कानपुर। आज पूरे विश्व में कोरोनावायरस का प्रकोप फैल गया है। उसको गंभीरता से समझे और घर में ही रहे हमारे आदरणीय प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री के आदेशानुसार लॉक डाउन का पालन करें। सभी लोग गंभीरता से लॉक डाउन का पालन करते हैं तो कोरोनावायरस को हम अपने हिंदुस्तान से बाहर कर सकते हैं। क्योंकि एक ही मात्र विकल्प है सावधानी सतर्कता जागरूकता एवं लॉक डाउन के सभी नियमों का पालन ही सही है। हम सभी सुरक्षित रह सकते हैं हम सभी को कोरोनावायरस से एक समझदार योद्धा बनकर ही जीत हासिल कर सकते हैं। हमारे प्रधानमंत्री जी के आदेशानुसार 21 दिन का पूरा लाक डाउन पूरे हिंदुस्तान में किया गया है। उनके आदेशों का हम सभी पालन करें और हम सभी प्रधानमंत्री जी को आस्वस्त करें कि जरूरत पड़ी तो आगे भी लाक डाउन का पालन हम सभी कर सकते हैं घबराने की बात नहीं है। सावधानी बरतनी है हमारे देश के प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, डॉक्टर, पुलिस, पत्रकार, समाजसेवी एवं हमारे देशवासियों को इस वायरस से बचाने आगे आ रहे है,और कोरोना वायरस से बचाने के लिए पूरे हिंदुस्तान में डॉक्टर, पुलिस, पत्रकार और प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री जी को हर सम्भव प्रयास में लगे हैं। हम यूनाइटेड अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार ट्रस्ट की तरफ से इनका सहृदय से धन्यवाद करते हैं कि इस विषय परिस्थितियों में हम लोगों को सुरक्षित रखने के लिए आर्थिक सहायता कर रहे है। ऐसे लोगों को उनके जज्बे को सलूट करते है। कोरोना वायरस को हिंदुस्तान से बाहर निकालने के लिए हम सभी को लॉक डाउन का पालन करना है। अपने परिवार अपने समाज को अपने देश को सुरक्षित करने के लिए हम सभी लोग मिलकर पालन करेंगे जिससे इस मुसीबत से जल्द से जल्द निकल सके।
रविवार, 29 मार्च 2020
वायरसः स्पेन की राजकुमारी की ली जान
स्पेन। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस की वजह से पूरी दुनिया में कोहराम मचा हुआ है। इस वायरस से स्पेन की राजकुमारी मारिया टेरेसा की मौत हो चुकी है। वहीं, कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की पत्नी कोरोना वायरस के कारण होने वाली बीमारी से अब ठीक हो गई हैं। इस जानलेवा वायरस की वजह से दुनियाभर में अब तक 6 लाख से अधिक लोग संक्रमित हो चुके हैं, वहीं इससे अब तक 30 हजार से अधिक लोगों की जान जा चुकी है। अमेरिका में मृतकों की संख्या 2000 और इटली में 10,000 से अधिक हो चुकी है। वहीं दुनियाभर में 65 हजार नए मामले सामने आए।
नेपाल में फंसे 44 पर्यटक वापिस लाए
सोनौली (महराजगंज)। सूत्रों के मुताबिक मिली जानकारी के अनुसार। सोनौली नगर पंचायत क्षेत्र के अन्तर्गत। सोनौली नगर पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि सूधीर त्रिपाठी ने ने बताया कि कोरोना जैसी वैश्विक महामारी को लेकर लाकडाउन के बाद भारत नेपाल सीमा को सील कर दिया गया है। जिसके कारण पड़ोसी राष्ट्र नेपाल में चेन्नई(भारत)के रहने वाले 44 पर्यटक फंस गए थे।
जिनको प्रशासन की मदद से भारत मे लाया गया और उनको सोनौली नगर में स्थित सिटी गेस्ट हाउस में रखा गया है। इन सभी भारतीय पर्यटकों आज आदर्श न०पं०सोनौली के अध्यक्ष प्रतिनिधि सुधीर त्रिपाठी ने गेस्ट हाउस पहुँचकर उनका कुशल क्षेम पूछा और उनको खाने-पीने का सामान जैसे:-चावल,दाल,आंटा,तेल,आलू,प्याज इत्यादि मुहैया कराने का कार्य किया।
इस अवसर पर *सूधीर त्रिपाठी* ने पर्यटकों से कहा कि आप लोगों को किसी भी प्रकार की असुविधा नही होने दिया जाएगा,आप लोगों को खाद्य सामग्री की आवश्यकता या किसी भी प्रकार की असुविधा महसूस होती है तो आप लोग मेरे मोबाइल नम्बर पर संपर्क करिये आप लोगों का हर तरह से मदद किया जायेगा। इस अवसर पर सभासद प्रदीप नायक,बेचन प्रसाद,अमीर आलम,राजकुमार नायक,अशुतोष त्रिपाठी सहित कई लोग उपस्थित रहें।
छठा नवरात्रा मां कात्यायनी
कात्यायनी' अमरकोष में पार्वती के लिए दूसरा नाम है, संस्कृत शब्दकोश में उमा, कात्यायनी, गौरी, काली, हेेमावती व ईश्वरी इन्हीं के अन्य नाम हैं। शक्तिवाद में उन्हें शक्ति या दुर्गा, जिसमे भद्रकाली और चंडिका भी शामिल है, में भी प्रचलित हैं। यजुर्वेद के तैत्तिरीय आरण्यक में उनका उल्लेख प्रथम किया है। स्कन्द पुराण में उल्लेख है कि वे परमेश्वर के नैसर्गिक क्रोध से उत्पन्न हुई थीं , जिन्होंने देवी पार्वती द्वारा दी गई सिंह पर आरूढ़ होकर महिषासुर का वध किया। वे शक्ति की आदि रूपा है, जिसका उल्लेख पाणिनि पर पतञ्जलि के महाभाष्य में किया गया है, जो दूसरी शताब्दी ईसा पूर्व में रचित है। उनका वर्णन देवीभागवत पुराण, और मार्कंडेय ऋषि द्वारा रचित मार्कंडेय पुराण के देवी महात्म्य में किया गया है जिसे ४०० से ५०० ईसा में लिपिबद्ध किया गया था। बौद्ध और जैन ग्रंथों और कई तांत्रिक ग्रंथों, विशेष रूप से कालिका पुराण (१० वीं शताब्दी) में उनका उल्लेख है, जिसमें उद्यान या उड़ीसा में देवी कात्यायनी और भगवान जगन्नाथ का स्थान बताया गया है।
परम्परागत रूप से देवी दुर्गा की तरह वे लाल रंग से जुड़ी हुई हैं। नवरात्रि उत्सव के षष्ठी को उनकी पूजा की जाती है। उस दिन साधक का मन 'आज्ञा चक्र' में स्थित होता है। योगसाधना में इस आज्ञा चक्र का अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान है। इस चक्र में स्थित मन वाला साधक माँ कात्यायनी के चरणों में अपना सर्वस्व निवेदित कर देता है। परिपूर्ण आत्मदान करने वाले ऐसे भक्तों को सहज भाव से माँ के दर्शन प्राप्त हो जाते हैं।
श्लोक
चन्द्रहासोज्ज्वलकरा शार्दूलवरवाहन ।
कात्यायनी शुभं दद्याद्देवी दानवघातिनी ॥
माँ का नाम कात्यायनी कैसे पड़ा इसकी भी एक कथा है- कत नामक एक प्रसिद्ध महर्षि थे। उनके पुत्र ऋषि कात्य हुए। इन्हीं कात्य के गोत्र में विश्वप्रसिद्ध महर्षि कात्यायन उत्पन्न हुए थे। इन्होंने भगवती पराम्बा की उपासना करते हुए बहुत वर्षों तक बड़ी कठिन तपस्या की थी। उनकी इच्छा थी माँ भगवती उनके घर पुत्री के रूप में जन्म लें। माँ भगवती ने उनकी यह प्रार्थना स्वीकार कर ली। कुछ समय पश्चात जब दानव महिषासुर का अत्याचार पृथ्वी पर बढ़ गया तब भगवान ब्रह्मा, विष्णु, महेश तीनों ने अपने-अपने तेज का अंश देकर महिषासुर के विनाश के लिए एक देवी को उत्पन्न किया। महर्षि कात्यायन ने सर्वप्रथम इनकी पूजा की। इसी कारण से यह कात्यायनी कहलाईं।
ऐसी भी कथा मिलती है कि ये महर्षि कात्यायन के वहाँ पुत्री रूप में उत्पन्न हुई थीं। आश्विन कृष्ण चतुर्दशी को जन्म लेकर शुक्त सप्तमी, अष्टमी तथा नवमी तक तीन दिन इन्होंने कात्यायन ऋषि की पूजा ग्रहण कर दशमी को महिषासुर का वध किया था। माँ कात्यायनी अमोघ फलदायिनी हैं। भगवान कृष्ण को पतिरूप में पाने के लिए ब्रज की गोपियों ने इन्हीं की पूजा कालिन्दी-यमुना के तट पर की थी। ये ब्रजमंडल की अधिष्ठात्री देवी के रूप में प्रतिष्ठित हैं। माँ कात्यायनी का स्वरूप अत्यंत चमकीला और भास्वर है। इनकी चार भुजाएँ हैं। माताजी का दाहिनी तरफ का ऊपरवाला हाथ अभयमुद्रा में तथा नीचे वाला वरमुद्रा में है। बाईं तरफ के ऊपरवाले हाथ में तलवार और नीचे वाले हाथ में कमल-पुष्प सुशोभित है। इनका वाहन सिंह है।
माँ कात्यायनी की भक्ति और उपासना द्वारा मनुष्य को बड़ी सरलता से अर्थ, धर्म, काम, मोक्ष चारों फलों की प्राप्ति हो जाती है। वह इस लोक में स्थित रहकर भी अलौकिक तेज और प्रभाव से युक्त हो जाता है।
प्राधिकृत प्रकाशन विवरण
यूनिवर्सल एक्सप्रेस (हिंदी-दैनिक)
मार्च 30, 2020, RNI.No.UPHIN/2014/57254
1. अंक-231 (साल-01)
2. सोमवार, मार्च 30, 2020
3. शक-1942,चैैत्र-शुक्ल पक्ष, तिथि-षष्ठी, संवत 2077
4. सूर्योदय प्रातः 06:20,सूर्यास्त 06:40
5. न्यूनतम तापमान 14+ डी.सै.,अधिकतम-27+ डी.सै., बरसात की संभावना बनी रहेगी।
6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा।
7. स्वामी, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्ंकरण) प्रकाशित।
8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102
9.संपर्क एवं व्यावसायिक कार्यालय-डी-60,100 फुटा रोड बलराम नगर, लोनी,गाजियाबाद उ.प्र.,201102
https://universalexpress.page/
email:universalexpress.editor@gmail.com
cont.:-935030275
(सर्वाधिकार सुरक्षित)
शनिवार, 28 मार्च 2020
संगीन धाराओं के 4 कैदी हुए फरार
राणा ओबराय
लुधियाना। ताजपुर रोड स्थित स्थानीय केंद्रीय जेल में बीती रात चार खतरनाक कैदियों के फरार होने का मामला सामने आया है। जानकारी के अनुसार यह कैदी अलग-अलग संगीन मामलों का सामना कर रहे थे। ये चारों बीती रात दीवार फांदकर फरार हो गए। घटना का पता प्रातःकाल लगा जब कैदियों की संख्या हुई तो चार कैदी कम पाए गए, जिस कारण जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया है। जानकारी के अनुसार अलग -अलग मामलों में जेल में बंद उक्त 4 कैदी कंबल के सहारे पहले महिला जेल में कूदे और वहां से जेल कंपलैक्स में से होते हुए फरार हो गए। जेल आधिकारियों को इस घटना की सूचना कई घंटों के बाद मिली तो उनके हाथ-पैर फूल गए। जेल अधिकारी मौके पर पहुंचकर मामले की जांच कर रहे हैं। फिलहाल पुलिस इनकी तलाश में जुटी हुई है। इससे पहले कोरोना वायरस महामारी के बढ़ते संकट को देखते पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के जस्टिस-कम-कानूनी सेवाएं अथॉरिटी पंजाब चेयमरैन आर.के. जैन के निर्देशों पर गठित समिति में अतिरिक्त सैशन जज मुनीष अरोड़ा ने सैंट्रल जेल, कुलभूषण कुमार ने ब्रोस्टल जेल व आब्जर्वेशन होम से मैजिस्ट्रेट किरण ज्योति ने कोर्ट में कैम्प लगाकर सैंट्रल जेल से 127, महिला जेल से 11 व ब्रोस्टल जेल से 17, आब्जर्वेशन होम से 1 कैदी को रिहा करने के आदेश जारी किए थे।..जिला कानूनी सेवाएं अथॉरिटी की सचिव-कम-चीफ ज्यूडीशियल मैजिस्ट्रेट प्रीति सुखीजा ने बताया कि जेलों में कैदियों की रिहाई के लिए प्रतिदिन अतिरिक्त सैशन जज द्वारा कोर्ट लगाई जाएगी जिसमें हाईकोर्ट के निर्देशानुसार अलग-अलग कैटागिरी के कैदियों के मामलों को देखकर कानूनी प्रक्रिया पूरी करके रिहा किया जाएगा। लुधियाना की जेलों से प्रतिदिन वीडियो कान्फै्रंसिंग के माध्यम से कैदियों-हवालातियों की समस्याओं को भी सुना जाएगा। इसके अतिरिक्त किसी बंदी को नि:शुल्क कानूनी सहायता या मैडीकल सुविधा की आवश्यकता है तो वह भी शीघ्र उपलब्ध करवाई जाएगी। आज रिहा होने वाले कैदियों में 7 वर्ष की सजा वाले व अन्य मामलों के चलते जेलों बंद थे।
रतन टाटाः ₹500 करोड़ की मदद
नई दिल्ली। भारत में कोरोना का कहर बढ़ता ही जा रहा है। देश में अबतक 873 लोग इस बीमारी की चपेट में आ चुके हैं। जबकि 19 लोगों की मौत हो चुकी है. देश में अभी इलाज के लिए वेंटिलेटर, मास्क से लेकर सैनिटाइजर तक की जरूरत है। ऐसे हालत में कई तरफ से मदद के हाथ भी उठने शुरु हो गये हैं। देश के जाने-माने उद्योगपति टाटा संस के मानद चेयरमैन रतन टाटा ने ट्वीट कर टाटा की तरफ से 500 करोड़ रुपये की सहायता की घोषणा की है। रतन टाटा ने ट्वीट कर कहा है,” इस दौड़ में COVID 19 संकट सबसे कठिन चुनौतियों में से एक है। टाटा समूह की कंपनियां हमेशा ऐसे समय में देश की जरूरत के साथ खड़ी हुई है. इस समय देश को हमारी जरूरत अधिक है।”
गौरतलब है कि अमेरिका ने भी कोरोना वायरस वैश्विक महामारी से निपटने में मदद करने के मकसद से भारत समेत 64 देशों को 17.4 करोड़ डॉलर की अतिरिक्त आर्थिक सहायता देने की शुक्रवार को घोषणा की थी। इस राशि में से 29 लाख डॉलर मदद के तौर पर भारत को दिए जांएगे। यह फरवरी में अमेरिका की ओर से घोषित 10 करोड़ डॉलर की मदद के अलावा है। फिलहाल घोषित की गई नयी राशि रोग नियंत्रण एवं बचाव केंद्र (सीडीसी) समेत विभिन्न विभागों एवं एजेंसियों के विशाल अमेरिकी वैश्विक प्रतिक्रिया पैकेज का हिस्सा है। यह वित्तीय मदद वैश्विक महामारी के खतरे का सामना कर रहे सबसे ज्यादा जोखिम वाले 64 देशों के लिए है।
'पीएम' ने देश को रेल परियोजनाओं की सौगात दी
'पीएम' ने देश को रेल परियोजनाओं की सौगात दी अकांशु उपाध्याय नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को रेल परियोजनाओं की सौगात...
-
महर्षि कश्यप के पुत्र पक्षीराज गरुड़ को भगवान विष्णु का वाहन कहा गया है। एक बार गरुड़ ने भगवान विष्णु से मृत्यु के बाद प्राणियों की स्थिति, ...
-
उपचुनाव: 9 विधानसभा सीटों पर मतगणना जारी संदीप मिश्र लखनऊ। उत्तर प्रदेश में नौ विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए मतगणना जारी है। यूपी कीे क...
-
80 वर्षीय बुजुर्ग ने 34 साल की महिला से मैरिज की मनोज सिंह ठाकुर आगर मालवा। अजब मध्य प्रदेश में एक बार फिर से गजब हो गया है। आगर मालवा जिले...