शुक्रवार, 10 अप्रैल 2020

यूपीः 14 के बाद भी रहेगा लॉक डाउन

14 अप्रैल के बाद भी रहेगा लॉकडाउन? राज्यों की ये है तैयारी…??


राजेश कुमार यादव


लखनऊ। कोविड19 महामारी का खतरा भारत के सिर पर मंडरा रहा है। सोमवार तक देश में इसके 4,200 से ज्‍यादा मामले सामने आए हैं। 100 से ज्‍यादा लोगों की जान ये घातक वायरस ले चुका है। इसका संक्रमण फैलने से रोकने के लिए देश में 21 दिन का लॉकडाउन किया गया। करीब दो सप्‍ताह होने को हैं और देश में मामलों की संख्‍या रोज बढ़ रही है। इस बीच, कुछ संकेत मिले हैं कि 14 अप्रैल को लॉकडाउन खत्‍म हो सकता है। हालांकि कुछ राज्‍य लॉकडाउन को जारी रखने का इशारा भी कर रहे हैं। तेलंगाना के मुख्‍यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने लॉकडाउन को दो सप्‍ताह के लिए बढ़ाने का सुझाव दिया है। तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने कहा कि कोविड-19 के खिलाफ देश का एकमात्र हथियार लॉकडाउन है और वह प्रधानमंत्री से इसकी अवधि को बढ़ाने की अपील करते हैं। उन्होंने कहा कि लोगों की जान बचाने के लिए ऐसा करना जरूरी है। सीएम ने कहा, ‘मैं देश में लॉकडाउन को 15 अप्रैल के बाद भी बढ़ाने के पक्ष में हूं क्योंकि हम आर्थिक समस्या से उबर सकते हैं लेकिन हम जानें फिर से रिकवर नहीं कर पाएंगे।’ सीएम ने कहा कि वह प्रधानमंत्री से अनुरोध करते हैं कि बिना किसी झिझक के वह लॉकडाउन बढ़ाने का फैसला लें।
कौन बढ़ाएगा, कौन हटाएगा?
तेलंगाना सीएम ने सुझाव दिया कि 14 अप्रैल के बाद, दो सप्‍ताह के लिए लॉकडाउन एक्‍सटेंड किया जाए। उन्‍होंने एक BCG रिपोर्ट का संदर्भ दिया जिसमें 3 जून तक लॉकडाउन का सुझाव दिया गया था। राज्‍य ने अभी तक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की है। ऐसी अटकलें हैं कि पंजाब भी लॉकडाउन बढ़ाने के विषय में फैसला ले सकता है। तमिलनाडु सीएम ई पलनीस्‍वामी ने लॉकडाउन खत्‍म करने को लेकर साफ जवाब नहीं दिया। असम और महाराष्‍ट्र ने इसपर कुछ दिन में फैसला लेने की बात कही है।
यूपी में रहेगा लॉकडाउन’
देश के सबसे बड़े सूबे उत्‍तर प्रदेश में भी लॉकडाउन जारी रह सकता है। प्रदेश सरकार के अडिशनल चीफ सेक्रेटरी (गृह) अवनीश अवस्थी ने कहा है कि अगर कोरोना वायरस का एक भी मामला प्रदेश में रहेगा तो लॉकडाउन नहीं खोला जाएगा। इससे पहले, सीएम योगी का एक बयान आया था जिसमें उन्‍होंने चरणबद्ध तरीके से लॉकडाउन खत्‍म करने के सुझाव मांगे थे।


क्वॉरेंटाइन सेंटर से भागे 16 पर केस

क्वारंटीन सेंटर से भागे 16 लोग, केस दर्ज


टांडा। हंसवर थाना क्षेत्र के तीन प्राथमिक विद्यालयों में क्वारंटीन किए गए 16 नागरिक मंगलवार को अचानक भाग गए। ये सभी अन्य प्रांतों से यहां आए थे। इनके फरार होने की सूचना मिलने से हड़कंप मच गया। सभी के विरुद्ध विभिन्न धाराओं में केस दर्ज कर लिया गया। बाद में वे सभी वापस अपने-अपने क्वारंटीन सेंटर पहुंच गए।
हंसवर के ग्राम हरदासपुर प्राथमिक विद्यालय, प्राथमिक विद्यालय तिलकारपुर व प्राथमिक विद्यालय जल्लापुर साबुकपुर को क्वारंटीन सेंटर बनाया गया है। एहतियात के तौर पर गैर प्रांतों से आए यहां तमाम ग्रामीणों को क्वारंटीन किया गया है। इस बीच मंगलवार को तीनों विद्यालयों में क्वारंटीन किए गए अलग अलग 16 ग्रामीण फरार हो गए।
इसमें हरदासपुर प्राथमिक विद्यालय में क्वारंटीन किए गए जिलाजीत, दिनेश, बलराम, राजू, संतोष कुमार, शैलेंद्र, मिथुन, अनूप, जबकि प्राथमिक विद्यालय तिलकारपुर में क्वारंटीन किए गए मूलचंद, रोशन प्रजापति, पुरुषोत्तम, गिरिजेश, अजीत तथा प्राथमिक विद्यालय जल्लापुर साबुकपुर से सचिन गौड़ व अंकित गौड़ शामिल हैं। थाने के एसआई शिव सिंह पाल ने बुधवार को तीनों केंद्रों पर पहुंचकर मौके का जायजा लिया। सभी फरार 16 नागरिकों के परिवारीजनों से मुलाकात कर उन्हें तत्काल क्वारंटीन सेंटर बुलाए जाने का निर्देश दिया।
उधर, क्वारंटीन सेंटर से फरार ग्रामीणों के विरुद्ध पुलिस ने विभिन्न धाराओं में केस दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। थानाध्यक्ष श्रवण सिंह ने बताया कि क्वारंटीन सेंटर से नदारद ग्रामीणों के विरुद्ध विभिन्न धाराओं में केस दर्ज कर लिया गया है। बाद में सभी संबंधित नागरिक सेंटर पहुंच भी गए।


डेली मार्केट में नहीं हो रहा लॉकडाउन का पालन


 अंबेडकरनगर। कोरोना संक्रमण को लेकर पूरे देश में जारी 21 दिवसीय लॉकडाउन का शहर के कई स्थानों में भलीभांति पालन नहीं हो पा रहा है। इसी क्रम में अगर हम शहर के डेली मार्केट की बात करें तो यह अक्सर लॉक डाउन की धज्जियां उड़ती दिखाई पड़ जाती हैं। हालांकि प्रशासन द्वारा सब्जी विक्रय के लिए शहर के स्थानों को निर्धारित कर दिए जाने के बाद से यहां सब्जी की बिक्री हो रही है मगर आलू प्याज आदि का थोक कारोबार  नवीन सब्जी मंडी सिझोली शहजादपुर अकबरपुर से होता है। इसके अलावा डेली मार्केट से फलों की भी बिक्री होती है। खरीददारी के लिए पूर्वाह्न यहां लोगों की भीड़ उमड़ जाती है। सुबह नौ बजे का समय है जब यह संवाददाता डेली मार्केट पहुंचा को वहां खरीददारों की भी भीड़ दिखाई। इस क्रम में शारीरिक दूरी के सिद्धांत का भी पालन नहीं हो रहा थे।  यही नहीं यहां पर फालतू लोगों  को  टहलते हुए देखा गया जो बिना किसी काम के सड़क पर टहलते हुए पाए गए प्रशासन द्वारा इन पर किसी भी प्रकार का कोई अंकुश नहीं लगाया जा रहा। जो चिंतनीय विषय है। यही स्थिति चौक शहजादपुर से पुलिस चौकी तक देखी जा सकती है।


पान मसाला और गुटखा की बिक्री पर प्रतिबंध फिर भी पास युक्त वाहन से हो रही सप्लाई
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर लॉक डाउन के दौरान उत्तर प्रदेश में पान मसाला और गुटखा की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया गया. सरकार ने प्रदेश में गुटके का निर्माण और भंडारण के साथ वितरण पूरी तरह से प्रतिबंधित कर दिया है. कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए सीएम योगी ने ये फैसला किया है.
सरकार का मानना है कि लोग पान मसाला और गुटखा खाकर सड़कों पर गंदगी करते हैं. खाद्य सुरक्षा अधिनियम की धारा 30/2 के तहत ये फैसला लिया गया है. इस संबंध में आयुक्त खाद्य एवं सुरक्षा की तरफ से आदेश जारी कर दिया गया है। सूत्रों की माने तो शहर में देसी गुटखा के कारोबारियों द्वारा निर्माण कार्य भी चल रहा है और  पास युक्त वाहन से बाजारों में सप्लाई भी की जा रही है प्रशासन को नियंत्रण रखने के लिए  पास युक्त माल बाहको को चेक करना चाहिए।
 जिससे प्रतिबंधित सामानों की बिक्री पर रोक लगाई जा सके और ऐसी गतिविधियों में लिप्त लोगों के ऊपर कार्यवाही की जा सके।


शोएब ने लगाई मदद की गुहार

लोकेश वाघमारे


इस्लामाबाद। पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज ने भारत और पाकिस्तान को मिलकर कोरोनावायरस महामारी का सामना करने का अनुरोध किया है। उन्होंने कहा कि अगर भारत हमें 10,000 वेंटिलेटर्स देता है तो इसे पाकिस्तान जिंदगी भर याद रखेगा।


भारत में कोरोनावायरस का कहर जारी है। अब तक इस वायरस से 166 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं मरीजों की संख्या 5734 पहुंच गई है। पाकिस्तान में भी कोरोनावायरस बुरी तरह से फैल चुका है। ऐसे में पाकिस्तान दूसरे देशों से मदद की गुहार लगा रहा है। उनकी हालत इतनी खस्ता है कि डॉक्टर्स के पास इलाज करने के लिए किट तक नहीं है। कोरोनावायरस के मरीजों का इलाज करने वाले एक डॉक्टर की भी मौत हो चुकी है। पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने भारत और पाकिस्तान से मिलकर कोरोनावायरस महामारी का सामना करने का अनुरोध किया है। उन्होंने कहा कि अगर भारत हमें दस हजार वेंटिलेटर्स देता है तो इसे पाकिस्तान जिंदगी भर याद रखेगा। जिस पर भारतीय ट्विटर यूजर ने उनकी क्लास ली है और चीन से मदद मांगने को कहा है।


शोएब अख्तर ने कहा, ”भारत अगर हमें 10000 वेंटिलेटर देता है तो पाकिस्तान इसे हमेशा याद रखेगा। हम तो सिर्फ मैचों की पेशकश कर सकते हैं। बाकी अधिकारियों को तय करना हे। वैसे संकट के इस समय में ये सीरीज होती है तो मैच के रिजल्ट पर कोई भी देश निराश नहीं होगा। विराट कोहली शतक जड़ेंगे तो हम खुश होंगे और बाबर आजम शतक जड़ेंगे तो आप खुश होंगे। जीत दोनों देश की होगी।”


ट्विटर पर भारतीयों को उनका प्रस्ताव बिलकुल ठीक नहीं लगा और चीन से मदद मांगने की हिदायत दे डाली। एक यूजर ने लिखा, ”मेरे दोस्त शोएब अख्तर, भारत ने 93 हजार पाकिस्तानी जवानों को दिया था, वो तो आपको याद नहीं। ऐसा मजाक फिर न करना।” वहीं दूसरे यूजर ने लिखा, ”शोएब आप ये प्रस्ताव अपने सबसे करीबी दोस्त चीन के पास लेकर जाएं। कोरोनावायरस के खिलाफ जंग के लिए चीन और पाकिस्तान के बीच टेस्ट सीरीज अच्छा ख्याल हो सकता है।” तीसरे यूजर ने लिखा, ”भारत आपको 10 हजार वेंटिलेटर बनाकर दे देगा। क्या आप उसके बदले में भारत को 10 हजार आतंकवादी देंगे।” ट्विटर पर लोगों ने ऐसे रिएक्शन्स दिए हैं।


लड़की जिससे चाहे संबंध बनाएंः नेहा

मुंबई। बॉलीवुड अभिनेत्री नेहा धूपिया का कुछ दिनों पहले रियलिटी शो ‘रोडीज’ के ऑडिशन से एक वीडियो वायरल हुआ था जिसके कारण एक्ट्रेस काफी विवादों में आ गई थीं। अब नेहा धूपिया ने इसी मामले में एक बार फिर से अपनी चुप्पी तोड़ी है और कहा है कि वो अपने शब्दों और सोच पर अभी भी बनी हुईं हैं।
बॉलीवुड हंगामा से बातचीत के दौरान नेहा ने कहा, “वो एक रियलिटी शो है। कुछ बातें कही गई हैं क्योंकि इसे चीजों को मैं काफी सीरियली लेती हूं”एक ऐसी घटना थी जो दुर्भाग्य से, जो मैंने कहा था उसका एक छोटा हिस्सा चर्चा में था, जबकि मैं जो कुछ भी करने की कोशिश कर रही थी वह यह था कि किसी भी परिस्थिति में घरेलू हिंसा ठीक नहीं है और इसलिए, इसका केवल आधा हिस्सा उठाया गया था और मुझे बड़े पैमाने पर ट्रोल किया गया।”नेहा ने बताया, “ईमानदारी से, मुझे जो कुछ भी कहना था, मैंने समय लिया और इसे एक बयान में रखा और मैं अभी भी अपने शब्दों पर बनी हुई हूं और यही सोच रखती हूं।”नेहा ने आगे कहा, “बहुत सारे लोग जिनमें बहुत सद्भावना है, बहुत सारे लोगों ने इस मामले में मेरा सपोर्ट भी किया और कहा कि यदि आप एक रिश्ते में हैं और अगर धोखा है, ऐसे मामलों में तलाक भी हो सकता है।”
नेहा कहती हैं कि, “अगर आप घरेलू हिंसा का शिकार होने जा रहे हैं, तो परिणाम बहुत हैरान करना वाले होंगे। ऐसे में ये मायने नहीं रखता की आपकी क्या हालत है या आप अंदर से कितना हर्ट हो चुके और बेहद परेशान है.. दुख की बात है कि ऐसे में सिर्फ सिर्फ वहीं हिस्सा हाईलाइट होता है कि आपने हाथ उठाया।”


आपको बता दें कि वायरल वीडियो में जज बनी नेहा धूपिया से ऑडिशन देने आए कंटेस्टेंस की बेहद सख्त शब्दों में झाड़ लगाई थी। क्योंकि इस कंटेस्टेंट ने बताया था कि उसकी गर्लफ्रेंड उसके साथ साथ पांच लड़कों से बातें करती थी और धोखा दे रही थी ऐसे में उसने अपनी गर्लफ्रेंड को चांटा मारा।
कंटेस्टेंट की बात पर भड़कते हुए नेहा धूपिया ने उसके साथ गाली गलौच की और कहा है ये उस लड़की की मर्जी है वो चाहे जितने लड़कों के साथ रहे। नेहा ने यहां तक कहा था कि हो सकता है कि लड़के में ही कोई कमी हो जिसके कारण उसकी गर्लफ्रेंड उसके साथ ऐसा कर रही हैं। नेहा को इसी अंदाज के कारण सोशल मीडिया पर खूब आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था।


पब्लिक-पुलिस में सामजस्यता का अभाव

जनता से दुर्व्यवहार करने पर व्यक्तिगत रूप से होंगे जिम्मेदार


शहर में 11 बजे से पहले बाजार आने बाले लोगों को बिना पूछताछ के सूबेदार मार रहे हैं लाठी,कइ मामले आए सामने


जनता को पुलिस प्रशासन की मदद करते हुए करना होगा लॉक डाउन का पालन


शिवपुरी। सभी जिलों के पुलिस अधीक्षक को सख्त निर्देश दिए हैं कि पुलिस किसी भी कीमत पर आमजन से लेकर किसी के भी साथ लॉक डाउन के दौरान दुर्व्यवहार नहीं करेगी। अगर कोई भी इस तरह की घटना होती है तो संबंधित जिलों के पुलिस अधीक्षक व्यक्तिगत रूप से इसके लिए जिम्मेदार होंगे। बात अगर शिवपुरी की करें तो यहां ट्रैफिक सूबेदार द्बारा ड्यूटी के दौरान जो कुछ किया जा रहा है वह अपने आप मे समझ से परे है। ट्रैफिक प्रभारी द्बारा मनमाने अंदाज में जनता के साथ दुर्व्यवहार किया जा रहा है। प्रशासन ने आवश्यक बस्तुओं की खरीद के लिए 11 बजे तक का समय तय किया है। लेकिन सूबेदार यादव द्बारा मनमाने अंदाज में 11 बजे से पहले आवश्यक सामग्री लेने के लिए बाजार आने बाले लोगों के साथ भी बेवजह मारपीट की जा रही है। पुलिस सख्ती के साथ लॉक डाउन का पालन कराए यह अति आवश्यक है, लेकिन जो लोग 11 बजे से पहले बाजार आ रहे हैं उन्हें रोककर पुलिस कम से कम यह तो जान ले कि वह किस आवश्यक कार्य से बाजार आया है, लेकिन जिला मुख्यालय पर देखने मे यह आ रहा है कि ट्रैफिक प्रभारी द्बारा बिना कोई पूछताछ के बाइक सबारों को सीधे लाठी से पीटा जा रहा है। बताया जाता है सूबेदार द्बारा बिना किसी पूछताछ के 11 बजे से पहले जिन लोगों को पीटा जा रहा है उसका शिकार एक भाजपा नेता सहित अन्य कई लोग भी हुए हैं। बीते रोज लगभग 10 बजे इस भाजपा नेता को रोककर सीधे इसमें लाठी मारी गईं हैं। जानकारों का मानना है कि 11 बजे से पहले बाजार आने बाले लोगों को रोककर पहले पूछताछ की जाना चाहिए इसके बाद ही आगे की कार्रवाई होना चाहिए और 11 बजे के बाद जो लोग घरों से बाहर निकले उसे पुलिस अपने जिस भी अंदाज में समझाए वह उचित ही होगा। 


लॉक डाउन कोरोना जैसी महामारी से बचने के लिए अति आवश्यक है।जनता का भी फर्ज बनता है कि वह पूरी तरह से लॉक डाउन का पालन करते हुए पुलिस प्रशासन की मदद करे।


अपात्रः प्रति व्यक्ति मिलेगा गेहूं-चावल

चार किलो गेहूँ एवं एक किलो चावल प्रति व्यक्ति प्रदान किया जाएगा
भोपाल। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देशानुसार कोरोना संकट के चलते प्रदेश के 32 लाख ऐसे व्यक्तियों को भी नि:शुल्क राशन प्रदाय किया जाएगा, जिनके पास राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना के अंतर्गत पात्रता पर्चियां नहीं हैं। इन्हें एक माह का नि:शुल्क उचित मूल्य राशन राज्य सरकार के कोटे से प्रदाय किया जाएगा। राशन के अंतर्गत इन्हें चार किलो गेहूँ एवं एक किलो चावल प्रति व्यक्ति प्रदान किया जाएगा।
प्रमुख सचिव खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण श्री शिव शेखर शुक्ला ने बताया कि प्रदेश में 31 लाख 81 हजार 525 ऐसे व्यक्ति हैं, जो राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना के अंतर्गत निर्धारित 25 पात्रता श्रेणियों में तो आते हैं, परंतु उन्हें वर्तमान में उचित मूल्य राशन प्राप्त करने की पात्रता नहीं है। भारत सरकार द्वारा वर्ष 2014-15 में प्रदेश में योजना के अंतर्गत पात्रता पर्चीधारियों की संख्या 5 करोड़ 46 लाख निर्धारित किए जाने से इन्हें पात्रता नहीं है। अब राज्य शासन ने इन्हें अपने कोटे से एक माह का नि:शुल्क राशन दिए जाने का निर्णय लिया है। राज्य के समग्र सामाजिक सुरक्षा पोर्टल पर इनका नाम दर्ज है। खाद्यान्न वितरण के लिए प्रदेश के इन 8 लाख 8 हजार 946 परिवारों के 31 लाख 81 हजार 525 सदस्यों के लिए राज्य स्तर से 12 हजार 726 मीट्रिक टन गेहूँ तथा 3 हजार 181 मीट्रिक टन चावल का कोटा जारी किया जा चुका है।
किसी भी नजदीकी दुकान से प्राप्त कर सकेंगे राशन
बिना पात्रता पर्ची वाले सभी व्यक्ति सुविधानुसार अपने आस-पास की किसी भी उचित मूल्य दुकान से यह राशन प्राप्त कर सकेंगे। वर्तमान में कोरोना संकट के मद्देनजर कलेक्टर्स को निर्देश दिए गए हैं कि वे राशन वितरण में सोशल डिस्टेंसिंग एवं अन्य सुरक्षात्मक उपायों का कड़ाई से पालन कराएं। हितग्राहियों से कहा गया है कि वे बारी-बारी से राशन प्राप्त करें तथा राशन दुकानों पर एक-दूसरे की बीच दूरी कायम रखते हुए भीड़ न लगाएं। इन सभी हितग्राहियों की सूची पोर्टल पर लॉगिन में उपलब्ध है।


1400 किमी से लाई अपना बच्चा

निजामाबाद। कोरोना लॉकडाउन में देश के अलग-अलग हिस्सों में लोग फंसे हुए हैं और वह अपने घर नहीं जा पा रहे हैं। कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप से बचने के लिए ही मोदी सरकार ने यह फैसला लिया है। मगर इस बीच एक ऐसी घटना सामने आई है, जिसे पढ़कर आपको फिर से यकीन हो जाएगा कि एक मां अगर चाहे तो अपने बच्चों के लिए क्या नहीं कर सकती है। दरअसल, एक महिला का बेटा घर से करीब 700 किलोमीटर दूर लॉकडाउन की वजह से फंस गया था, जिसके बाद मां स्कूटी से 1400 किलोमीटर की यात्रा कर अपने बेटे को वापस ले आई।


स्कूटी से तय की 1400 किमी ससफरः फरलंगाना के निजामाबाद जिले की रहने वालीं 50 वर्षीय रजिया बेगम अपने स्कूटी से 700 किलोमीटर दूर नेल्लोर चली गईं, जहां उनका बेटा लॉकडाउन में फंसा था और फिर अपने बेटे को स्कूटी पर बैठाकर घर वापस ले आईं। रजिया बेगम निजामाबाद के बोधन शहर में एक सरकारी शिक्षिका हैं। रजिया अपने बेटे को लाने के लिए सोमवार की सुबह स्कूटी से निकलती हैं और मंगलवार को दोपहर में आंध्र प्रदेश के नेल्लोर पहुंचती हैं। वहां से वह अपने 17 साल के बेटे मोहम्मद निजामुद्दीन को स्कूटी पर बैठाकर वापस घर चली आती हैं और वह बुधवार को शाम में अपने घर पहुंचती हैं। इस दौरान रजिया तीन दिनों में कुल 1400 किलोमीटर की दूरी तय करती हैं। उनका बेटा नेल्लोर में अपने दोस्त के घर पर फंस गया था।


एसीपी ने दी थी विशेष परमिशनः हालांकि, लॉकडाउन होने की वजह से इस असंभव काम में उनकी मदद बोधन जिले के असिस्टेंट पुलिस कमिश्नर वी जयपाल रेड्डी करते हैं। रजिया अपने बेटे को वापस लाने का वाजिब कारण बताती हैं और उनसे जाने की मंजूरी मांगती हैं। रजिया की गुहार सुनकर जयपाल रेड्डी उन्हें एक विशेष लेटर जारी करते हैं, ताकि प्रशासन कहीं भी रोके-टोके नहीं। हालांकि, इस दौरान रजिया को कई जगहों पर पुलिसवाले रोकते भी हैं, मगर एसीपी द्वारा दी गई विशेष पास की बदौलत उन्हें कहीं ज्यादा दिक्कत नहीं आती है और वह अपने बेटे को सुरक्षित घर लाने में कामयाब रहती हैं।


रजिया को एक बेटा और एक बेटीः रजिया के पति 12 साल पहले एक बीमारी की वजह से गुजर चुके हैं। उनके दो बच्चे हैं, एक बेटा और एक बेटी। बेटा निजामुद्दीन 2019 में 12वीं पास कर गया है और अब वह हैदराबाद में मेडिकल प्रवेश परीक्षा की तैयारी कर रहा है। बीते दिनों निजामुद्दीन अपने दोस्त के साथ नेल्लोर गया था, जहां उसके दोस्त के पापा अस्पताल में भर्ती थे। तभी अचानक 23 तारीख को लॉकडाउन का ऐलान हो जाता है और वह अपने दोस्त के घर पर फंस जाता है।


बेटे के लिए हरसंभव कोशिशः रजिया को जैसे ही पता चलता है कि उनका बेटा नेल्लोर में दोस्त के घर पर फंस गया है, वह तुरंत असिस्टेंट पुलिस कमिश्नर से संपर्क करती हैं और अपने बेटे को वापस बुलाने के लिए मदद की गुहार लगाती हैं। वह कहती हैं कि एसीपी साहब ने मुझे एक परमिशन लेटर दिया, ताकि मैं लॉकडाउन में अपने बेटे को लाने जा सकूं। उन्होंने आंध्र प्रदेश पुलिस से भी अपील की कि मुझे लॉकडाउन में अपने राज्य में जाने दिया जाए।


मुझे कहीं डर नहीं लगाः रजिया आगे कहती हैं कि मैं लगातार चलती गई। मुझे अपने बेटे को वापस लाना था, इसलिए कहीं भी डर नहीं लगा। कई जगह पुलिसवालों ने रोका, मगर मैं एसीपी साहब का दिया हुआ परमिशन लेटर दिखा देती थी और वे मुझे जाने देते थे। मैं नेल्लोर में एक दिन भी नहीं रुकी और वापसी के लिए मैं निकल गई।


पूर्व पीएम सिंह को इमरजेंसी विभाग में भर्ती कराया

पूर्व पीएम सिंह को इमरजेंसी विभाग में भर्ती कराया  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को बृहस्पतिवार को ...