बुधवार, 1 अप्रैल 2020

आज पीएम, मुख्यमंत्रियों से चर्चा करेंगे

नई दिल्ली। देश में कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या से राज्य से लेकर केंद्र तक में हलचल तेज है। इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से विडियो कॉन्फ्रेंसिंग पर चर्चा करेंगे।


इस दौरान वह कोविड-19 से निपटने के लिए राज्यों की तैयारियों का जायजा लेंगे। साथ ही मुख्यमंत्रियों से उनके राज्य में आ रही दिक्कतों और परेशानियों को भी सुनेंगे। बता दें कि भारत में कोरोना के अब तक 1,637 मामले आ चुके हैं। इनमें से 39 की मौत हो गई है। कोरोना के सबसे अधिक संक्रमित मरीज महाराष्ट्र से हैं। यहां अब तक 320 कोरोना संक्रमित सामने आ चुके हैं जबकि 9 की मौत हो चुकी है। इसके अलावा देश के अंदर कोरोना वायरस के कई हॉटस्पॉट भी बनकर तैयार हो गए हैं जो खतरे से कम नहीं। कोरोना से निपटने की तैयारियों को लेकर पीएम मोदी खुद ही फ्रंट फुट से कमान संभाले हुए हैं। इससे पहले उन्होंने मेडिकल प्रफेशनल्स से भी विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बात की थी।


42334 लोगों की मौत, 860106 संक्रमित

नई दिल्ली। दुनिया में कुछ देश ऐसे भी हैं जहां कोरोना का एक भी मामला सामने नहीं आए है। इसमें उत्तर कोरिया भी शामिल हैं। किम जोंग का कहना है कि उनके यहां कोरोना का कोई मामला नहीं आया है। जबकि उनके देश की सीमा चीन और दक्षिण कोरिया जैसे देशों से लगी है। इन दोनों देशों में कोरोना वायरस काफी लोगों को संक्रमित कर चुका है।इसके अलावा बोत्सवाना, तुर्कमेनिस्तान, तजाकिस्तान, यमन, कोमोरोस, मलावी, साओ तोमे एंड प्रिंसिपी, दक्षिण सूडान में कोरोना वायरस ने दस्तक नहीं दी है। इसके अलावा सोलोमन आइसलैंड,वानूआतू जैसे आइलैंड भी अभी कोरोना संक्रमण से बचे हुए हैं।कुछ विशेषज्ञों ने उत्तर कोरिया की सरकार के दावों पर सवाल उठाए हैं तो कुछ ने समर्थन किया है। उत्तर कोरिया में एक भी मामला सामने नहीं आने के पीछे कहा जा रहा है कि यह देश बाकी दुनिया से कटा हुआ है। इसलिए वहां संक्रमण नहीं पहुंचा है। वहीं जहां इस समय दुनिया कोरोना से लड़ रही है तो किम जोंग मिसाइल परीक्षण करने में लगे हुए हैं।दुनियाभर में कोरोना वायरस ने अबतक 860,106 लोगों को अपनी चपेट में ले लिया है जबकि 42,334 की मौत हो चुकी है। वायरस 180 देशों को अपनी चपेट में ले चुका है। अमेरिका में चीन से ज्यादा 4,055 लोगों की कोरोना के कारण जान जा चुकी है। वहीं अब तक संक्रमितों की संख्या 188,592 हो गई है। इसके बाद इटली का नंबर आता है जहां संक्रमितों की संख्या 105,792 और मृतकों की संख्या 12,428 हो चुकी है।


गुजरात में एक और मौत, संक्रमित 53

गांधी नगर। कोरोना वायरस के कहर के बीच गुजरात में एक और मौत का मामला सामने आया है। अहमदाबाद में 46 साल की कोरोना पॉजिटिव महिला की मौत हो गई है। उसे 26 मार्च को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। महिला उच्च रक्तचाप, मधुमेह से पीड़ित थी और वेंटिलेटर पर थी। इस बात की जानकारी सरदार वल्लभभाई पटेल अस्पताल ने दी।
इस महिला की मौत के साथ ही गुजरात में कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या चार हो गई है। इनमें से अहमदाबाद में दो और भावनगर और सूरत में एक-एक मौत हुई है। साथ ही गुजरात में छह और लोगों के कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जाने के बाद राज्य में इसके कुल मामले बढ़कर 53 हो गए हैं।


एक अधिकारी ने शनिवार को बताया कि शुक्रवार शाम से लेकर अब तक छह नए मामले दर्ज किए गए। प्रधान सचिव (स्वास्थ्य) जयंती रवि ने कहा,'गत शाम को छह नए मामले सामने आने से राज्य में ऐसे मामले की संख्या 53 हो गई है।'
भारत में अब तक कुल 873 लोगों के कोरोनावायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है, जिसमें से 775 व्यक्ति अभी भी कोविड-19 से ग्रस्त हैं। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने शनिवार को इस बात की जानकारी दी। देश में कोरोनावायरस महामारी के चलते 19 लोगों की मौत हो चुकी है, हालांकि, केरल में मौत का एक मामला सामने आऩे से यह आंकड़ा 20 हो गया है। इसके अलावा, उपचार के बाद 78 व्यक्ति पूर्ण रूप से स्वस्थ हो गए हैं। देश के 27 राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों से कोविड़-19 संक्रमण से जुड़े मामले सामने आए हैं। कुल 103 जिले घातक वायरस से प्रभावित हुए हैं।


परमाणु युद्धः 10 करोड़ के मरने का अनुमान

वाशिंगटन। अमेरिका की रटजर्स यूनिवर्सिटी- न्यू ब्रून्सविक के शोधकर्ताओं के आकलन पर आधारित एक अध्ययन में दावा किया गया है कि दोनों देशों के पास मौजूद परमाणु हथियारों का महज एक फीसदी हिस्सा भी 10 करोड़ लोगों की तत्काल जान ले सकता है। इसके अलावा वैश्विक स्तर पर आधुनिक इतिहास के सबसे बड़े खाद्यान्न संकट का कारण बन सकता है। इससे लोगों के खाने के लाले पड़ जाएंगे और करोड़ों लोगों की जान भूख के कारण चली जाएगी। अध्ययन में कहा गया कि दोनों के बीच परमाणु युद्ध के चलते वैश्विक स्तर पर तापमान में गिरावट के अलावा बेहद कम बारिश और सूरज की धूमिल रोशनी जैसे बुरे प्रभाव होगा।


इसका बड़ा असर फसलों के उत्पादन पर पड़ेगा। पहले साल में ही खाद्यान्न उत्पादन 12 फीसदी गिर जाएगा, जो किसी भी ऐतिहासिक सूखे के चलते हुई खाने की कमी से चार गुना ज्यादा बड़ा आंकड़ा होगा। यह असर करीब एक दशक तक पूरे विश्व के खाद्यान्न उत्पादन और व्यापार को प्रभावित करता रहेगा। शोधकर्ताओं का कहना है कि इसका असर 21वीं सदी के आखिर तक मानवजनित जलवायु परिवर्तन के प्रभाव से कहीं ज्यादा होगा। उनका मानना है कि वैसे तो कृषि उत्पादकता पर वैश्विक तापमान में वृद्धि का व्यापक रूप से अध्ययन किया गया है, लेकिन तापमान में अचानक गिरावट के वैश्विक फसल वृद्धि पर प्रभाव की जानकारी फिलहाल बेहद कम स्तर पर है। इस अध्ययन में अपना योगदान देने वाले प्रोफेसर एलेन रोबोक ने कहा कि हमारे नतीजे से इस वजह को बल मिलता है कि परमाणु हथियारों का अवश्य ही सफाया किया जाना चाहिए, क्योंकि यदि वे बने रहे तो उनका इस्तेमाल किया जा सकता है और दुनिया के लिए इसके परिणाम त्रासद हो सकते हैं।


संक्रमण में अमेरिका ने चीन को पछाड़ा

वाशिंगटन। दुनिया भर में कोरोना वायरस थमने का नाम नहीं ले रहा है। विश्व भर के 199 देश कोरोना की चपेट में हैं। वहीं अमेरिका में भी कोरोना वायरस का आंतक बढ़ता जा रहा है। चीन के वुहान से शुरू हुए कोरोना का अब सबसे ज्यादा संक्रमण अमेरिका में हो रहा है। यहां कोरोना संक्रमित पीड़ितों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। अमेरिका में कोरोना कन्फर्म केस की संख्या 85,000 के पार पहुंच चुकी है। जबकि पूरी दुनिया में कोरोना से संक्रमित लोगों की संख्या 5 लाख के पार पहुंच गई है।


इटली, स्पेन और अमेरिका में कोरोना वायरस कहर बरपा रहा है। अमेरिका कोरोना संक्रमण के मामले में चीन से आगे निकल गया है। अबतक कोरोना की चपेट में आकर दुनिया में 24,000 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। मिली जानकारी के अनुसार पिछले 24 घंटे में अमेरिका में 16,000 लोग कोरोना की चपेट में आ गए हैं और वहां कुल आंकड़ा 85,000 के पार पहुंच चुका है। अमेरिका में पिछले 24 घंटे में 263 लोगों की मौत हुई है, जो एक दिन में अमेरिका में कोरोना से मौत का सबसे बड़ा आंकड़ा है। इस तरह अमेरिका में गुरुवार तक कुल 1,290 लोगों की कोरोना से मौत हो चुकी है। जबकि करीब 2,000 लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है। ऐसे में आने वाले दिनों में अमेरिका में मौत और कन्फर्म केस का संख्या में इजाफा की आशंका बनी हुई है।


इटली में कोरोना का सबसे ज्यादा कहर

रोम। कोरोना का सबसे ज्यादा कहर अब इटली में टूटता दिख रहा है। वहां एक ही दिन में 1000 से ज्यादा लोगों ने कोरोना से पीड़ित होकर दम तोड़ दिया है। वहां मरने वालों की संख्या 9000 पार हो चुकी है। अमेरिका में भी कोरोना पीड़ितों की संख्या लगातार बढ़ रही है और आंकड़ा एक लाख पार कर गया है। अमेरिका से कई गुना ज्यादा आबादी वाले भारत में यदि फैलता है तो बेहद चिंता का विषय हो जाएगा। स्वास्थ्य सुविधाएं हमारे देश में अमेरिका और इटली जैसे उपलब्ध नहीं है उसके बावजूद आत्म अनुशासन और सरकारी सख्ती के कारण कुछ हद तक कोरोना के संक्रमण की गति पर नियंत्रण पाने की कोशिश सफल होती नजर आ रही है। लेकिन इतना काफी नहीं है। कोरोना से बचने के तमाम उपाय बेहद जरूरी है। इटली की हालत बेहद खराब है। यही हाल अमेरिका का भी है। अमेरिका और इटली की तुलना में हमारे देश मे आंकड़े बहुत तेजी से नहीं बढ़ रहे हैं लेकिन फिर भी कल 3 लोगों की मौत और मरीजों की संख्या 834 तक पहुंचना चिंता को बढ़ाने के लिए काफी है।


स्पेनः 24 घंटे में रिकॉर्ड 838 मौत

मेड्रिड। दुनिया भर में कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। कोरोना वायरस के कारण स्पेन देश को तबाही की कगार पर पहुंचा दिया है। स्पेन में कोरोना वायरस से अभी तक 6500 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है।


स्पेन में कोरोना से 24 घंटे में रिकॉर्ड 838 मौतें दर्ज की गई है। स्पेन ने रविवार को गत 24 घंटों में रिकॉर्ड 838 लोगों की कोरोना के संक्रमण से मौत की पुष्टि की। इसके साथ ही देश में इस संक्रमण से मरने वालों की तादाद 6,528 हो गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि स्पेन में अबतक 78,797 लोगों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। इस प्रकार देश में 24 घंटे के भीतर संक्रमितों की संख्या में 9.1 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। कोरोना वायरस से इटली के बाद स्पेन दूसरा देश है जहां पर सबसे अधिक मौतें हुई हैं।


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