रविवार, 12 अप्रैल 2020

गुजरातः 23 की मौत, 493 संक्रमित

गुजरात। गुजरात स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, गुजरात में कोरोना वायरस के 25 और मामले सामने आए हैं । अहमदाबाद में 75 वर्षीय एक बुजुर्ग की कोरोना वायरस संक्रमण के कारण हुई मौत के बाद प्रदेश में इस महामारी से मरने वालों की संख्या बढ़कर 23 हो गई है। हालांकि, राज्य में 44 लोग ठीक भी हो चुके हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने रविवार को बताया कि राज्य में संक्रमण के 25 नए मामले सामने आए हैं और इन्हें मिलाकर राज्य में संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 493 हो गई है। राज्य की प्रमुख सचिव जयंती रवि ने कहा कि व्यक्ति की मौत शनिवार देर रात यहां एलजी अस्पताल में हुई। उन्होंने कहा कि वह हाइपरटेंशन से पीड़ित था। इसके साथ ही अहमदाबाद में कोरोना वायरस संक्रमण के कारण मरने वालों की संख्या बढ़कर 11 हो गयी है। रवि ने बताया कि राज्य में सामने आए 25 नए मामलों में से 23 अहमदाबाद से मिले हैं जबकि दो आणंद जिले से हैं। उन्होंने बताया कि 426 मरीजों में से 422 की हालत स्थिर है जबकि चार की हालत गंभीर है। उन्होंने बताया कि अब तक 44 मरीजों को ठीक होने के बाद अस्पताल से छुट्टी दी जा चुकी है।


ब्रिटिश एयरवेज लॉकडाउन के चलते गुजरात में फंसे 900 ब्रिटिश नागरिकों को वापस ले कर जाएगा। कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए ओडिशा, पंजाब, महाराष्ट्र और तेलंगाना समेत कई राज्यों ने लॉकडाउन को 30 अप्रैल तक बढ़ा दिया है। हालांकि पूरे देश में लॉकडाउन 14 अप्रैल तक लागू किया गया है और लॉकडाउन को लेकर पीएम मोदी के संबोधन का इंतजार किया जा रहा है। माना जा रहा है कि वैश्विक कोरोना महामारी को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कभी भी लॉकडाउन बढ़ाने की घोषणा कर सकते हैं।
किस जिले में कितने कोरोना पॉजिटिव केसः गुजरात में कोरोना संक्रमित मामलों की जिलेवार संख्या इस प्रकार है। अहमदाबाद में 266, वडोदरा में 95, सूरत में 28, भावनगर में 23, राजकोट में 18, गांधीनगर में 15, पाटन में 14, भरुच में आठ, आणंद में 7, कच्छ में 4, पोरबंदर और छोटा उदयपुर में तीन-तीन, गिर सोमनाथ और मेहसाणा में दो-दो एवं पंचमहल, जामनगर, मोर्बी, साबरकांठा और दाहोद में एक-एक।


एलओसी पर पाक की जबर्दस्त फायरिंग

नीरज जिंदल


जम्मू कश्मीर। कोरोना वायरस के संकट के बावजूद पाकिस्तान अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। जम्मू-कश्मीर के पुंछ और कठुआ जिलों में नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास पाकिस्तानी सेना ने रात भर गोलाबारी और छोटे हथियारों से गोलीबारी की, जिसमें 45 वर्षीय एक महिला घायल हो गई। अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि शनिवार देर रात पुंछ जिले के बालाकोट सेक्टर में लांजौत गांव की निवासी सलीमा बीवी घायल हो गई, जब उसके घर के पास मोर्टार का एक गोला फट गया। उन्होंने बताया कि भारी गोलाबारी के बीच सेना, पुलिस कर्मियों और स्वास्थ्य कर्मियों के एक संयुक्त दल ने महिला को बचाया और उसे अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उसकी हालत स्थिर बताई गई है।
अधिकारियों ने कहा कि बालाकोट के साथ मेंढर में शनिवार रात कई घंटों तक पाकिस्तान की तरफ से संघर्ष विराम का उल्लंघन किया गया जिससे सेना को जवाबी कार्रवाई करनी पड़ी। उन्होंने बताया कि पाकिस्तानी गोलाबारी में कई घर क्षतिग्रस्त हो गए। अधिकारियों ने बताया कि जम्मू क्षेत्र के कठुआ जिले में अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास हीरानगर सेक्टर में रात भर पाकिस्तानी रेंजर्स और सीमा सुरक्षा बल के बीच भारी गोलीबारी हुई।


पीएम राहत कोष में बुजुर्ग ने 1लाख दिया

एसके विरमानी


हरिद्वार।12 अप्रैल 2020 को प्रधानमंत्री माननीय नरेंद्र मोदी की अपील पर भारत सरकार को सहयोग करते हुए हदीबपुर रायसी निवासी वरिष्ठ बीजेपी कार्यकर्ता 70 वर्षीय ऋषिपाल सिंह ने आज जिलाधिकारी सी रविशंकर को एक लाख रुपये धनराशि का चैक प्रधानमंत्री राहत कोष के लिए दिया। अधिक आयु व स्वास्थ्य कारणों के चलते वह स्वयं रोशनाबाद नहीं आ सके। उन्होंने यह चैक बीजेपी जिलाध्यक्ष जयपाल सिंह चौहान तथा विधायक सुरेश राठौर के माध्यम से प्रेषित किया। आपको बता दें जिलाधिकारी ने इस आयु में भी राष्ट्र सेवा की भावना से प्रेरित ऋषिपाल को धन्यवाद दिया और आभार जताया।


21जमातियों के पासपोर्ट जब्त, भेजा जेल

नई दिल्ली। कोरोना वायरस का कहर बढ़ता ही जा रहा है। वहीँ दिल्ली के निजामुद्दीन में आयोजित तब्लीगी जमात में थाईलैंड व इंडोनेशिया के 21 जमाती शामिल होकर बहराइच आए थे। मस्जिद व घरों में छिपे जमातियों को पुलिस ने ढूंढ निकाला था। इन पर विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर पासपोर्ट जब्त कर लिया गया था। एहतियात के तौर पर सभी जमातियों को महिला अस्पताल के क्वारंटाइन शेल्टर में रखा गया था। शनिवार को जांच रिपोर्ट निगेटिव आने पर इन्हें जेल रवाना कर दिया गया।


बताते चलें कि दिल्ली के निजामुद्दीन में आयोजित तब्लीगी जमात में इंडोनेशिया के 14 व थाइलैंड के सात जमाती शामिल हुए थे। वहां से ये लोग बहराइच आए थे। पुलिस के बार-बार अपील के बाद भी ये लोग बाहर नहीं आए। इसके बाद पुलिस ने अभियान चलाकर सभी जमातियों को शहर के मरकज व घरों से ढूंढ निकाला था। इन पर पहचान छिपाने, जानबूझ कर संक्रमण फैलाने, महामारी अधिनियम समेत गंभीर धाराओं में पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया था। 28 मार्च से सभी जमाती क्वारंटाइन किए गए थे। सीएमएस डॉ.डीके सिंह ने बताया कि जांच रिपोर्ट निगेटिव आने की सूचना पुलिस को दी गई। इसके बाद कोतवाली पुलिस ने सभी जमातियों को सीधे जेल रवाना कर दिया। कोतवाल नगर आरपी यादव ने बताया कि पहचान छिपाने पर मुकदमा दर्ज किया गया था। इसी मामले में उन्हें जेल भेजा गया है। विदेशी तब्लीगी जमातियों पर पुलिस ने महामारी, आपदा प्रबंधन, विदेशी विषयक अधिनियम व 188, 269 आइपीसी के तहत मुकदमा दर्ज किया था। पुलिस की निगरानी में सभी जमातियों को क्वारंटाइन शेल्टर में रखा गया था।


मास्क और सैनिटाइजर वितरण किया

 समाज सेवी राजेश सिंह तेदुन द्वारा वितरित किया मास्क और सेनेटाइजर ।

बैकुन्ठपुर। समीपी गाव तेदुन निवासी काग्रेस के नेता एवं संविदाकार राजेश सिंह ने लोगो को कोरोना वायरस जैसी महामारी के बचाव के लिए गांव मे जाकर लोगो को घर - घर  मास्क और सेनेटाइजर का वितरण किया। समाज सेवी राजेश सिंह लोगो  को जागरुक करते हुये लाक डाउन और सोशल डिस्टेसिंग का पालन करने को प्रेरित किया। लोगो को यह भी अवगत कराया कि आप सभी लोग घर मे रहे बाहर ना निकले, बे वजह इधर उधर ना घूमे जब भी घर से बाहर निकले तो मास्क लगाकर निकले जादा से जादा गर्म पानी का सेवन करे घर मे रहकर भी साबुन से हाथ धोये घर के मेन दरवाजे को जरुर सेनेटाइज करे लोगो से दूरी बना कर रखे।यदि गांव मे कोई बाहर का व्यक्ति दिखे तो गाव के सरपंच या सेकेटरी अथवा नजदीकी थाना को उक्त व्यक्ति के बारे मे सूचित करे । उन्होने कहा कि हमारी सावधानी ही सबसे बडा उपाय है कोरोना जैसे महामारी से बचने के लिए समाज सेवी राजेश सिंह ने अंत मे कहा कि जान है तो जहान है साथ ही उन्होने लोगो से यह  भी कहा कि गांव मे कोई भी व्यक्ति भूखा ना रहे अगर ऐसी जानकारी मिलती है तो उन्हे सूचित करे ।


आखिर कब रूकेगा पत्रकारों का उत्पीड़न

जिला चिकित्सालय में चिकित्सक ने की पत्रकार से अभद्रता


रिपोर्ट-संजय सिंह राणा


चित्रकूट। कोरोनावायरस को लेकर जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पूरे देश को लॉक डाउन किया गया है व लोगों को घरों में रहने की सलाह दी गई है जिससे कोरोना वायरस के संक्रमण को रोका जा सके l
प्रधानमंत्री के आवाहन पर पूरा देश अपने घरों में रहकर लॉक डाउन का पालन कर रहा है lवहीं दूसरी ओर प्रधानमंत्री द्वारा किए गए लॉक डाउन पर कवरेज हेतु पत्रकारों को जगह-जगह जाकर लोगों की समस्या व सरकार की निर्देशों को बताने का कार्य किया जा रहा है जिसके लिए पत्रकार शहर कस्बों से लेकर ग्रामीण अंचलों तक निस्वार्थ भावना से कवरेज करते हुए नजर आते हैं लेकिन आज उन्हीं पत्रकार साथियों को जिम्मेदार अधिकारियों व कर्मचारियों की अभद्रता का सामना करना पड़ रहा है जो बहुत ही निंदनीय है l
सरकार द्वारा पत्रकारों की सुरक्षा हेतु कड़े इंतजाम किए जाने के दावे किए जा रहे हैं लेकिन वही दावे जमीनी हकीकत पर से कोसों दूर नजर आ रहे हैं जहां पर पत्रकारों के साथ बदसलूकी व अभद्रता के मामले अक्सर सामने आते रहते हैं जिसमें पत्रकारों को कहीं पुलिस प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारियों व कर्मचारियों द्वारा तो कहीं जिला प्रशासन के अधिकारियों व कर्मचारियों की अभद्रता का सामना करना पड़ रहा है l अभी एक मामला सामने आया है जहां पर जिला चिकित्सालय में तैनात चिकित्सक द्वारा मान्यता प्राप्त पत्रकार से अभद्रता की गई है l


मामला है चित्रकूट जिला चिकित्सालय में तैनात चिकित्सक डॉ मोहित गुप्ता द्वारा मान्यता प्राप्त पत्रकार शंकर प्रसाद यादव से की गई अभद्रता का।


चिकित्सकों को शासन प्रशासन द्वारा सख्त निर्देश दिए गए हैं कि समय से चिकित्सालय पहुंचकर आम जनता का इलाज करें व सरकारी निर्देशों का सख्ती से पालन करें लेकिन चित्रकूट जिला चिकित्सालय में डॉक्टरों की मनमानी खूब देखने को मिल रही है जहां पर चिकित्सक अपनी हठधर्मिता के चलते समय से चिकित्सालय नहीं पहुंचते हैं व समय से पहले ही चिकित्सालय से निकल लेते हैं l
सबसे बड़ी बात यह है कि जब कोई गरीब पीड़ित मरीज इन चिकित्सकों से इलाज की बात करता है तो यह चिकित्सक भड़क जाते हैं व इन गरीब असहाय मरीजों के साथ ऐसा व्यवहार करते हैं जैसे इनका इलाज करके यह कोई एहसान कर रहे हैं l
ज्यादातर चिकित्सक अपने चेंबर से गायब रहते हैं व इधर-उधर घूमते नजर आते हैं जिसके कारण गरीब पीड़ित मरीज इलाज के लिए चेंबर के चक्कर काटते हुए नजर आते हैं l
ऐसा ही एक मामला देखने को मिला है जिसमें चिकित्सक द्वारा एक गरीब मरीज के इलाज में घोर लापरवाही बरती जा रही है l
बताते चलें कि शनिवार को मानिकपुर विकासखंड के ग्राम पंचायत मारकुंडी का रहने वाला सुनील कुमार पैर में सड़न होने के कारण जिला चिकित्सालय में भर्ती हुआ है जिसका इलाज डॉक्टर मोहित गुप्ता द्वारा किया जा रहा है जिसके इलाज में डॉक्टर द्वारा घोर लापरवाही बरती जा रही है l 
डॉक्टर मोहित गुप्ता द्वारा समय से चिकित्सालय ना आना व सही तरीके से मरीजों का इलाज ना करना चर्चा का विषय बना हुआ है स्थानीय डॉक्टर होने के चलते डॉक्टर मोहित गुप्ता की दबंगई खूब देखने को मिलती है जहां पर मरीजों के साथ चिकित्सक अपनी तानाशाही करते हुए नजर आते हैं चिकित्सक की तानाशाही इस कदर हावी है कि अपने सीनियर डॉक्टरों से भी उलझने में कोताही नहीं बरतते हैं l
समाचार कवरेज के दौरान जिला चिकित्सालय पहुंचे दैनिक आज समाचार पत्र के ब्यूरो चीफ व शासन द्वारा मान्यता प्राप्त पत्रकार शंकर प्रसाद यादव जब पीड़ित मजदूर से मिले व पीड़ित ने अपनी सारी बात पत्रकार को बताई जिसको लेकर पत्रकार ने चिकित्सक से बात करनी चाही तो दबंग डॉक्टर मोहित गुप्ता पत्रकार शंकर यादव पर भड़क गए व अभद्रता करते हुए देख लेने की बात की जिसकी शिकायत पीड़ित पत्रकार ने फोन के माध्यम से व कैंप कार्यालय में शिकायती पत्र देकर जिलाधिकारी को अवगत कराया व मुख्य चिकित्साधिकारी को शिकायती पत्र देकर अवगत कराया l
चिकित्सक की तानाशाही की बात पीड़ित पत्रकार ने सीएमएस को भी दी जिसमें सीएमएस ने डॉक्टर से अभद्रता की बात कही तो दबंग डॉ सीएमएस से ही भड़क गया l
जबकि इसी पीड़ित मरीज के इलाज को लेकर भाजपा नेता व सांसद पुत्र सुनील पटेल ने सीएमएस को फोन करके गरीब मजदूर के इलाज के लिए कहा था l
जिला चिकित्सालय में दबंग डॉक्टर मोहित गुप्ता तानाशाही इस कदर देखने को मिली जिसमें चिकित्सक ने पत्रकार शंकर यादव पर झल्ला कर अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते हुए देख लेने तक की धमकी दे डाली व बोले कि ज्यादा नेतागिरी और पत्रकारिता न करो नहीं तो बहुत बुरा होगा मैं तुम्हें देख लूंगा l
स्थानीय होने के चलते डॉक्टर की मनमानी जिला चिकित्सालय में खूब देखने को मिल रही हैं जहां पर डॉक्टर द्वारा मरीजों के साथ अभद्रता के चर्चे खूब सुनने को मिलते हैं इससे पहले भी कई मरीजों व उनके परिजनों के साथ डॉक्टर द्वारा कई बार अभद्रतापूर्ण व्यवहार किया गया लेकिन कार्यवाही नहीं होने के चलते डॉक्टर अपनी मनमानी करते हुए नजर आता है l
जिला चिकित्सालय में संविदा कर्मी के रूप में तैनात डॉक्टर मोहित गुप्ता की तानाशाही के किस्से खूब सुनने को मिल रहे हैं l जहां पर प्रतिदिन मरीजों व उसके परिजनों को इस दबंग डॉक्टर की अभद्रता का सामना करना पड़ता है l
पीड़ित पत्रकार द्वारा बताया गया कि एक मरीज जो पिछले 1 हफ्ते से जिला चिकित्सालय में भर्ती है व पैर में सड़न हो जाने के कारण इलाज चल रहा है जिसके लिए पत्रकार द्वारा चिकित्सक को इलाज करने के लिए कहा गया जिस पर चिकित्सक मोहित गुप्ता भड़क गए व अभद्रता करने लगे व अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते हुए देख लेने की धमकी तक दे डाली l अपने साथ हुई घटना की जानकारी पीड़ित पत्रकार ने जिलाधिकारी शेषमणि पाण्डेय व मुख्य चिकित्सा अधिकारी विनोद कुमार यादव व सीएमएस सहित चित्रकूट प्रेस क्लब के अध्यक्ष सत्य प्रकाश द्विवेदी जी को दी जिसमें जिलाधिकारी व मुख्य चिकित्साधिकारी ने मामले की जांच कराते हुए कड़ी कार्यवाही करने की बात कही l
वही प्रेस क्लब अध्यक्ष सत्यप्रकाश द्विवेदी ने पत्रकार के साथ डॉक्टर द्वारा की गई अभद्रता की कड़ी निंदा की व पीड़ित पत्रकार को न्याय दिलाने का आश्वासन दिया गया l
सरकार द्वारा पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर कड़े निर्देश देने के बावजूद भी पत्रकारों का उत्पीड़न जगह जगह पर हो रहा है जिला चिकित्सालय में पत्रकार से बदसलूकी व अभद्रता करने वाले डॉक्टर पर कब कार्यवाही होगी यह एक बड़ा सवाल है।
सबसे बड़ी सोचने वाली बात यह है कि पत्रकार के साथ अभद्रता करने वाले डॉक्टर मोहित गुप्ता के ऊपर जिला प्रशासन कब कार्यवाही करने का काम करेगा l


बीकानेरः कोरोना के विस्फोट का कहर

बीकानेर । बीकानेर में कोरोना का क़हर बढ़ता जा रहा है । देर रात्रि को कोरोना विस्फोट हुआ , डॉक्टर सहित 8 पॉजीटिव मिले । एकसाथ 8 पॉजीटिव मिलने से स्वास्थ्य विभाग में हड़कम्प मच गया । वहीं देररात आई रिपोर्ट में आठ और पॉजिटिव आए हैं। इन पॉजिटिव में एक डॉक्टर भी बताया जा रहा है। हालांकि किसी ने इसकी पुष्टि नहीं की। जबकि शनिवार को दिन में आई रिपोर्ट में दो पॉजिटिव मिले थे। इसी के साथ बीकानेर में कोरोना मरीजों का आंकड़ा 34 हो गया है।अस्पताल सूत्रों के मुताबिक देररात आठ मरीजों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई । इनमें आठ मरीजों में दो सिटी कोतवाली, एक गंगाशहर और पांच तेली लुहारों का मोहल्ले के हैं। पॉजिटिव मरीजों में चार बच्चे हैं। अस्पताल प्रशासन ने  देररात मरीजों को पीबीएम के कोरोना आईसीयू डी वार्ड से सुपर स्पेशलियटी सेंटर में शिफ्ट किया गया।
कोरोना वायरस का संक्रमण शहर के ठंठेरा मोहल्ले को जकड़ चुका है। शनिवार दोपहर को आई रिपोर्ट में 10 और मरीजों में कोरोना की पुष्टि हुई है। इसी के साथ बीकानेर में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 34हो गया है। एक महिला की मौत हो चुकी है। हैरत की बात है कि अब तक बीकानेर में मिले पॉजिटिव मरीजों में 30 ठंठेरा मोहल्ले के हैं और तीन रानीबास और एक गंगाशहर में चिन्हित हुआ हैं। सभी २९ मरीज मृतक महिला के रिश्तेदार हैं।बता दें कि बीकानेर में अब तक पॉजीटिव मरीज़ों का आँकड़ा 34 पहुँच गया है , जिसमें से 1 महिला की मौत हो चुकी है ।


यूपी: 7 दिनों के राजकीय शोक की घोषणा की गई

यूपी: 7 दिनों के राजकीय शोक की घोषणा की गई  संदीप मिश्र  लखनऊ। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन को लेकर उत्तर प्रदेश में भी 7 दिनों के...