रविवार, 29 मार्च 2020

वायरस की रोकथाम के लिए दिशा-निर्देश

नई दिल्ली। केंद्र और राज्य सरकारों ने रविवार को 21 दिनों के देशव्यापी बंद के मद्देनजर कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए दिशानिर्देश जारी किए हैं। दिशानिर्देशों के अनुसार, अस्पताल, पशु चिकित्सा अस्पताल, फार्मेसियों, प्रयोगशालाओं और अनुसंधान प्रयोगशालाएं चालू रहेंगी। इसमें कहा गया है, “सभी चिकित्सा कर्मियों, नर्सों, पैरामेडिकल स्टाफ और अन्य, अस्पताल से जुड़ी सहायता सेवाओं के लिए परिवहन की अनुमति है।”


दुकानों, बैंकों, प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, दूरसंचार, इंटरनेट सेवाओं आदि को छोड़कर सभी निजी प्रतिष्ठानों को भी बंद रखने के लिए निर्देशित किया गया है। दिशानिर्देशों में कहा गया है कि कुछ अपवादों को छोड़कर भारत सरकार, राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों के कार्यालय बंद रहेंगे। रक्षा, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों, आपातकालीन सेवाओं, बिजली, पानी, समाज कल्याण विभाग, कृषि उत्पादों की खरीद में लगी एजेंसियों आदि से संबंधित कार्यालय 14 अप्रैल तक लॉकडाउन के दौरान खुले रहेंगे।दवाओं, चिकित्सा उपकरणों और कोयला, खनिजों और उर्वकों के उत्पादन के लिए औद्योगिक इकाइयां भी लॉकडाउन के दौरान काम करेंगी। परिवहन और हॉस्पिटेलिटी सेवाएं भी बंद रहेंगी। इसके अलावा 15 फरवरी के बाद भारत पहुंचे लोगों को भारतीय दंड संहिता की धारा 188 (आदेश की अवज्ञा) के तहत इस संक्रमण को रोकने के लिए कोरेनटाइन में रहने के लिए कहा गया है। दिशानिर्देशों में कहा गया है, “किसी भी व्यक्ति द्वारा इन निर्देशों का उल्लंघन किए जाने पर आईपीसी की धारा 188, आपदा प्रबंधन अधिनियम, 2005 की धारा 51 से 60 के प्रावधानों के तहत कानूनी कार्रवाई होगी।


उत्तराखण्ड में मिले 7 वायरस संक्रमित

उत्तराखंड। रविवार को एक और मरीज के कोरोनावायरस के संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। राज्य में कोरोना पॉजिटिव होने का यह सातवां मामला है। बताया जा रहा है देहरादून मिलिट्री अस्पताल में भर्ती कराए गए 47 साल के युवक का कोरोना वायरस का संक्रमण पॉजिटिव पाया है । जिसके बाद से स्वास्थ्य विभाग मरीज की ट्रेवल हिस्ट्री निकाल रही है कि वह इस दौरान किन किन लोगों से मिला था। तमाम एतिहाद के बाद भी राज्य में कोरोनावायरस के मरीजों का मिलने का सिलसिला जारी है फिलहाल उपचार करा रहे कोरोना वायरस के संक्रमित मरीजों में दो डिस्चार्ज हो चुके हैं जबकि एक की रिपोर्ट नेगेटिव आई है।


झारखंड में लगाया गया जनता कर्फ्यू

रांची। कोरोना को रोकने के लिए जनता कर्फ्यू आज सुबह सात बजे से लेकर रात के 9 बजे तक रहेगा। लेकिन इस बीच झारखंड के स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव ने आदेश दिया है कि रात 9 बजे के बाद भी लोग घर से बाहर नहीं निकले। 


आदेश के अनुसार यह बताया गया गया है कि 9 बजे कर्फ्यू खत्म होने के बाद कुछ लोग के द्वारा कोई भी कार्यक्रम आयोजित किए जा सकते हैं। लोग घरों से बाहर निकलकर घूम सकते हैं। जो पूरी तरह से अवैध है। रात में भी लगा रहे कर्फ्यूः आदेश के अनुसार रात 9 बजे के बाद भी कर्फ्यू लागू रहेगा।अधिकारियों को भी आदेश दिया गया है कि प्रचार माध्यमों से नागरिकों को इस संबंध में सूचित करते हुए कार्रवाई करें। बता दें कि जनता कर्फ्यू के दौरान झारखंड में गाड़ियों नहीं चली. सभी शहरों की दुकाने बंद रही है। लोग अपने-अपने घरों में रहे।


श्रीनगर में वायरस की संख्या 38 पहुंची

श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर में रविवार को पांच और पॉजिटिव मामले दर्ज किए गए, जिसके बाद राज्य में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 38 हो गई है। सरकार के प्रवक्ता रोहित कंसल ने कहा, “कश्मीर में पांच और पॉजिटिव मामलों की पुष्टि की गई, जिसमें 2 श्रीनगर, 2 बडगाम, 1 बारामूला से हैं।”


इससे पहले एक कोविड-19 रोगी ने श्रीनगर के एक अस्पताल में दम तोड़ दिया था। पीड़ित मरीज लगभग 60 साल का था, जो बारामुला जिले के तंगमर्ग इलाके का रहने वाला था। पांच पॉजिटिव मामों के साथ राज्य में कोरोनावायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 38 हो गई है, जिनमें से 29 कश्मीर में और नौ जम्मू के अस्पतालों में हैं।


सीएम भूपेश ने लिखी पीएम को चिट्ठी

रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर कोराना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण को रोकने के लिए केन्द्र सरकार द्वारा की गई सकारात्मक पहल की सराहना की है, वहीं उन्होंने प्रधानमंत्री को छत्तीसगढ़ में कोराना पीड़ितों की स्थिति और लाॅकडाउन के दौरान की गई व्यवस्थाओं की जानकारी दी है. मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री से मनरेगा मजदूरों, असंगठित कामगारों, जन-धन खातों और संगठित क्षेत्र के कामगारों के लिए राहत पैकेज देने का अनुरोध किया ताकि उन्हें इस विपदा की घड़ी में आर्थिक सहायता मिल सके.
मुख्यमंत्री बघेल ने अपने पत्र में लिखा है कि छत्तीसगढ़ में 21 मार्च से कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए ‘‘लाॅकडाउन की घोषणा की गई है, जिससे राज्य में कोरोना पीड़ितों की संख्या सीमित रखने में सहायता मिली है. राज्य में आज दिनांक तक कोरोना वायरस से 7 व्यक्ति प्रभावित हुए है, उनकी स्थिति भी सामान्य है. सौभाग्य से राज्य में कोरोना पीड़ित किसी भी व्यक्ति की मृत्यु नही हुई है. एम्स रायपुर का अमला तथा राज्य शासन के सभी अधिकारी आपदा के इस समय में आम जनता को सभी आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए पूरी मुस्तैदी के साथ मोर्चा सम्हाले हुए है. किन्तु लाॅक डाउन से धीरे-धीरे राज्य की जनसंख्या के बड़े भाग को आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है।


अर्थव्यवस्था संकट से दुखी, खुदकुशी

नीलमणि पाल


जर्मनी के हेसे राज्य के वित्त मंत्री थॉमस शाफर ने कोरोना वायरस से देश की अर्थव्यवस्था को हो रहे नुकसान से चिंतित होकर खुदकुशी कर ली। वह इस बात से अंदर ही अंदर घुट रहे थे कि कोरोना से देश की अर्थव्यवस्था को जो नुकसान हो रहा है, उससे कैसे निपटा जाएगा। राज्य के प्रीमियर वोल्कर ने रविवार को उनकी मौत की सूचना दी।


यूरोपीय सेंट्रल बैंक भी फ्रैंकफर्ट में मौजूद है। प्रीमियर वोल्कर जब यह संदेश जारी कर रहे थे तो उनके चेहरे पर दुख साफ झलक रहा था। शाफर वोल्कर के 10 साल से वित्तीय सहयोगी थे। वह कोरोना वायरस के कारण अर्थव्यवस्था को हुए नुकसान से लड़ने के लिए दिनरात काम कर रहे थे और कंपनियों और कामगारों की मदद कर रहे थे।


वोल्कर ने कहा, ‘हमें आज यह मानना पड़ेगा कि वह बेहद दुखी थे। यह निश्चित रूप से बेहद कठिन वक्त है जब हमें उनकी बेहद जरूरत थी।’ माना जा रहा था कि वोल्कर के बाद शाफर ही अगले प्रीमियर होते। वोल्कर की तरह शाफर भी चांसलर ऐंगला मर्केल की सेंटर राइट सीडीयू पार्टी के सदस्य थे। उनके परिवार में पत्नी के अलावा दो बच्चे हैं।


लॉक डाउन को फेल करने की साजिश

नवादा। भारत में कोरोना लोगों को तेजी से अपने जद में लेने लगा है. इंडिया में अबतक कोरोना वायरस से 24 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 1000 से ज्यादा लोग कोराना संक्रमित हैं. वहीं बिहार में भी कोरोना लगातार तेजी से पैर पसारता जा रहा है. बिहार में कोरोना से एक व्यक्ति की मौत हो गई है जबकि 11 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. पूरे देश को कोरोना को लेकर 21 दिनों तक के लिए लॉकडाउन किया गया है. लेकिन बिहार में लॉकडाउन का क्या आलम है आप इन तस्वीरों में साफ दे सकते हैं. 


लॉकडाउन की उड़ रही हैं धज्जियां
नवादा के रजौली चेक पोस्ट पर अन्य राज्यों से आए लोग लॉकडाउन की धज्जियां उड़ा रहे हैं. रजौली चेक पोस्ट पर भारी संख्या में लोग पहुंचकर बिहार में प्रवेश कर रहे हैं. प्रतिदिन हजारों की संख्या में बंगाल, यूपी, उड़ीसा, छत्तीसगढ़, झारखंड और गुजरात व अन्य कई राज्यों से लोग बिहार में प्रवेश कर रहे हैं.हालांकि जिला प्रशासन और स्थानीय प्रशासन के द्वारा लगातार चेक पोस्ट पर बाहर से आ रहे लोगों को जांच कराई जा रही है लेकिनजांच डॉक्टर बल्कि एनएम कर रही हैं. आप अंदाजा लगा सकते हैं कि इतनी बड़ी संख्या में आए लोगों के लिए जांच की कैसी व्यवस्था होगी.



कौन कर रहा इतनी बड़ी साजिश?
हालांकि प्रशासन भीड़ को रोकने को लेकर बाहर से आने वाले वाहनों पर फाइन भी कर रही है लेकिन यह रुकने का नाम नहीं ले रहा है.बिहार में लॉकडाउन के दौरान इतनी भीड़ कोरोना के जंग में बड़ी रुकावट साबित हो सकती है. इस भीड़ को देखकर स्थानीय प्रशासन भी सकते में है.दूसरे राज्य से लोग ट्रक पिकअप एंबुलेंस में जानवरों की तरह भर भर कर बिहार में प्रवेश कर रहे हैं.लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि जब पूरे देश में लॉकडाउन है तो फिर इतनी संख्या में लोग कैसे बिहार पहुंच रहे हैं. आखिर लॉकडाउन के दौरान इतनी गाड़ियां कैसे बिहार के बॉर्डर तक पहुंच रही हैं?


डीएम की अध्यक्षता में मासिक बैठक आयोजित

डीएम की अध्यक्षता में मासिक बैठक आयोजित  भानु प्रताप उपाध्याय  मुजफ्फरनगर। जिलाधिकारी उमेश मिश्रा की अध्यक्षता में विकास भवन के सभाकक्ष में ...