शनिवार, 28 मार्च 2020

योगी सरकार ने जारी की कई छूट

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दी प्रदेश के किसानों को राहत
कंबाइन, हार्वेस्टर और कृषि कार्य में लगे श्रमिकों को भी मिलेगी छूट
कृषि निवेश उपलब्ध कराने वाली कंपनियों और आपूर्ति करने वाले वाहनों को भी मिलेगी छूट
फाईज़ अली सैफी | 


नई दिल्ली/गाज़ियाबाद। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार ने प्रदेश के किसानों को बड़ी राहत दी है। लाॅकडाउन के दौरान भी बीज-खाद कृषि रक्षा रसायनों की थोक और फुटकर दुकाने पहले की तरह खुली रहेंगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर शासन द्वारा इस संबंध में सभी मंडलायुक्तों, डीएम, एसएसपी और एसपी को निर्देश जारी किए गए हैं कि सुचारू रूप से इनकी आपूर्ति जारी रहे।वहीं, इसके लिए इनको बनाने वाली कंपनियों, लोडिंग एवं अनलोडिंग में लगे श्रमिको और इनके परिवहन में लगे वाहन भी छूट के दायरे में आएंगे। इसी तरह की छूट कटाई में प्रयुक्त कंबाइन, हार्वेस्टर और इस दौरान जरूरी श्रमिकों पर भी होगी। मालूम हो कि इस साल फरवरी-मार्च को अप्रत्याशित मौसम की मार से यूं ही किसान परेशान है और मौजूदा समय में उनकी सरसों, आलू, मटर और चना की फसले या तो खेत में है, या फिर खलियान में है।


वहीं, गेहूं की फसल भी तैयार होने को है तो ऐसे में किसानों को यह चिंता थी कि लाॅकडाउन की स्थिति में हम अपनी उपज को कैसे घर सुरक्षित पहुंचाएं। दरअसल, चिंता उन किसानों को भी थी जो इस समय खाली हुए या होने वाले खेतों में खरीफ के पूर्व कम समय में होने वाली उड़द, मूंग और पशुओं के लिए हरे चारे की बुवाई करते हैं, सरकार के इस फैसले से परंपरागत किसानों के साथ सब्जी बोने वाले किसानों को भी राहत मिली है।


संकट में फंसे लोग, गंतव्य तक पहुंचाएंगे

दिल्ली-NCR में यहां किराएदारों को नहीं देना होगा 1 महीने का किराया



नोएडा। कोरोना वायरस से फैल रही महामारी को रोकने के लिए लॉकडाउन का ऐलान किया गया है। इससे सबसे अधिक परेशानी रोज कमाने खाने वालों को हो रही है। इसी बीच नोएडा के जिलाधिकारी बीएन सिंह ने किराए के मकान में रह रहे लोगों को बड़ी राहत देते हुए किसी भी मकान मालिक को एक महीने तक किराया ना लेने को कहा है। डीएम की ओर से जारी आदेश में  कहा गया है कि कोई मजदूर या कर्मचरी जो किसी भी कंपनी या कार्यालय में काम करते हैं। उनसे किसी भी दशा में एक महीने तक किराया नहीं मांगा जाए। अगर कोई ऐसा करता हुआ मिला तो उस पर कार्रवाई होगी। 


यूपी गेट पर आकर फंसे हजारों हजार लोगों को जिला प्रशासन गाजियाबाद ने बसों में भर कर कौशांबी डिपो भेजना शुरू कर दिया है। कौशांबी डिपो से इन लोगों को दूसरी बसों में बैठाकर यूपी के विभिन्न शहरों में भेजा जाएगा। एसएसपी कलानिधि नैथानी ने बताया कि कौशांबी डिपो में उत्तर प्रदेश के दर्जनों शहरों के लिए बसें आकर लग गई है। बस भरते ही उन्हें रवाना करने का काम शुरू कर दिया है। इधर, यूपी गेट से भी लोगों को बसों में बैठाकर कौशांबी डिपो भेजा जा रहा है। इससे यूपी गेट पर धीरे धीरे भीड़ कम होने लगी है। उधर, यूपी गेट पर भीड़ की सूचना पर दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसौदिया समेत कई अधिकारी पहुंचे।


घरों में रहने वाले ही असली हीरो

मुंबई। बॉलीवुड सुपरस्टार अक्षय कुमार का कहना है कि कोरोनावायरस की कड़ी को तोडऩे के लिए पूरे देश में किए गए लॉकडाउन की इस घड़ी में जो अपने घर में रहेगा, वही सुपरस्टार होगा। अक्षय ने व्यापार विशेषज्ञ जोगिंदर टुटेजा के एक ट्वीट पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए यह बात कही। दरअसल, जोगिंदर ने किसी एक वीडियो को ट्वीट किया, जिसमें उन्होंने इस बारे में बात की कि किस तरह से टाइगर श्रॉफ रैंबो, हीरोपंती 2 और बागी 4 जैसी अपनी आने वाली फिल्मों से सुपरस्टार बनने के लिए तैयार हैं।
इस पर अक्षय ने कहा, जोगिंदर तुम्हारी इस बात से मैं पूरी तरह से सहमत हूं कि टाइगर श्रॉफ आने वाले समय में धमाल मचाने वाले हैं, लेकिन इस वक्त एकमात्र वही व्यक्ति सुपरस्टार होगा, जो अपनी और अपने परिवार की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए घर में रहेगा। मैं हर एक से सुपरस्टार बनने की अपील करता हूं।
अक्षय लगातार सोशल मीडिया पर 21 दिनों के लॉकडाउन के दौरान अपने सभी देशवासियों से घर में रहने और सरकार संग सहयोग करने का आग्रह करते नजर आ रहे हैं, ताकि कोरोनावायरस को जड़ से उखाड़कर इससे जंग को जीता जा सकें।


 


ये मोहब्बतः क्वॉरेंटाइन से भागा पेशेंट

मदुरै। कोरोना वायरस का कहर लगातार बढ़ रहा है। इस वायरस से निपटने के लिए कई देशों में लॉकडाउन लागू कर दिया गया है। लोगों को घर पर ही रहने की सलाह दी जा रही है। विदेश से लौटे लोगों को क्वारंटाइन सेंटर में रखा जा रहा है। लेकिन इस महामारी के बढ़ते प्रकोप के बावजूद कुछ लोग लापरवाही करने से बाज नहीं आ रहे हैं।
दरअसल तमिलनाडू के मदुरै जिले में एक मामला सामने आया है जहां एक युवक अपनी गर्लफ्रैंड की शादी रुकवाने के लिए दुबई से भारत लौटा। विदेश से लौटने पर उसे क्वारंटाइन रहना था लेकिन वह अपनी प्रेमिका से मिलने शिवगंगा चला गया, जहां उसने गर्लफ्रैंड के साथ समय बिताया।
प्रेमी से संपर्क में आने के बाद प्रेमिका को भी आइसोलेट कर दिया गया है। इसी बीच पुलिस और स्वास्थ्य अधिकारियों ने युवक की तलाश शुरु कर दी। पुलिस युवक और उसकी प्रेमिका को मदुरै लेकर आ गई जहां दोनों को क्वारंटाइन कर दिया गया है।


अगले 20 घंटे ज्यादा अहमः डब्ल्यूएचओ

नई दिल्ली। भारत में कोराना वायरस के लगातार बढ़ रहे खतरे को देखते हुए के उपाय सुझाए जा रहे हैं वहीं दूसरी तरफ सोशल मीडिया पर अफवाहों का बाजार भी तेजी से गर्म हो रहा है। ऐसी ही एक अफवाह व्हाट्सएप ग्रुप में बहुत तेजी से फैल गया है। व्हाट्सएप ग्रुप में भेजे जा रहे इस मैसेज में कहा गया है कि भारत के लिए अगले 20 घंटे बहुत ही भारी होंगे। खास बात तो यह है कि ऐसा कहने के लिए वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन यानी डब्ल्यूएचओ और इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च यानी आईसीएमआर का हवाला दिया गया है।


डब्ल्यूएचओ और आईसीएमआर के हवाले से जारी इस संदेश के जरिए कहा गया है कि शनिवार की रात तक का समय भारत वासियों के लिए बहुत भारी होने वाला है। यदि भारतीय अपनी आदत में बदलाव नहीं लाते और घरों से बाहर निकलना यूं ही जारी रखते हैं तो भारत में कोरोना का संक्रमण थर्ड स्टेज में पहुंच जाएगा। थर्ड स्टेज यानी कम्युनिटी ट्रांसमिशन और इसे रोक पाना भारत के लिए बहुत ही खतरनाक होगा।


अगले 20 घ॔टे भारत के लिए भारी
WHO ICMR की भारत को चेतावनी
WHO ICMR ने कहा है कि यदि 20 घ॔टे में भारतीय नहीं सुधरे तो भारत कल रात 11 बजे के बात ‘THIRD STEP” यानी ” कम्युनिटी ट्रांसमिशन” में प्रवेश कर जायेगा और अगर भारत कल रात तक थर्ड स्टेज यानी कम्यूनिटी ट्रांशमिशन में जाता है तो भारत मे 15 APRIL तक लगभग 50000(पचास हजार) तक मौतें हो सकती हैं, क्योकि अन्य देशों की अपेक्षा भारत का जनसंख्या घनत्व बहुत अधिक है परन्तु भारतीय अभी तक इसकी गंभीरता को नहीं समझ रहे हैं।


ईश्वर से दुआ करो


सभी नागरिकों से निवेदन प्लीज मस्ती मजाक सलाह कोरेना से सम्बंधित खबर छोड़ आज रात तक जितना हो ये फैलाओ की कुछ भी हो जाये 72 से 108 घण्टा बिल्कुल भी न निकले क्योकि कल भारत 3 स्टेज में शायद जा सकता है। प्लीज सभी को अंदर रहने के लिये प्रेरीत करो…


माइक्रोबायोलॉजिस्ट ने बताया फर्जी


इस मैसेज की सत्यता जांच ने के लिए ने आईसीएमआर और डब्ल्यूएचओ की वेबसाइट पर जा कर यह देखने की कोशिश की कि क्या इस तरीके का कोई अलर्ट इन दोनों ही एजेंसियों के द्वारा जारी किया गया है या नहीं। लेकिन इस तरीके का कोई भी अलर्ट इन दोनों ही एजेंसियों के द्वारा जारी नहीं किया गया है। माइक्रोबायोलॉजिस्ट डॉ अंकुर ने बताया कि इस तरीके का कोई भी प्रेडिक्शन कोरोनावायरस के संबंध में जारी नहीं किया जा सकता. यह तथ्यात्मक तौर पर गलत है। साथ ही मैसेज की जो भाषा है उसी से पता चल जाता है कि मैसेज फर्जी है।


उन्होंने यह भी जोड़ा कि इससे डरने की जरूरत नहीं है लेकिन यह जरूर है कि लॉकडाउन का पूरी तरीके से पालन किया जाए। किसी को भी सिर्फ शनिवार की रात ही नहीं बल्कि जब तक लॉकडाउन का समय है तब तक घरों से नहीं निकलना चाहिए। बता दें कि भारत में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या हर रोज बढ़ रही है। यह एक सच्चाई है और इसी को रोकने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 21 दिन के लॉकडाउन की घोषणा की थी जो 14 अप्रैल को पूरा हो रहा है।


पूरे भारत में कोरोना से 19 लोगों की मौत


दुनिया में इस बीमारी से प्रभावित देशों में मरीजों की संख्या दिनोंदिन बढ़ रही है। ऐसे में भारत सरकार और स्वास्थ्य विभाग द्वारा बार-बार यह हिदायत दी जा रही है कि सोशल डिस्पेंसिंग के जरिए ही इस वायरस के संक्रमण को रोका जा सकता है। Covid19india.org वेबसाइट के ताजा आंकड़ों के मुताबिक देश मे अभी तक कुल 892 कोरोना के पॉजिटिव केस सामने आ चुके हैं। इनमें से 76 लोग इस बीमारी से ठीक हो चुके है जबकि 19 लोगों की मौत हो चुकी है।


प्रोफेसर ने विकसित किया टीका, टेस्ट बाकी

हैदराबाद/दिल्ली। देश में कोरोनावायरस से लड़ाई के बीच एक अच्छी खबर सामने आई है। हैदराबाद यूनिवर्सिटी की प्रोफेसर ने कोरोनावायरस से लड़ने का टीका विकसित किया है। जिसकी टेस्टिंग होनी शेष है।
दरअसल, हैदराबाद यूनिवर्सिटी की बायोकेमिस्ट्री विभाग के स्कूल ऑफ लाइफ साइंसेज की प्रोफेसर डॉक्टर सीमा मिश्रा ने कोरोनावायरस से लड़ने वाला टीका विकसित किया है। उन्होंने सेल एपिटोप्स नामक टीके को तैयार किया है जो नोवल कोरोनोवायरस के सभी संरचनात्मक और गैर-संरचनात्मक प्रोटीनों के खिलाफ लड़ने में सक्षम है।
ये वैक्सीन छोटे कोरोनवायरल पेप्टाइड्स हैं, जो अणुओं की कोशिकाओं द्वारा उपयोग किया जाता है। इन वायरल पेप्टाइड्स को नुकसान पहुंचाने वाली कोशिकाओं को नष्ट करने के लिए रोग-प्रतिरोधक क्षमता तैयार की जा सके। कम्प्यूटेशनल सॉफ्टवेयर के साथ शक्तिशाली इम्यूनोइंफोर्मेटिक्स का उपयोग करते हुए डॉक्टर सीमा मिश्रा ने इन संभावित एपिटोप्स को इस तरह से डिजाइन किया है कि पूरी आबादी को इसका टीका लगाया जा सकता है।
हैैदराबाद यूनिवर्सिटी ने जानकारी देते हुए बताया कि हमने महज दस दिनों में इस वैक्सीन को बनाया है। अब सिर्फ इस टीके की टेस्टिंग होनी शेष है। टेस्टिंग के नतीजों के बाद सरकार की हरी झंडी मिलते ही इसे आम आदमी के उपयोग के लिए उपलब्ध करा दिया जाएगा। अगर सबकुछ सही रहा तो कोरोनावायरस से लड़ने में ये भारत की महत्वपूर्ण उपलब्धि होगी।


नर्स के निजी मोबाइल पर पीएम की काल

नई दिल्ली। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बात निराली है। खासकर देश में अच्छे कार्यो करने वालों के लिए हौसला-अफजाई में कोई कसर नहीं छोड़ते। ऐसा ही एक वाक्या शुक्रवार दोपहर को फिर सामने आया। जब उन्होंने महाराष्ट्र के सरकारी अस्पताल नायडू की वरिष्ठ नर्स को उनके निजी मोबाइल पर कॉल किया और उनके कार्यो की प्रशंसा की।


कर्मचारी को जब यह पता चला कि उनके नंबर पर कोई नहीं देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं, तो वह आश्चर्यचकित हो गई। बतादें पुणे में कोविड-19 के इलाज के लिए नामित आइसोलेशन वार्ड में से नायडू अस्पताल के प्रभारी और सार्वजनिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ संजीव वावरे ने कहा, ‘नायडू अस्पताल में नोवल कोरोना वायरस (कोविड-19) संक्रमण के रोगियों की देखभाल करने के लिए कुल 60 नर्स शामिल हैं। जब नायडू अस्पताल में काम करने वाली नर्सों की जानकारी के लिए प्रधानमंत्री कार्यालय ने गुरुवार को हमसे संपर्क किया, तो हमने उन्हें कुछ नाम दिए।


उन्होंने बताया, शुक्रवार को प्रधानमंत्री ने उनमें से एक नर्स छाया जगताप को फोन किया। वह नायडू अस्पताल में बीते 20 सालों से नर्स का काम कर रही हैं। उन्होंने उनसे बात की और देश भर में उनके काम और अग्रिम पंक्ति पर काम करने वाली कई अन्य नर्सों की सराहना की, जो इतनी बहादुरी से अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर रही हैं और अपनी देखरेख में इलाज करवा रहे मरीजों का मनोबल बढ़ा रही हैं।’


27 वर्ष बाद दुष्कर्मी को 10 साल की सजा

27 वर्ष बाद दुष्कर्मी को 10 साल की सजा  गणेश साहू  कौशाम्बी। सैनी कोतवाली क्षेत्र के एक गांव में खेत से लौट रही बालिका के साथ 27 वर्ष पहले स...