नई दिल्ली। देश के सबसे बड़े बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने कोरोना वायरस के चलते देश में लागू किए गए 21 दिन के लॉकडाउन को देखते हुए बड़ा फैसला लिया है। इसके तहत बैंक ने अपनी शाखाओं में कामकाज का समय बदल दिया है। सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रखते हुए यह फैसला किया गया है।
एसबीआई के प्रबंध निदेशक पी के गुप्ता ने कहा कि उन्होंने राज्य सरकारों के परामर्श से पूरे देश में बैंकिंग सेवाओं के लिए टाइम स्लॉट लागू किए हैं। गुप्ता ने कहा कि कई राज्यों में हमने अपनी शाखा खोलने के समय को सीमित रखा है। कुछ राज्यों में यह सुबह 7 बजे से 10 बजे तक है, जबकि कुछ राज्यों में यह समय सुबह 8 बजे से 11 बजे तक और कुछ राज्यों में सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक है। इस बीच एसबीआई की ओर से बैंक शाखाओं में काम कर रहे उसके कर्मचारियों को मास्क और सैनिटाइजर उपलब्ध कराए जा रहे हैं। जबकि कतार में कम से कम 1 मीटर की दूरी बनाए रखी जा रही है। प्रशासन विभाग के लोग वैकल्पिक दिनों में काम कर रहे हैं।
बैंक मोबाइल एटीएम सेवाएं भी चला रहा है ताकि ग्राहक बिना एटीएम शाखाओं में आए आसानी से पैसा निकाल सकें। पीके गुप्ता ने ग्राहकों की सुविधा के लिए बैंक की ओर से चलाए जा रहे एक ऐसे मोबाइल एटीएम का वीडियो भी साझा किया। एसबीआई ने नकदी निकालने के लिए एटीएम का उपयोग करने वाले सभी बैंक ग्राहकों के लिए सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने को लेकर 7 टिप्स भी साझा किए हैं। एसबीआई के अलावा एचडीएफसी, आईसीआईसीआई, स्टैंडर्ड चार्टर्ड, सिंडिकेट बैंक, इंडियन बैंक और अन्य कई बैंकों ने देश में कोरोना वारयर सके बढ़ते प्रकोप को देखते हुए अपनी शाखाओं के परिचालन के समय में संशोधन किया है। साथ ही गैर जरूरी बैंकिंग सेवाओं को निलंबित कर दिया गया है।
बैंकिंग सेवाओं जैसे पासबुक अपडेट, काउंटर चेक संग्रह प्रतिबंधित कर दिए गए हैं। सभी बैंकों ने अपने ग्राहकों से अपनी बैंकिंग आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए डिजिटल और ऑनलाइन माध्यमों का उपयोग करने का आग्रह किया है। नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) ने भी भारतीय नागरिकों से सामाजिक संपर्क को कम करने के लिए डिजिटल भुगतान का उपयोग करने का आग्रह किया है। एनपीसीआई के एमडी और सीईओ दिलीप असबे ने कहा कि वर्तमान लॉक-डाउन की स्थिति में हम सभी नागरिकों से घर पर रहने का अनुरोध करते हैं। हम सभी सेवा प्रदाताओं और उपभोक्ताओं को डिजिटल भुगतान के तरीकों का इस्तेमाल करने का आग्रह भी करते हैं।