मंगलवार, 31 मार्च 2020

27 राज्यों में संक्रमित 1347, 32 की मौत

नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगो की संख्या बढ़ती जा रही है दिन प्रति दिन लोग इससे संक्रमित हो रहे है पुरे देश में हाहा कार मचा हुआ है, देश के 27 राज्यों में फैले एक जानलेवा वायरस की वजह से अब तक 1347 लोग संक्रमित हो चुके हैं। वहीं, 32 लोगों की मौत हो चुकी है।


हालांकि 138 लोगों ने अब तक इस वायरस से जंग जीती है और उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिल चुकी है, दो राज्यों केरल और महाराष्ट्र में कोरोना से संक्रमित मरीजों की संख्या 200 के पार पहुंच गई है। सबसे ज्यादा 8 मौत महाराष्ट्र में हुई। इसके बाद गुजरात में छह, कर्नाटक में तीन, मध्य प्रदेश में तीन, राजधानी दिल्ली में दो, पश्चिम बंगाल में दो, केरल, तेलंगाना, तमिलनाडु, जम्मू-कश्मीर, पंजाब, बिहार और हिमाचल प्रदेश में एक-एक मौत हुई है। वहीं, ठीक हुए मरीजों की संख्या की बात करें तो महाराष्ट्र में 25, केरल में 16, उत्तर प्रदेश में 11, हरियाणा में 17, कर्नाटक में 5, दिल्ली में 6, तमिलनाडु में 4, लद्दाख में तीन, राजस्थान में तीन, हिमाचल प्रदेश में दो, उत्तराखंड में दो, तेलंगाना, गुजरात, जम्मू-कश्मीर, पंजाब और आंध्र प्रदेश में एक-एक मरीज ठीक हुआ है।


सीमा सील करने से प्रवासियों को दिक्कत

भानु प्रताप उपाध्याय


शामली/कैराना। कोरोना संक्रमण महामारी के चलते पूरे देश को लाॅक डाउन किया गया है। लाॅक डाउन के बाद अन्य प्रदेशों में काम करने वाले प्रवासी मजदूरों का आना जारी था। गृह मंत्रालय की एडवाइजरी के बाद सभी राज्यों की सीमाओं को सील कर दिया हैं। प्रवासियों के आने पर पुलिस प्रशासन ने प्रतिबंध लगा दिया हैं। वहीं सीमा सील होने से प्रवासी मजदूर परेशान नजर आऐ । कोरोना संक्रमण महामारी रोकने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 24 मार्च से पूरे देश में 21 दिन के लिए लाॅक डाउन कर दिया था। वही लाॅक डाउन के बाद अन्य प्रदेशों में फैक्ट्री बंद हो गई थी। जिसके बाद वहां पर काम करने वाले दिहाड़ी मजदूर सड़क पर आ खड़े हुए। जिनका यूपी हरियाणा बॉर्डर से 3 दिन से लगातार आना जारी था। वही प्रवासी मजदूरों के आवागमन के कारण कोरोना संक्रमण फैलने की आशंका को देखते हुए लाॅक डाउन के छठे दिन गृह मंत्रालय के निर्देश पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी उत्तर प्रदेश के सभी जनपदों की सीमाओं को सील करने के आदेश दे दिए थे। सोमवार को कैराना स्थित यूपी हरियाणा बॉर्डर को पुलिस प्रशासन ने पूरी तरह सील कर दिया हैं। अन्य प्रदेशों से आने वाले प्रवासी मजदूरों को पुलिस प्रशासन ने आने पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया हैं। सीओ प्रदीप सिंह ने बताया कि यूपी हरियाणा बॉर्डर को सील कर दिया गया है। जिस प्रदेश में प्रवासी मजदूर हैं वें वहीं रहें राज्य सरकार द्वारा उनके खाने पीने व रहने की व्यवस्था की जा रही हैं। वही सीमा सील होने के बाद यमुना ब्रिज पर खड़े कुछ प्रवासी परेशान नजर आएं। उन्होंने कहा कि उनके द्वारा सैकड़ों किलोमीटर का सफर पैदल तय किया गया हैं, लेकिन अब पुलिस उनको आगे जाने नहीं दे रही हैं। उनके लिए खाने-पीने व रहने की भी कोई व्यवस्था नहीं की गई हैं।


चीन में लॉक डाउन खत्म, मनाया जश्न

चीन(वुहान)। लॉकडाउन खत्म होते ही चीनियों ने दावत शुरू कर दी, जीत के जश्न में खरगोश, बत्तख, कुत्ते,बिल्ली समेत कई जीवों की फिर जान पर बन आई ! लॉक डाउन खत्म होते ही चीनी लोगों की आदते फिर पहले जैसे नज़र आ रही है! कोरोना संक्रमण फैलते ही चीनियों ने सभी प्रकार के मांस से किनारा कर लिया था! लेकिन अब वे फिर से पुराना स्वाद चख रहे है,इस जीत पर चीन में इन दिनों जश्न मनाया जा रहा है जिसमें उन बेजुबान जानवरों के मांस का दोबारा सेवन शुरू कर दिया गया है ! जिनके चलते उस पर वायरस के प्रसार के आरोप लगे हैं।
एक तरफ़ पूरी दुनिया कोरोना वायरस की वजह से वैश्विक महामारी के कहर से जूझ रही है तो दूसरी तरफ़ चीन में इस महामारी पर जीत का जश्‍न खरगोश और बत्‍तख का मांस खाकर मनाया गया। यही नहीं एक बार फिर से चीन में चमगादड़ों की बिक्री धड़ल्‍ले से शुरू हो गई है। यह वही चीन है जिसके वुहान शहर से महामारी दुनियाभर में फैल गई। माना जाता है कि पैंगोलिन से चमगादड़ के रास्‍ते वायरस इंसान के शरीर में प्रवेश कर गया। चीन में महामारी पर ‘जीत’ का जश्‍न मनाया गया। इस दौरान कुत्‍ते, बिल्‍ली, खरगोश और बत्‍तख के खून से घरों की छतें लाल हो गईं। हर तरफ मरे हुए जानवरों के अवशेष नजर आए। इस जश्‍न के लिए चीन में बेहद गंदे मीट मार्केट को फिर से खोल दिया गया। तीन महीने पहले वुहान में इसी तरह के एक मीट मार्केट से वायरस इंसानों में फैल गया था। चीन की इस गलती का खामियाजा आज पूरी दुनिया के लोग भुगत रहे हैं। चीन में वुहान के गुइलिन क्षेत्र के भीतर पहले सुरक्षा गार्ड तैनात नहीं रहते थे। लेकिन अब यहां की तस्वीरें लेने से रोकने के लिए सुरक्षाकर्मी चौबीसों घंटे तैनात रहने लगे हैं। यहां इस बात का प्रचार किया जा रहा है कि कोरोना वायरस अब दूसरे देशों की समस्या है। चीनियों को इससे चिंतित होने की जरूरत नहीं।
डेली मेल की खबर के मुताबिक, दक्षिण-पश्चिम चीन में गुइलिन इलाके के भीतर हजारों लोग दोबारा मीट मार्केट में पहुंचे और वहां खुले में बिक रहे मांस और जिंदा जानवरों को खरीदा। चीन में लॉकडाउन हटने के बाद यहां की मंडी में कई प्रजातियों के पशु-पक्षी रखे देखे गए। सरकार भी लोगों को रोजमर्रा की तरह बाजार जाकर सामान्य जीवन जीने को प्रोत्साहित कर रही है ताकि अर्थव्यवस्था रफ्तार पकड़ सके।


दिल्ली में बड़े मामले 21,860 क्वॉरेंटाइन

नई दिल्ली। कोरोना वायरस (COVID-19)को रोकने के लिए लगाए गए लॉकडाउन को तोड़ना दिल्ली के लोगों पर भारी पड़ सकता है। रविवार को कोरोना के मामलों में अचानक आई वृद्धि से संकट गहरा गया है। बताया जा रहा है कि पिछले सप्ताह निजामुद्दीन तबलीगी मरकज में शामिल कुछ लोग कोरोना से पीड़ित पाए गए हैं।


क्वारंटाइन हैं 21,860 लोग
स्वास्थ्य विभाग और विशेषज्ञ अभी दिल्ली में समुदाय में संक्रमण फैलने से इन्कार कर रहे हैं। डॉक्टर कहते हैं कि रविवार को जिन लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है, उनका सैंपल दो-तीन दिन पहले भेजा गया होगा। दिल्ली में अभी भी 21,860 लोगों को क्वांरटाइन में रखा गया है। इसमें से विदेशों से आए 4401 यात्री अपने घरों में क्वारंटाइन हैं और 1142 लोग सरकारी क्वारंटाइन केंद्र में हैं। जबकि 16,317 लोग विदेशों से लौटे लोगों व पीडि़त मरीजों के संपर्क में आए हैं। इन्हें भी घर में ही क्वारंटाइन किया गया है।


कोरोना वायरस (COVID-19)को रोकने के लिए लगाए गए लॉकडाउन को तोड़ना दिल्ली के लोगों पर भारी पड़ सकता है। रविवार को कोरोना के मामलों में अचानक आई वृद्धि से संकट गहरा गया है। बताया जा रहा है कि पिछले सप्ताह निजामुद्दीन तबलीगी मरकज में शामिल कुछ लोग कोरोना से पीड़ित पाए गए हैं।


लखनऊ में मिले विदेशी, किया आइसोलेट

लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से बड़ी खबर आ रही है। यहां लॉक डाउन के बीच कैसरबाग इलाके में स्थित एक मरकज़ी मस्जिद (Markazi Mosque) में पुलिस कमिश्नर, कमिश्नर और डीएम पहुंचे हैं। पता चला है कि इस मरकजी मस्जिद में पिछले 13 मार्च से कई विदेशी नागरिक रुके हुए हैं। ये किर्गिस्तान और कजाकिस्तान के नागरिक बताए जा रहे हैं। पता चला कि ये विदेशी नागरिक एक धार्मिक जलसे में भाग लेने आए थे खुफिया और एलआईयू की सूचना के बाद पुलिस प्रशासन की टीमें मस्जिद पहुंच गई हैं।
जानकारी के अनुसार सभी विदेशी नागरिकों की मेडिकल जांच कराई जा रही है। इन्हें आइसोलेशन में रखा जा रहा है। यही नहीं मड़ियांव और काकोरी इलाके की मस्जिदों में भी कई विदेशी नागरिकों के रुके होने की खबर है। मंडियांव में 17 बांग्लादेशी नागरिकों के रुके होने की सूचना है। आपको बता दें कि दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में विदेशी नागरिकों के शामिल होने का मामला सामने आने के बाद विभिन्न राज्यों की पुलिस सतर्क हो गई है। बताया जा रहा है कि निजामुद्दीन में तब्लीगी जमात में शामिल होने आए ये लोग लॉकडाउन के ऐलान के बाद अलग-अलग राज्यों की ओर चले गए हैं।


मरकज से नहीं लौटे 20 लोग


उधर, पुलिस प्रशासन दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज के आयोजन में शामिल हुए लोगों की तलाश कर रहा है। सूचना मिली थी कि तब्लीगी जमात में लखनऊ के 20 लोग शामिल हुए थे। पुलिस सूत्रों के अनुसार पता चला है कि ये 20 लोग अभी तक लखनऊ नहीं लौटे हैं, ये अभी नई दिल्ली में ही हैं।
वहीं प्रयागराज मंडल से भी 11 लोगों शामिल होने की सूचना थी। इनमें 8 प्रयागराज और 3 लोग प्रतापगढ़ से शामिल हुए थे। आईजी जोन प्रयागराज केपी सिंह ने एलआईयू जांच में पाया है कि सभी लोग जमात के बाद से दिल्ली में ही ठहरे हुए हैं। उन्होंने कहा कि जमात में शामिल लोगों के यहां न आने से कोरोना का फिलहाल कोई खतरा नहीं है। बता दें रिपोर्ट के मुताबिक यूपी के करीब 157 लोग पुलिस ने चिन्हित किए हैं, जो इस जमात में शामिल हुए थे।


20 राज्यों में संक्रमण हुआ प्रभावी

नई दिल्ली। कोरोनावायरस संक्रमण के मंगलवार को 37 नए मामले सामने आए हैं। इनमें से सबसे ज्यादा 19 संक्रमित मध्यप्रदेश में मिले हैं। इसके बाद महाराष्ट्र और उत्तरप्रदेश में 5-5, राजस्थान में 4, गुजरात में 3 और बिहार में 1 पॉजिटिव मिला। इसके साथ ही देश में कुल संक्रमितों की संख्या 1 हजार 384 हो गई है। इससे पहले सोमवार को एक दिन में सबसे ज्यादा 208 मामले सामने आए थे। इनमें से महाराष्ट्र में 35 और केरल में 32 मरीज मिले। दिल्ली में 25, उत्तरप्रदेश में 24, तमिलनाडु में 17-17, जम्मू-कश्मीर में 11, राजस्थान में 10, मध्यप्रदेश में 8, कर्नाटक में 8, गुजरात में 7, चंडीगढ़ में 5, पंजाब में 3, आंध्रप्रदेश में 2, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, हरियाणा और अंडमान-निकोबार में 1-1 रिपोर्ट पॉजिटिव आई। ये आंकड़े covid19india.org वेबसाइट के अनुसार हैं। सरकार के आंकड़ों में अभी संक्रमितों की संख्या 1251 है। इनमें से 101 ठीक हो गए हैं।


कल सबसे ज्यादा मौत, सबसे ज्यादा लोग ठीक भी हुए


सोमवार को सबसे ज्यादा मरीज बढ़े तो सबसे ज्यादा ठीक भी हुए। सबसे ज्यादा मौत भी हुईं। देशभर में कल 35 लोगों की अस्पताल से छुट्‌टी हुई। इससे पहले 27 मार्च को 25 लोग ठीक हुए थे। अब तक कुल 137 मरीजों की इलाज के बाद रिपोर्ट निगेटिव आ चुकी है। कल 16 लोगों की मौत हुई। इससे पहले 26 मार्च और 28 मार्च को 5-5 कोरोना संक्रमितों ने दम तोड़ा था।


इंदौर में सामने आए 17 नए संक्रमित

इंदौर। कोरोनावायरस इंदौर में घातक होता जा रहा है। मंगलवार को भोपाल से आई रिपोर्ट में 17 नए केस सामने आए हैं। एमजीएम मेडिकल कॉलेज की वायरोलॉजी लैब में कोरोना की जांच के लिए बड़ी संख्या में सैंपल पहुंचने के बाद जांच के लिए रविवार को 40 सैंपल भोपाल एम्स भेजे गए, जबकि यहां भी 70 सैंपल की जांच की गई। सीएमएचओ के अनुसार, इंदौर से भेजे गए सैंपल में 17 नए केस सामने आए। इनमें इंदौर, उज्जैन समेत मालवा-निमाड़ के अन्य जिलों के मरीज शामिल हो सकते हैं। यदि ऐसा होता है तो इंदाैर में कोरोना पॉजिटिव का आंकड़ा 49 (+5 उज्जैन) पहुंच जाएगा। वहीं, प्रदेश में संक्रमितों की संख्या 64 हो गई है। वहीं, सोमवार देर रात 49 साल की एक महिला की मौत के साथ ही प्रदेश में कोरोना से मौत का आंकड़ा 5 हो गया। सोमवार को इस संक्रमण ने दो लोगों की जान ले ली। चंदन नगर निवासी 49 वर्षीय महिला ने देर रात दम तोड़ दिया। इससे पहले दिन में एमआर-9 की राजकुमार कॉलोनी के 41 साल के व्यक्ति की मौत हुई थी।


दोनों ही एमआर टीबी अस्पताल में भर्ती थे। शहर में अब तक तीन और उज्जैन में संक्रमण से मरने वालों की संख्या दाे हाे गई है। इसी बीच, देर रात अभिनेता सलमान खान के 38 वर्षीय भतीजे अब्दुल्ला खान उर्फ अबा की मुंबई में मौत हो गई। अबा इंदौर के खान कंपाउंड में रहते थे। कोरोना की आशंका में उनका सैंपल जांच के लिए भेजा था, अभी रिपोर्ट नहीं आई है।


सोमवार को 8 पॉजिटिव आए थे


सोमवार को इंदौर और उज्जैन में कोरोना के 8 नए मामले सामने आए थे। इनमें उज्जैन के एक 37 साल के युवक की 3 दिन पहले ही मौत हो गई थी। मुख्य चिकित्सा और स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचएमओ) डॉ. प्रवीण जड़िया ने बताया कि इंदौर में एक महिला, एक वृद्ध और एक युवक की मौत हो गई, जबकि उज्जैन में मृतकाें में एक वृद्धा और एक युवक शामिल है। इंदौर में अभी 27, उज्जैन 5, जबलपुर में 8, भोपाल में 3, ग्वालियर और शिवपुरी में 2-2 संक्रमित हैं।
8 पॉजिटिव में 5 मरीजों की कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं
एमजीएम मेडिकल कॉलेज से सोमवार को जारी बुलेटिन में बताया गया कि पॉजिटिव पाए गए 8 मरीजों में से 3 की कॉन्टैक्ट हिस्ट्री है, जबकि 5 मरीजों की कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं है। इंदौर में जो 7 नए मरीज सामने आए हैं, उनमें 1 अहिल्या पलटन, 1 आजाद नगर, 1 रवि नगर, एक नॉर्थ हाथीपाला और तीन एमआर-9 स्थित साईंराम कॉलोनी के रहने वाले है। वहीं, उज्जैन के माधवनगर क्षेत्र में रहने वाले एक मरीज में कोरोना की पुष्टि हुई। इस युवक की 3 दिन पहले मौत हो गई। बताया गया है कि युवक बीमार हाेने से 5 दिन पहले नीमच गया था। यहां राजस्थान के लोगों के साथ पार्टी में संपर्क में आया। वहां से लौटते ही सर्दी, खांसी, बुखार हो गया। उज्जैन में अब तक 2 लोगों की मौत हो चुकी।
इंदौर सबसे संक्रमित शहरों की सूची में 8वें नंबर पर
कोरोना संक्रमण से देश में 27 राज्य प्रभावित हैं। इसमें मध्य प्रदेश दसवें नंबर पर है। शहरों की बात करें तो 24 मार्च तक कोरोना मुक्त रहा इंदौर बीते पांच दिनों में देश के सबसे संक्रमित शहरों की सूची में आठवें नंबर पर आ गया है। केरल में देश का पहला मरीज 30 जनवरी को सामने आया था। महाराष्ट्र और दूसरी जगहों पर मार्च के पहले और दूसरे हफ्ते में मरीजों का आना शुरू हुआ। इंदौर में मरीज बढ़ने की रफ्तार जो रविवार तक 380% थी, वह अब 540% हो गई है।


डीएम की अध्यक्षता में मासिक बैठक आयोजित

डीएम की अध्यक्षता में मासिक बैठक आयोजित  भानु प्रताप उपाध्याय  मुजफ्फरनगर। जिलाधिकारी उमेश मिश्रा की अध्यक्षता में विकास भवन के सभाकक्ष में ...