रविवार, 12 अप्रैल 2020

महाराष्ट्रः संक्रमण अनुसार 3 जोन बनेंगे

मुंबई। महाराष्ट्र कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य है। यहां एक हजार 778 मामले सामने आ चुके हैं और मौतों की संख्या 127 तक पहुंच गई। संक्रमितों की तादाद में लगातार इजाफा होता जा रहा है। दक्षिण मुंबई में होटल ताज महल पैलेस के कम से कम छह कर्मचारी कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। ताज होटल का संचालन करने वाली इंडियन होटल्स कंपनी (आईएचसी) ने कर्मचारियों में संक्रमण की पुष्टि की है। हालांकि, संख्या के बारे में स्पष्ट नहीं किया है। दरअसल, होटल ने कोरोना संक्रमण से लड़ रहे स्वास्थ्य कर्मियों और चिकित्सकों को ठहरने की व्यवस्था की है। इसके बाद उसने अपने 500 कर्मचारियों की जांच कराई थी। इनमें से शनिवार को 6 में संक्रमण की बात सामने आई है।


रविवार को 17 नए केस आए हैं। इसे मिलाकर राज्य में कुल संक्रमितों की संख्या 1778 पर पहुंच गई है। इस बीच, मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने संकेत दिए हैं कि लॉकडाउन पार्ट-2 अब और ज्यादा सख्त होगा। संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए राज्य को तीन जोन में बांटा गया है।


महाराष्ट्र को तीन जोन में बांटा गया:


संक्रमण से निपटने के लिए राज्य सरकार ने 15 से ज्यादा मरीजों वाले जिलों को रेड जोन में रखा है। इससे कम वालों को ऑरेंज जोन और जहां एक भी मरीज नहीं है उसे ग्रीन जोन में रखा गया है। माना जा रहा है कि इसी के आधार पर अगले लॉकडाउन का एक्शन प्लान तैयार किया जाएगा।


रेड जोन: मुंबई, ठाणे, पालघर, पुणे, नागपुर, रायगढ़, सांगली और औरंगाबाद।


ऑरेंज जोन: रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग, सातारा, कोल्हापुर, नाशिक, अहमदनगर, जलगांव, उस्मानाबाद, बीड, जालना, हिंगोली, लातूर, अमरावती, अकोला, यवतमाल, बुलढाणा, वाशिम और गोंदिया।


ग्रीन जोन: धुले, नंदुरबार, सोलापुर, परभणी, नांदेड़, वर्धा, चंद्रपुर, भंडारा और गढ़चिरौली शामिल हैं।


जरूरतमंद को नहीं मिल रहा भोजन

अफसरो की हीला हवाली के चलते हर जरूरतमंद तक नहीं पहुंच रहा भोजन- राष्ट्रीय किसान मंच प्रदेश उपाध्यक्ष सर्वेश पाल
अफसरों की हीला हवाली के चलते हर जरूरतमंद तक नहीं पहुंच रहा भोजन- राष्ट्रीय किसान मंच प्रदेश उपाध्यक्ष सर्वेश पाल


खेती व कटाई कार्य प्रभावित होने के कारण किसानों को भी राहत दिए जाने वह मजदूर वह गरीबों को राशन दिलाना की मांग 


 उन्नाव। प्रदेश सरकार के द्वारा अधिकारियों को लगातार निर्देश दिए जा रहे हैं कि लाक डाउन के दौरान कोई भी भूखा ना रहने पाए इसके लिए गरीबों व मजदूरों को भोजन सामग्री मुहैया कराई जाए सरकार के आदेश के बाद भी तमाम इलाकों में काफी संख्या में गरीब मजदूरों तक भोजन सामग्री नहीं पहुंच पा रही है। इसके लिए अधिकारियों की हिला हवाली जिम्मेदार है। यह कहना है राष्ट्रीय किसान मंच के प्रदेश उपाध्यक्ष सर्वेश पाल ने कहा की कोरोनावायरस को लेकर जारी लाक डाउन के चलते कोई भी व्यक्ति भूखा ना रहे इसको लेकर सरकार ने हर तहसील वह जगह-जगह कम्युनिटी किचन खुलवाने का आदेश दे रखा है। लेकिन आज भी गोवा शहर में तमाम गरीब ऐसे हैं जिनको ना तो भोजन ही उपलब्ध हो पा रहा है और ना ही भोजन सामग्री चाहे वह ग्रामीण क्षेत्र हो या शहरी क्षेत्र क्योंकि गरीब पात्र आज भी राशन कार्ड से वंचित हैं। यदि राशन कार्ड गरीब व्यक्तियों का होता तो कम से कम राशन तो उन लोगों को मिल जाता दिहाड़ी मजदूर की कमर टूट चुकी है आदेश सिर्फ हवा हवाई चल रहे हैं। श्रीपाल ने कहा कि अधिकारियों की हीला हवाली के चलते आज भी तमाम गरीब ऐसे हैं। जिनको भोजन वह राशन उपलब्ध नहीं हो पा रहा है साथ ही उन्होंने यह भी कहा की गेहूं की कटाई का समय चल रहा है। लेकिन गेहूं काटने की मशीन तक गांव गांव नहीं पहुंच पा रही है इसके अलावा कृषि यंत्र चाहे वह ट्रैक्टर हो या थ्रेसर इन यंत्रों के अगर पाठ ऐसे में खराब हो जाएं तो वह भी मिल पाना मुश्किल है। जिसके चलते किसान जो हम सभी के लिए अन्नदाता माना गया है। लाख डाउन के चलते वह काफी परेशान है। जिससे किसान की गेहूं की कटाई में भी काफी विलंब हो रहा है। किसान नेता ने कहा कि पिछले 2 माह पूर्व आंधी पानी बरसात विभीषण ओलावृष्टि से किसान वैसे भी अधमरा हो चुका है। उसकी लाखों बीघा गेहूं की फसल बर्बाद हो गई है लेकिन सरकार द्वारा मिलने वाला मुआवजा तो दूर अभीतक अधिकारियों ने सर्वे रिपोर्ट तक नहीं सौंपी है। बताते चलें किसान नेता लगातार गरीब मजदूर किसानों के हक के लिए संघर्ष किया करते हैं।


आवश्यक वस्तु की श्रेणी में अंडा-मछली

 सुनील पुरी


कानपुर। जिलाधिकारी डॉ ब्रह्मदेव राम तिवारी महोदय ने निर्देशित करते हुए कहा कि फूड सांखला में कई जगह से आने वाले बिंदुओं जिनमें चिकन ,अंडा ,मछली इत्यादि जो भी  प्रोडक्ट है। इनकी बिक्री किस तरह से हो यह आवश्यक सेवाओं की श्रेणी में है कि नहीं इस पर जिलाधिकारी महोदय ने निर्देशित करते हुए कहा कि यह आवश्यक वस्तुओं की श्रेणी में है। इनकी भी बिक्री हेतु उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि होम डिलीवरी के माध्यम से अन्य आवश्यक वस्तुओं की ही तरह इसकी भी बिक्री की जा सकती है ,इन पर किसी तरह का कोई प्रतिबंध नहीं है और इसके लिए ठेला ठेलीया जो भी वाहन है उनका थाने के माध्यम से या संबंधित मजिस्ट्रेट के माध्यम से इनका  रजिस्ट्रेशन कराते हुए पास बना ले  जिससे किसकी भी बिक्री की जा सके    इसके लिए  किसी तरह का कोई प्रतिबंध नहीं है, साथ ही डेयरी इकाइयों की तरह जो भी व्यक्ति इस कार्य में लगे हैं  वह भी  सोशल डिस्टेंसिंग नियमों का पालन करते हुए  होम डिलीवरी कर सकते हैं।


फेसिंग तार में फंसकर हिरण की मौत

जितेन्द्र पाठक


लोरमी। लोरमी थाना के खुड़िया वन क्षेत्र से भटक कर एक हिरण जंगल से काफी दूर साल्हेघोरी गांव पहुंचा भटकता हुआ हिरण गांव के शासकीय उपस्वास्थ्य केंद्र में घेरे के लिए लगे फेंसिंग तार में फंस गया औऱ तार में उलझकर इस वन्यजीव की मौत हो गई। हालांकि मौजूद स्वास्थ्यकर्मियों ने कुछ प्रयास किया लेकिन वो नाकाम रहे वन्यजीवों में हिरण को बहुत ही  नाजुक प्राणी माना जाता है औऱ हल्के से भय झटके में ही उसके प्राण निकल जाता है। बताया जाता है कि जंगल से भटका ये हिरण दो दिनों से गांव के आसपास भटक रहा था औऱ आशंका जताई जा रही है कि कुत्तों के द्वारा दौड़ाए जाने से ये वन्यजीव तार में फंसा होगा औऱ इसकी मौत हुई होगी। कोरोना संक्रमण के चलते लॉक डाउन है धारा 144 लागू है उसके बावजूद लोग लॉकडाउन के निर्देशों का उल्लंघन करते हुए मृत हिरण को देखने भीड़ लगाने लगे जिसको देखते हुए मौजूद स्वास्थकर्मियों औऱ ग्रामीण युवकों ने भीड़ को घरों में वापस जाने के लिए कहे वही वनविभाग की लापरवाही एक बार फिर देखने को वन विभाग को सूचना देने के बाद भी काफी देर के बाद वन विभाग की टीम घटना स्थल पहुची प्रत्यक्षदर्शियों में एक शासकीय उपस्वास्थ्य केंद्र के दीप सिंह ने बताया कि जंगल से भटका ये हिरण तार में फंसकर तड़प रहा था। जिससे वहां उसे पानी पिलाकर उसकी सेवा कर रहे थे जिससे उसकी स्थिति सुधर सके औऱ वनविभाग को सूचना दी गई। लेकिन अंतत हिरण की मौत हो गई।


वनविभाग की टीम ने हिरण के शव का पंचनामा बनांकर खुड़िया वन परिक्षेत्र के कारीडोंगरी ले गए जहां इस वन्यजीव का पोस्टमार्टम कर अंतिम संस्कार किये।


छत्तीसगढ़ः 30 संक्रमित, कोई मौत नहीं

कोरबा/बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले के कटघोरा में रविवार दोपहर कोरोना के 4 और पॉजिटिव मरीज मिले हैं। वहीं बिलासपुर से भी एक मरीज मिला है।इसे मिलाकर अब छत्तीसगढ़ में पॉजिटिव मरीजों की संख्या 20 हो गई है। रविवार को जो पॉजीटिव सामने आए हैं, उनके चारों मरीज कटघोरा से ही हैं। जो कि एक ही मोहल्ले के रहने वाले हैं। कलेक्टर किरण कौशल ने इस खबर की पुष्टि कर दी है।


मालूम हो, कि 8 अप्रैल की रात को कटघोरा से 1 पॉजिटिव मरीज को भर्ती किया गया था। इसके बाद 9 अप्रैल को 7 मरीज और 11 अप्रैल को 7 नये कोरोना पॉजिटिव मिले थे, जिसके बाद आज फिर 4 नए कोरोना पॉजिटव केस कटघोरा से ही सामने आए हैं। सभी एम्स रायपुर के लिए रवाना किया गया है। अब एम्स रायपुर में कटघोरा और बिलासपुर के कुल 20 कोरोना प्रभावित मरीज भर्ती होंगे, इलाज के बाद स्वस्थ हुए 10 मरीज को मिलाकर राज्य में अब तक कुल 30 केस पाये गए हैं।


 


पुलिस पर तलवार से हमला, काटे हाथ

चडीगढ़। पटियाला की सब्जी मंडी सनौर रोड पर कर्फ्यू के दौरान सब्जी लेने पहुंचे लोगों ने पुलिस की टीम पर तलवार से हमला कर दिया. इस हमले में एक पुलिसवाले की हाथ कट गई, जबकि दो पुलिसवाले बुरी तरह जख्मी हो गए


निहंगों ने किए हमलेः पुलिस ने बताया कि चार-पांच ‘निहंगों’ (परंपरागत हथियार रखने वाले और नीली लंबी कमीज पहनने वाले सिख) का एक समूह एक गाड़ी में यात्रा कर रहा था और मंडी बोर्ड के अधिकारियों ने सुबह करीब सवा छह बजे एक सब्जी बाजार के पास उन्हें रुकने के लिये कहा. पटियाला के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मनदीप सिंह सिद्धू ने कहा, ‘उनसे (कर्फ्यू) पास दिखाने को कहा गया, लेकिन उन्होंने अपनी गाड़ी से दरवाजे और वहां लगाए गए अवरोधकों पर टक्कर मार दी।’


तलवार से काटा हाथः उन्होंने कहा, ‘तलवार से एक सहायक उप निरीक्षक (एएसआई) का हाथ काट डाला गया, पटियाला सदर थाने के प्रभारी की कोहनी में चोट आई है जबकि एक अन्य पुलिस अधिकारी की बांह में भी इस हमले में चोट आई है’।  एएसआई को राजेंद्र अस्पताल ले जाया गया जहां से उसे पीजीआईएमईआर चंडीगढ़ के लिये रेफर कर दिया गया. एसएसपी ने कहा कि हमले के बाद निहंग मौके से फरार हो गए, उनकी गिरफ्तारी के लिये प्रयास किये जा रहे हैं. यह वारदात तब हुई जब कोरोना वायरस के प्रकोप के मद्देनजर राज्य में पाबंदियां लागू हैं. पंजाब में पिछले 24 घंटों में कर्फ्यू और लॉकडाउन के नियमों की पालना करवा रही।


झारखंडः दो की मौत ,17 संक्रमित

रांची। कोरोना वायरस के संक्रमण से खुद को काफी दिनों तक बचाकर रखने वाले झारखंड में अब मामलों में बढ़ोत्तरी होती जा रही है। रांची के राजेन्द्र आयुर्विज्ञान संस्थान में भर्ती कोरोना वायरस से संक्रमित 65 वर्षीय बुजुर्ग की रविवार तड़के मौत हो गई। इसके साथ ही झारखंड में कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते जान गंवाने वालों की संख्या 2 हो गई है। राज्य में 15 अन्य लोग कोविड-19 से संक्रमित हैं।


रांची के सभी मरीज जमात के कार्यक्रम से जुड़ेः रिम्स के निदेशक डॉक्टर डी के सिंह ने बताया कि रिम्स में भर्ती किडनी की मरीज एवं कोरोना वायरस से संक्रमित 54 वर्षीय महिला के 8 अप्रैल को भर्ती हुए 65 वर्षीय पति की रविवार तड़के मौत हो गई। उन्हें अपने अन्य परिजनों के साथ संक्रमित पाए जाने के बाद 8 अप्रैल को रिम्स में भर्ती किया गया था। रांची में अब तक कुल 8 संक्रमित मरीज पाए गए हैं और सभी का निजामुद्दीन में हुए तबलीगी जमात के कार्यक्रम से संपर्क रहा है।


8 अप्रैल को हुई थी सूबे की पहली मौतः राज्य में इस संक्रमण से अब तक कुल 2 लोगों की मौत हो गई है। इससे पूर्व 72 वर्षीय बुजुर्ग की मौत बोकारो में 8 अप्रैल को हो गयी थी। वह बोकारो के गोमिया प्रखंड के साड़म गांव का रहने वाला था। इस बुजुर्ग को भी तबलीगी जमात के कार्यक्रम में भाग लेकर लौटे व्यक्ति से ही संक्रमण हुआ था। राज्य में संक्रमण से मारे गए 2 लोगों के अलावा अब तक कुल 15 लोग संक्रमित पाए गए हैं। इस प्रकार राज्य में संक्रमितों की कुल संख्या 17 है।


यूपी: 7 दिनों के राजकीय शोक की घोषणा की गई

यूपी: 7 दिनों के राजकीय शोक की घोषणा की गई  संदीप मिश्र  लखनऊ। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन को लेकर उत्तर प्रदेश में भी 7 दिनों के...