रविवार, 19 अप्रैल 2020

23 किमी पैदल चली घायल वृद्ध महिला

लॉकडाउन में अस्पताल-पुलिस ने नहीं की मदद 23 किमी पैदल चली वृद्ध घायल महिला


दिसपुर। कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए पूरे देश में लॉकडाउन जारी है लेकिन इस दौरान लोगों को काफी दिक्कतों का भी सामना करना पड़ रहा है। असम में 75 साल की घायल वृद्ध महिला को अस्पताल और पुलिस से मदद नहीं मिलने की वजह से मजबूरी में 23 किलोमीटर पैदल चलना पड़ा।


घटना असम के जोरहाट की है, जहां 75 वर्षीय कदमी गोगोई और उनकी बहू शिवसागर जिले के मेडिकल कॉलेज अस्पताल से अपने घर तक पैदल जाने के लिए मजबूर हो गईं क्योंकि किसी ने उनकी मदद नहीं की।


करतारपुर गुरुद्वारा के 4 गुबंद क्षतिग्रस्त

पाकिस्तान स्थित सिख धर्म के पवित्र स्थल करतारपुर साहिब गुरुद्वारे केचार गुंबद तेज आंधी में क्षतिग्रस्त हो गए। गुरुनानक देव जी के 550वें जन्मोत्सव पर करतारपुर गलियारा खोला गया था।


इस्लामाबाद। छह माह पहले गलियारा खुलने के वक्त आठ नए गुंबद पाकिस्तान सरकार ने स्थापित करवाए थे। शुक्रवार देर रात तेज आंधी में इनमें से चार गुंबद गिर गए। दो गुंबद म्यूजियम की तरफ जबकि एक दर्शन ड्येढ़ी और एक देवनिस्थान की तरफ थे। इस घटना के बाद सिख समुदाय के लोगों ने इस गुंबद के गिरने पर अफसोस जताया है। आरोप लग रहे हैं कि गुंबद फाइबर का था, जिसके कारण तेज आंधी में यह गिर गया।उधर, शनिवार देर शाम पाकिस्तान के कैबिनेट मंत्री चौधरी फवाद हुसैन ने अमृतसर के पत्रकार रविंदर सिंह के ट्वीट पर अपनी बात रखते हुए कहा कि मंत्री नूर उल हक को इस मामले की जांच केआदेश दे दिए गए हैं।


सब्जियों की कमी की सलाह, समीक्षा

ईटानगर। देश में चल रहे लॉकडाउन के बीच राज्य कृषि विभाग ने बाजारों में सब्जियों की कमी से निपटने के लिए सभी जिलों के उपायुक्तों को कृषि उत्पादन विपणन समिति ऐपीएमसी कामकाज की समीक्षा करने की सलाह दी है।
उपायुक्तों को लिखे पत्र में कृषि सचिव बिडोल तायेंग ने कहा कि असम से सब्जियों का आयात या तो रोक दिया गया है या परिवहन की कमी के कारण आ नहीं पा रहा है। इसके कारण राज्य में सब्जियों की कमी हो रही है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों से सब्जियां कस्बों के बाजार में आने के कारण अधिकतर जिलों में स्थिति अभी ठीक है लेकिन राजधानी में स्थिति बिगड़ रही है।


कहीं-कहीं ओलावृष्टि के साथ भारी बारिश

देहरादून। उत्तराखंड में मौसम शनिवार को भी बदला रहा। सुबह से ही पहाड़ों से लेकर मैदान तक बादलों के बीच धूप की आंख-मिचौनी चलती रही। दोपहर बाद गरज वाले बादल विकसित हुए और पहाड़ी इलाकों में कहीं-कहीं ओलावृष्टि के साथ बारिश हुई। जबकि, मैदानों में तेज हवाओं के साथ बौछार पड़ीं। वहीं, चारधाम समेत उच्च हिमालयी क्षेत्रों में देर शाम हिमपात हुआ।


मौसम के बिगड़े तेवर से तापमान में भी दो से तीन डिग्री तक की गिरावट दर्ज की गई। मौसम विभाग के मुताबिक रविवार को प्रदेश में मौसम साफ रहने से लेकर आंशिक रूप से बादल छाये रह सकते हैं। शनिवार को कुमाऊं के नैनीताल और ऊधमसिंह नगर के मैदानी क्षेत्रों में बादल घिरे रहे, लेकिन हल्की बूंदाबांदी के बाद मौसम साफ हो गया।पिथौरागढ़ की ऊंची चोटियों पंचाचूली, छिपलाकेदार, राजरंभा, नंदा देवी आदि में हिमपात हुआ। बागेश्वर जिले में भी तेज हवाओं के साथ बौछार पड़ीं। नैनीताल में ओलावृष्टि के साथ तेज बारिश हुई। इधर, चारधाम में भी हल्की धूप खिलने के बाद बादलों का डेरा रहा और हल्की बर्फबारी हुई। राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार मौसम के करवट लेने से अधिकतम और न्यूनतम तापमान में मामूली गिरावट आई है।


झारखंडः संक्रमित 38, 2 लोगों की मौत

कोरोना वायरसः झारखंड में कोरोना के 4 नए मामले, कुल 38 संक्रमितों में दो की मौत


रांची। झारखंड में कोरोना वायरस का मामला बढ़ता ही जा रहा है। रविवार को राज्‍य में कोरोना वायरस के 4 नए मामले सामने आए। रविवार को दोपहर तक 93 टेस्‍ट किए गए। इसमें 89 निगेटिव और चार पॉजिटिव पाए गए। इस तरह से झारखंड में कोरोना से संक्रमित मरीजों की संख्‍या 38 हो गई है। मिल रही जानकारी के अनुसार एक मामला रांची के हिंदपीढ़ी, एक मेन राेड, एक रांची के बेडो प्रखंड और एक सिमडेगा का है। बता दें कि रांची का हिंदपीढ़ी इलाका कोरोना मरीजों का हब बनता जा रहा है। अधिकतर मामले यहीं से सामने आ रहे हैं।


रविवार को सामने आए कोरोना के चार नए मरीजों में एक 42 वर्षीय शख्स रांची के हैदरी अपार्टमेंट पंजाब स्वीट हाउस, मेन रोड के पीछे रहता है। वहीं 17 वर्षीय युवक खैरिया टोली सिमडेगा का है। तीसरा कोरोना पॉजिटिव 24 वर्षीय युवक हिंदपीढ़ी तथा 58 वर्षीय बुजुर्ग बेड़ो का रहनेवाला है। बेड़ो बुजुर्ग कोरोना मरीज तब्‍लीगी जमात से जुड़े हैं।


भारतः संक्रमितो की संख्या- 15700

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में कोरोना तेजी से फैल रहा है लेकिन स्थिति नियंत्रण से बाहर नहीं है। घबराने की जरूरत नहीं है।


लगातार बढ़ रही कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या 15700


नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस के नए संक्रमित मरीजों की हर रोज पुष्टि हो रही है। राजधानी दिल्ली में कोरोना संक्रमितों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। इस दौरान दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने लॉकडाउन में किसी भी तरह की छूट देने से इनकार किया है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि राजधानी में कोरोना तेजी से फैल रहा है लेकिन स्थिति नियंत्रण से बाहर नहीं है। घबराने की जरूरत नहीं है।साथ ही फैसला लिया गया है कि लॉकडाउन के दौरान दिल्ली में किसी तरह की छूट नहीं दी जाएगी। अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हालात को देखते हुए लॉकडाउन जरूरी है। वहीं दिल्ली में शनिवार को मिले कोरोना संक्रमित मरीजों को लेकर मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा, 'शनिवार को दिल्ली में मिले सभी 186 मरीजों में कोरोना के लक्षण नहीं दिखे। उन्हें पता ही नहीं था कि उन्हें कोरोना वायरस है। यह ज्यादा चिंताजनक है। बता दें कि देश में लगातार कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं। देश में अब तक 15700 से ज्यादा कोरोना मरीजों की पुष्टि हो चुकी है। वहीं दिल्ली में करीब 1900 लोग कोरोना वायरस की चपेट में आ चुके हैं। साथ ही दिल्ली में अभी तक 42 लोगों की कोरोना के कारण मौत हो चुकी है। वहीं कोरोना संकट को देखते हुए देश में 3 मई तक लॉकडाउन लागू है।


पुणे आश्रम में 1300 लोग हुए एकत्र

पुणे। लॉकडाउन के कारण देश के कई इलाकों में लोग जहां-तहां फंसे हैं। प्रदेश की सरकारें इनके लिए उचित प्रबंध कर रही हैं ताकि कोरोना के संक्रमण का खतरा पैदा न हो। कुछ राज्यों में लोगों को वहीं रोक कर खाने-पीने का इंतजाम किया जा रहा है तो कहीं लोगों को उनके गृह प्रदेश भेजने का भी काम हो रहा है। कुछ ऐसा ही वाकया महाराष्ट्र के लातूर जिले का है। यहां राठोडा गांव में लॉकडाउन में फंसे करीब 1300 लोगों को निजी बस से उनके गांव जाधववाडी भेजा जा रहा है। जाधववाडी पुणे जिले में आता है।


जिन लोगों को निजी बसों से भेजा जा रहा है वे सभी सभी लोग राठोडा गांव में महानुभव पंथ के सत्संग कार्यक्रम में हिस्सा लेने आए थे। बता दें, फरवरी महीने से यहां सत्संग चल रहा था। सत्संग के चलते लॉकडाउन की घोषणा की गई तो ये लोग यहीं फंस गए। चार-पांच दिन पहले यहां जोरों से बारिश हुई और बरसात में सत्संग का मंडप उखड़ गया। खाना बनाने का सामान भी खराब हो गया। इसकी वजह से इन महानुभवी साधकों को सिर छुपाने के लिए मंदिर और स्कूलों का सहारा लेना पड़ा।


इनकी स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने निजी बसों से इन सभी लोगों को इनके गांव जाधववाडी आश्रम लौटने की अनुमति दे दी है। इन लोगों को भेजने के लिए 44 सीट वाली एक बस में 22 यात्रियों को बैठाकर पुणे की जाधववाडी भेजा जा रहा है। फिलहाल 32 बसें उपलब्ध हुई हैं। इन बसों से सभी साधकों को वापस भेजने के लिए तीन दिन लगेंगे। इन सभी साधकों पर प्रशासन ध्यान दिए हुए है। इन सभी साधकों के टेस्ट करने के बाद ही उन्हें आगे जाने की अनुमति दी जा रही है।


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'पीएम' ने देश को रेल परियोजनाओं की सौगात दी  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को रेल परियोजनाओं की सौगात...