मंगलवार, 14 अप्रैल 2020

किंग खान ने 25 हजार पीपीई किट दिए

नई दिल्ली। कोरोना वायरस को मात देने और लोगों की जान बचाने में हमारे देश के डॉक्टर, नर्सों और अन्य मेडिकल स्टाफ ने जान की बाजी लगा दी है। बॉलीवुड सुपरस्टार शाहरुख खान ने महाराष्ट्र के फ्रंटलाइन मेडिकल स्टाफ की सुरक्षा के लिए 25,000 पीपीई किट बांटे। इसकी जानकारी महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने ट्वीट के जरिए दी है और कहा है कि यह दान हेल्थकेयर वर्कर्स के लिए काफी मददगार साबित होगा। राजेश टोपे ने ट्वीट कर लिखा है, ‘शाहरुख खान का बहुत-बहुत शुक्रिया, जिन्होंने 25,000 पीपीई किट का योगदान किया है। कोरोना वायरस से लड़ने में यह हमें दूर तक मदद करेगा और फ्रंटलाइन में खड़े हमारे मेडिकल केयर टीम की सुरक्षा करेगा।’ बता दें कि राज्य सरकार इस वक्त महामारी के बीच लगातार पीपीई किट, एन95 मास्क, ग्लब्स जैसी कमियों से जूझ रही है। रिपोर्ट्स के मुताबिक महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने केंद्र सरकार से पीपीई किट, एन95 मास्क, ग्लब्स जैसी सुरक्षा साधन सामग्री मुहैया कराने की मांग की थी। 
राजेश टोपे के इस ट्वीट का शाहरुख खान ने जवाब भी दिया है। उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा है, इन किट को मंगाने में आपने जो भी मदद की उसके लिए आपका आभारी हूं सर। इस कोशिश में हम सभी खुद को और इंसानियत को बचाने के लिए एक-दूसरे के साथ हैं। अच्छा लग रहा है कि सेवा का मौका मिला। आपका परिवार और टीम सुरक्षित व स्वास्थ रहे।’ याद दिला दें कि इससे पहले शाहरुख खान की आईपीएल टीम कोलकाता नाइटराइडर्स, एंटरटेनमेंट कंपनी रेड चिलीज एंटरटेनमेंट और रेड चिलीज वीएफएक्स और एनजीओ मीर फाउंडेशन की ओर से इस जंग में दिल खोलकर दान भी कर चुके हैं, जिसकी लिस्ट नीचे दी गई है।


पीएम-केयर्स फंडः शाहरुख खान, गौरी खान, जूही चावला और जय मेहता की आईपीएल टीम कोलकाता नाइटराइडर्स पीएम केयर्स फंड में दान करेगी।
महाराष्ट्र सीएम रिलीफ फंडः गौरी खान और शाहरुख खान की एंटरटेनमेंट कंपनी रेड चिलीज एंटरटेनमेंट महाराष्ट्र सीएम रिलीफ फंड में दान करेगी।
पीपीई किट्सः कोलकाता नाइटराइडर्स और मीर फाउंडेशन मिलकर पश्चिम बंगाल और महाराष्ट्र में हेल्थ वर्कर्स को 50000 पीपीई किट उपलब्ध कराएंगे।
एक साथ-द अर्थ फाउंडेशनः मीर फाउंडेशन, एक साथ-द अर्थ फाउंडेशन के साथ मिलकर मुंबई में लगभग 5,500 परिवारों को एक महीने तक खाना देंगे। इसके साथ एक किचन भी बनाया जाएगा, जहां लगभग 2000 ऐसे लोगों के लिए खाना बनेगा जिनके पास खाना पहुंच नहीं पाता है।
रोटी फाउंडेशनः मीर फाउंडेशन, रोटी फाउंडेशन के साथ मिलकर प्रति दिन 10000 लोगों के लिए एक महीने के लिए तीन लाख मील किट्स उपलब्ध कराएगा।
वर्किंग पीपल्स चार्टरः मीर फाउंडेशन इनके साथ मिलकर दिल्ली में 2,500 मजदूरों को कम-से-कम एक महीने तक जरूरी ग्रोसरी आइटम्स देगा।
एसिड अटैक सर्वाइवर्स के लिएः मीर फाउंडेशन यूपी, बिहार, वेस्ट बंगाल और उत्तराखंड की 100 एसिड अटैक सर्वाइवर्स को मासिक भत्ता देगा और उनकी बुनियादी जरूरतों का ख्याल रखेगा।


भारतीय के लिए आगे आया अमेरिका

नई दिल्ली। कोरोना संकट के बीच अमेरिका में फंसे भारतीयों की मदद के लिए अमेरिकी सरकार आगे आई है। अमेरिकी नागरिकता एवं आव्रजन सेवा (USCIS) ने वीजा संबंधी समस्याओं से जूझ रहे भारतीयों की हर संभव मदद का आश्वासन दिया है। साथ ही विशेष परिस्थितियों के आधार पर उनके प्रवास को बढ़ाने पर भी विचार किया जा रहा है। हमारे सहयोगी चैनल WION को मिली जानकारी के अनुसार, अमेरिकी सरकार भारतीयों से जुड़े मामलों पर विशेष ध्यान देगी या प्रक्रिया को तेज किया जाएगा, ताकि उन्हें जल्द समाधान उपलब्ध कराया जा सके। गौरतलब है कि USCIS वीजा, नागरिकता, कार्य वीजा आदि विषयों को संभालती है और उससे अपेक्षा रखी जाती है कि ऐसी स्थितियों में लोगों को विशेष सहायता प्रदान करे, जो उनके नियंत्रण से बाहर हैं। भारत ने पिछले हफ्ते अमेरिकी सरकार से COVID-19 महामारी के कारण यूएस में फंसे भारतीय नागरिकों के लिए H-1B और अन्य वीजा की वैधता बढ़ाने का अनुरोध किया था। इस अनुरोध को अमेरिकी विदेश विभाग की तरफ से यूएस डिपार्टमेंट ऑफ होमलैंड सिक्योरिटी को पहुँचाया गया, जिसके अंतर्गत USCIS आता है. अमेरिकी नागरिकता एवं आव्रजन सेवा ने अमेरिका में चल रहे COVID संकट के कारण व्यक्तियों, नियोक्ताओं की आव्रजन संबंधी समस्याओं को दूर करने के लिए कदम उठाए हैं। संस्था द्वारा समस्याओं और उनके संभावित समाधानों का विश्लेषण किया जा रहा है, ताकि जल्द से जल्द संबंधित व्यक्तियों एवं कंपनियों की परेशानी को दूर किया जा सके। USCIS ने इस विषय में लोगों की सिफारिशों पर भी विचार करने की बात कही है। बुधवार को इस संबंध में विदेश सचिव हर्षवर्धन ने अमेरिकी राज्य उप-सचिव स्टीफन ई. बेगुन से बातचीत की थी। विदेश सचिव और अमेरिकी विदेश मंत्री के बीच वार्ता में, दोनों ने COVID-19 महामारी का मुकाबला करने और इसे नियंत्रित करने के तरीकों पर भी चर्चा की। साथ ही कोरोना वायरस के खिलाफ बचाव और उपचार के विकास में जरूरी चिकित्सा उपकरणों की उपलब्धता सुनिश्चित करने और बेहतर जानकारी साझा करने पर बातचीत की गई थी। यदि नियोक्ता H1B धारक के अनुबंध को समाप्त कर देता है, तो कर्मचारी को अपने H1B दर्जे को बनाए रखने के लिए 60 दिनों के भीतर नई नौकरी खोजनी होती है, लेकिन अब तक अमेरिकी सरकार की तरफ से ऐसा कोई आदेश नहीं आया है, जिसमें नियोक्ताओं को H1B वीजा धारकों की सेवाएं समाप्त करने के लिए कहा गया हो। अमेरिका में बेरोजगारी की आशंका के बीच यह कहा जा रहा है इसकी सबसे ज्यादा मार H-1B वीजा धारक भारतीयों को उठानी पड़ सकती है और वे किसी बेरोजगारी भत्ते के भी हकदार नहीं होंगे। आपको बता दें कि लगभग 10 मिलियन अमेरिकियों ने बेरोजगारी भत्ते के लिए आवेदन किया है। इसके अलावा, लॉकडाउन के चलते वीजा नवीनीकरण में देरी हो रही है। यह ध्यान देने वाली बात है कि अमेरिका में H-1B वीजा धारक भारतीय बड़ी संख्या में हैं और COVID-19 महामारी के सामने आने के बाद से अमेरिका और भारत के बीच उच्च स्तरीय पारस्परिक जुड़ाव रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने 4 अप्रैल को संकट का मुकाबला करने के प्रयासों के विषय में बात की थी। इसके बाद विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने भी 6 अप्रैल को अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ से विचार-विमर्श किया था। लिहाजा उम्मीद है कि अमेरिका में रहने वाले भारतीयों की परेशानियों का जल्द अंत हो जाएगा।


दिग्गजों पर टूटा कोरोने का कहर

नई दिल्ली। कोरोना वायरस महामारी के कारण खेल जगत पर भी गहरा अहम पड़ा है। विश्व के कई देशों में लॉकडाउन के कारण स्पोर्ट्स इवेंट थमने के कारण कई दिग्गज क्रिकेटरों का करियर खत्म होने की संभावना भी पैदा हो गई है। इसमें भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का नाम भी शामिल हैं जिनके आईपीएल से वापसी के बाद टीम इंडिया में वापसी का रास्ता साफ होना था। वहीं पाकिस्तान के शोएब मलिक इस लिस्ट में भी शामिल हैं। आइए एक नजर डालते हैं इस खिलाड़ियों के बारे में – वर्ल्ड कप 2019 के बाद से ही धोनी ने कोई अंतरराष्ट्रीय मैच नहीं खेला और लगातार उनके संन्यास की खबरें आ रही हैं। इसी बीच माना जा रहा था कि आईपीएल में धोनी का प्रदर्शन अच्छा रहा तो वह टी20 विश्व कप के लिए भारतीय टीम का हिस्सा होंगे। लेकिन कोरोना वायरस महामारी के कारण आईपीएल खतरे में है और धोनी की वापसी संभव दिखाई नहीं दे रही। अगर बीसीसीआई अपने इस चहेते खिलाड़ी को विदाई मैच में उतारना चाहते तो यह संभव हो सकता है लेकिन क्रिकेट के कुछ जानकार ये मानते हैं कि धोनी ने अपना अंतिम मैच खेल लिया है। वेस्टइंडीज के धमाकेदार बल्लेबाज क्रिस गेल भी इस लिस्ट में शामिल हैं। उन्‍होंने पिछले साल कहा था कि वर्ल्‍ड कप उनका आखिरी टूर्नामेंट होगा लेकिन ऐसा हुआ नहीं। हालांकि अगस्‍त 2019 के बाद से उन्‍हें नेशनल टीम में जगह भी नहीं मिली। लेकिन उनकी नजरें भी टी20 वर्ल्ड कप पर हैं। लेकिन इसके लिए उन्हें खुद को साबित करना होगा लेकिन कोरोना वायरस के कारण अब ये संभव नहीं दिखाई दे रहा जिस कारण उनका करियर भी खत्म होने की कगार पर है। टी20 वर्ल्ड कप में दक्षिण अफ्रीका के धाकड़ खिलाड़ी एबी डिविलियर्स के संन्यास से वापसी की खबरें आ रही थी। डीविलियर्स ने हाल ही में एक बयान में कहा कि उनकी फॉर्म तथा फिटनेस और पिछले साल आईसीसी विश्वकप में वापसी नहीं कर पाना उनके टी-20 विश्वकप में वापसी नहीं करने वजह बन सकता है। ऐसे में अब कोरोना वायरस के कारण इस खिलाड़ी की वापसी पर भी प्रश्न चिन्ह लग गया है। अपनी खतरनाक यार्कर के कारण विश्व भर में मशहूर श्रीलंका के अनुभवी गेंदबाज लसिथ मलिंगा का आईपीएल और टी20 वर्ल्ड कप में खेलना लगभग तय था। लेकिन विश्व भर में खतरनाक वायरस के कारण हालात खराब होने के चलते आईपीएल का होना फिलहाल तय नहीं है। वहीं ऑस्ट्रेलिया ने भी छह महीने के लिए अपने बार्डर सील किए हुए हैं ऐसे में टी20 वर्ल्ड कप पर भी संशय बना हुआ है। इस कारण इस 36 वर्षीय खिलाड़ी का इंटरनेशनल करियर भी अधर में लटक गया है।


लॉक डाउन बढ़ने से आहत,की खुदकुशी

गुरुग्राम। लॉकडाउन के कारण हरियाणा के गुरुग्राम में फंसे हरदोई के पिहानी निवासी मजदूर ने खुदकुशी कर ली। मृतक के भाई का कहना है कि वह लॉकडाउन बढ़ाने की बात से परेशान था। पोस्टमार्टम के बाद सोमवार को परिजन शव लेकर गांव पहुंचे। घटना के बाद सेपरिजनों में कोहराम मचा है। कोतवाली क्षेत्र के ग्राम बगौछा निवासी नरेश पाल (55) पुत्र नन्हूराम हरियाणा के गुरुग्राम में मजदूरी करता था। 25 मार्च को लॉकडाउन के बाद वह साथियों के साथ गुरुग्राम में ही फंस गया था।


रविवार को साथियों के साथ नरेश गेहूं की फसल काट कर रहा था। वहीं लॉकडाउन की अवधि को बढ़ाने की चर्चा होने लगी। साथियों के मुताबिक ये सुनकर नरेश काफी परेशान हो गया। दोपहर में उसने पास ही एक खेत में खड़े पेड़ से गमछे के सहारे फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। भाई कालीचरन ने बताया कि नरेश के दो बेटे व एक बेटी है। परिवार गांव में ही रहता है। लॉकडाउन की अवधि बढ़ने की चर्चाओं ने उसकी परेशानी बढ़ा दी थी। उसने कई बार फोन कर इसका जिक्र भी किया था।


धारदार हथियार से महिला की हत्या

प्रतापगढ़। लालगंज इलाके के मेंढावा गांव में 32 वर्षीय महिला की धारदार हथियार से निर्मम हत्या का मामला सामने आया है। घटना की खबर मिलते ही पूरे इलाके में सनसनी फैल गई है। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने आरोपी पति को हिरासत में ले लिया है और मामले की छानबीन कर रही है।
मिली जानकारी के अनुसार मेंढावा गांव के रहने वाले सचिन तिवारी और उनकी पत्नी पूनम के बीच शादी के बाद से ही विवाद चल रहा। मृतिका ने पहले भी कई बार ससुरालवालों पर प्रताड़ना का आरोप लगाया था। बताया गया कि पति-पत्नी के बीच सोमवार रात को भी विवाद हुआ था। आरोप है कि इसके बाद मंगलवार सुबह करीब चार बजे सचिन ने धारदार हथियार से मारकर पत्नी की हत्या कर दी। पुलिस ने मृतका के तीनों बच्चो से भी बीतचीत की। इसके बाद मौके से पति को हिरासत में लेकर शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया।


बाहर से 6, गांव में घुसने से रोका

आगरा। लॉकडाउन के कारण हैदराबाद में फंसे आगरा जिले के बाहरी क्षेत्र निवासी छह लोग भाडे़ पर एंबुलेंस लेकर गांव तक पहुंच गए। लेकिन, यहां गांव वालों ने बिना जांच कराए उन्हें घुसने नहीं दिया। इस पर ये युवक स्क्रीनिंग के लिए सोमवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) बाह पहुंचे।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर इन युवकों ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान एंबुलेंस का सहारा लेकर आसानी से गांव तक पहुंच गए। बाह सीएचसी पर उनकी स्क्रीनिंग हुई तब कहीं वे घर तक पहुंच सके। स्क्रीनिंग के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने 14 दिन तक घर में ही क्वारंटीन रहने की हिदायत दी है। उधर, बाह के एक गांव में दामाद के घर महिला पहुंची तो मोहल्ले के लोगों ने विरोध कर दिया। इस पर सास को लेकर युवक स्क्रीनिंग के लिए बाह सीएचसी पहुंचा।
रिश्तेदार के आने पर बखेड़ा
आगरा की एक कॉलोनी में बने अपार्टमेंट के एक परिवार से रिश्तेदार के मिलने आने पर बखेड़ा हो गया। अपार्टमेंट के लोगों ने रिश्तेदार को गेट पर ही रोक दिया। विवाद बढ़ने पर पुलिस बुला ली। पुलिस के समझाने पर रिश्तेदार वापस चले गए।


मामला थाना जगदीशपुरा की अलकापुरी चौकी क्षेत्र स्थित एक कॉलोनी में बने अपार्टमेंट का है। रविवार रात को अपार्टमेंट में रहने वाले एक परिवार से मिलने मारुति एस्टेट क्षेत्र के रहने वाले एक दंपती आए थे। अपार्टमेंट के गेट को बंद करके बाहरी लोगों का प्रवेश वर्जित का बोर्ड लगा रखा है। दंपती को लोगों ने गेट पर ही रोक लिया। पूछताछ करने पर उन्होंने बताया कि वो कॉलोनी में रहने वाले अपने एक रिश्तेदार के यहां आए हैं। उन्हें कुछ सामान देना है। लेकिन, लोगों ने अंदर नहीं जाने दिया। इसकी जानकारी पर दंपती के रिश्तेदार भी आ गए। अपार्टमेंट के लोगों से विवाद शुरू हो गया। उनका कहना था कि रिश्तेदार के आने में क्या आपत्ति है। अपार्टमेंट के लोगों का कहना था कि लॉकडाउन में सभी को घर में रहना चाहिए। विवाद बढ़ने पर 112 नंबर पर काल कर दिया गया। पुलिस ने सभी को समझाया कि नियम उनके हित के लिए हैं। दंपती पुलिस के समझाने पर गेट से ही सामान देकर लौट गए।


महाराष्ट्र में वायरस ने मचाया कोहराम

मुंबई। महाराष्ट्र में कोरोना वायरस कोहराम मचा दिया है। यहां संक्रमित लोगों की संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही है। ऐसे ही समय में महाराष्ट्र सरकार में आवास मंत्री जितेंद्र अव्हाड़ के स्टाफ के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद से हड़कंप मच गया है। वहीं आवास मंत्री को क्वॉरेंटाइन कर दिया गया है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, महाराष्ट्र सरकार में आवास मंत्री जितेंद्र अव्हाड़ के 14 निजी स्टाफ कोरोना से संक्रमित पाए गए हैं। इन 14 स्टाफ में 5 पुलिस और उसके अलावा 9 निजी स्टाफ है। जो कोराना पॉजिटिव पाए गए हैं। वहीं दूसरी तरफ घर के नौकर और पार्टी के कार्यकर्ता भी इस लिस्ट में शामिल हो गए हैं।


फिलहाल कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद आवास मंत्री जितेंद्र अव्हाड़ खुद भी घर में क्वारंटाइन हो गए हैं। जानकारी के लिए बतादें कि जितेंद्र अव्हाड़ एनसीपी नेता है। बीते सोमवार को जानकारी मिली थी कि वे एक ऐसे व्यक्ति के संपर्क में थे। जो कोरोना पॉजिटिव निकला है। इसके बाद उन्होंने अपने आपको क्वारंटाइन में जाने की घोषणा कर दी थी। बता दें कि महाराष्ट्र में कोरोना वायरस संक्रमित लोगों की संख्या दिनों दिन बढ़ रही है। भारत के अन्य राज्यों की तुलना में महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा कोरोनावायरस के मरीज पाए जा रहे हैं। महाराष्ट्र के 5 जिले ऐसे हैं जो सबसे ज्यादा प्रभावित हैं और जो शहरी इलाकों में शामिल हैं। बीते सोमवार को 352 नए केस सामने आए हैं। जिसके बाद राज्य में मरीजों की संख्या 2334 हो गई।


नशे को नियंत्रित करने हेतु रणनीति तैयार की जाएं

नशे को नियंत्रित करने हेतु रणनीति तैयार की जाएं  भानु प्रताप उपाध्याय  मुजफ्फरनगर। जिला अधिकारी उमेश मिश्रा एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिषेक ...