'भारत और अफगानिस्तान की दोस्ती स्पेशल है और यह इतिहास, भूगोल और सांस्कृतिक रिश्तों पर आधारित है। लंबे समय तक हम आतंकवाद के खिलाफ साथ लड़ते रहे हैं और अब इसी तरह कोविड-19 का मुकाबला करेंगे।' गौरतलब है कि अफगानिस्तान क्षेत्र में कोरोना वायरस से सर्वाधिक प्रभावित देशों में शामिल है, जहां संक्रमण के 82,000 से अधिक मामले हैं और 5 हजार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। भारत 55 से अधिक देशोंको कोरोना मरीजों के इलाज में कारगर साबित हो रही एंटी मेलेरिया दवा हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन का निर्यात कर चुका है। भारत ने श्रीलंका, बांग्लादेश, मालदीव जैसे पड़ोसी राज्यों के अलावा अमेरिका, ब्रिटेन आदि को भी दवा भेजी है। वर्षों से युद्धग्रस्त रहे अफगानिस्तान को भारत ने गेहूं भेजकर भी मदद की है। तालिबान और पाकिस्तान पोषित आतंकवाद से पीड़ित रहे अफगानिस्तान के पुनर्निर्माण में भारत ने अहम भूमिका निभाई है। कई मौकों पर भारत अफगानिस्तान की मुश्किलों में उसके साथ खड़ा रहा है। भारत और अफगानिस्तान दोनों ही पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद से पीड़ित रहे हैं।


वायरस पर नियंत्रण करने का दावा

तेहरान। ईरान ने देश में कोरोना वायरस संक्रमण के काबू कर लेने का दावा करते हुए। परिवहन के लिए राजमार्ग और मुख्य दुकानें खोल दी। गौरतलब है कि ईरान विश्व में कोरोना वायरस से सभसे अधिक प्रभावित देशों में से एक है। तेहरान के ऐतिहासिक ग्रैंड बाजार की दुकानों से ले कर आलीशान मॉलों को खोल दिया गया। वैसे सरकार ने इन्हें बंद करने का समय शाम छह बजे सीमित कर दिया है। फिलहाल रेस्तरां, जिम और कई अन्य स्थान बंद हैं।


टैक्सी ड्राइवर प्लास्टिक के पर्दे ग्राहकों की सीट से अपनी सीट अलग कर और मास्क पहनकर गाड़ियां चला रहे हैं। प्रशासन ने लॉकडाउन में प्रभावित हुई अर्थव्यवस्था का हवाला देते हुए अपने इस कदम की हिमायत की है। वहीं, देश में अब तक कोरोना वायरस से 5209 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि कुल 83,505 मरीज कोविड-19 से संक्रमित हैं और 59,273 रोगियों को इस वायरस से ठीक किया जा चुका है।


वायरसः निपटने की कार्य- योजना तैयार

केरल के सैकड़ों छात्र वुहान में विभिन्न प्रोफेशनल कोर्स में पढ़ाई करते थे और डर था कि वे घर लौटेंगे तो वायरस का प्रकोप भी साथ ला सकते हैं।


तिरुवंतपुरम। राज्य केरल में निपाह वायरस के प्रकोप के दौरान मोर्चा संभाल चुकीं, जिंदादिल स्वास्थ्य मंत्री को नॉवेल कोरोना वायरस के प्रकोप से निपटने की कार्य-योजना तैयार करनी थी। उसी दिन वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज के तीन छात्र अलप्पुझा, त्रिशूर और कासरगोड के अपने घर लौटे थे और घर में ही क्वारंटीन में थे। इनमें से एक भारत का पेशेंट जीरो (पहला मरीज) कहलाया तो राज्य पूरी तरह हरकत में आ गया। तिरुवनंतपुरम के सरकारी अस्पताल के परिसर में एक कंट्रोल रूम बनाया जा चुका था. संक्रमण का फैलाव रोकने के लिए राज्य का प्रशासन रणनीति तैयार कर चुका था मगर चिंता की वजह कोई एक तो थी नहीं। केरल देश के दूसर राज्यों के मुकाबले दुनिया से कुछ अलग तरह से जुड़ा हुआ है। यहां के आप्रवासियों की आबादी 25 लाख है और चार अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों से हर साल करीब 1.7 करोड़ यात्री आवाजाही करते हैं। प्रति वर्ग किलोमीटर 819 जनसंख्या घनत्व के साथ यह देश में आठवां सबसे अधिक आबादी घनत्व वाला राज्य है। लेकिन उसके पास दो ट्रंप कार्ड भी हैं—एक, विश्वस्तरीय स्वास्थ्य व्यवस्था और दूसरा, 2018 में घातक निपाह वायरस के प्रकोप पर काबू पाने का अनुभव।


पीड़ितों के धीरज ने जवाब दिया

जोहान्सबर्ग। पूरी दुनिया में कोरोना वायरस के कारण मरीजों और मौत के आंकड़ों में दिनोंदिन तेजी आ रही है, तो वहीं दूसरी तरफ लोगों की बेबसी, गरीबी और पेट की भूख उन्हें सड़कों पर उतरने को मजबूर कर रही है। ऐसी ही कहानी अफ्रीका महाद्वीप के अधिकतर देशों में देखने को मिल रही है जहां खाने की कमी को लेकर दंगे भड़क गए हैं और स्थिति को कंट्रोल करने के लिए अब सेना को तैनात किया जा रहा है।
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो केपटाउन में प्रदर्शन जारी है तो वहीं लेसोथो में सेना की तैनाती की जा रही है जबकि नाईजीरिया सरकार के शीर्ष स्टाफ की मौत हो गई है। लोग खाने के लिए पुलिस और अन्य लोगों पर हमला कर रहे हैं, दुकानों को लूट रहे हैं। खाने के लिए सड़कों पर बड़ी तादाद में लोग जुट रहे हैं। कई जगह दंगे और लोगों के बीच मारपीट की खबरें सामने आ गई हैं।


नाईजीरिया में हालात सामान्य होते नहीं दिख रहे हैं। पुलिस को रबर बुलेट और आंसू गैस का इस्तेमाल करना पड़ रहा है। बता दें कि अफ्रीका के 54 देशों में अभी तक कोरोना के 52 मौत के मामले सामने आए हैं जबकि 20 हजार के करीब लोग इसकी चपेट में हैं। उधर, दुनिया में 165,058 लोगों की कोरोना वायरस से मौत हो गई है और 24,06,905 लोग इससे संक्रमित हैं।


एक दिन में 399 लोगों की मौत

मेड्रिड। स्पेन में बीते 24 घंटों के दौरान कोविड-19 से कुल 399 लोगों की मौत हुई, जबकि इससे एक दिन पहले मरने वालों की संख्या 410 थी। सरकार ने सोमवार (20 अप्रैल) को यह जानकारी दी। ताजा आंकड़े यह भी दिखाते हैं कि स्पेन में कोरोना वायरस के संक्रमण के मामलों की संख्या करीब 200,210 तक हो गई है। इस वायरस की वजह से देश में 20,852 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है। अमेरिका और इटली के बाद कोविड-19 से सबसे ज्यादा मौत के मामले में स्पेन दुनिया में तीसरे नंबर पर है।


वहीं, समाज के हर तबके को प्रभावित करने वाले कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए लगाए गए प्रतिबंधों में कुछ देश की सरकारें छूट दे रही हैं जबकि अधिकतर देश धीरे-धीरे कदम उठा रहे हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का भी कहना है कि ऐसा कोई भी कदम धीरे-धीरे ही उठाया जाना चाहिए क्योंकि थोड़ी सी भी लापरवाही एक बढ़ी चूक साबित हो सकती हैं।


निर्दयी मां ने शिशु को सड़क पर फेंका

जन्म लेते ही नवजात को सड़क पर फेंका


कड़ा कोतवाली के सौराई बुजुर्ग गांव के बाहर मृत अवस्था मे लावारिस मिला नवजात शिशु


कौशाम्बी। वर्तमान में मानवीय संवेदनाये शून्य होती नजर आ रही है एक निर्दयी माँ 9 माह तक अपने पेट मे अपने बच्चे को पालती है और पैदा होते ही उसे मारने के लिए यहाँ-वहाँ  सड़को पर फेक देती है। इससे साफ जाहिर होता है कि मानवीय संवेदनाये लगभग शून्य होती नजर आ रही है ऐसा ही एक ताजा मामला कोतवाली कड़ा धाम क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम सौरई बुजुर्ग गांव का है। जहाँ नवजात की लाश सड़क किनारे मिली है। जानकारी जे मुताबिक सौराई बुजुर्ग गांव के टुल्लू की आड़ार हनुमान मंदिर के पास का मामला सामने आया है। जहाँ रोड के समीप एक अज्ञात मृत नवजात शिशु लावारिश अवस्था मे पड़ा मिला वही जब सुबह स्थानीय लोगो को मामले की भनक पड़ी तो देखने के लिए मौके पर ग्रामीणों की भीड़ उमड़ पड़ी वही इसकी जानकारी कड़ा धाम कोतवाली पुलिस को मिली तो पुलिस ने नवजात के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।


ज्ञानू सोनी


हत्याओं को मजहबी रंग ना देंः उद्धव

मुंबई/पालघर। महाराष्ट्र के पालघर में दो साधुओं की पीट-पीटकर हत्या मामले में महाराष्ट्र सीएम उद्धव ठाकरे का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि गलतफहमी में साधुओं पर हमला हुआ। इस घटना को मजहबी रंग देने की कोशिश न करें। उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले पर मेरी गृहमंत्री अमित शाह से बातचीत हुई है। ठाकरे ने आश्वासन दिया है कि दोषियों को बख्सा नहीं जाएगा।


मुख्यमंत्री ने कहा कि मामले को मजहबी रंग देने की कोशिश न करें। हम दोषियों को नहीं छोड़ेंगे। कुछ लोग इसे हिंदू-मुस्लिम रूप देना चाहते हैं। ये मजहब की बात नहीं है। 2 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है


'पीएम' ने देश को रेल परियोजनाओं की सौगात दी

'पीएम' ने देश को रेल परियोजनाओं की सौगात दी  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को रेल परियोजनाओं की सौगात...