शुक्रवार, 3 अप्रैल 2020

यूपी में अनियंत्रित है कोरोना संक्रमण

लखनऊ। दुनिया भर कहर ढहाता कोरोना वायरस कोविड-19 उत्तर प्रदेश में भी अपने पैर पसार चुका है। शासन और प्रशासन कितने भी दम भरते हो लेकिन उनके दावे और तंत्र दोनों ही फैल हो चुके हैं। उत्तर प्रदेश में कोरोना के 34 नए मामले सामने आए हैं। कानपुर में 6 लोग संक्रमित पाए गए हैं। आगरा में 8 लोग संक्रमित है। बलरामपुर अस्पताल में 12 मरीज भर्ती हैं। लखनऊ में 11 लोगों के सैंपल पॉजिटिव आए हैं। सभी 11 लोग अस्पताल में क्वॉरेंटाइन किए गए हैं। आजमगढ़ में चार, प्रतापगढ़ में एक हरदोई में दो, शाहजहांपुर में एक आदि मरीजों के सैंपल की जांच लखनऊ केजीएमयू में हुई है।


 


महाराष्ट्र में 19 की मौत,5 अस्पताल सील

मुंबई। राज्य में ‘कोरोना’ के संक्रमण से गुरुवार तक 19 लोगों की मौत हो चुकी है! इनमें सबसे ज्यादा 15 मौतें मुंबई में हुई है! पिछले 24 घंटों के दौरान राज्य में कुल छह लोगों की संक्रमण के चलते मौत हुई! इनमें पांच मुंबई और एक पालघर जिले का है! महाराष्ट्र के लिए मुंबई कोरोना का एपिसेंटर बन गया है! शहर में अब तक 190 से ज्यादा संक्रमित मरीज मिल चुके हैं! नाजुक स्थिति का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि शहर के पांच बड़े अस्पताल आंशिक या पूरी तरह से संक्रमण के चलते सील कर दिए गए हैं! यहां चेंबूर स्थित ‘साईं अस्पताल’ को पूरी तरह से सील कर दिया गया है! वही, सैफी, जसलोक, भाभा और हिंदुजा हॉस्पिटल को आंशिक तौर पर सील किया जा चुका है! मुंबई के अलावा राज्य के पुणे, परभणी और पालघर में भी एक-एक व्यक्ति की मौत हो चुकी है!


 


21 मार्च के बाद 64000 विदेश से आए

नई दिल्ली। कोरोना वायरस का प्रकोप भारत में दिनों दिन बढ़ता जा रहा है। हर दिन करीब 10 से 15 मरीज पॉजिटिव पाए जा रहे हैं। वहीं केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने बुधवार को बताया कि 21 मार्च के बाद विदेशों से आए करीब 64,000 लोगों में से 8,000 लोगों को क्वारेंटाइन किया गया और 56,000 लोगों को घरों में आइसोलेशन में रखा गया है। फिलहाल सभी लोग डॉक्टरों की निगरानी में है।


बैठक में कई मंत्री रहे मौजूद


कोरोनावायरस (कोविड-19) पर गठित मंत्रिसमूह की उच्च स्तरीय बैठक में बुधवार को मौजूदा स्थिति की समीक्षा की गई। डॉ. हर्षवर्धन की अध्यक्षता में गठित इस मंत्रिसमूह में शामिल विदेश मंत्री एस. जयशंकर, नागरिक उड्डयन राज्यमंत्री (स्वंतत्र प्रभार), गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय, जहाजरानी, रसायन एवं उर्वरक राज्यमंत्री मनसुख मांडवीय, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री अश्वनी कुमार चौबे समेत चीफ डिफेंस स्टाफ बिपिन रावत भी बैठक में मौजूद थे।


सोशल डिस्टेंसिंग से टूटेगा कोरोना की चेन


कोरोनावायरस के प्रकोप की रोकथाम के लिए प्रभावी उपाय के तौर पर सोशल डिस्टेंसिंग अर्थात लोगों के आपस में दूरी बनाने की अहमियत पर जोर देते हुए डॉ. हर्षवर्धन ने लोगों से स्वास्थ्य मंत्रालय की वेबसाइट पर उपलब्ध प्रोटोकॉल का पालन करने की अपील की।


 विदेशों से 21 मार्च के बाद आए 64000 लोग- डॉ. हर्षवर्धन
केंद्रीय मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने बताया कि 21 मार्च के बाद विदेशों से आए करीब 64,000 लोगों में से 8,000 लोगों को क्वारेंटाइन किया गया और 56,000 लोगों को घरों में आइसोलेशन में रखा गया है।


नई दिल्ली। कोरोना वायरस का प्रकोप भारत में दिनों दिन बढ़ता जा रहा है। हर दिन करीब 10 से 15 मरीज पॉजिटिव पाए जा रहे हैं। वहीं केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने बुधवार को बताया कि 21 मार्च के बाद विदेशों से आए करीब 64,000 लोगों में से 8,000 लोगों को क्वारेंटाइन किया गया और 56,000 लोगों को घरों में आइसोलेशन में रखा गया है। फिलहाल सभी लोग डॉक्टरों की निगरानी में है।


बैठक में कई मंत्री रहे मौजूद


कोरोनावायरस (कोविड-19) पर गठित मंत्रिसमूह की उच्च स्तरीय बैठक में बुधवार को मौजूदा स्थिति की समीक्षा की गई। डॉ. हर्षवर्धन की अध्यक्षता में गठित इस मंत्रिसमूह में शामिल विदेश मंत्री एस. जयशंकर, नागरिक उड्डयन राज्यमंत्री (स्वंतत्र प्रभार), गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय, जहाजरानी, रसायन एवं उर्वरक राज्यमंत्री मनसुख मांडवीय, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री अश्वनी कुमार चौबे समेत चीफ डिफेंस स्टाफ बिपिन रावत भी बैठक में मौजूद थे।


सोशल डिस्टेंसिंग से टूटेगा कोरोना की चेन


कोरोनावायरस के प्रकोप की रोकथाम के लिए प्रभावी उपाय के तौर पर सोशल डिस्टेंसिंग अर्थात लोगों के आपस में दूरी बनाने की अहमियत पर जोर देते हुए डॉ. हर्षवर्धन ने लोगों से स्वास्थ्य मंत्रालय की वेबसाइट पर उपलब्ध प्रोटोकॉल का पालन करने की अपील की।


देश में 21 दिन का लॉकडाउन


हर्षवर्धन ने कहा, "प्रधानमंत्री की घोषणा के बाद देशभर में लॉकडाउन है। इस लॉकडाउन के दौरान हमें अपने घरों में भी सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने की आवश्यकता है।" डॉ. हर्षवर्धन ने कहा, "हम संक्रामक रोग से जूझ रहे हैं। खुद की और दूसरों की रक्षा के लिए यह अत्यंत आवश्यक है कि हम सरकार द्वारा जारी सभी प्रोटोकॉल व दिशनिर्देश का पालन करें, जिसका पालन नहीं करने पर भारतीय दंड संहिता की धारा 188 के तहत कानूनी कार्रवाई हो सकती है।


भूखों को भोजन देने का बीड़ा उठाया

 कुशीनगर। गरीबों का भोजन बनाने वाले कारीगर रमेश मद्धेशिया ने बताया की जो नगर के सुभाष चौक पर पडरौना में 5 दिनों से गरीबों की सेवा में लगे हैं l मद्धेशिया ने बताया समाजसेवी दीपचंद अग्रवाल निस्वार्थ भाव से गरीबों के लिए दो समय का भोजन का बीड़ा जो उठाया है l इस सराहनीय कार्य में उन गरीबों का जो आशीर्वाद मिल रहा है वह खाली नहीं जाएगा l मद्धेशिया ने बताया की हमें जितना दिहाड़ी मजदूरी पर कार्य करने पर आनंद नहीं मिलता था, उतना अब गरीबों की सेवा में आनंद मिल रहा है l मद्धेशिया ने बताया कि डोर टू डोर उन गरीबों तक पहुंच कर भोजन देना और जब गरीब भोजन पाकर प्रसन्न होता है तो मुझे भी प्रसंता मिलती है, यह अपने आप में एक उपकार नहीं बल्कि यह मेरा और आपका कर्म है, मद्धेशिया ने बताया कि अभी तक हम लोग यही जानते थे कि सभी लोग सुखी है लेकिन हमें आज मालूम हुआ की दुनिया में कितने गरीब, मजबूर, असहाय और लाचार हैं, मद्धेशिया ने आई कैन न्यूज़ संवादाता को एक गाना गुनगुना कर बताया "दुनिया में कितना गम है मेरा गम कितना कम है लोगों का गम देखा तो अपना गम भूल गया" मद्धेशिया ने बताया मेरे साथ कार्य कर रहे रवि कुमार सिंह, राजन गुप्ता , मोनू शाह, अजय गुप्ता, किशन गुप्ता, इत्यादि लोग इस सेवा में लगे हैं और इस सेवा से बहुत ही  खुश है, मद्धेशिया ने कहा यह उपकार और सेवा का मौका हमारे गार्जियन तुल्य दीपचंद अग्रवाल अभयानंद मिश्र अधिवक्ता ने इस प्रेरणा को देकर आगे का रास्ता खोल दिया, मैं गरीब जरूर हूं लेकिन भविष्य में इस तरह का मौका मिलेगा तो निस्वार्थ भाव से सेवा करूंगा l साथ ही मद्धेशिया ने समस्त नगरवासियों को हाथ जोड़कर प्रार्थना किया की कोरोना वायरस से लड़ने के लिए हमें त्याग करना पड़ेगा आप घर में रहे, घर में रहें, एक आवाज दो आपको दो वक्त का रोटी पहुंचाने का बीड़ा मेरा होगा l यह  प्रेरणा हमारे गार्जियन तुल्य दीपचंद अग्रवाल ने दी l


28 वर्ष बाद मंदिर में राम जन्मोत्सव

अयोध्या। 'भये प्रगट कृपाला दीनदयाला, काैशल्या हितकारी'। नाैमी तिथि मधुमास पुनीता, शुक्ल पक्ष अभिजित हरिप्रीता।' यह बाेल है रामनगरी में श्रीरामजन्माेत्सव के। जहां मठ-मन्दिराें में प्रभु श्रीराम का जन्माेत्सव धूमधाम के साथ सादगी पूर्वक मनाया गया।
 
  गुरुवार काे दाेपहार 12 बजते ही घण्टे-घड़ियालाें व शंखनाद की करतलध्वनि के बीच अभिजित मुहूर्त में भगवान राम का प्राकट्य हाेता है, चारों ओर रामलला की जय-जयकार हाेने लगती है। इस खुशी में मन्दिराें में बधाइयां गीत गाए जाते हैं। हालांकि काेराेना के कारण फुल लॉकडाउन के चलते इस बार श्रद्धालुगण मंदिरों में रामजन्माेत्सव से नदारद दिखें। लाेगाें ने अपने घराें व मन्दिराें में स्वयं प्रतीकात्मक रूप से रामजन्माेत्सव मनाया। 
 
 इसी कड़ी में 28 साल बाद अस्थाई मन्दिर में रामलला का जन्माेत्सव मनाया गया। इस दौरान भगवान अपने भाईयों समेत रेशमी पीले रंग वस्त्र में नजर आये। जिसकी मनाेरमता देखते ही बन रही थी।  
 
  रामजन्मभूमि के मुख्य अर्चक आचार्य सत्येन्द्र दास पूजन-अर्चन कर रामलला की आरती उतारते हैं। तत्पश्चात वहां पुलिसकर्मियाें काे प्रसाद बांटा जाता है। रामलला के जन्माेत्सव का साक्षी वहां माैजूद सुरक्षाकर्मी बनते हैं। हालांकि फेसबुक सहित सोशल मीडिया पर लाइव द्वारा लाेग रामलला के जन्म महाेत्सव का दर्शन करते हैं। रामकोट मुहल्ले में स्थित प्रभु श्रीराम की प्रधान पीठ कनक भवन में दाेपहार 12 बजे भगवान राम का जन्म हाेता है। मन्दिर के प्रधान पुजारी ने पूजन-अर्चन कर भगवान की आरती उतारी। भक्त अपने घराें से ही फेसबुक लाइव से कनक बिहारी सरकार के जन्माेत्सव का हिस्सा बनते हैं। वहीं कनक भवन परिसर में लालसाहब दरबार में बड़े ही भव्यता के साथ प्रभु श्रीराम का जन्माेत्सव मनाया गया। महाेत्सव काे पीठ के वर्तमान महन्त जानकी शरण महाराज ने अपनी सानिध्यता प्रदान की। 
 
  इस अवसर पर आश्रम के उत्तराधिकारी रामनरेश शरण समेत अन्य उपस्थित रहे। राम नवमी तिथि पर मणिराम छावनी में राम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपाल दास के दिशा-निर्देशन में रामनवमी पर्व मनाया गया। मन्दिर गर्भ ग्रह काे बड़े ही सुन्दरता के साथ सजाया गया था, जिसकी मनाेरमता देखते हुए बन रही थी। जानकी घाट स्थित राम बल्ल भा कुंज में राम जन्मोत्सव के बाद अधिकारी संत राजकुमार दास ने कहाकि लॉकडाउन हाेने की वजह से श्रद्धालु नहीं आने पाए। इसलिए आश्रम के लाेगाें ने ही मिलकर महाेत्सव मनाया। 
 
इस अवसर पर महन्त रमा शकर शरण वेदांती व सहित मंदिर के संत विद्यार्थी उपस्थित रहे। सदगुरु सदन गाेलघाट के महंत सिया किशोरी शरण ने कहाकि रामजन्माेत्सव पर पूरे मन्दिर परिसर काे विविध प्रकार के फूलाें सजाया से गया था। दाेपहार में भगवान के आरती-पूजन के बाद भक्ताें काे प्रसाद बांटा गया। उन्होंने कहाकि 'जेहि दिन रामजनम श्रुति गावंहि, तीरथ सकल तहां चली आवंहि।।' अर्थात जिस दिन भगवान राम का जन्म हाेता है। उसी दिन सभी तीर्थ अयाेध्या आते हैं। यहां आकर सरयू स्नान कर पुण्य के भागी बनते हैं। 
 
 इसी तरह के कौसलेस कुंज में रामा नुजाचर्या विद्याभस्कर मार्गदर्शन में भगवान राम का प्राकट्याेत्सव मनाया जाता है। दशरथ महल के महंत बिंदु गद्याचार्या देवेन्द् प्रसा दा चर्या ने प्रभु के जन्म बाद नामचीन गायकाें व किन्नराें द्वारा अनेकानेक बधइया गीत गाए जाते हैं। इससे पूरे मन्दिर परिसर में अद्भुत छटा निखरती है। 
 
 इसके अलावा अयाेध्या के हनुमागढ़ी, बड़ी छावनी, मणिरामदास छावनी, श्रीरामवल्लभाकुंज, दशरथ महल, हनुमान बाग, जानकी महल, रंगमहल, लवकुश मन्दिर, काेशलेश सदन, अशर्फी भवन, ताेताद्रिमठ, वेदमंदिर, लक्ष्मणकिला, सदगुरू सदन, रामसखी मन्दिर वासुदेवघाट स्थित प्रियाप्रीतम केलिकुंज में महन्त रामगाेविन्द शरण महाराज ,सीताकान्त सदन, गाेलघाट के महन्त रामानुज शरण, समेत अन्य मन्दिराें में भी रामजन्माेत्सव हर्षाेल्लास के साथ मनाया गया।


प्रथमः रामनवमी पर 'सरयू स्नान' नहीं

अयाेध्या। लॉकडाउन के चलते गुरूवार काे प्रसिद्ध रामनवमी पर्व पर एक भी श्रद्धालु सरयू स्नान नहीं कर पाए। काेराेना के कारण प्रशासन ने पहले ही सरयू में सामूहिक स्नान करने पर राेक लगा रखा है। 
 
  लॉकडाउन के कारण श्रद्धालुओं के अयाेध्या आने पर प्रशासन ने पाबंदी लगा रखी है। जिसका रामनवमी के दिन कड़ाई से पालन किया गया। नगरी में प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद दिखा। लाउडस्पीकर द्वारा जिला प्रशासन की तरफ से घूम-घूमकर अयाेध्यावासियाें और श्रद्धालुओं काे हिदायत दिया जा रहा था कि काेई भी व्यक्ति घर से बाहर सरयू स्नान के लिए न निकले। न ही किसी मठ-मन्दिर में रामजन्माेत्सव मनाए जाएं। सभी लाेग अपने घराें में ही भगवान राम का जन्माेत्सव मनायें। यदि काेई भी व्यक्ति सरयू स्नान व रामजन्माेत्सव में शामिल हाेने के लिए घर से बाहर निकलता है। या कहीं अधिक भीड़ लगाता है। ताे उसके विरूद्ध दण्डात्मक कार्रवाई की जायेगी। 
 
 काेराेना के कारण गुरूवार काे लाखाें वर्षाें की परम्परा पर ग्रहण लग गया। या यूं कह लें कि आस्था पर काेराेना भारी पड़ गया। जहां प्रतिवर्ष रामनवमी के दिन 20 से 25 लाख श्रद्धालु अयाेध्या आकर आस्था की डुबकी लगाते थे। साथ ही प्रमुख मठ-मन्दिराें में रामजन्माेत्सव में सम्मिलित हाेते हैं। लेकिन इस बार नजारा कुछ और ही था। सरयू स्नान घाटाें पर सन्नाटा पसरा रहा। श्रद्धालुगण पूरी तरह स्नान से नदारद दिखे। पूरा सरयू घाट रैपिड एक्शन फाेर्स व पीएसी के हवाले दिखा। रामनगरी में चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल के जवान तैनात रहे। अयाेध्या की पूरी सीमा काे चाराें तरफ से सील कर दिया गया था। बाहरी व्यक्तियाें के आने पर पूर्णता पाबंदी रही। कल तक प्रसिद्ध रामनवमी पर्व के दिन रामनगरी की जाे सड़कें श्रद्धालुओं की भारी-भीड़ से पटी रहती थीं। वह आज खाली-खाली दिखी, धर्मनगरी में सड़काें पर चाराें ओर सन्नाटा पसरा रहा। सड़काें पर सिर्फ नीली व खाकी वर्दी के ही जवान दिखलाई पड़े रहे थे। यहां तक कि सरयू स्नान घाटाें पर भी पूरी तरह से सन्नाटा पसरा रहा। घाटाें से श्रद्धालुगण नदारद दिखे। जाे सरयू स्नानघाट रामजन्माेत्सव के दिन रामभक्ताें से खचाखच पटे रहते थे। जहां श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगाकर दान-पुण्य करते थे। वह घाट आज वीरान पड़े रहे। वहां पूरी तरह से भय और बंदिशाें का माहाैल कायम था। हर ओर सन्नाटा पसरा रहा। 
 
 अयाेध्या की महिमा किसी से भी छिपी नहीं है। जहां मान्यता है कि दूसराें के पाप धाेने वाले तीर्थराज प्रयाग खुद रामनवमी के दिन अयाेध्यानगरी आकर सरयू स्नान कर अपने पाप धुलते हैं। इस दिन सभी तीर्थ अयाेध्यानगरी में माैजूद रहते हैं। जिस पर यह पंक्ति एकदम सटीक बैठती है- "जेहि दिन रामजनम श्रुति गावंहि, तीरथ सकल तहां चली आवंहि"। ऐसी अयाेध्यानगरी के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है। जब रामनवमी पर्व पर काेई भी स्नान नहीं करने पाया।


अल्पसंख्यकों पर आरोप-प्रत्यारोप बंद करें

वॉशिंगटन। अमेरिका ने कोरोना वायरस के फैलने के लिए धार्मिक अल्पसंख्यकों पर आरोप लगाने को ‘‘गलत’’ ठहराया है। उनका मानना है कि दुनियाभर की सरकारों को कोविड-19 की जड़ को लेकर ‘‘आरोप-प्रत्यारोप लगाने के खेल’’ को आक्रामकता से खारिज कर देना चाहिए। अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता के लिए अमेरिका के राजदूत सैम ब्राउनबैक ने धार्मिक समूहों से सामाजिक दूरी का पालन करने का अनुरोध किया। साथ ही दुनियाभर में, खासतौर से ईरान और चीन में शांतिपूर्ण धार्मिक कैदियों को रिहा करने की मांग की है। जब उनसे पूछा गया कि क्या उन्होंने कोरोना जिहाद हैशटैग ट्रेंड करने के बारे में भारतीय अधिकारियों से बात की तो उन्होंने कहा, ‘‘मैंने अभी तक भारतीय अधिकारियों से बात नहीं की है।’


आपको बता दें कि ब्राउनबैक की ये टिप्पणियां नई दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में तबलीगी जमात के धार्मिक आयोजन को लेकर आई है जो भारत में कोरोना वायरस फैलाने का प्रमुख केंद्र बनकर उभरा है। ब्राउनबैक ने धार्मिक अल्पसंख्यकों पर कोरोना के असर पर कांफ्रेंस कॉल के दौरान पत्रकारों से कहा, ‘‘मेरा कहना है कि धार्मिक समूहों को सामाजिक दूरी बनाए रखनी चाहिए. हमें यह करने की जरूरत है।


एक सवाल के जवाब में ब्राउनबैक ने कहा कि अमेरिका कोविड-19 विषाणु के लिए धार्मिक अल्पसंख्यकों पर आरोप लगाने की हरकत पर नज़र रख रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘दुर्भाग्यपूर्ण रूप से यह विभिन्न स्थानों पर हो रहा है। सरकारों द्वारा ऐसा करना गलत है। सरकारों को यह बंद करना चाहिए और स्पष्ट रूप से कहना चाहिए कि यह कोरोना वायरस का स्रोत नहीं है। इसके लिए धार्मिक अल्पसंख्यक समुदाय जिम्मेदार नहीं हैं।’ लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण रूप से हम दुनिया के विभिन्न स्थानों पर आरोप-प्रत्यारोप देख रहे हैं और हम उम्मीद करते हैं कि सरकारें आक्रामकता से इसे खारिज कर देंगी।’ ब्राउनबैक ने सरकारों से मुश्किल की इस घड़ी में धार्मिक अल्पसंख्यकों के साथ काम करने और यह सुनिश्चित करने की अपील की कि उन्हें आवश्यक संसाधन और मदद मिलें।


पूर्व पीएम सिंह को इमरजेंसी विभाग में भर्ती कराया

पूर्व पीएम सिंह को इमरजेंसी विभाग में भर्ती कराया  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को बृहस्पतिवार को ...