अमेरिका के बाद ब्रिटेन-फ्रांस ने चीन से पूछा- कैसे फैला कोरोनावायरस?
ब्रिटेन के विदेश मंत्री डॉमनिक राब ने कहा कि कोरोना महामारी कोरोना वायरस को लेकर चीन को कड़े सवालों के जवाब देने होंगे।
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लंदन/ पेरिस। दुनिया में कोरोना वायरस महामारी से बचने के लिए एक तरफ दुनिया जूझ रही है तो दूसरी तरफ उसके इलाज और वैक्सीन की भी कोशिशें तेज़ हैं। लेकिन इन सबके बीच कोरोनावायरस को लेकर सवाल अब आरोप बनने लगे हैं।अमेरिका के बाद ब्रिटेन और फ्रांस ने भी चीन से कोरोनावायरस के बारे में सवाल किया कि वुहान से वायरस दुनिभर में फैलने कैसे दिया गया और उसे रोका क्यों नहीं?
ब्रिटेन के विदेश मंत्री डॉमनिक राब ने कहा कि कोरोना महामारी को लेकर चीन को कड़े सवालों के जवाब देने होंगे.डॉमिनिक राब ने कहा की चीन को बताना होगा कि कोरोना महामारी कैसे फैली और उसे रोकने की क्या कोशिश हुई? डॉमिनिक राब ने कहा कि अब चीन के साथ पहले की तरह कारोबार सामान्य नहीं हो सकेगा. राब ने कहा कि चीन को इन सवालों का जवाब देना होगा कि कोरोनावायरस आया कैसे और उसे दुनिया में फैलने से रोका क्यों नहीं जा सका। ब्रिटेन ने कहा कि डब्लूएचओ और दूसरे अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के साथ मिलकर ये पता किया जाएगा कि महामारी फैली कैसे और इसे रोकने के लिए क्या किया जा सकता है?हालांकि चीन लगातार कोविड19 को लेकर पारदर्शिता न बरतने के आरोपों से इनकार करता रहा है. लेकिन जिस तरह से वुहान में कोरोना संक्रमण से मौत के आंकड़ों में अप्रत्य़ाशित रूप से 1290 मौतों का ट्विस्ट आया है उससे चीन पर यूरोपीय देशों का शक गहरा गया है. वुहान में कोविड 19 से मरने वालों की संख्या में 50 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है. ऐसे में सवाल ये भी उठता है कि वुहान में जो मौतें घर में हुईं तो क्या उनकी जानकारी चीन ने अपने आधिकारिक आंकड़ों में छुपाई?
फाइनेंशियल टाइम्स को दिए इंटरव्यू में फ्रांस के राष्ट्रपति इमैन्युल मैक्रों ने कोरोना संकट से निपटने में चीन के दावों पर संदेह जताया. इमैन्युअल मैक्रों ने कहा कि चीन में कोरोना से निपटने में ऐसा बहुत कुछ हुआ है जिसकी जानकारी हमें नहीं है. इससे पहले फ्रांस ने चीन के दूतावास की साइट पर छपे एक आर्टिकल पर आपत्ति दर्ज की थी और चीनी राजदूत को तलब किया था। चीन के साथ फ्रांस के बढ़ते तनाव के बीच राष्ट्रपति इमैन्युअल मैक्रों ने चीन की पारदर्शिता पर सवाल उठाया है।