शुक्रवार, 27 मार्च 2020

हाई रेट में पुलिस की लाठी हुई तेज

तौबा मेरे तौबा पिटाई क्या बताऊँ ?
क्या क्या हुआ इनके उनके साथ रे !
मिर्जापुर। लाकडाउन में टेम्परामेंट डाउन की अनेकानेक कहानियाँ पिछले 48 घण्टे में सुनने को मिलीं । ड्यूटीरत सिपाही-दरोगा का टेम्परामेंट जो डाउन हुआ है तो उनकी जुबान और साथ ड्यूटीमें लगे सिपाही ही नहीं होमगार्डों की लाठी की चोट हाई है । हाई में वीआईपी शामिल हैं तो जरूरत के सामानों के रेट भी हाई है । इसी हाई-लो बोल्टेज में लाकडाउन चल रहा है ।
संकटमोचनपर बैठे शराफत के दुश्मन---
लाकडाउन में नगर के संकटमोचन मंदिर से दुर्व्यहार की खबरें ज्यादा मिलीं । यहां गुरुवार को नगरपालिका के जलकल के एक आपरेटर को तब ठोक दिया, जब वह DM के आदेश पर सड़कों पर दवायुक्त पानी के छिड़काव के लिए सिटी मजिस्ट्रेट के यहां पास लेने जा रहा था । पास न होने से अनेक ट्यूबबेलों पर ड्यूटी दे रहे आपरेटर पुलिस के गाली-गलौज के शिकार हुए । तिवराने टोला में भी ट्यूबबेल चलाने जा रहे आपरेटर को पुलिस ने हड़काया । इसके अलावा संकटमोचन पर कतिपय मीडियाकर्मियों के साथ भी बदसलूकी की बातें सुनने को मिली लेकिन परिस्थितियों को देखकर मीडियाकर्मी ने मामले को तूल नहीं दिया ।


निर्देश देते होमगार्ड---
सिटी कोतवाली के पास कतिपय होमगार्ड एक चाय की दुकान खुलवाए थे । चाय पी रहे थे तभी एक पत्रकार ने जब फोटो खींच लिया तब उसी में से एक होमगार्ड चिल्लाकर बोला-'ऐ पत्रकार साहब, इधर आइए ।  चाय पीते फोटो मत लीजिए । हम लोगों ने थाने के कतिपय कर्मियों के लिए दुकान खुलवा रखा है ।' इस प्रकार पहलीबार होमगार्ड भी आदेशात्मक मूड में दिखाई पड़े ।
 वीआईपीसुन नहीं रहे---
सर्वाधिक दिक्कत कुछ बीमार लोगों की रही । जिनको गम्भीर बीमारी के लिए वाराणसी जाना था । ADM से सम्पर्क करने पर उन्होंने तो भरोसा दिया और सिटी मजिस्ट्रेट से पास लेने का सुझाव दिया लेकिन सिटी मजिस्ट्रेट से आधे पर ही फोन कट गया फिर लगा नहीं । इस तरह और भी कई बीमारों की स्थिति सुनने को मिली ।
 गांवों की स्थिति---
गांवों में यदि कोई देश के ही किसी हिस्से से अपने घर किसी प्रकार लौट रहा है तो बमचक मच जा रहा है । लौटा व्यक्ति कह रहा है कि वह स्वस्थ है जबकि उसके परिवार के विरोधी पुलिस को फोन कर दे रहे हैं । कतिपय लोग इसे गांव की सतर्कता कह रहे हैं तो कुछ लोग आपसी मनमुटाव का परिणाम बताते सुने गए ।
अर्धनारी श्वररूप--
घर से बाहर निकलने पर प्रतिबन्ध के चलते बहुत से घरों में पुरुष वर्ग महिलाओं के जिम्मे वाला काम करते सुने गए । कोई किचेन में बैठकर सब्जी काट रहा है, तो कोई झाड़ू लगा रहा है । दाई न आने से कोई बर्तन माँज रहा तो कोई कपड़ा साफ कर रहा है । इस प्रकार 'समय बिताने के लिए करना है कुछ काम' की स्थिति है । कहा जाए तो पुरुष आधे नारी रूप में आ गया है ।
 बड़े ऑफिसरों पर बोझ ज्यादा--
मंडल के तीनों जनपदों की निगरानी के लिए कमिश्नर एवं आईजी तथा जिले पर डीएम, एसपी रात दिन दौड़ते नजर आ रहे हैं । एक पैर कहीं तो दूसरा पैर कहीं की हालत है। अतः अपने अपने क्षेत्र में संजीदगी से लोग ड्यूटी दें तो लाकडाउन के लिए नागरिक धीरे धीरे अभ्यस्त होते दिख रहे हैं ।



-सलिल पांडेय


चौकी प्रभारी ने कराया भूखों को भोजन

बजरडीहा में चौकीप्रभारी अजय प्रताप यादव ने बटवाया भूखो को भोजन
वाराणसी। प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र भेलूपुर थाना के बजरडीहा में विभिन्न प्रदेशो से जीविकोपार्जन के लिए आये सैकड़ो गरीब व निर्धन परिवारों की लाकडाउन होने के कारण रोजी-रोटी अधर में पड़ गयी जिसके कारण लाकडाउन के पांचवें दिन दिहाड़ी मजदूरो के सम्मुख भुखमरी की समस्या उत्पन्न हो गयी। तेज तर्रार चौकी प्रभारी बजरडीहा अजय कुमार यादव को जब पता चला तो आनन-फानन में उपनिरीक्षक धनन्जय यादव व अपने मातहतो के साथ भूख से जूझ रहे दर्जनो निर्धन व गरीब परिवारों को तत्काल भोजन का प्रबन्ध किया और अपने मातहतो के साथ बजरडीहा के विभिन्न क्षेत्रो में भूख से पीड़ितो को भोजन बटवाते हुए नसीहत दिया कि सरकार आपके सुरक्षा के लिए लाकडाउन जैसा निर्णय लिया है, जिससे किसी को घबराने या भयभीत होने की आवश्यकता नही है। सभी लोग संयम से आपस में सामन्जस्य बनाकर साफ सुथरे ढंग से रहे और मास्क का प्रयोग करें, अनावश्यक घरो से बाहर न निकले। उन्होने आश्वासन दिया कि सम्भव प्रयास कर भूखो को भोजन की कमी महसूस नही होने दिया जायेगा। समय-समय पर किसी न किसी तरीके से भोजन का प्रबन्ध होता रहेगा। भोजन पाकर गरीब व निर्धन परिवारो ने स्थानीय पुलिस की कार्यशैली को खूब सराहा, जिसकी पूरे दिन क्षेत्र में जबरदस्त चर्चा रही।


अलीगढ़ प्रशासन द्वारा गरीबों की मदद

अन्नू सोनी


अलीगढ़ में प्रशासन लॉक डाउन के चलते कर रही घरों तक खाद्य पदार्थों की आपूर्ति की पूर्तिती। जनता से अपील है कि बाजारों में दिए समय को भीड़ न लगाकर उस समय का ऐसे पीड़ित व लाचार परिवारों की सहायतार्थ समय का उपयोग करें व समाज सेवा करें।



अलीगढ़। थाना सासनीगेट क्षेत्र के कबीर नगर में एक महिला का परिवार चार दिन से भूख से बेहाल थी। तब उस महिला ने 112 नम्बर पर पुलिस को कॉल कर अपने घर की स्तिथि का हाल बताया और पुलिस द्वारा सहायता का लिए निवेदन किया। महिला के घर जाकर पला चौकी इंचार्ज सतीश कुमार ने अपने साथी पुलिसकर्मियों के साथ जाकर खाद्य वस्तुएं देकर सहायता पहुँचायी।
सबसे बड़ा सवाल यहाँ इस बात का है कि क्यों हर इंसान को पुलिस प्रशासन की सहायता की जरूरत पड़ रही है क्यों पुलिसकर्मियों को ही हर बात के लिए जिम्मेदार बनाया जाता है क्या आम जनता की कोई जिम्मेदारी नहीं जनता कर्फ़्यू व लॉक डाउन तोड़ने पर आमादा जनता बस नियम तोड़ने के लिए ही उतारू है क्या इस तरह की समस्याओं को हल करने के लिए उनकी कोई जिम्मेदारी नहीँ जनता से अपील है कि पुलिस प्रशासन आपकी हर सुरक्षा को लेकर पूरी तरह लगा हुआ है इस समय हालात इतने खराब है कि पुलिस प्रशासन के लिए हर जगह एक समस्या मुँह उबाये खड़ी है कृपया धैर्य बनाये रखकर पुलिस विभाग की सहायता करें न कि उनपर ही निशाना साधे।
जनता से अपील है कि बाजारों में दिए समय को भीड़ न लगाकर उस समय का ऐसे पीड़ित व लाचार परिवारों की सहायतार्थ समय का उपयोग करें व समाज सेवा करें।


1 लाख का दान, फैंस ने सुनाई खरी-खोटी

नई दिल्ली। देश में कोरोनावायरस से निपटने में सरकार के साथ साथ उद्योगपति, खिलाड़ी और हर खासोआम आदमी अपने अपने तरीके से लगा है। इस बीच मदद के नाम पर क्रिकेट खिलाड़ी महेंद्र सिंह धोनी ने ऐसा काम किया कि लोगों के साथ साथ अपने फैंस के गुस्से का शिकार हो गए।
दरअसल, कोरोनावायरस जैसी आपदा से निपटने के लिए देश के अमीर तबके ने अपने खजाने खोल दिये हैं। क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर ने इस आपदा के पीड़ितों के लिए पचास लाख की रकम देने का ऐलान किया है तो कई उद्योगपतियों ने करोड़ों की मदद दे डाली है। ऐसे में भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने मदद के नाम पर शर्मनाक कारनामा किया है।
धोनी ने पुणे के दिहाड़ी मजदूरों के लिए एक लाख रुपये दान देने की घोषणा की। उनकी इस आर्थिक मदद की घोषणा के बाद उनके फैंस सोशल मीडिया पर भड़क गए। लोगों ने धोनी को सोशल मीडिया पर जमकर खरी खोटी सुनाई।  फैंस ने नाराजगी जताते हुए कहा कि सालाना 800 करोड़ रुपये कमाने वाले धोनी मदद के नाम पर सिर्फ एक लाख रुपये की मदद कर भद्दा मजाक कर रहे हैं। इससे बेहतर था कि वो मदद ही नहीं करते। धोनी इस शर्मनाक कारनामे की वजह से सोशल मीडिया पर खूब खरी खोटी सुन रहे हैं।


आईसीसी ने सभी टूर्नामेंट किए स्थगित

नई दिल्ली। कोरोना वायरस को लेकर जहां पूरी दुनिया में अफरा तफरी मची हुई है तो वहीं दूसरी ओर खेल जगत में भी इसका खासा असर पड़ा है, दुनिया भर के छोटे से लेकर बड़े टूर्नामेंट इस खतरनाक महामारी के चलते या तो रद्द कर दिए गए हैं या फिर स्थगित कर दिए गए हैं। आईपीएल को लेकर पहले ही बीसीसीआई पशोपेश में है कि आखिर वो करे तो करे क्या और जिस तरह से हालात अभी देश में दिख रहे हैं उसे देखते हुए तो यही लग रहा है कि आईपीएल सीजन-13 को कहीं रद्द न कना पड़ जाए।


इस बीच आईसीसी ने अब बड़ा फैसला कर लिया है, और कोरोना वायरस के इस कहर को देखते हुए 30 जून से पहले होने वाले अपने सभी क्लीफाइंग टूर्नामेंट को स्थगित कर दिया है। आईसीसी के टूर्नामेंट प्रमुख क्रिस टेटली ने कहा है कि दुनिया भर में ट्रेवल को लेकर पाबंदियों और मौजूदा माहौल में सेहत को लेकर चिंताओं को देखते हुए आईसीसी ने आगामी समीक्षा तक जून के आखिर तक सारे टूर्नामेंट स्थगित करने का फैसला किया है। उन्होंने आगे कहा कि खिलाड़ियों, अधिकारियों, स्टाप और प्रशंसकों की सेहत और सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है, हमें सभी संबंधित पक्षों के हितों को ध्यान में ऱखकर फैसला लेना है। हमारा मानना है कि ये समझदारी भरा फैसला लेने का समय है।


वाहन खाई में गिरा 6 की मौत, 4 घायल

देहरादून। उत्तराखंड के टिहरी जनपद में शुक्रवार को एक वाहन के गहरी खाई में गिरने से उसमें सवार तीन महिलाओं सहित छह लोगों की मौत हो गई और चार गम्भीर रूप से घायल हो गये। टिहरी के जिला आपदा परिचालन केंद्र प्रभारी एस.के. भट्ट ने बताया कि ज्वारना-बंगियाल मोटर मार्ग पर देवीधार के पास एक वाहन लगभग 300 मीटर गहरी खाई में गिर गया।


इस हादसे में फूलचंद पाल (42) पुत्र सब्बल, निवासी ग्राम नेरी, गुड्डी देवी (36) पत्नी रमेशी, पार्वती देवी पत्नी केसर सिंह दोनों ग्राम बरनू निवासी, नत्थे सिंह (60) पुत्र दयालु, ग्राम तिरोहन, क्वांरा देवी (65) पत्नी इंदर सिंह, ग्राम तिरोहन और बीर सिंह (60) पुत्र मंगल सिंह, निवासी ग्राम डांग की घटनास्थल पर मौत हो गई। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।


ऑनलाइन बिजली बिल पर शुल्क नहीं

लखनऊ। बिजली बिलों के ऑनलाइन भुगतान पर उपभोक्ताओं को अब किसी भी प्रकार का शुल्क नहीं देना होगा। कोरोना लॉकडाउन को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के निर्देशों के अनुक्रम में यूपीपीसीएल ने उपभोक्ताओं के हित में नए दिशा निर्देश जारी कर दिए हैं।


अभी तक डेबिट व क्रेडिट कार्ड के जरिये भुगतान पर बैंकिंग कंपनियों द्वारा शुल्क लिया जा रहा था। अब इस शुल्क का भुगतान यूपीपीसीएल करेगा। विद्युत उपभोक्ता अपने बिलों का ऑनलाइन भुगतान ई-निवारण ऐप के जरिये कर सकते हैं। इसे गूगल प्ले स्टोर डाउनलोड किया जा सकता है। किसी भी कठिनाई पर उपभोक्ता हेल्पलाइन 1912 पर फोन कर समस्या का समाधान पा सकते हैं। उपभोक्ताओं को एसएमएस द्वारा भी बिलों के भुगतान का लिंक साझा किया जा रहा है। विषम परिस्थितियों में भी कारपोरेशन उपभोक्ताओं को निर्बाध विद्युत आपूर्ति के लिए प्रयासरत है।कारपोरेशन उपभोक्ताओं से अपील भी करता है कि वह अपना बिल ऑनलाइन माध्यमों के जरिये जमा करें जिससे विद्युत उत्पादकों का ससमय भुगतान किया जा सके।


सोरेन ने 14वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली

सोरेन ने 14वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली  इकबाल अंसारी  रांची। झारखंड के 14वें मुख्यमंत्री के रूप में हेमंत सोरेन ने गुरुवार को शपथ ली। ...